मंजिल हौसले से मिलती आचार्य आशुतोष जी हो असंभव आज सम्भव, हो सदा अरमान सबका। हो वरण यदि मृत्यु का भी, हो न डर कुछ हृदय उसका। । हौसले कमजोर हों ना वक्त आये मुस्किलों के। हो परीक्षा की घड़ी जब, जोश उम्दा हों दिलों के।। परखा सदा सोना ही जाता, वक्त की उम्मीद आगे । दहदहाता चढ़ कसौटी , हुंकार दो यों जोश जागे। । उन्मुक्त नभ के हे पखेरू, खोल दो निज पंख सारे। चांद सूरज पद तले हो, आसमां झुक झुक निहारे। । ध्येय की अनुरक्त गरिमा, का रहे नित ध्यान हमको। पूर्वजों की कीर्ति का, निसिदिन रहे अभिमान हमको। । मंजिलें मिलतीं सदा हैं, हौसलों की शक्ति से । हौंसलों का आसरा है, एक केवल व्यक्ति से।। स्वरचित, आचार्य आशुतोष जी आशु
@bjpmanindrakumartiwari690910 ай бұрын
Jai hind Bandematram
@sunilrana553510 ай бұрын
Ram Ram ji
@lakhmichandaggarwal86111 ай бұрын
Wha what kaa baat h
@SurendraPal-zb5mn11 ай бұрын
Mgh
@omprakashsharma-cf8vl11 ай бұрын
खूनी तालिबानों का इतिहास तो आप ही गा सकतें हो,,,🧡👍🥰
@PankajSingh-oz5vf11 ай бұрын
panvar ji aap kal jyi ho
@NeerajYadav-nk9tc Жыл бұрын
🙏🙏
@rajanigandhatripathi4164 Жыл бұрын
Hari Om je ka jawab nahi❤❤❤❤❤
@INDIAN2.0633 Жыл бұрын
नमस्कार जी अति सुन्दर
@yogendrasingh2616 Жыл бұрын
डॉ हरिओम पंवार को बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं ❤❤
@ranveersingh980 Жыл бұрын
आदरणीय सरस्वती पुत्र पवार को कोटि कोटि प्रणाम
@Sandeepindu679 Жыл бұрын
बहुत अच्छे जी
@vishal.yadav760 Жыл бұрын
Hari om Panwar ji ne aakhir logo ko unki seat se utha kar hi maan. Maan gaye sir ko. Maine hari om ji ki approx har ek kavita suni hogi.❤