ब्राह्मण वाद को पुष्ट करने आए हैं पंकज त्रिपाठी प्रोफेसर रतन लाल जी भी उन्हीं का समर्थन करते नज़र आए।
@TulshiramSalame8 минут бұрын
सब ठोका ठोकी चल रहा. है |
@CharanSingh-fh2hs12 минут бұрын
कम से कम बंचितों पर अमानवीय तमाम कुप्रथाओं पर रोक लगाकर उनको जीने लायक बनाया । अब ये जानिए , कि वे कुप्रथाएं कितनी और कौन कौन सी थी , किस बर्बर व संवेदना शून्य लोगों ने जबरन थोपी थी , सुनकर उनके मानव होने पर भी संदेह हो जाएगा ,बल्कि वे इंसान नहीं खूंखार पशुतुल्य की तरह थे । आपका हृदय द्रवित हो जाएगा । निष्पक्षता आज विरले मानव में ही पाया जाने वाला दुर्लभ सद्गुण है ।
@ajaybmm117 минут бұрын
Sir ji sanch saman tap nahin jhoot barabar paap Aap kar rahen hai wo Man ke taraju pe tauliye
@ramratanpaswan-sd1mc21 минут бұрын
सारी बात आप कि सही लगते हैं पर यहां भी मनुष्य पहले से रहते होगे
@drbnews260823 минут бұрын
आज भी हमारे देश में जाति कभी जाति नहीं है
@ArvindKumarDr29 минут бұрын
Very good sir app ko hamari tarf se namaskar jai bhim namo budhai 🎉🎉🎉🎉 sir
@AnilKumar-pp6ot30 минут бұрын
इसलिए की जातिवादी bacteria ने इसे निष्क्रिय किए हुए है चासनी में लपेटकर बोलने में लोग माहिर हैं
@RiyanshRiyansh-xp2sb39 минут бұрын
Untouchablety is a poision for humanity. So finish to cast system. Jai bhim namo buddhay.
@PuranLohar-n9lСағат бұрын
देश का जन प्रतिनिधि संसद अनुशासन पालन करे । आप लोग को अनुशासन हिनता देश का बच्चा , युवा शक्ति भी देख रहा है । संसद बहस मे आलोचना , चर्चा परिचर्चा करे। जो भी , संसदजी को धन्यवाद । आज भाजपा पार्टी का कर्मठ संसद इस तरह भारत रत्न , संविधान निर्मता बाबा साहेब बी आर अम्बेदकर जी सम्मानित करते बोले। Please पश्चिम बंगाल राज्य का गठित स्वाशासित जिटिए मे अनुसुचित जाति , अनुसुचित जाति एंव महिलाअौ का क्षेत्र आरक्षण ( Political Right Area Seats Reservation ) नही दिया है। Please take action . जय भीम , जय भारत।
@CharanSingh-fh2hsСағат бұрын
बीएसपी में शून्यता से बंचित वर्ग को बहुत बड़ा नुक्सान पहुंचा है । जिसकी भरपाई कौन करेगा , यह यक्ष प्रश्न आज समाज के सामने खड़ा हो गया है । बंचित समाज सशक्त होगा ,तो देश एवं संविधान दोनों ही सशक्त होंगे । इस वाक्य को गहराई से चिंतन मनन करना ही पड़ेगा, नहीं तो देश के साथ अनर्थ हो होने की प्रबल संभावना ही है । कारण यह है कि आज कॉग्रेस और बीजेपी दोनों ही देश कहितों के मामले में पथभृष्ट हैं । बीजेपी तो पूरी तरह से पाखंड व अंधविश्वास से लवरेज एवं विशुद्ध सामंतवादी दल है , कॉग्रेस ने अब अपने आरंभ काल जैसी ख्याति खुद खत्म कर ली है , इसी कारण बीजेपी का खतरा आज भारत को भुगतना पड रहा है । कुल मिलाकर अब भारत सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक, आर्थिक, राजनैतिक रुप से संवेदना शून्य सा हो गया है , जो भारत के लिए बेहद चिंता का तथा उसके समाधान का चिंतन काल है । यदि इन पर ध्यान नहीं दिया ,तो शीघ्र ही गंभीर परिणाम भुगतने होंगे ।
@bipinkumarbharati5729Сағат бұрын
Evm ke bare me charcha kariye sambidhan jaisa vaisa hi rahne do
@bipinkumarbharati5729Сағат бұрын
400 isliye chahiye tha modi jhoth bolta
@RaviParkash-bv8esСағат бұрын
किरण रिजीजू बेहतरीन लीडर्स बीजेपी
@aaravgchannel86162 сағат бұрын
Pande ji agar samvidhan me reservation ki bevasth ambedkar sahab nahi karte to sc st obc ews mahilao ko aap reservation de dete kya?
