Adiwasi log sab janta hey fir bhi ye nasa. Ladki baji sab karta hey
@jastinguria35809 күн бұрын
Really sir ji
@vinitasoren41911 күн бұрын
Adi monj sirin
@BinodchandKisku11 күн бұрын
Adi monj raskage bujhap kana arjemon nonka ge bon raska sangena, Johar Jisu Marang
@domnikdahanga726119 күн бұрын
बहुत ही सुंदर
@salomibhengrabhengra946021 күн бұрын
Yeshu bugin durang soben koke yeshu marang
@RahulGope-778122 күн бұрын
Jay Sonmer maa ❤
@BishwashiTuti24 күн бұрын
हगा ओडो़ मिसी को पुराअ:उतर बधाई बहुत मजा नृत्यु पे देखाओ केदा
@kusumhemrom528224 күн бұрын
Nice to see Khunti diocese people😊
@RASHMIKANDULNA-mv4tk25 күн бұрын
Bahut sundar ❤
@prafulitbhengra750925 күн бұрын
❤❤
@MrmundaBoy26 күн бұрын
Super❤❤❤❤❤
@kusumhemrom528226 күн бұрын
Nice to see Khunti Youth ......and proud of them😊
@AfremAind27 күн бұрын
Can I get the lyrics please
@AfremAind27 күн бұрын
Can I get the lyrics please
@manjriaind654827 күн бұрын
Bahut maja susun kedape
@valentinesinduria220527 күн бұрын
मैंने झान काथलिक युवा सम्मेलन में प्रत्यक्ष रूप से भाग नहीं लिया था। मैंने इस सम्मेलन के कुछ वीडियोस देखा। मुझे पहला दिन का वीडियोस बहुत अच्छा लगा। युवा सम्मेलन का विषय-वस्तु "युवा! मैं तुमसे कहता हूँ, उठो" बहुत सटीक और सार्थक था। इस विषय-वस्तु को पढ़ने के बाद मुझे इस युवा सम्मेलन में आने वाले प्रबुद्ध वक्ताओं के विचार जानने की तीव्र इच्छा हुई। मैंने युट्यूब पर इन प्रबुद्ध वक्ताओं के विचार खोजने की कोशिश की। मुझे प्रबुद्ध वक्ताओं का एक भी वीडियोस नहीं मिला। मुझे बहुत निराशा हुई। इसी बीच, मुझे खूॅंटी धर्मप्रान्त के युवाओं का मुण्डारी सांस्कृतिक नाच वीडियोस मिला। इन वीडियोस को देखकर मुझे बहुत अच्छा लगा। इन वीडियोस में युवाओं का जोश, आत्म- विश्वास, ताकत, एकरूपता, जुनून और एकता झलकता था। इन वीडियोस को देखकर मेरे मन में एक विचार आया। युवाओं में जोश, आत्म-विश्वास, ताकत और जुनून होता है। युवा आदिवासी समाज में बौद्धिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक बदलाव लाने का दमखम रखते हैं। मैं सोचने लगा कि अगर इन नाच रहे युवाओं में बौद्धिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक चेतना ला दिया जाए, तो वे खूॅंटी धर्मप्रान्त की दिशा और दशा बदल देंगे। मुझे युवा सम्मेलन के समापन दिन का वीडियोस भी मिला। कुछ युवा कैमरे में हाथ हिलाते हुए सम्मेलन स्थल छोड़ रहे थे। कुछ युवा अपने गन्तव्य स्थान जाने से पहले रेलवे स्टेशन पर नाच रहे थे। सब बहुत सुन्दर था। लेकिन मुझे एक बात खटक रही थी। कोई भी युवा सम्मेलन स्थल छोड़ते समय बौद्धिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक चेतना की बात नहीं कर रहा था। मुझे आजीब सा लगा। मेरे मन में कई सवाल उठने लगे। क्या युवा सम्मेलन सांस्कृतिक नाच गान के लिए आयोजित था? क्या युवा सम्मेलन में बौद्धिक, सामाजिक, धार्मिशक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक चेतना की बात नहीं हुई? क्या हमारा आदिवासी युवा प्रबुद्ध व्यक्तियों के बौद्धिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक