Bahut bahut dhanyawad guru ji Deepawali ki hardik shubhkamnaye 🎉🎉
@papparamsiyagkanawas841128 күн бұрын
आज तक अमावस्या की रात्रि को ही मनाते आये है
@papparamsiyagkanawas841128 күн бұрын
31 को या 1 को
@BANIDHAMBHAJANTvVrindavan27 күн бұрын
31 ko
@priyankavishnoi896628 күн бұрын
Jai guru dev...samaj ke logo ko isi tarah sahi Rahh pr lekar aap rasta dikhte rahe
@Ashok-hf8nc29 күн бұрын
🙏🙏
@education-hf4zu29 күн бұрын
Jai ho
@SangitaBishnoi-l9w29 күн бұрын
जय गुरुदेव ❤🎉
@pardeepdharnia494029 күн бұрын
जय गुरूदेव 🙏🙏🙏🙏🙏
@bishnoi.013429 күн бұрын
Shi bat h jai guru jamsever ki
@HadmanBishnoi-jh5sh29 күн бұрын
दीपावली बताई कृपा चार्य
@mangilalbishnoiiyc28429 күн бұрын
बिश्नोई समाज को अमावस्या की रात्रि 31 अक्टूबर को ही दिपावली मनानी चाहिए इसमे कोई किन्तु परंतु न रखे।
@Bhajan_R_Bishnoi29 күн бұрын
👍
@HarishchanderVishnoi29 күн бұрын
❤❤❤❤❤❤
@Mbbswalabishnoi1231029 күн бұрын
Thx guruvar ❤
@Rajuram_bishnoi29 күн бұрын
गुरू जम्भेश्वर भगवान कै शब्दो मै लिखा है हर घर मै नित ही 29 नियम का पालन करना चाहिए हर घर मै नित ही राखै धिणौ धापो नित ही अमावस्य को मानकर काम काज करै तो नित ही सिंकरात नित ही दीपावली नित ही होली नित ही नवग्रह बैसै पातै नित ही गंगा हीलौ लै जाए जै सतगुरु सहजै सिनै नाय निर्मल पाणी निर्मल घाट अगर इंसान अगर जिया नै जुक्ती और मुवा मुक्ती प्राप्त करना चाहता है तो नित ही अमावस्य को मान कर चलना चाहिए और नित ही घरमै दिपक जलाकर दिपावली मनाना चाहिए और नित ही अपनै मनका मैल पाप क्रोध मौह माया को त्याग कर अपनै अंदर का रावण कंश मार कर होली मना चकता है। इंसान अगर ऐक दिन दिपावली मनाकर रावण का पुतला जलाता है और अपनै अंदर का मन पवित्र नही है तौ यह ऐक दिन का त्योहार कीस काम का गुरू जाम्भो जी कै अनुसार नित ही त्योहार समझ कर चलना चाहिए
@PankajBishnoi-t7w29 күн бұрын
🙏🙏
@harirambishnoi60029 күн бұрын
गुरुदेव श्री आपने बिल्कुल सही गणना कर के बताई है । लक्ष्मी पूजन 31 दिसम्बर को ही सही है ।
@rakeshbishnoi635028 күн бұрын
October ya decemeber
@somrajbishnoi447929 күн бұрын
गुरु जी धन्यवाद आपने प्रमाण के साथ क्लियर कर दिया। प्रणाम गुरु जी।