@RamgovindSingh-qz4kb2 сағат бұрын
मठों -मंदिरो में सिर्फ पुजारी ब्राह्मण ही क्यों? कर्म-कांड आप ही क्यों करा रहे।
@subhashchandra31722 сағат бұрын
पाण्डेय जी, बाबासाहेब यदि ब्राह्मण होते तो वैसा ही लिखते जैसा आप सोच रहे हैं। बाबासाहेब देश के लिए संविधान लिख रहे थे, किसी जाति विशेष के लिए नहीं। आश्चर्यजनक है आपने संबिधान पढ़ा ही नहीं है! संविधान का एक-एक अनुच्छेद पर संविधान सभा में बहस होने के बाद सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया। पूना पैक्ट में पिछड़ों को कोई उल्लेख नहीं था जबकि SC/ ST का वर्गीकरण अंग्रेजों ने ही कर दिया था। संविधान लिखते समय पिछड़े वर्गों के आरक्षण की व्यवस्था अनुच्छेद 340 के अन्तर्गत कर दिया। पटेल ने कहा ये ये पिछड़े कौन है, मैं एससी एसटी को पिछड़ा समझ रहा था। तब बाबासाहेब ने कहा मैं लिख देता हूं,इसका निर्धारण राष्ट्रपति करेंगे कि पिछड़े कौन हैं! संविधानमें संशोधनकी व्यवस्था बाबासाहेब ने ही किया था पाण्डेयजी, आपकी बातों से ऐसा लगता है कि संविधान बाबासाहेब ने नहीं लिखा, किसने संबिधान लिखा, यह तो बता दीजिए!संविधान तैयार हो जाने के बाद संबिधान सभा में लम्बी बहस हुई,अलग अलग विद्वानों ने संविधान तैयार करने में बाबासाहेब की भूरि भूरि प्रशंसा की। डा राजेन्द्र प्रसाद ने कहा मैं संसद में बैठकर देखता था कि बाबासाहेब अकेले संबिधान लिखते रहते है। प्रारुप समिति में सात सदस्य थे, उनमें से दो की मृत्यु हो गई, दो विदेश चले गए, दो अस्वस्थ रहते थे। इस प्रकार डा अम्बेडकर अकेले ही संबिधान लिखते रहे। डाक्टर अम्बेडकर ने अपने सम्बोधन में कहा कि संविधान की सामग्री एकत्र करने में बी एन राव का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उनके हिस्से का श्रेय उन्हें मिलना चाहिए। विभिन्न जाति धर्म सम्प्रदाय के 299 प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से संबिधान पारित किया। पाण्डेयजी, हिन्दुत्व धार्मिक मामला है। इसका उपयोग राजनीति में नहीं होना चाहिए। भारत धर्मनिरपेक्ष राज्य है, संबिधान सभी जाति धर्म सम्प्रदाय के नागरिकों को आस्थानुसार धर्म के आचरण की पूरी आजादी देता है। दुनिया का इतिहास गवाह है जब भी राजनीति में धर्म का हस्तक्षेप हुआ है,वह देश बर्बाद हुआ।आप संबिधान सभा की कार्रवाई और अन्तिम बहस को पढ़ें,शायद आपका पूर्वाग्रह पर कुछ फर्क पड़े। डा अम्बेडकर ने पिछड़ों के आरक्षण के लिए संविधान में व्यवस्था कर दिया था और आयोग के गठन की मांग बारबार कर रहे थे, किन्तुआना कानी की गई। इस मामले को लेकर तथा महिलाओं के अधिकार, हिन्दू कोड बिल का घोर विरोध करने पर उन्होंने विधिमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। बाद में हिन्दू कोड बिल को टुकड़ों में करके 1955.,1956 में नेहरू जी ने पारित कराया तथा 1954 में ही पिछड़ों को आरक्षण देने के लिए काका कालेलकर आयोग का गठन किया।आयोग ने 1956 में रिपोर्ट प्रस्तुत किया था किन्तु कोई कार्यवाही किए ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।1977 में जनता पार्टी की सरकार बनी तो पुनः पिछड़ावर्ग आयोग का गठन किया गया जिसके अध्यक्ष बी पी मण्डल थे, उन्होंने अपनी रिपोर्ट 1980 में ही प्रस्तुत कर दिया था लेकिन पुनः उसे ठंडे बस्ते में डाला गया।1990 में वीपी सिंह ने पिछड़े वर्ग को 27% आरक्षण देने की घोषणा कर दी। देश भर में बवाल हुआ।
@RamgovindSingh-qz4kb3 сағат бұрын
आप के दो इंच बाल सफेद, और बाकी काला क्यों है?
