Kaleja munh ko ata hai inehain marhoom likhnay main
@sajjadali3190Ай бұрын
*~ Mola Sajjad Qasida* नाम सज्जाद का जब वीरदे ज़बान होता है मुझपे दुनिया को फरददख का गुमा होता है इश्के सज्जाद में मतलूब है आला ज़रफी इसके काबिल कोई कमज़र्फ कहां होता है दरबे सज्जाद के आया जो सवाली बनकर लौटते वकत वह सुल्तान जहां होता है ख़ुत्बाये अबिदे बीमार की हैबत है यजीद जो तेरे शहर में आग़ाज़े अज़ान होता है तीर गर्दन पे लगा बोले यह हंसकर असगर देखो सज्जाद का बचपन भी जवान होता है खूने सज्जाद भी है ख़ाके शफा मै शामिल हैं मुसल्ला जहां सज्जाद वहां होता है तोकेला नात का लिए फिरता है अब नामे यजीद बुग्ज़े सज्जाद मै हर सौदा किरा होता है ए हमीदआबिदी कहती है निगाहें इरफान *( इरफान के बजाए पढ़ने वाले का नाम)* जशने सज्जाद मै जन्नत का समा होता है