जय जिनेंद्र,मै आपके कार्य की प्रशंसा ,अनुमोदना करता हू। इसी तरह आप कार्य करते रहे, जैन धर्म की प्रभावना करती रहे। आपका और हम सबका मोक्ष मार्ग प्रशस्त हो।
@NehaBhajan20 күн бұрын
jay jinendra !
@SurenderSharma-be4un21 күн бұрын
Mam Hindi me arth kya he sb mantro ka btay pl
@NehaBhajan20 күн бұрын
me kosis karungi
@balbhadradotiya80014 күн бұрын
Nice. Ridhi. Pata🙏🙏🙏
@sureshjain59522 күн бұрын
Jai.parsnatn
@NehaBhajan20 күн бұрын
jay parasnath !
@ankurjain694423 күн бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@NehaBhajan20 күн бұрын
🙏🙏🙏
@tocha64823 күн бұрын
जय जिनेंद्र, स्पष्ट उच्चारण. बहोत बहोत धन्यवाद, बहोत बहोत साधुवाद. आप आपके परीवारपर जिनेंद्र भगवानकी कृपा हमेशा बनी रहे, आपका और हम सबका मोक्ष मार्ग प्रशस्त हो।
@NehaBhajan20 күн бұрын
thank you
@gunjanjain190424 күн бұрын
🙏🙏🙏
@NehaBhajan20 күн бұрын
🙏🙏🙏
@SurenderSharma-be4un25 күн бұрын
Inko roj sunne se kya hota he pl btay
@NehaBhajan24 күн бұрын
मंत्रों के बारे में कुछ और बातें: मंत्र जाप करने से मन की ध्यानपूर्ण स्थिति में प्रवेश होता है और ध्यान और एकाग्रता में सुधार होता है. मंत्र जाप से तनाव कम होता है, स्मृति और संज्ञानात्मक कार्य बेहतर होता है. मंत्र जाप से सकारात्मक दृष्टिकोण बढ़ता है. मंत्र जाप से आध्यात्मिक संबंध विकसित होता है और ईश्वर के साथ एकता की भावना मज़बूत होती है. मंत्र जप एक तरह का ध्यान है. मंत्र जप से कंपन बढ़ता है, जिससे शरीर और मन के भीतर ऊर्जा बढ़ती है. मंत्र जप से उपचार, शांति, सुकून, और स्थिरता मिलती है. कहा जाता है कि सुबह के समय 64 ऋद्धि धारक महा मुनीराजों की मंत्र अराधना करने से सभी संकट, रोग, शोक, व्याधि, संकट का नाश होता है.