@RamgovindSingh-qz4kb3 сағат бұрын
आप देखे थे क्या ? आप से कोई पूछ रहा है क्या?
@ajaybmm13 сағат бұрын
Jhotha Misguiding
@ArunKumar-oe6db4 сағат бұрын
एक ओर संविधान भक्षक जस्टिस कलंक शेखर यादव प्रयागराजी के बचाव में विकट वकालत दूसरी ओर बाबा साहब के संविधान की दुहाई।जय हो दोगलापन सम्राट ब्रह्मदेव पंकज त्रिपाठी जी महाराज।लेकिन हकीकत उजगार हो जाती है एक न एक दिन यह भी सत्य सिद्ध हुआ फिर एकबार भाई।
@ramkumarmaurya31904 сағат бұрын
सत्यमेव जयते राक्षस=जो अपनी रक्षा करने में सक्षम है वही असली राक्षस है स्वस्थ, मेहनती,उत्पादन में अग्रणी इंसान ही असली राक्षस है किसान मजदूर कमेरा समाज को ही ब्राह्मण ग्रन्थों में राक्षस बताया गया है शोषण करने वाले बुद्धिजीवी वर्ग को ही ब्राह्मण ग्रन्थों में ब्राह्मण कहा गया है ब्राह्मण मतलब ब्रह्म को जानने वाला, व्यवस्था संचालन करने वाले लोग, अधिकारी वर्ग ही असली ब्राह्मण हैं हमारा संकल्प सत्य शोधक समाज राम कुमार -देहाती सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश भारत ब्राह्मण जाति नहीं वर्ग है
@Nekchand-e7w4 сағат бұрын
Pandeji jo question 75 sal bad aaj aap utha rahe he vo saval to theek he lekin samay ke sath sath sammidhan me sansodhan bhi bahut jaroore he nahi to manusmriti ki tarah aage aane wale samay me ye bhee fel ho jata thankyou sar
@bharatshirsath89895 сағат бұрын
संविधान implimentation सभी party ने मिलकर करना चाहिए. विकसित भारत करो. पारंपारिक मानसिकता से देश के लोग मुक्त हो. वर माथा खाली लाथा, वर होकार खाली नकार, वर पोषण खाली शोषण, वर हुजरेगिरी खाली दादागिरी, वर सोडवणूक खाली अडवणूक, वर बेल खाली जेल. जातीय व्यवस्था परिवर्तन करो. Budget allocation according to population of OBC, SC, ST, अल्पसंख्यांक. तभि विकसित भारत होगा. Free education, free medical to poor families. सभी temple nationalised करो.
