ओम नमः शिवाय ओम नमः शिवाय ओम नमः शिवाय ओम नमः शिवाय नमः शिवाय नमः शिवाय नमः शिवाय नमः शिवाय नमः शिवाय नमः शिवाय नमः शिवाय नमः शिवाय नमः शिवाय नमः शिवाय नमः शिवाय
रुद्राक्ष को किस दिन घी में रखना है यह नहीं बताया आपने कृपया बताए श्री शिवाय नमस्तुभ्यं
@kallakudisrignananandagiri388Ай бұрын
The place Mrigandu Maharishi did Tapas is where my Sathgurunathar's Samadhi is there in TN. The place is Tapovanam near Thirukovilur
@NirmalaSharma-m5wАй бұрын
2:00 जी आप मुझे जरूर बताना इसका उपयोग क्यों क्या कारण ऐसी क्या किस्मत है कि कुछ भी काम नहीं हो रहा है
@NirmalaSharma-m5wАй бұрын
जय श्री कृष्णा श्री शिवाय नमस्तुभ्यं श्री शिवाय नमस्तुभ्यं श्री शिवाय नमस्तुभ्यं श्री शिवाय नमस्तुभ्यं गुरुजी आपको मेरा सादर प्रणाम है मैं तमिलनाडु से हूं मेरा नाम मैं बाद में बताऊंगी आपकी मैंने जो यूट्यूब पर देखती हूं मेरी सहेली के घर है वहां जाती हूं उनके घर में आपके कथाएं बहुत चलती है मेरे घर में टीवी नहीं है मैं कथा नहीं देखती हूं मगर आपकी कथा वगैरह सब सुनती हूं गुरुजी मगर एक भी काम अभी तक सफल नहीं हुआ है इसका कारण बताइए मुझे इसका कारण जरूर जरूर जानना है और मेरे घर में क्या है मेरे भैया भाभी का भी बहुत संकट है उनके की घर में बहुत कलश होता मुझे कॉलेज पसंद नहीं है उसके लिए भी वह सीहोर का मैं रुद्राक्ष भी मंगवाया वह भी मेरे भाई के बच्चे को पानी रोज पिलाता हूं वह विकल ने मगर वह आप भी उसका भी एक भी असर नहीं हुआ ना मेरे कोई धंधे पानी में असर हुआ इसका जरूर जरूर मुझे कारण बताइए आप जितनी पूजा बोलते हो शिवलिंग पर करने के लिए वह पूजा में पूरी करती हूं मूंग चढ़ाना चावल चढ़ाना फूल सफेद फूल चढ़ाना आता पत्ता धतूरा जो आप बताते हो सब फॉलो कर रहे हैं मगर कम एक राय जितना भी नहीं होता है इसका कारण हमें जरूर जरूर बताइए श्री शिवाय नमस्तुभ्यं और मेरे दिल में बहुत बड़ी-बड़ी धार्मिक के लिए तो आशा कभी भी लगी रहती है कोई देखती हूं हां मैं भी कथा कराऊंगी मैं भी पूजा करूंगी मैं भी मंदिर में वह करूंगी यह करूंगी और करती रहती हूं और लोग मुझे सब मना करते हैं तेरे पास में पैसे रहते नहीं है दो पैसे कमाती है फिर तो हर कोई खर्चा मंदिरों में क्यों करती है मेरी मर्जी में भगवान के लिए करो फिर भी लोग मुझ पर गुस्सा करते हैं यह तो जब देखो जब मंदिर मंदिर घूमती रहती है और जब पैसे जो भी है जहां भी कोई बोलते हैं या धर्म का