संत शिरोमणि आचार्य प्रवर अध्यात्म सरोवर के राजहंस जन जन के आराध्य जगतपूज्य आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज को कोटि कोटि नमन वंदन🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Namo Ayariyanam Namostu Gurudev 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@AshwinMaloo793 ай бұрын
Om Shanti Shanti Shanti 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@giteshsinghrajput31473 ай бұрын
Aap sab dekhna Jo sthan aaj Acharya shree ne paya us star tak Muni durlabh sagar ji pahuchenge
@ayushijain93713 ай бұрын
🙏🏻
@suniljain74253 ай бұрын
Namostu gurudev🙏🙏🙏🙏🙏
@user-nv4el3kk8k3 ай бұрын
नमोस्तु नमोस्तु नमोस्तु
@user-xp5gu7hh2m3 ай бұрын
अब भी मृत्यु भोज होता है उसका नाम अलग दे दिया, शांति विधान करके भोजन कराया जाता है, श्रृद्धांजलि के नाम से, कितना भी समझाओ, समाज के दिमाग में नही बैठेगा, स्वाध्याय शून्य समाज के घर का पानी पीना पाप लगता है, मुनिभक्त समाज स्वाध्याय नही करती तो ज्ञान कैसे होगा, धर्म ज्ञान शून्य समाज का कल्याण कभी नही होगा, मात्र पाखंड करते है।
@shashijain14684 ай бұрын
Namostu bhagwan.
@mukeshdhanopya89674 ай бұрын
Kabhi shastra utha liya karo
@SambhavJainShastriii4 ай бұрын
पहले एक समय था इतिहास में जब कोई अज्ञानी कुछ धर्म विरुद्ध कहता था तो दिगम्बर मुनिराज मौन धारण कर लेते है आज मुनिवेश में अज्ञान वश कोई शास्त्र विरुद्ध बात कह रहा है तो मैं तो मौन ही धारण करना उचित समझता हूं 🙏🙏🙏
@user-kc4zl2cg2x4 ай бұрын
बारंबार प्रणाम गुरुवर आपको
@Jaindarshan2874 ай бұрын
माली के कहने पर चढ़ता है इस प्रकार का लड्डू
@nirmaljain32614 ай бұрын
झूठे ज्ञान से सावधान रहिए, ये अनपढ़ रहने से भी ज़्यादा ख़तरनाक है।
@user-xp5gu7hh2m4 ай бұрын
जब आगम का सही ज्ञान नहीं हो तो गप नहीं सुनाना चाहिए।
@user-xp5gu7hh2m4 ай бұрын
मुनिव्रत धार अनंत बार , ग्रीवक लो उपजाओ। पे निज आत्मज्ञान बिना, सुख लेश न पाओ।।
@DevendrakumarJainBijoliya4 ай бұрын
यह तो उस कोटि मूं भी नही आता। द्रव्यलिंगी भी नही है
@nirmaljain32614 ай бұрын
ज्ञान से भी दिगम्बर है
@nirmaljain32614 ай бұрын
कौन है ये लोग,कहां से आते है
@drrajendrasangave27604 ай бұрын
Kramabaddha aur kramaniyamit me kya antar hai Udaharan aapne hi diya usime kramabaddha hai Gehu me roti ki yogyata jaise anek gun shakti hai lekin banegi kya? Jo kram me nishchit hai vahi banegi usake liye sabhi sadan milate hai ye bhi kramaniyamit hi hai Yahi kramabaddha hai Ye pure aagam bataate hai . Ise shanti se swadhyay kare aur apana vichara bataaye . Kahi purv aacharyon ka hamase viradhana na ho jaye . Yaha vishay sukshm hai sthool na samaje 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
@abhinavmodi27744 ай бұрын
क्रमवर्ती का आशय क्या है? प्रत्येक पर्याय का क्रम से वर्तन होगा। प्रत्येक पर्याय अपने योग्य पुरुषार्थ सहित सुनिश्चित है। और वह अपने क्रम में ही वर्तेगी। यही क्रमबद्ध पर्याय है। क्रमबद्ध,क्रमनियमित, क्रमवर्ती शब्द प्रायः समानार्थी ही हैं। क्रमबद्ध का अर्थ है अनंत पर्यायें अपने क्रम में बद्ध हैं। क्रमवर्ती का भी अर्थ है अनंत पर्यायें अपने क्रम में ही वरतेंगी अक्रम से नहीं। और प्रथमानुयोग में ऐसे आशय के दृष्टांत भरे पड़े प्रत्येक पर्याय, प्रत्येक कार्य अपने समय मे होगा, असमय नहीं। अपने क्रम में ही होगा अक्रम से नहीं। यथा- मारीचि का महावीर बनना स्व समय और स्व क्रम में होने का उदाहरण 2- तीर्थंकर महावीर की दिव्यध्वनि भी 66 दिन बाद ही ख़िरना 3- भगवान नेमिनाथ के ज्ञान में द्वारका का 12 साल बाद जलते हुए दिखना ऐसे दृष्टांत जो पर्यायों के स्व समय और स्व क्रमिक होने का जिनागम में स्पष्ट उल्लेख से भरे पड़े हैं।
@DevendrakumarJainBijoliya4 ай бұрын
किस मू्ख कै समझा रहे हो भाई। यह पत्थर की नाव है
@User362534 ай бұрын
@@DevendrakumarJainBijoliyaसत्य,पत्थर की नाव खुद भी डूबती है और उसमे बैठने वाला भी डूबता है और सुधा सागर तो अलग ही प्रकार का पत्थर है
@DevendrakumarJainBijoliya4 ай бұрын
@@User36253 सही कहा ।न जाने कितनों के डुबोने में निमित होगा यह वेषी।