@RAMANBhashkar-d5p5 сағат бұрын
जानते सभी है कि हम सभी को संविधान से इज्जत मिली हैं लेकिन फिर भी मनुस्मृति का साथ देते हैं जो हमेशा लोगों को नीचा दिखाने का काम करता है इसलिए मैं चाहता हूं की जो सुप्रीम कोर्ट में मनु की जो मूर्ति है वो हटना चाहिए जय भीम जय संविधान
@udailalkatara75575 сағат бұрын
करणी और कथनी मे फर्क है बीजेपी हो या कांग्रेस सत्य बोलने वाले को रोका जाता रहा है इसलिए आज संविधान को सही तरीके से धरातल पर लागू नहीं होने दिया आज मंत्री जी बोल रहे है तो उनको रोकने का प्रयास किया जा रहा है जिनको संविधान की सत्यता हजम नहीं हो रही है कुछ बेईमान लोग विरोधी भाषा बोलने वाले लोगों को जनता समझदार है माफ नहीं करेगा जय जोहार जय भीम जय संविधान जय भील प्रदेश ✍️💯🏹🌍🔥🌱🌾🌿🌽🌱🌾🌿✊💪🐅🤝🙏
@udailalkatara75575 сағат бұрын
जय भीम नमो बुद्धाय जय संविधान जय भीम जय जोहार जय भारत ✍️💯🏹✊💪🌍🌾🌱🌿🌽
@krishankumarhisar59865 сағат бұрын
❤सादर प्रणाम सर ❤जय भीम ❤जय संविधान ❤ नफरत परस्त मानते हैं कि आप खामखा वक्त जाया करते हैं, वतन परस्त अभिमान है कि त्रिपाठी जी संविधान समझाया करते हैं ।।
@nawabsingh43825 сағат бұрын
Tripathi Ji kis ghonchu se vah talab karva rahe hain
@kailashgaikwad21455 сағат бұрын
Sale kute pahle aachi si Padai kar fhir sansade bol
@RakeshSharma-l2y5 сағат бұрын
मोदी सरकार होना है तो मुमकिन है जय हिन्दू राष्ट्र होना चाहिए ❤❤
@ramnareshsingh68586 сағат бұрын
Yeh Nakli Bodhh hai
@devrajparmar27676 сағат бұрын
Pradhanmantri ki to karni aur Katni mein antar hai😢😢😢
@arjunk-v3u7 сағат бұрын
आप लोग घुमा फिराकर यह कहना चाह रहे हैं कि संविधान बाबा साहेब ने नहीं बनाया है।
@thelogicalindian995 сағат бұрын
संविधान में इतने संशोधन क्यों हुए हैं? महज़ 75 वर्षों में 106 बार संशोधन किया जाना यह सवाल तो पैदा करता है कि क्या संविधान ठीक से नहीं लिखा गया था या इन संशोधनों के जरिए संविधान को बिगाड़ा गया है?
@arjunk-v3u7 сағат бұрын
संविधान के बारे में कुछ भी कहना सुनना गलत है संविधान बाबा साहेब के द्वारा ही लिखा गया है।इसके ऊपर लीपापोती करना ठीक नहीं है।
@jaswantsingh60787 сағат бұрын
Very good mantri mahodaiy ji you are right thank you very much jai bhim namo buddhay jai sabidhan
@VinodSingh-ik1xd7 сағат бұрын
Hii
@Ajjubhai-d5i7 сағат бұрын
Jai bhim BSP jindabad bahan ji Lao Desh bachao
@prahladsingh-kb6oc7 сағат бұрын
Ed के बारे भी बोल देते सांसद जी. क्या रिश्ता है आप के परिवार से।
@chamanlalloi52987 сағат бұрын
बाबासाहिब ने यह किया यह नहीं किया ... यह लिखा यह नहीं लिखा ... बाबासाहिब ने संविधान नहीं लिखा ... किसी और ने लिखा ... तो उसको कमेटी का कनवीनर क्यों बनाया ... बात यहाँ पर आ के रूक जाती है कि मरा हुआ नहीं यह मर के अकड़ गया है ... जब संविधान को चलाने वाले ही लुच्चे गुन्डे बदमाश होंगे और बेईमान होंगे तो संविधान तो उनके अनुकूल होगा ही नहीं। तभी किसी ने सच कहा है "नाच न जाने आंगन टेड़ा" ...
@rpsingh68617 сағат бұрын
Samvidhan sabha ke chairman Dr. Rajendra pd. they.
@rpsingh68617 сағат бұрын
Samvidhan ko koi ek aadmi nahi bana sakta hai. Pahle samvidhan sabha ne banya tha. Ab parliament samvidhan ko banti hai. Akele Baba saheb ko samvidhan banane ka koi adhikaar nahi tha. Wo kewal drafting committee ke chairman they.
@RamKumar-wz5mi7 сағат бұрын
पत्रकार साहब,आप दोनों मनुवादी, मनुस्मृति वादी, ब्राह्मण वादी विचार वाले लोगों हैं आप लोगों ने ही देश को बर्बाद कर दिया है ऐसा कार्य सिर्फ तो सिर्फ विदेशी लोगों का काम होगा। समविघान यदि बाबासाहेब नहीं लिखा तो क्या तुम्हारे पूर्वज ने लिखा है।अब बहुजन समाज पढ़ लिख चुका है अब तुम लोग होश में रहा करो।जो बेईमानी हुआ तुम सभी लोग जिम्मेदार हो। यदि ऐसा होता तो आप लोग अब क्यों नहीं कर देते। तुम सभी लोग इतने आसानी से नहीं करोगे। शुद्धों को सड़क पर उतरना होगा। देश में अमन-चैन कायम रहे।
@rpsingh68617 сағат бұрын
Pahle apne shudra jati ko to khatam karo. Kab dalit ke naam par reservation lete rahoge.
