🔵 *"कहीं हम भूल ना जाये"* 🔵 🔹 *17 सितंबर,1879 को मद्रास प्रांत के इरोड में (आज के तमिलनाडु का इरोड जिल्हा) उनका जन्म एक धनी व्यापारी परिवार में हुआ।* 🔹 सन 1889 में, 10 वर्ष की आयु में उन्होंने शिक्षा छोड दी। 🔹 सन 1902 में अंतर्जातीय और अंतर्धर्मीय रोटी-बेटी व्यवहार को बढा़वा देने हेतु पहल की। 🔹सन 1904 में सन्यासी बन इरोड शहर छोड़ा। कलकत्ता, बनारस इत्यादी जगह भटकने/घुमने के बाद उनके ध्यान में आया की, इस तरह से जिवन का अर्थ नहीं मिलने वाला। 🔹 सन 1907 में प्लेग जैसी जानलेवा महामारी का इरोड में फैलाव होने पर जहां सर्वसाधारण व्यक्ती रोगीयों के नजदिक जाने से भी डरते थे, वहां पेरियार रामस्वामी ने रोगीयों की मदत हेतू खुद को पुरी तरह समर्पित कर दिया। इसी समय वे कॉग्रेस की और भी आकर्षित हुए। 🔹 सन 1917 में इरोड नगरपालिका में नगराध्यक्ष के रूप में नियुक्त, 'अॉनररी मॅजिस्ट्रेट' करके नियुक्तती। यह पद पर 19 वर्ष तक आसिन रहें। 🔹 सन 1921 में ताड़ी दुकानें बंद करने के लिए आंदोलन किया। इस आंदोलन में उनकी पत्नी नागाम्मल और बहन एस.आर.कन्नमल भी शामिल हुई। 🔹 1924 मे केरल राज्य के वायकोम मे श्री नारायण गुरू द्वारा शुरू किये गये सत्याग्रह ( जो कि अछुतो को मंदिर परिसर से चलने की मनाही के विरूद्ध था) शामिल हुये। इस आंदोलन के दौरान उन्हे २ बार जेल भी जाना पडा। अंत मे यह आंदोलन कामयाब हुआ और इझावा इस अछुत जाती के साथ वह रास्ता सब के लिये खुला किया गया। तबसे पेरियार को वायकोम हिरो भी कहा जाने लगा। 🔹 *स्वाभिमान/आत्मसम्मान की मुव्हमेंट (Self-Respect Movement ) चलायी जिसके माध्यम से धर्म और जाती के नाम से दबाये गये लोगों के दिल और दिमग मे स्वाभिमान को जगाकर उन्हें संघर्ष के लिए तैयार किया और गुलामी की जडों पर तिखे प्रहार किये।* 🔹 उस दौर की अकेले जातीवादी पार्टी कॉग्रेस को सन 1925 मे तामिलनाडु से उखाड फेकने की कसम खाई और उसे बाद के दिनो मे पुरा भी किया। 🔹 सन 1925 में ही इरोड से 'कुडी आरसू' साप्ताहीक का प्रकाशन शुरू किया। इसी साप्ताहिक के माध्यम से गैर-ब्राह्मणों को ईश्वर, धर्म, जाती, धर्मशास्त्र इन विषयों पर पुनर्विचार करने की नई चेतना निर्माण की। 🔹 सन 1927 में सायमन कमीशन का भव्य स्वागत करने की घोषणा की। गांधी द्वारा "Go Back Simon" की बात पुरे जोरों पर चल रही थी, ऐसे में सायमन कमीशन के स्वागत की बात करने वाले वे दुसरे शक्स थे, पहले थे, बाबासाहेब डॉ. बी.आर. आंबेडकर। 🔹 सन 1928 में 'Revolt' इस अंग्रेजी पत्रिका का आरंभ किया। 🔹 *पेरियार ने पाखंडवाद के खिलाफ तर्कवादी मुव्हमेंट को बहुत तिव्रता के साथ चलाया। साथ हि उन्होंने जातीवादी विषमता के खिलाफ भी तिव्र आंदोलन चलाये।* 🔹 13-12-1931 में युरोपीयन राष्ट्रो के दौरे पर प्रस्थान। दक्षिण अफ्रीका, इजिप्त, ग्रीस, तुर्क, सोविएत रशिया, इंग्लंड, वालेसु, जर्मनी, स्पेन, पोर्तुगाल, फ्रान्स, इटली, श्रीलंका इन देशों का दौरा किया। 🔹 सन 1939 में जस्टीस पार्टी के अध्यक्ष बने। सन 1944 में जस्टीस पार्टी का नाम बदल कर ड्रविडा कझन्गम (Dravidar Kazhagam) रखा। कुछ वर्ष पश्चात C. N. Annadurai ने अलग होकर Dravida Munnetra Kazhagam (DMK) बनायी। 