विचारों से वंचित रह गया? क्या प्रबुद्ध व्यक्तियों के बौद्धिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक विचार हमारे आदिवासी युवाओं के मन दिल में जगह नहीं पाने में असफल रहा? मेरे मन में इस तरह के निजी विचार और सवाल उत्पन्न हो रहे हैं। मेरे विचार और सवाल त्रुटिपूर्ण हैं। आप मेरे निजी विचारों का खण्डन कर कर सकते हैं। आप मेरे सवालों का जवाब दे सकते हैं। आपके विचारों और जवाबों का इन्तजार रहेगा।
@valentinesinduria220527 күн бұрын
मैंने झान काथलिक युवा सम्मेलन में प्रत्यक्ष रूप से भाग नहीं लिया था। मैंने इस सम्मेलन के कुछ वीडियोस देखा। मुझे पहला दिन का वीडियोस बहुत अच्छा लगा। युवा सम्मेलन का विषय-वस्तु "युवा! मैं तुमसे कहता हूँ, उठो" बहुत सटीक और सार्थक था। इस विषय-वस्तु को पढ़ने के बाद मुझे इस युवा सम्मेलन में आने वाले प्रबुद्ध वक्ताओं के विचार जानने की तीव्र इच्छा हुई। मैंने युट्यूब पर इन प्रबुद्ध वक्ताओं के विचार खोजने की कोशिश की। मुझे प्रबुद्ध वक्ताओं का एक भी वीडियोस नहीं मिला। मुझे बहुत निराशा हुई। इसी बीच, मुझे खूॅंटी धर्मप्रान्त के युवाओं का मुण्डारी सांस्कृतिक नाच वीडियोस मिला। इन वीडियोस को देखकर मुझे बहुत अच्छा लगा। इन वीडियोस में युवाओं का जोश, आत्म- विश्वास, ताकत, एकरूपता, जुनून और एकता झलकता था। इन वीडियोस को देखकर मेरे मन में एक विचार आया। युवाओं में जोश, आत्म-विश्वास, ताकत और जुनून होता है। युवा आदिवासी समाज में बौद्धिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक बदलाव लाने का दमखम रखते हैं। मैं सोचने लगा कि अगर इन नाच रहे युवाओं में बौद्धिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक चेतना ला दिया जाए, तो वे खूॅंटी धर्मप्रान्त की दिशा और दशा बदल देंगे। मुझे युवा सम्मेलन के समापन दिन का वीडियोस भी मिला। कुछ युवा कैमरे में हाथ हिलाते हुए सम्मेलन स्थल छोड़ रहे थे। कुछ युवा अपने गन्तव्य स्थान जाने से पहले रेलवे स्टेशन पर नाच रहे थे। सब बहुत सुन्दर था। लेकिन मुझे एक बात खटक रही थी। कोई भी युवा सम्मेलन स्थल छोड़ते समय बौद्धिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक चेतना की बात नहीं कर रहा था। मुझे आजीब सा लगा। मेरे मन में कई सवाल उठने लगे। क्या युवा सम्मेलन सांस्कृतिक नाच गान के लिए आयोजित था? क्या युवा सम्मेलन में बौद्धिक, सामाजिक, धार्मिशक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक चेतना की बात नहीं हुई? क्या हमारा आदिवासी युवा प्रबुद्ध व्यक्तियों के बौद्धिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक विचारों से वंचित रह गया? क्या प्रबुद्ध व्यक्तियों के बौद्धिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक विचार हमारे आदिवासी युवाओं के मन दिल में जगह बना पाने में असफल रहा? मेरे मन में इस तरह के निजी विचार और सवाल उत्पन्न हो रहे हैं। मेरे विचार और सवाल त्रुटिपूर्ण हैं। आप मेरे निजी विचारों का खण्डन कर कर सकते हैं। आप मेरे सवालों का जवाब दे सकते हैं। आपके विचारों और जवाबों का इन्तजार रहेगा।
@abhatete400626 күн бұрын
I agree 💯 True
@chintaharan31328 күн бұрын
❤❤❤❤❤❤❤
@valentinesinduria220528 күн бұрын
