Пікірлер
@renu9677
@renu9677 9 сағат бұрын
Namaskarm 💐💐
@SaurabhPandey-bt3my
@SaurabhPandey-bt3my 18 сағат бұрын
Jai Mata ki
@vikrambhabda1938
@vikrambhabda1938 Күн бұрын
Ye gaushala kahan hai?
@InderjeetSingh-gc9ng
@InderjeetSingh-gc9ng Күн бұрын
Jai. Mata Di 🙏🙏🙏♥️
@ashokkaushik2230
@ashokkaushik2230 2 күн бұрын
जय श्री राम
@hanmantnarwade9725
@hanmantnarwade9725 3 күн бұрын
एक दीन मे 1500 माला कोई कर सकता है क्या? सिद्ध कूंजिका मंत्र की एक माला करणे के लिये 15 मिनिट लागते हैं. और मैं 10 साल से सिध्द कूंजिका स्तोत्र का कम ज्यादा पाठ करता हुं. हर पाठ को एक मिनिट लगता हैं. 1500 माला मतलब 1500×108=? Minute जरा सोच समझ कर बोलो😂. स्तोत्र मंत्र से बडा हैं. सब झुट फैला रहे हैं. KZbin से देखकर साधना करके कोई माता का साक्षात दर्शन कर सकता है? किया भी तो ऊस व्यक्ती मे कीतना बडा कॉन्फिडन्स होता हैं !
@gauravagarwal1980
@gauravagarwal1980 5 күн бұрын
Jai shree Ram
@gauravagarwal1980
@gauravagarwal1980 5 күн бұрын
Jai shree Ram
@priyankabandekar8059
@priyankabandekar8059 9 күн бұрын
Jai Hanuman
@priyankabandekar8059
@priyankabandekar8059 9 күн бұрын
Jai shree Ram
@RakeshSharma-fu4ev
@RakeshSharma-fu4ev 9 күн бұрын
Jay shree ram
@keshulaldangi-uc1gu
@keshulaldangi-uc1gu 10 күн бұрын
Bahut bahut dhanyabaad
@nrit9205
@nrit9205 12 күн бұрын
एक फर्जी साधु लोगों को ठग कर करोड़ो लुट रहा है धर्म के नाम पर। इसको कपड़े पहनाकर घर भेजो और इनके गुण्डो और हवाला मित्रों को जेल
@sheetaldongare1471
@sheetaldongare1471 13 күн бұрын
Aai
@sandhyasonar1598
@sandhyasonar1598 14 күн бұрын
जय लक्ष्मी माता की जय
@Khushal888
@Khushal888 17 күн бұрын
Ye kahti hai ke jain dharm me kuch aur chal raha hai to kya dikshit hui tab ye nahi chal raha tha ..ab paramparaye jhuti ho gai
@Khushal888
@Khushal888 17 күн бұрын
Bade bade acharyo se gyani ye hai
@ChandrashekharLakhera
@ChandrashekharLakhera 17 күн бұрын
Bishnoi samaj ko mera sat sat naman.
@pardeepsingh2625
@pardeepsingh2625 17 күн бұрын
Aisa kuchh nahin hota hai jo yah bata rahi hai mere ko to bahut jyada maloom hai main pratyek din Sadhna Karti hun
@ratnakarMishra-vm3et
@ratnakarMishra-vm3et 13 күн бұрын
Dekho sabko alag alag hote hain Sadhna Kshetra mein
@pardeepsingh2625
@pardeepsingh2625 17 күн бұрын
Maine kar rakhi hai kudne
@pardeepsingh2625
@pardeepsingh2625 17 күн бұрын
Aisa kuchh nahin hota
@SankarSingh-m6l
@SankarSingh-m6l 19 күн бұрын
जेसाराम डोलिया एक नंबर का झूठा आदमी है
@bharatsinghgurjar8945
@bharatsinghgurjar8945 19 күн бұрын
Jay Shri masaniya Bhairav dham Rajgarh Ajmer
@abhirajartandcrafts8026
@abhirajartandcrafts8026 22 күн бұрын
Thank you sir
@rldaga7399
@rldaga7399 23 күн бұрын
Power politics only. Like lolesh muni. She wants to open her shop
@jainrevolution7865
@jainrevolution7865 24 күн бұрын
Many so called sadhus are totally into money laundering, hawala swindling society funds
@rajendarakumarbagracha6762
@rajendarakumarbagracha6762 24 күн бұрын
Jai matadi
@PoojaSharma-tx1xw
@PoojaSharma-tx1xw 24 күн бұрын
🙏🏻🙏🏻
@HarishSharma-jf4kt
@HarishSharma-jf4kt 27 күн бұрын
Jai baba bheru dham
@ajdigitalsolution9070
@ajdigitalsolution9070 28 күн бұрын
Aaj tak totke or mantra jap say kuch nahi hota Mera to nahi hua aaj tak
@GAUTAMKUMAR-ze4df
@GAUTAMKUMAR-ze4df Ай бұрын
Sorig harbal clinic se alag hai तिब्बती वाला क्लिनिक
@jainrevolution7865
@jainrevolution7865 Ай бұрын
Fake sadhus are now doing only business on the name of sanyam 😮
@somnathnawale7179
@somnathnawale7179 Ай бұрын
🌍🌹❤️🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@shekharvaishnav9999
@shekharvaishnav9999 Ай бұрын
Samaj keval bhagwan Badal sakta hai..Manushya nahi....
