Пікірлер
@ShailaKulkarni-rt8sd
@ShailaKulkarni-rt8sd 2 күн бұрын
महान गायक.. 🙏🙏
@gajanan_article
@gajanan_article 3 күн бұрын
चंद्र सूर्य जोवरी भीमसेन नाम गजें तोवरी अंबरी कोटी कोटी प्रणाम
@anilsatardekar5390
@anilsatardekar5390 4 күн бұрын
Treat to our soul😊👍🏼❤️💐
@anilsatardekar5390
@anilsatardekar5390 4 күн бұрын
Shat Shat naman Pandit ji na🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼💐💐💐💐❤️❤️❤️❤️👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼
@anilsatardekar5390
@anilsatardekar5390 4 күн бұрын
Utkrishth Gayaki 💐🙏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼
@anilsatardekar5390
@anilsatardekar5390 4 күн бұрын
Parambhagya,🙏🏼🙏🏼💐💐👍🏼😊🇮🇳
@ashoksanap2309
@ashoksanap2309 9 күн бұрын
आपण फार भाग्यशाली आहोत की हे आपल्यासाठी सोण्यापेक्ष्या मौल्यवान ठेवा ठेवून गेले
@parimalpatil1212
@parimalpatil1212 10 күн бұрын
लागली समाधी ........ इंद्रायनी काठी लागली समाधी.......
@rameshwardhoble278
@rameshwardhoble278 10 күн бұрын
Sadhna Ani Shakti ahe avajat
@SaffronMaharashtra
@SaffronMaharashtra 11 күн бұрын
2025 में कोण सुन रहा है
@shrinand775
@shrinand775 16 күн бұрын
mi 2024 ❤ 26 October 2024 kasara Mumbai local train listing ❤❤❤❤❤❤🎉 super....20:37
@janardandesai3801
@janardandesai3801 16 күн бұрын
👏👏👏नमन.❤️
@sudhakarshetty7810
@sudhakarshetty7810 17 күн бұрын
Karnatakaas Great legend.
@janakdhok658
@janakdhok658 17 күн бұрын
अटलबिहारी वाजपेयी जैसे राजनेता औंर पं. भीमसेन जोशी जैसा शास्त्रीय संगीत गायक अब नही होना है. दोनो को शतशः प्रणाम.
@ymmusical773
@ymmusical773 18 күн бұрын
Tumi gani kadhi aikat ahet ...nobody gives a fuck Gan aika
@sudhakarshetty7810
@sudhakarshetty7810 21 күн бұрын
Bhimsena Joshi more than Bhalabheema.voice of him universal.
@somshekar6694
@somshekar6694 23 күн бұрын
2024
@pradeepwagalgave7566
@pradeepwagalgave7566 24 күн бұрын
Great
@vasantalur7444
@vasantalur7444 24 күн бұрын
😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊
@sachinwaychal4626
@sachinwaychal4626 25 күн бұрын
@chaturakondmangle8002
@chaturakondmangle8002 27 күн бұрын
Chatura gharni
@vittalkakade3565
@vittalkakade3565 29 күн бұрын
A great energy and a performing art par excellence. But we are nothing to his talent. Just we can feel, we are lucky to listen such a wonderful bhajan. Thank God
@aviramvijh
@aviramvijh Ай бұрын
What a class act he was.