@thelogicalindian995 сағат бұрын
आदरणीय RamKumar जी! आपको सुनना और गुनना पसंद नहीं है। आपके कमेन्ट को पढ़कर ऐसा लगता है कि आप बाब साहेब को समझ ही पाएं हैं। आपकी भाषा में नफ़रत है, जो इस पवित्र संविधान बर्बाद कर रही है। बोधिसत्व बाबा साहेब डॉ आंबेडकर को मानने वाला, भारत के संविधान के साथ चलने वाला कभी भी गाली बाज नहीं हो सकता। वह भारत के नागरिकों को विदेशी नहीं बोल सकता। यह सब तो पराजित गुलामों की भाषा होती है। आपकी ऐसी भाषा से बचना चाहिए। यदि बाबा साहेब सिर्फ़ आपके ही पूर्वज थे, तो क्या आप ये कहना चाहते हैं कि सिर्फ़ वे ही इस संविधान को मानने वाले हैं जिनके पूर्वज बाबा साहेब हैं? फ़िर तो इस देश के ईसाई, मुसलमान, सवर्ण, पिछड़े, पारसी, लिंगायत, शैव, यहूदी, सिख और जैन आदि इस संविधान के लिए पराए हैं। इसीलिए आप थोड़ा मन शांत करके सोचिए। आपकी बात संविधान को कमज़ोर कर देगी।
@praveenpathak66767 сағат бұрын
गरीब दलित की जमीन अमीर दलित औने पौने दाम पर खरीद ले रहा है, कारण यह है वह जमीन कोई दूसरा ले नही सकता,उसे अपनी जमीन का सही मूल्य तक नही मिलता है,गाली सवर्ण खाता है
@shekhchandrabaudh34197 сағат бұрын
Sc st ka main mudda usaki dhan dharati mei hissedari ki hain Jay bheem Jay samvidhan
@golagold96108 сағат бұрын
अंबेडकर ने अपने पेशे और पेशेवर पहचान को भी त्यागा था बौद्ध धर्म अपनाते वक्त। पर जाति महार को नहीं त्यागा बौद्ध महार।
@shekhchandrabaudh34198 сағат бұрын
Samvidhan mei sc st ko jo 10saal ka aarakshan diya gaya tha vo rajneetice aarakshan tha
@Sudhir.0058 сағат бұрын
Good
@bipinbihari33688 сағат бұрын
एक सीट के लिए गिर गिराड़ा रहा था,cm बनाना चाहता है।
@vinodtaksande74928 сағат бұрын
आप जिस पार्टी के मंत्री हैं वह पार्टी का छुपा है झंडा आपके सामने नहीं रखा जाएगा अलग अलग संविधान के अमेंडमेंट के नाम पर संवैधानिक व्यवस्था को खत्म करने का षड्यंत्र इस देश में आरएसएस के इशारों पर होने जा रहा है यह बात ठीक है कि आप उनके मंत्री है इसलिए तारीफ करते हैं सबका साथ सबका विकास की बात करते हैं मणिपुर के संदर्भ में आपने कोई बात नहीं कि अगर चाहे तो मणिपुर जलता नहीं जलाया गया है देश में अलग अलग राज्यों में अलग अलग प्रकार के जातीय दंगे सबसे ज्यादा हो रहे और जो दंगों में पकड़े जाते हैं उनके ऊपर उनकी जाति देखकर उनके ऊपर कानूनी एक्ट लगाए जाते हैं जिसके कारण वह समाज बर्बाद हो जाता है अपने हक अधिकारों की लड़ाई लड़ने के काबिल भी आपने नहीं रखा है अपने गरीब समाज के सभा सम्मेलन के लिए जगह भी नहीं रखी जो जगह सरकार की है वहां पर परमिशन नहीं देते जो बड़े सभा हॉल या पार्टी प्लॉट ऊंची जाति के हैं या स्वर्ण जाति के वह गरीबों को अपना आंदोलन चलाने के लिए किराए पर जगह नहीं देते और जगह देते हैं तो उसका लाखों करोड़ों का किराया की बात करते हैं तो गरीब समुदाय अपनी मांगों को और मांग पूरी करने के लिए आंदोलन करने के लिए ना तो आपने रास्ता छोड़ा और ना ही कोई जगह छोड़ी सभी तरफ अन्य