@shekharvaishnav9999
@shekharvaishnav9999 Ай бұрын
Aap ek Prerna ho logical logo ke liye.
@manishkumarsoni8416
@manishkumarsoni8416 Ай бұрын
Mara anubhab puraa sahi huaa aap ko parnam jai mata di
@manishkumarsoni8416
@manishkumarsoni8416 Ай бұрын
Pandit ji sab kuch sahi shri sidh kunjika kaa manter sahi hy
@PapparamBhilpiprlee
@PapparamBhilpiprlee Ай бұрын
Guruji aapko koti koti pranam Jay shree Ram Jai Jai shree Ram
@cakalpeshkumar
@cakalpeshkumar Ай бұрын
इस लेडी का कहना हे कि इनको गुरु मिला , उनसे उनका प्रेम हे जो शारीरिक नहीं आत्मिक हे,सब प्रश्नों के जवाब दिए उस गुरु ने इनको ओर फिर उनके साथ कपड़े पहन के निकल गईं! इतना प्रेम आत्मिक था तो जहां थी वही से भी ओ प्रेम रहता ही , साथ में रहने की क्या जरूरत हे! ओ गुरु कहता हे , जब भूख लगे खाओ जब नींद आए तब सो जाओ ! अरे भाई जब जीवन में मजे ही करने हे तो करो, पर उसको भी नकली आध्यात्म के पाखंड से छुपाना हे इनको!
@MehtaHr-lm1ko
@MehtaHr-lm1ko Ай бұрын
Sirs,all bate saf nahi,adhuri v bina sajanshakti ki hai kya han,samajh mein nahi aaya,thanks all.
@PRAMODKUMAR-vb5hh
@PRAMODKUMAR-vb5hh Ай бұрын
Kaafi deeply knowledge
@VISHNUCHAITANYA-o6k
@VISHNUCHAITANYA-o6k Ай бұрын
यह सब पैसे की लड़ाई है ,,पैसेका झगड़ा है ,,,धर्म कर्म,,,ज्ञान मोक्ष की बात नही है ,,,,
@sambodhiparshwanathtirth5882
@sambodhiparshwanathtirth5882 Ай бұрын
साधना के लिए बंधन बाधक है ...
@shivnarayandhakad6843
@shivnarayandhakad6843 Ай бұрын
कोई कोई भी व्यक्ति घबराएं नहीं बाद में सब कुछ ठीक कर देतीमाता रानी मेरे साथ में ऐसा ही हुआ था जो संजय यह बता रहे हैं बाद में सब कुछ ठीकहो गया
@shivnarayandhakad6843
@shivnarayandhakad6843 Ай бұрын
🎉 जो संजय जी बता रहे हैं यह मेरे साथ भी हो चुका है यह घटना है बाद में माता रानी सब कुछ ठीककर देती है
@rajeevjain7922
@rajeevjain7922 Ай бұрын
त्याग ही जिनशाशन् है आपने त्याग किया साधवी बन गायी फिर लागा की कुछ मिला नाहीन तोह पाथ् बदल लिया येही सनातन की खूबसूरती है साधू को मरणे के बड प्रतिष्ठा प्राप्त होती है जीवन तो शरिअर को दुख देणे पर ही शुद्ध आत्मा की प्राप्ती होती है समाज के लॉग कुछ भी समझाईन उनको दिखाने के लिये आप ताप करते हैं क्या, अपनी आत्मा की शुद्धी के लियेकर्ते हैं अगर आप सात्विक विचार राखते हैं और सत्य की खोज करते हैं तोह आप संत हैं. वर्णा तोह फोल्लोव करणे के लिये तोह इस्लाम और इसाई हैं ही. समय और परिस्थिती बदलणे के करण व्योवस्था बदलणी चाहिये जिनशासन क्षत्रियों का धर्म था टाकतवार लॉग के दिल मेन दया जागी वैराग्या उत्पन्न हुआ ,वो साधू हुये लेकिन उन्होने ग्रहस्थ को नियम दिये ये नाहीन कहा की आओ साधू बनो या मेरे बाद मुझे मंदिर बना कर पूजा कारणा लोगों ने मंदिर बनाया राजा ने भी मूर्ती रूप मेन उनको दिखाया धीरे धीरे पूजा और