@nikchiu8771
@nikchiu8771 Ай бұрын
Legend❤️
@umakanthrao426
@umakanthrao426 Ай бұрын
Evergreen great orater speeker poet philosoper a man of true politician इन की यह भाषण आज बी इतानी ताजगी हे भारत वर्ष संगीत का गुंज से आनंदित होजता है 🙏
@yamunasharma2985
@yamunasharma2985 Ай бұрын
Bharat Mata ke Mahan saput Joshi or Atal ❤❤❤ Pride of India
@pramodkudalkar5758
@pramodkudalkar5758 Ай бұрын
Apratim atalji
@madhukarshinde8700
@madhukarshinde8700 Ай бұрын
लाख लाख प्रणाम ❤
@anandraopatil2223
@anandraopatil2223 Ай бұрын
_ज्यांचा पिंड ओरिजनल पारमार्थिक आहे,जे सात्विक मनोवृत्तीचे आहेत,ते २०२४ च काय ? सूर्यचंद्र जोपर्यंत आहेत तो पर्यंत ऐकतील._
@devenvaija09
@devenvaija09 Ай бұрын
Bharat rains
@kiranshelar5501
@kiranshelar5501 Ай бұрын
खूप वेळा ऐकूनही मन भरत नाही
@yogisurajnathgurubudhnathj8457
@yogisurajnathgurubudhnathj8457 Ай бұрын
इंद्रायणी काठी चा ज्ञानेश्वर? देखे - ज्ञानेश्वर की काली असलियत ~~~~~~~~~~~~~~~ संत ज्ञानेश्वर का इतिहास महाराष्ट्र में आम लोगों के जबान में व लोक साहित्य में गतिमान है; और अध्यात्म सहित उनके जीवन की असलियत इसमें स्पष्ट है। ज्ञानेश्वर यह संत होते हुए भी खुद एक किताबी जीव (a bookish) थे, वैदिक, ब्राह्मणवाद में आसक्त थे। उनके पिता भी उसी परंपरा में आसक्त थे। इसी परंपरासक्तता के कारण वह सब दर दर ठोकरें खाते रहे, निवृत्ति, ज्ञानेश्वर, सोपान की ब्राह्मण मान्यता के लिए उलझते रहे, क्योंकि उन्हें तथाकथित रूप से शुद्र होने का डर था। दुसरे शब्दों में सीधे कहे कि, उनमें मानुस बनने की धमक वा सत संवेग नहीं था। इसमें ही पिता विट्ठलपंत ने मुर्खता करते हुए, अपनी पत्नी (चार बच्चों की माँ) को साथ लेकर, तथाकथित प्रायश्चित के नाम पर नदी में डूबकर आत्महत्या कियी। और आगे थोड़े अलग तरह से, मगर उसी परंपरासक्तता में ज्ञानेश्वर ने धरम के नाम पर अपना गीता, भक्ति-मुक्ति, वेद-वेदांत, अहं ब्रह्मा वा शिवोहम् का self styled mission पुरा करने पर, समाधि में खुद को जिंदा समा कर (22 साल की) कम उम्र में आत्महत्या ही कियी। इस सारे क्रम में वह जीवन की मौलिक खोज में नहीं, बल्कि वैदिक/ब्राह्मणवादी मान्यताओं के लिए फंसे रहे व उसी में खप गये। गीता पर उन्होंने काम कर ज्ञानेश्वरी लिखी। पर देखे कि, जो विचार पैदाइश रास्ते बताये, हिंसा, हत्या, युद्ध का समर्थन करे, वर्णाश्रमवाद, उच-निचता, पाप-पुण्य योनी आदि मानव समाज के प्रति गुनहगार मानसिकता लिए बुद्धिभ्रम करनेवाली किताबी वैदिक परंपरा की बातें करे, क्या ये गीता धार्मिक ग्रंथ हो सकता है? काॅमन सेंस की बात है कि, नहीं। किसी को काफी तकलीफ़ हुई है तो उस बाबत सहानुभूति समझ की बात है; पर उनकी धर्मांधता में बह जाना नासमझी है, अग्यान अर दुख है। ज्ञानेश्वर यह महान संत नामदेव के साथ उत्तर भारत की यात्रा पर गए ऐसी बतावन