❤ सदगुरु कबीर धर्मनगर दामाखेड़ा में देवी शोभा यात्रा किस तरह की निकलती है विजयदशमी वाले दिन की🎉😊
@ArvindDas-c2w23 күн бұрын
आ
@netramsahu178423 күн бұрын
सप्रेम साहेब बदगी साहेब,,,
@samhardasmahant23 күн бұрын
सादर सप्रेम साहेब बंदगी साहेब 🌹💐🌹🙏
@AradhanaPatel-ux4yo23 күн бұрын
सप्रेम साहेब बंदगी साहेब जी 🌹🌹🌹🙏🙏🙏
@AradhanaPatel-ux4yo23 күн бұрын
सप्रेम साहेब बंदगी साहेब जी 🌹🌹🌹🙏🙏🙏
@lakhabhaithakor932823 күн бұрын
सप्रेम साहेब बंदगी साहेब
@cgt-time800523 күн бұрын
सप्रेम साहेब बंदगी साहेब
@rameshjidabhi-nz4se23 күн бұрын
Shaheb bandagi shaheb
@anjalianjalisahu778525 күн бұрын
Saheb Bandagi Saheb
@manojsahu735028 күн бұрын
सप्रेम साहेब बंदगी साहेब
@badrilalmember8932 ай бұрын
सप्रेम साहैब बदंगी साहैब जी
@DevendraSahu-w7f3 ай бұрын
Amdi jhhaki❤❤❤
@PritiAdil-ut6ez3 ай бұрын
साहेब बन्दगी साहेब
@salikramsoni45604 ай бұрын
।।जय श्री सच्चिदानंद परमेश्वराय नमो नमः।।::-पद्य पाठ::-सतगुरु परमात्मा के सतलोक की जीवित निज अनुभूति::-हमहीं जाना पहचाना सतलोक की अनुभूति सुखारा जी। जहाँ होय रहा अखंड सारशब्द धुर धुन जाग्रत झंकारा जी-बिरला जानेगा, सतगुरु शब्द उजियारा जी।।00।।धरनीं नाहीं आकाश भी नाहीं, नाहीं पांच तत्व तीन गुणों की रचना जी। चंदा नाहीं सूरज नाहीं, नाहीं नौ लख तारा जी। मंदिर नाहीं मस्जिद नाहीं, नाहीं गिरजाघर नाहीं गुरुद्वारा जी। गंगा नाहीं जमुना नाहीं, नाहीं सरस्वती त्रिवेणी धारा जी।।01।।इडा नाहीं पिंगला नाहीं, नाहीं सुषुम्ना नाड़ी जी। अंड भी नाहीं पिण्ड भी नाहीं, नाहीं ब्रम्हाण्डी कारा जी। त्रिकूटि में नाहीं भंवर गुफा में नाहीं, ब्रम्हरंद्र में नाहीं जी। साकार में नाहीं निराकार में नाहीं, नाहीं वहाँ ओमकारा जी।।02।।ब्रम्हा विष्णु महेश संग नाहीं, वह तो तीन लोक चौदह भुवनों से न्यारा जी। सत रज तम के गुणों में नाहीं, बावन अक्षर से न्यारा जी। तैंतीस कोटि और सकल देवी देवतों के पारा, अधर दीप उजियारा जी। कहत कबीर जी सुनो भाई साँई अरुण जी महाराज । अधर दीप को पावेगा विरला कोई हंसा, जो विदेही शब्द गुरु को होगा प्यारा जी।।03।।संत कबीर साहेब के और गुरुनानक देव जी के अनुसार भी मिलती-जुलती गुरुवाणी भी ऐसा ही कुछ बतलाती हैं:-जैसे:-हम वासी उस देश के, जहाँ आदि अंत का खेल। उजियारा वहाँ हर दम रहे, बिन बाती बिन तेल।।04।।होय रहा सारशबद झंकारा--।।00।।