🔹 सन 1940 मे बाबासाहब से बंबई मे मुलाकात की। *सन 1954 मे मलेशिया और बर्मा गये जागतिक बौद्ध परिषद मे भी शामिल हुये। बर्मा मे परिषद के दौरान बाबासाहब से भी मुलाकात ली।* 🔹 11-5-1946 को मदुराई में "Black Shirt Conference" काफी प्रचलित हुआ और चर्चा का विषय बना रहा। 🔹 *सन 1970 मे Rationalist Forum इस नाम से नये सामाजिक संघटन की शुरूवात की और Modern Rationalist नाम से मासिक पत्रिका भी शुरू की।* 🔹 पेरियार ने अपनि जिंदगी मे परिवर्तन की इस लडाई मे और भी कई क्रांतीकारी कार्य किये। 🔹 24 डिसेंबर, 1973 को उम्र के 94 वे वर्ष में उनका परिनिर्वाण हुआ। ऐसे इस महापुरूष को उनकी 145 वी जयंती के उपलक्ष पर कोटि-कोटि नमन एवं देश दुनियाँ वासियों को फिर एक बार उनकी जयंती की हार्दिक बधाईया ! 💐🎂💐डॉक्टर अवधेश पाल
@harshbagde138125 минут бұрын
SJ सर इन टुन्नoo को बराबर ragdtee है 😅😅😅
@harshbagde138127 минут бұрын
बिना सबूत के tunniyo debate मत करो, कितनी बेइज्जती कराते हो खुद की, फिर भी बकवास करने आ जाते हो 😂😂😂😂😂
@SanjayKumar-w5w3h59 минут бұрын
सनातनी मत बोलो यह बुद्ध का धम्म है
@user-jb5ty1qp5fСағат бұрын
Ye sab manghadan kahaniya hai.Rama swami ke ramayan per bharosa kaise kare. Ayese vikrut dimakh ke log duniyame bahot honge.Hindu dharma ki burai karaneki puri ajadi bharat me logonko mily hue hai Kyo ki sar tan se Juda wali soch hindu dharam me nahi hai.
@SantoshKumar-je8nkСағат бұрын
जय भीम जय संविधान जय विज्ञान जय भारत जय किसान जय जवान जय भारत
@RohtashKumar-kg1rtСағат бұрын
Jai bheem. Jai savidhan sj sir ji
@rameshprasadmandal11972 сағат бұрын
साइंस जर्नी जनता को जागरूक करने के लिए बहुत ही सराहनीय कार्य कर रहे हैं। जनता साइंस जर्नी का ऋणी रहेगा। साइंस जर्नी इसी तरह सतत् जागरुकता अभियान चलाते रहें, हमारी शुभकामनाएं है ।
@gps21452 сағат бұрын
Great
@moniquddus57852 сағат бұрын
Prrabhun aatri ka tetri nikal gaya
@moniquddus57852 сағат бұрын
British ke time yeh log rocket 🚀 ke pichey gober ghussa raha tha chala ne ke liye
@anilkhaire72392 сағат бұрын
Puri Desh ki Sampatti Lut neke Bawjud Bhi Inka Muh Mujjor Hain Thodisi Bhi Sharm Nahi Aati murkh Kahike Jai Bhim Jai Savidhan
@DkGauravArt2 сағат бұрын
Jay Bhim Jay Bhart
@moniquddus57852 сағат бұрын
18 se 25 saal ka tunni log ka bahot chul uth ta hhai goti khel ne ke liye
@kakasembhi2 сағат бұрын
Ek to sj sir uper se Amit Tiwari kya hal hoga iska rat ko badbda ke uthega
@jobesoyjobesoy40063 сағат бұрын
Gajab
@abbqamar3 сағат бұрын
Yey, bhakt education from whatsap univ. inka base hai. Bhakt university bahut bada propaganda machine hai.
@munshibaskey72393 сағат бұрын
Sj sir jhut ko confidence ke sath defense karne ka sahas in logo ko kaha se ata hai?