भी है। मगर सिख धरम ग्रंथ में इस ज्ञानेश्वर का कुछ भी नहीं; संत नामदेव के 60 से ज्यादा अभंग है ग्रंथ साहिब में। इससे भी कुछ बात समझे? महाराष्ट्र का वारकरी पंथ "नामदेवे रचिला पाया, तुका झालासे कलस।" ऐसे है। और वारकरी पंथ में ज्ञानेश्वर एक परजीवी की तरह है, जिन्हें कुछ तत्व जानबूझकर उठाते रहते है। मेंढ़क भी गर्मियों में कई महीनों के लिए बिल के अंदर कुछ भी ना खाते पीते कुदरतन समाधि लिए बैठता है, मरणे के लिए नहीं। यही बात आदमी चेतनता से (consciously) थोड़े समय के लिए साधे बडी बात होती है। उसी ज्ञानेश्वर ने अपनी परंपरा के खातिर अपने कल्पना विलास से "आदिनाथ गुरू सकळ सिद्धांचा, मत्स्येंद्र तयांचा मुख्य शिष्य..." ऐसा मनगढ़ंत तथाकथित अभंग रचकर गोरखनाथ के नाथ/सिद्ध पंथ को मॅनेज करने की चालाकी भी कियी। खुली आंख से देखने वाले के लिए सत्य सूरज की रोशनी की तरह खुला होता है। गोरखनाथ साफ कहते है : गुदड़ी जुग जुग तै आयी, गुदडी सिध साधिका चलाई। गुदडी में अतीत का बासा, भणत गोरखनाथ मच्छिंद्र का दासा।।" - गोरख, #197. साफ है कि, अस्तित्व प्रवाह में कोई आदि वा अंतिम नाथ/गुरू/योगी नहीं होता, जिसे समझना काॅमन सेंस की बात है। जिद्दू इस बात को और साफ शब्दों में कहतू है कि, दुनियाभर के जादातर संत, जो किताबी धरमनाम परंपराओं की छाया में संत बनते है, दुर्दैव से, संत होते हुए भी कमोबेश मनोरुग्ण रहते है । गोरखनाथ हमारी काॅमन सेंस को आगाह करते हुए कहते हैं कि, "कछु मगज भीतरी ख्याल रे।" "Dear, isn't there some sense in your brain!" अलख संग्यान सूं (with freedom from the known by knowing it's place and limit) बोधि धम जन जन जाने जीये। - योगी सूरजनाथ।🌿
@adhikchavan-hm8mk
@adhikchavan-hm8mk Ай бұрын
पं भिमसेन जोशी यांच्या सारखे थोर गायक आपणास लाभले आपणास परमेश्वराने दिलेलं अनमोल असं रत्न होते
@NirmelChavan
@NirmelChavan Ай бұрын
Atalalgi the great leder of india
@chandrakantkharabe-xk9mu
@chandrakantkharabe-xk9mu Ай бұрын
मी स्वतः अभंग ऐकले आहे नागपूर येथे धरमपेठ महाविद्यालयात आले होते.
@shivamgondhale25
@shivamgondhale25 Ай бұрын
Imagine him singing him in his prime..😇
@amaleprakash
@amaleprakash Ай бұрын
We also belongs from karnataka
@ankushhandore6683
@ankushhandore6683 Ай бұрын
Me
@vinodmore8759
@vinodmore8759 2 ай бұрын
एवढ्या वयात स्वर कुठंच bharakatala नाही
@gopalakrishnannairt.g
@gopalakrishnannairt.g 2 ай бұрын
🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏
@ashokwagh2958
@ashokwagh2958 2 ай бұрын
अप्रतिम खूप छान
@uddhavbhaiwal
@uddhavbhaiwal 2 ай бұрын
बहुत बढ़िया।
@sunitaahire2317
@sunitaahire2317 2 ай бұрын
👏👏👏🌺
@omkarkalgunde1825
@omkarkalgunde1825 2 ай бұрын
@KostasDinos
@KostasDinos 2 ай бұрын
Best ever,🙏
@dattupatade2945
@dattupatade2945 2 ай бұрын