ही अन्याय हो रहा है आपने कहा कि सबका साथ सबका विकास भारतीय जनता पार्टी में आपके मुस्लिम कितने हैं भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान सरकार में कितने क्रिश्चियन दिए हैं भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान सरकार में कितने बुद्धिस्ट लोग हैं भारतीय जनता पार्टी में कितने पारसी लोग हैं श्री ब्राह्मण और ओबीसी वर्ग जो हिंदुत्व को एजेंडा मानकर आपके साथ चलता है क्या उन्हें का साथ और उनका विकास करना है अन्य अत्याचार से पीड़ित दलित वर्ग आज भी शोषण का शिकार हो रहा है उनके पढ़े लिखे लोग बच्चे विद्यार्थी आईआईटी जगह जैसे पढ़ाई के लिए जाते हैं तो वहां पर स्वर्ण जाति के लोग उनके साथ गलत व्यवहार करते हैं और उसको उनको आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया जाता है फिर वह आत्महत्या करता है और फिर आपका प्रचार माध्यम से कहा जाता कि वह लड़का या विद्यार्थी पढ़ने लिखने में सक्षम नहीं था यह व्यवस्था हमारे देश में कब तक चलेगी आप भले ही इमानदारी से बात करते हो मगर आप झूठे लोगों की तारीफ भी करते हैं आप ब्राह्मणवाद को समझने की कोशिश करें जो इस देश में सबसे ज्यादा अगर शोषण हो रहा है तो ब्राह्मणवादी विचार ख्याल और उनके संस्कारों के माध्यम से किया जा रहा है यह आपको समझना होगा जब तक यह देश में ब्राह्मण धर्म के नाम पर राज्य सत्ता पर अपने वैचारिक लोगों को कायम रखेगा तब तक इस देश का कभी विकास नहीं हो सकता है इस देश में प्रतीक नागरिक के मान सम्मान होकर अधिकारों को नहीं स्वीकार किया जाता है उसको सुना नहीं जाता यही धार्मिकता है और इसी धर्म के नाम पर इस देश के संविधान को खतरा पैदा हो रहा है क्या यह आप नहीं जानते आपके राज्यों में बड़े रस्ते रस्ते रस्ते करने से देश की समस्या और देश के पीड़ित लोगों की समस्या का हल नहीं हो रहा है कई अखबारों में कहीं चैनलों में और सोशल मीडिया में यह बात कही गई कि चीन ने भारत के कहानी हसन पर अपना कब्जा जमा कर बैठा है लद्दाख लेह तक चीन का अतिक्रमण हो रहा है और हम लोग इधर मस्जिदों में शिवलिंग ढूंढने में लगे हैं क्या यही देश का विकास होगा ऐसे काम करने वाले लोग किसके इशारों पर काम कर रहे हैं यह सोचने की बात है सबका विश्वास सबका साथ कैसे सफल होगा मस्जिदों के अंदर मंदिर ढूंढने जाते हो शिवलिंग ढूंढते हो मगर जब खुदाई हो जाती और बहुत बौद्ध धर्म के कहीं अवशेष मिलने के बाद वहां पर से भाग जाते हैं प्रधानमंत्री मोदी जी के वडनगर गांव में बुद्ध के अवशेष मिले और काफी वहां बुद्ध के प्रमाण मिले वहां पर उसको बहुत बड़ा प्रेक्षणीय स्थल या तो बौद्ध स्तूप के रूप में क्यों डेवलप नहीं किया जा रहा है क्या बुद्ध धाम के प्रति इतनी सारी नफरत इसका मतलब यह है कि ब्राह्मण शाही को लागू करना हिंदू राष्ट्र का दूसरा नाम तो नहीं है
@vinodpal13798 сағат бұрын
त्रिपाठी जी आप खुद ही जाति को धो ड रहे हैं और संविधान की बात कर रहे हैं😅😅
@thelogicalindian998 сағат бұрын
संविधान ठीक से पढ़िए। संविधान जाति को सर्वाधिक मान्यता देता है।