@jpazad19623 сағат бұрын
संकीर्ण दूषित जातिवादी नफरती मानसिकता को धार्मिक ग्रन्थों के हिन्दी अनुवाद की सच्चाई को हज़म नहीं कर पा रहे हैं। ब्राह्मणवादी विचारधारा को यह मालूम नहीं था कि आने वाले भविष्य में बहुजन समाज शिक्षित होकर सभी धार्मिक ग्रन्थों के संस्कृत अनुवाद को पढ़ेगा और सच्चाई को देश की जनता के सम्मुख रखेगा।आज वही सच्चाई देश की जनता के सम्मुख आ रहीं हैं। नकारात्मक विचार धारा बहुजन महापुरुषों के ग्रन्थों को अच्छी तरह से नहीं समझ पा रहे हैं सिर्फ नफरती विचार के साथ डिफेंस करने के लिए आ रहे हैं। साइंस जर्नी की पूरी टीम को बहुत बहुत बधाई एवं साधुवाद।। जय भीम नमो बुद्धाय।।
@SuryadeoRishiasan3 сағат бұрын
Atri aap ka sab ke sab milavati hai .
@mirakhadka24963 сағат бұрын
🙏🏻😀🇳🇵
@SudeshBirhade3 сағат бұрын
Jay Bhim namo buddhay sir
@vijaykumarsharma_38504 сағат бұрын
यह गपोली आए हैं साइंस जर्नी को अंधभक्ति के हिसाब से रिसर्च करने, जय मानवता जय विज्ञान जय संविधान 👏
@vidyamgk4004 сағат бұрын
Namo buddhaya jai bhim 🙏🙏🙏
@sanjitdvrma49514 сағат бұрын
❤
@sanjitdvrma49514 сағат бұрын
🙏♥️
@jaharsaisidar47074 сағат бұрын
जय भीम जय संविधान 🙏🙏💐💐 नमो बुद्धाय सादर जोहार 🙏🙏💐💐
@KuldeepMahavar-i7k4 сағат бұрын
जय भीम नमो बुद्धाय धम्म प्रभात 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
@CrimeMasterGoGo3584 сағат бұрын
Jai Bhim 💐 Jai Bharat 💐 Jai Savidhan
@Vinusahu64164 сағат бұрын
जय भीम नमो बुद्धाय जय पेरियार जय संविधान
@arunkumarsingh42665 сағат бұрын
जयमुलनिवासी सर
@arunkumarsingh42665 сағат бұрын
जयमुलनिवासी सर
@arunkumarsingh42665 сағат бұрын
जयमुलनिवासी सर
@pandurangmanwar70375 сағат бұрын
Dhayvad. Sir
@chandramanipatil45335 сағат бұрын
Jay bhim namo buddhay sir ji 🙏🙏🙏🙏🙏
@NarendraPartap-ul1pn5 сағат бұрын
Bahut bahut dhanyawad sar ji 🎉🎉❤❤
@tirithramdhruve88075 сағат бұрын
आदिवासी का अर्थ होता है आदिकाल से याने सृष्टी से रहने वाले तो ब़म्हण ,क्षत्रीय ,वैश्य अपने आप को आदिवासी क्यों नहीं लिखते
@sagarkawachi14095 сағат бұрын
❤❤ जय भीम जय सेवा जय मूलनिवासी जय संविधान जय गोंडवाना जय भारत ❤❤❤❤❤ ये पागल है sir जी पागल के साथ ही साथ बेवकूफ भी है ❤
@user-jc5ih6fe8w6 сағат бұрын
बहुत सुंदर विष्लेषण किया गया है बहुत बहुत धन्यवाद अमित तिवारी सर और साइंस जर्नी सर ❤️🌹❤️🙏
SJ sir Amit sir Jai Bhim Namo buddhay जिस प्रकार सांप अपना बिल नहीं बनाता है चुहे की बिल में चुहे को मारकर खा जाता है अपना आशियाना बना लेता वैसे ही अंधभक्त ब्राह्मण बौद्धो को मरवाकर बौद्ध मंदिरो पर अपना कब्जा किया हुआ है बौद्ध धर्म का कॉन्सेप्ट चुराकर काल्पनिक देवी देवता बनाकर अपना दावा करता है
@SantoshKumar-kv5ce7 сағат бұрын
Saari duniya me buddh hi Satya hai baki sub kalpanic hai namo buddhay Jai bhim Jai samvidhan Jai vigyan Jai bharat Jai mulnivasi 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏
@SantoshKumar-kv5ce7 сағат бұрын
Dear science journey sir ji aur Amit Tiwari sir ji aap ko dil se Abhaar 🙏 🙏
@ashwinsikligar7 сағат бұрын
Like button Kam nahi kar raha.
@shyamdasmohle43197 сағат бұрын
गपोड़ी लोग मुँह से गपोड़ दिया और उसको मानलो
@StoneBoy-u1t7 сағат бұрын
सर टुन्नी लोग काल्पनिक नाम गढ़ने में भी बहुत धूर्त होते है