रामकृष्ण हरि👃🌷
@KirtiBhatt-i1t
@KirtiBhatt-i1t 2 ай бұрын
❤सुप्रभात3.9.2024मंगलवार,भाद्रपद शुक्लपक्ष प्रतिपदा पूजा पर्व में,हमारे सर्वविश्व पूज्यमहान,महासुरक्षक,महासुखसमृद्धि व महाविकासवर्धक,महाभगवान श्री गौरा महेश्वर भगवानों के विवाहोत्सव,सर्वविश्व पूज्यमहान, महारसिक❤जयभगवान उत्तराखंडराज्य के, अतिमनोरम पर अतिकठिन,,मैंदानी,पर्वतीय, हिमालयी क्षेत्रोंके,सभी अतिजरुरी अतिआसान व महाविकासवर्धक महामददगार होते रहने वाले❤हमारे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम कालों के महापूर्वों से।महाखुदही महायुगों युगों के। महाआराम,रोजगार,विकास,महालाभ, महाआपदानाशक वर्धक,महापूर्ण महास्थायी महावैज्ञानिक महाविकासवर्धक महामददगार होते रहने वाले।सर्वदैविक,प्राकृतिक,भौगोलिक मानवीय,महावैज्ञानिक महाविकासवर्धक। महाशुभ आशीर्वाद,वरदान,उपकार,उपहार हैं। भारतसरकार उत्तराखंडराज्य सरकार। आजबनाओ सदासजाओ❤1..जयभगवान मानसखंड कुमाऊँ देवराष्ट्रराज्य केदारखंड गढ़वाल नाथराष्ट्रराज्य पिथौरागढ़ जयप्रभुराष्ट्र राज्य या सोरराष्ट्रराज्य,महाअमृतवर्धक पिथौरागढ़SO,USSबांध,श्रीऊँ उमा शिव शंकर बांध,पंचेश्वर बांध,हल्द्वानी जमरानीबांध, देहरादून सोंगबांध आदि।अतिजरुरी अनेकों रास्ते,रस्सागाड़ियां,गरारियां,ट्रालियां,रोपवेज, ड्रोन,सटलटैक्सीज,झूलापुल,पुल, रोडरेल हवाई सेवाओं आदि को सदा से ही सबसे पहले तंतही बनाने सजाने की,सर्वदलीय महासहर्ष आजाद भारतीय राष्ट्रीय संवैधानिक स्वीकृतियां देने ही देने के, सर्वविश्व पूज्यमहान महादैविक महासाक्षात आशीर्वाद व सिद्धियाँ बढ़ाते रहने वाले❤आठूं लोकसांस्कृतिक पूजाभक्ति ठुल व नांनखेल पूजा पर्वों आदि की,महासाक्षात महादैविक महाआशीर्वादों को,तंतही महासाकार करने ही करने के,सर्वविश्व पूज्यमहान महादैविक,भगवान,भारतरत्न,पूर्व PMपंडित,स्व.श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी और भारतीय संगीत सुर संसार के,सर्वविश्व पूज्यमहान गीतकार,पंडित भीमसेन जोशी जी आदि की,महासमर्थित व महासफलतम सफलताओं को,और भी खूब अधिकाधिक बढ़ाते ही बढ़ाते रहने की, खूब अपार बढ़ते रहने युक्त,महाजनखुशियों को बढ़ाते ही बढ़ाते रहने के,महाजनसहयोगों को बढ़ाते रहने के, सतत सत सत,अपार हार्दिक नमन,वंदन, अभिनन्दन,स्वागत,आभार,धन्यवाद,शुक्रिया Thanksशुभकामनाएँ बधाईयाँ हैं।धन्यवाद❤भारतमाता की जै जै,वंदेमातरम्,जयहिंद ❤आपके महासमर्थक शुभाकांक्षी भारतवासी आंदोलनकारी भक्तजन,पुजारी,,डॉ.कीर्ति बल्लभ भट्ट आदि❤
@nitinmairale1087
@nitinmairale1087 2 ай бұрын
Mi
@rajgopalkakhandaki2960
@rajgopalkakhandaki2960 2 ай бұрын
श्रावण महिन्यात बुध-बृहस्पती ची पूजा केली जाते ❤.. योगायोग आहे की असे दोन महान पंडितद्वय महाशयांना ऐकण्याची संधी मिळाली..आमचे जीवन धन्य आहे.. पांचाळ साहेब तुम्ही हे रेकॉर्ड अपलोड करुन आमच्या वर अनंत उपकार केले आहेत 🎉🎉🎉
@sopandhopte1627
@sopandhopte1627 2 ай бұрын
🎉