kzbin.info/www/bejne/nYaylXpviLmAhdEsi=TqWc-U0iCPKmT69d full video
@shivasublaniya11042 ай бұрын
Good 👍
@SunnyTrnkhediwalАй бұрын
Thanks
@shivasublaniya11042 ай бұрын
शानदार 🎉
@YT-AshokVlogs2 ай бұрын
❤❤
@SunnyTrnkhediwal2 ай бұрын
Full vlog dekh sakte ho kzbin.info/www/bejne/pGLMhX1jmpWIg5Ysi=DHlMp02MzR0_L6hK
@SunnyTrnkhediwal2 ай бұрын
दिल्ली के लोटस टेंपल या कमल मंदिर के खुलने का समय, मौसम के हिसाब से अलग-अलग होता है: गर्मियों में: सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक सर्दियों में: सुबह 9 बजे से शाम 5:30 बजे तक सोमवार को: बंद लोटस टेंपल में प्रवेश करने के लिए कोई शुल्क नहीं देना होता. यह मंदिर, नई दिल्ली के बहापुर गांव में नेहरू प्लेस के पास है. कालका जी मेट्रो स्टेशन, लोटस टेंपल से करीब 500 मीटर की दूरी पर है. लोटस टेंपल से जुड़ी कुछ खास बातें: इसका उद्घाटन 24 दिसंबर, 1986 को हुआ था और आम जनता के लिए यह 1 जनवरी, 1987 को खोला गया था. यह कमल के आकार का है, इसलिए इसे कमल मंदिर या लोटस टेंपल कहते हैं. यहां किसी देवी-देवता की मूर्ति नहीं है. मंदिर के चारों ओर नौ तालाब हैं, जो कमल के पत्तों का प्रतीक हैं. यहां हर घंटे पांच मिनट के लिए प्रार्थना सभा होती है. मंदिर में पुस्तकालय भी है, जहां लोग धर्म की किताबें पढ़ते और उन पर शोध करते हैं.