पद्धती बढती गाई काम करोध् मद लोभ मोह छोडने की कोशिश करते राहणी है येही जिन धर्मा है मेरी नजर मेन हम साधू से ज्ञान लेने जाते हैं लेकिन जाईन धर्म मै जो असली ज्ञान है उसकी बाजाय् चमत्कार और भक्ती से होने वाले लाभ की चर्चा है ,ईश्वर दर्शन होगा लेकिन उनके एक कर्म को आपणाओ बाकी खुद ही हो जायेगा काम छोडो सोचो शादी से बहार सोचना नाही क्रोध छोडो,दुश्नमन्न का प्रेम प्राप्त होगा मद छोडो,साब अपने लगेंगे लोभ छोडो किसी का हक् नाहीन मार पाओगे संचाय ना कर पाओगे मोह भी इसकी उन्नत रूप है अपने परिवार से ब्लाइंड प्रेम या अपने द्वारा या अपने द्वारा भी अर्जित संपदा के प्रती अति मोह ना हो येही जाईन धर्म है अगर कोई बुरा माने तोह उनकी मर्जी साधू हर हाल मेन पूज्या है लेकिन साधू को आपकी पूजा नाहीन चाहिये छप्पण भोग भी नाहीन चाहिये सिर्फ भूख मिटाने को जो चाहिये जिस प्रकार से चाहिये वो उनको मिल ही जायेगा,,,
@mahaveerjain-gw5mb
@mahaveerjain-gw5mb Ай бұрын
भगवान महावीर ने ज्ञान दर्शन चारित्र तप से मुक्ति का मार्ग बताया।इस का जिक्र इन्होंने नहीं किया।जैन समाज में आज भी करोड़ों साधु साध्वीय श्रावक श्राविका इस पर चल भी रहे है
@surendravadera2490
@surendravadera2490 Ай бұрын
Sanjay जी सबसे पहले तो जो जैन एकता की बात कहते हैं वो तो दीवा स्वपन हैं केवल नारे के अलावा कुछ नहीं। जब एक सम्प्रदाय में ही अनेक गुरु हैं, चेला चेलियों को प्राप्त करने की होड़ लगी हुई हैं,अनुशासन और मर्यादा को स्थान नहीं है और सभी संप्रदायों के आचार विचार अलग है। जिस प्रकार से मतिरों की भारी नहीं बंध सकती उसी प्रकार यह जैन एकता काल्पनिक हैं। भगवान महावीर के समय भी गौसालक,जमाली आदि अनेकों ने अपना अलग संघ चलाया था। अब बात बेटी तेरापंथ की तो मान्यवर गुरु आमना की बात पूर्ण रूप से झूठी है और संजय जी यदि आप सम्मेलन में सम्मिलित हुए बेटी जमाइयों से रूबरू होकर पोस्ट लिखते तो ही सत्य सामने आता।
@ukchandbafna8930
@ukchandbafna8930 Ай бұрын
@ किशनजी बाफना, आहोर । मैं आपको बताना चाहता हूं कि आचार्य भिक्षु का मानना था कि पुण्य उपार्जन नहीं किया जाए। इसलिए वे दान, दया, अनुकंपा का विरोध करने लगे थे, और इसी मुद्दे पर वे स्थानकवासी समुदाय से अलग हुए और तेरापंथ की स्थापना की । शिथिलाचार कोई मुद्दा ही नहीं था, क्योंकि तब स्थानकवासी साधु साध्वी भी तो तो कठिन क्रिया दृढ़ता से पालन कर ही रहे थे। आज भी स्थानकवासी का लगभग 4500 के साधु साध्वी के विशाल समुदाय में अधिकांश आज भी दृढ़ क्रियावान हैं।
@paruldalal2372
@paruldalal2372 Ай бұрын
કપડી બદલય્ પણ અંતરગ માં સંસાર હોય કોઈ ને કહી ના શકો ખાલી તપ કે ક્રિયા થી મોક્ષ હોય તો હજુ સુધી પરિભ્રમણ ચાલું કેમ છે ,અનંતવાર દિક્ષા લઈ મેરુ શિખ જેટલી મુહપતિ ના ઢગલા કર્યા તો પણ મોક્ષ કેમ નથી થયો સાધુ ના ત્યાગ ને વંદન,પણ સંસાર સારો કેમ કરવો એજ વાત કરે છે બધા સંસાર દિક્ષા માં પણ છે માન્યતાના નામે ઘણી જગ્યાએ શોષણ થાય છે