मैंने झान काथलिक युवा सम्मेलन में प्रत्यक्ष रूप से भाग नहीं लिया था। मैंने इस सम्मेलन के कुछ वीडियोस देखा। मुझे पहला दिन का वीडियोस बहुत अच्छा लगा। युवा सम्मेलन का विषय-वस्तु "युवा! मैं तुमसे कहता हूँ, उठो" बहुत सटीक और सार्थक था। इस विषय-वस्तु को पढ़ने के बाद मुझे इस युवा सम्मेलन में आने वाले प्रबुद्ध वक्ताओं के विचार जानने की तीव्र इच्छा हुई। मैंने युट्यूब पर इन प्रबुद्ध वक्ताओं के विचार खोजने की कोशिश की। मुझे प्रबुद्ध वक्ताओं का एक भी वीडियोस नहीं मिला। मुझे बहुत निराशा हुई। इसी बीच, मुझे खूॅंटी धर्मप्रान्त के युवाओं का मुण्डारी सांस्कृतिक नाच वीडियोस मिला। इन वीडियोस को देखकर मुझे बहुत अच्छा लगा। इन वीडियोस में युवाओं का जोश, आत्म- विश्वास, ताकत, एकरूपता, जुनून और एकता झलकता था। इन वीडियोस को देखकर मेरे मन में एक विचार आया। युवाओं में जोश, आत्म-विश्वास, ताकत और जुनून होता है। युवा आदिवासी समाज में बौद्धिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक बदलाव लाने का दमखम रखते हैं। मैं सोचने लगा कि अगर इन नाच रहे युवाओं में बौद्धिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक चेतना ला दिया जाए, तो वे खूॅंटी धर्मप्रान्त की दिशा और दशा बदल देंगे। मुझे युवा सम्मेलन के समापन दिन का वीडियोस भी मिला। कुछ युवा कैमरे में हाथ हिलाते हुए सम्मेलन स्थल छोड़ रहे थे। कुछ युवा अपने गन्तव्य स्थान जाने से पहले रेलवे स्टेशन पर नाच रहे थे। सब बहुत सुन्दर था। लेकिन मुझे एक बात खटक रही थी। कोई भी युवा सम्मेलन स्थल छोड़ते समय बौद्धिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक चेतना की बात नहीं कर रहा था। मुझे आजीब सा लगा। मेरे मन में कई सवाल उठने लगे। क्या युवा सम्मेलन सांस्कृतिक नाच गान के लिए आयोजित था? क्या युवा सम्मेलन में बौद्धिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक चेतना की बात नहीं हुई? क्या हमारा आदिवासी युवा प्रबुद्ध व्यक्तियों के बौद्धिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक विचारों से वंचित रह गया? क्या प्रबुद्ध व्यक्तियों के बौद्धिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक विचार हमारे आदिवासी युवाओं के मन दिल में जगह बना पाने में असफल रहा? मेरे मन में इस तरह के निजी विचार और सवाल उत्पन्न हो रहे हैं। मेरे विचार और सवाल त्रुटिपूर्ण हैं। आप मेरे निजी विचारों का खण्डन कर कर सकते हैं। आप मेरे सवालों का जवाब दे सकते हैं। आपके विचारों और जवाबों का इन्तजार रहेगा।
@abhatete400626 күн бұрын
💯 True
@niraltopno-qg9wk28 күн бұрын
Pura maja
@emmanueltuti891128 күн бұрын
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
@AnimaKerketta-nb2wo28 күн бұрын
Thank you very nice dance
@HanaMunda-o9z28 күн бұрын
❤❤❤❤❤🙏👍मेरी मां खूंटी की है , अंडमान से ❤❤❤
@anildodray595728 күн бұрын
❤❤❤ बहुत ही सुन्दर विडियो अपलोड करने के लिए धन्यवाद।
@danialkujur805328 күн бұрын
Nice thanks
@AliceXalxo-qu7ch28 күн бұрын
Congratulations dear brothers n Sisters,youth of Khunti Dio.woderful n beautiful ! Keep up our beautiful culture. May God bless you all.