नमस्ते् गुरू जी 🙏🏻 यदि दशम भाव में मंगल और शुक्र हों तो क्या फल होता है? कृप्या स्पष्ट करें। धन्यवाद 🙏🏻💐
@JyotishShastra354 күн бұрын
यदि गुरु दृष्ट है, तो निश्चय योग उत्पन्न होगी । केवल मंगल शुक्र युति सम्पूर्ण शुभफलप्रद नहीं होगी । तथापि कुलदीपक, अमला योग उत्पन्न से शुभ फल प्राप्ति होगी ।
@suneeta28977 күн бұрын
नमो नमः 🙏💐🙏 धन्यवादः🙏
@shrikantsharma70628 күн бұрын
बहुत अच्छा स्पष्टीकरण 🙏🏻
@DwarkaprasadSaini-pe9cb8 күн бұрын
❤
@shrikantsharma70629 күн бұрын
बहुत सुंदर स्पष्टीकरण।
@shrikantsharma70629 күн бұрын
बहुत सुंदर स्पष्टीकरण।
@Ok_Fact_10812 күн бұрын
अस्माकं शास्त्रानुसारेण व्योमयात्रा संभवं या न: भवत: मत : क: ?
@debendranathnayak264013 күн бұрын
Description is very nice ❤❤❤❤
@SushreepriyadarshiniDash-d4f14 күн бұрын
Ativa sobhanam
@ASTROLOGERSAPNA15 күн бұрын
Knowledgeable 🎉🎉
@SushreepriyadarshiniDash-d4f18 күн бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@Itubhaina18 күн бұрын
🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽
@rajeshastrologermahapatra447018 күн бұрын
Mere kundali me budha sukra guru yukta he
@FreefireliveChandubhaigaming19 күн бұрын
Water tank konsa side mein rehna chahiye?
@astrobabitapandit19 күн бұрын
उत्तम कौन सा मंत्र करे कृपा कर मंत्र बताइएगा
@ASTROLOGERSAPNA20 күн бұрын
V nice sir🎉🎉🎉
@Itubhaina20 күн бұрын
🙏🏽
@FreefireliveChandubhaigaming21 күн бұрын
Hari ommm
@shrikantsharma706221 күн бұрын
बहुत अच्छा गुरू जी 🙏🏻
@debendramohapatra621221 күн бұрын
Sir ନମସ୍କାର ଅତି ଦରକାରୀ ବିଷୟ
@parvatipandey142622 күн бұрын
🙏🙏🙏
@dharamniti965723 күн бұрын
Pranam gurudev... rajaram Choubey Bhopal campus
@sachinkothyari369824 күн бұрын
गुरु जी सादर प्रणाम 🙏 गुरु जी क्या धनेश और षष्ठेश के संबंध (युति) से भी ऋण की स्थिति बनती है ? क्योंकि भावात-भावम के नियम से तो नहीं बन रही ये स्थिति। एकादशेश नाही द्वितीय भाव से संबंध बना रहा है और नाही द्वितीयेश से
@JyotishShastra3524 күн бұрын
@@sachinkothyari3698 षष्ठ भाव से ऋण विचार किया जाता है। षष्ठ भाव से षष्ठ जो कि एकादश भाव है वह भी ऋण का ऋण होने के कारण दोनों के स्वामी द्वितीय वा द्वितीयेश से सम्बन्ध रखने से ऋण योग उत्पन्न हो जाती है।