श्री महाराज जी प्रणाम इस पृथ्वी में हमें सुख वैभव प्राप्त हुआ है निःशुल्क नहीं है स शुल्क है इसका भुगतान करना ही पड़ेगा।तो पहले से ही हम सतर्क हो जाऐं और समय समय पर निःस्वार्थ भाव से सूर्य चन्द्र वायु वरुण पृथ्वी इनसे हमको पॉंच तत्व प्रदान होता है हम भी नित्य नैमित्य कर्म से अर्घ्य पूजन बंदन करें यही शुल्क है सीताराम सीताराम सीताराम 🙏🙏