Пікірлер
@बहुजनसवेरा
@बहुजनसवेरा 36 секунд бұрын
ब्राह्मण वाद को पुष्ट करने आए हैं पंकज त्रिपाठी प्रोफेसर रतन लाल जी भी उन्हीं का समर्थन करते नज़र आए।
@TulshiramSalame
@TulshiramSalame 8 минут бұрын
सब ठोका ठोकी चल रहा. है |
@CharanSingh-fh2hs
@CharanSingh-fh2hs 12 минут бұрын
कम से कम बंचितों पर अमानवीय तमाम कुप्रथाओं पर रोक लगाकर उनको जीने लायक बनाया । अब ये जानिए , कि वे कुप्रथाएं कितनी और कौन कौन सी थी , किस बर्बर व संवेदना शून्य लोगों ने जबरन थोपी थी , सुनकर उनके मानव होने पर भी संदेह हो जाएगा ,बल्कि वे इंसान नहीं खूंखार पशुतुल्य की तरह थे । आपका हृदय द्रवित हो जाएगा । निष्पक्षता आज विरले मानव में ही पाया जाने वाला दुर्लभ सद्गुण है ।
@ajaybmm1
@ajaybmm1 17 минут бұрын
Sir ji sanch saman tap nahin jhoot barabar paap Aap kar rahen hai wo Man ke taraju pe tauliye
@ramratanpaswan-sd1mc
@ramratanpaswan-sd1mc 21 минут бұрын
सारी बात आप कि सही लगते हैं पर यहां भी मनुष्य पहले से रहते होगे
@drbnews2608
@drbnews2608 23 минут бұрын
आज भी हमारे देश में जाति कभी जाति नहीं है
@ArvindKumarDr
@ArvindKumarDr 29 минут бұрын
Very good sir app ko hamari tarf se namaskar jai bhim namo budhai 🎉🎉🎉🎉 sir
@AnilKumar-pp6ot
@AnilKumar-pp6ot 30 минут бұрын
इसलिए की जातिवादी bacteria ने इसे निष्क्रिय किए हुए है चासनी में लपेटकर बोलने में लोग माहिर हैं
@RiyanshRiyansh-xp2sb
@RiyanshRiyansh-xp2sb 39 минут бұрын
Untouchablety is a poision for humanity. So finish to cast system. Jai bhim namo buddhay.
@PuranLohar-n9l
@PuranLohar-n9l Сағат бұрын
देश का जन प्रतिनिधि संसद अनुशासन पालन करे । आप लोग को अनुशासन हिनता देश का बच्चा , युवा शक्ति भी देख रहा है । संसद बहस मे आलोचना , चर्चा परिचर्चा करे। जो भी , संसदजी को धन्यवाद । आज भाजपा पार्टी का कर्मठ संसद इस तरह भारत रत्न , संविधान निर्मता बाबा साहेब बी आर अम्बेदकर जी सम्मानित करते बोले। Please पश्चिम बंगाल राज्य का गठित स्वाशासित जिटिए मे अनुसुचित जाति , अनुसुचित जाति एंव महिलाअौ का क्षेत्र आरक्षण ( Political Right Area Seats Reservation ) नही दिया है। Please take action . जय भीम , जय भारत।
@CharanSingh-fh2hs
@CharanSingh-fh2hs Сағат бұрын
बीएसपी में शून्यता से बंचित वर्ग को बहुत बड़ा नुक्सान पहुंचा है । जिसकी भरपाई कौन करेगा , यह यक्ष प्रश्न आज समाज के सामने खड़ा हो गया है । बंचित समाज सशक्त होगा ,तो देश एवं संविधान दोनों ही सशक्त होंगे । इस वाक्य को गहराई से चिंतन मनन करना ही पड़ेगा, नहीं तो देश के साथ अनर्थ हो होने की प्रबल संभावना ही है । कारण यह है कि आज कॉग्रेस और बीजेपी दोनों ही देश कहितों के मामले में पथभृष्ट हैं । बीजेपी तो पूरी तरह से पाखंड व अंधविश्वास से लवरेज एवं विशुद्ध सामंतवादी दल है , कॉग्रेस ने अब अपने आरंभ काल जैसी ख्याति खुद खत्म कर ली है , इसी कारण बीजेपी का खतरा आज भारत को भुगतना पड रहा है । कुल मिलाकर अब भारत सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक, आर्थिक, राजनैतिक रुप से संवेदना शून्य सा हो गया है , जो भारत के लिए बेहद चिंता का तथा उसके समाधान का चिंतन काल है । यदि इन पर ध्यान नहीं दिया ,तो शीघ्र ही गंभीर परिणाम भुगतने होंगे ।
@bipinkumarbharati5729
@bipinkumarbharati5729 Сағат бұрын
Evm ke bare me charcha kariye sambidhan jaisa vaisa hi rahne do
@bipinkumarbharati5729
@bipinkumarbharati5729 Сағат бұрын
400 isliye chahiye tha modi jhoth bolta
@RaviParkash-bv8es
@RaviParkash-bv8es Сағат бұрын
किरण रिजीजू बेहतरीन लीडर्स बीजेपी
@aaravgchannel8616
@aaravgchannel8616 2 сағат бұрын
Pande ji agar samvidhan me reservation ki bevasth ambedkar sahab nahi karte to sc st obc ews mahilao ko aap reservation de dete kya?
@RamgovindSingh-qz4kb
@RamgovindSingh-qz4kb 2 сағат бұрын
मठों -मंदिरो में सिर्फ पुजारी ब्राह्मण ही क्यों? कर्म-कांड आप ही क्यों करा रहे।
@subhashchandra3172
@subhashchandra3172 2 сағат бұрын
पाण्डेय जी, बाबासाहेब यदि ब्राह्मण होते तो वैसा ही लिखते जैसा आप सोच रहे हैं। बाबासाहेब देश के लिए संविधान लिख रहे थे, किसी जाति विशेष के लिए नहीं। आश्चर्यजनक है आपने संबिधान पढ़ा ही नहीं है! संविधान का एक-एक अनुच्छेद पर संविधान सभा में बहस होने के बाद सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया। पूना पैक्ट में पिछड़ों को कोई उल्लेख नहीं था जबकि SC/ ST का वर्गीकरण अंग्रेजों ने ही कर दिया था। संविधान लिखते समय पिछड़े वर्गों के आरक्षण की व्यवस्था अनुच्छेद 340 के अन्तर्गत कर दिया। पटेल ने कहा ये ये पिछड़े कौन है, मैं एससी एसटी को पिछड़ा समझ रहा था। तब बाबासाहेब ने कहा मैं लिख देता हूं,इसका निर्धारण राष्ट्रपति करेंगे कि पिछड़े कौन हैं! संविधानमें संशोधनकी व्यवस्था बाबासाहेब ने ही किया था पाण्डेयजी, आपकी बातों से ऐसा लगता है कि संविधान बाबासाहेब ने नहीं लिखा, किसने संबिधान लिखा, यह तो बता दीजिए!संविधान तैयार हो जाने के बाद संबिधान सभा में लम्बी बहस हुई,अलग अलग विद्वानों ने संविधान तैयार करने में बाबासाहेब की भूरि भूरि प्रशंसा की। डा राजेन्द्र प्रसाद ने कहा मैं संसद में बैठकर देखता था कि बाबासाहेब अकेले संबिधान लिखते रहते है। प्रारुप समिति में सात सदस्य थे, उनमें से दो की मृत्यु हो गई, दो विदेश चले गए, दो अस्वस्थ रहते थे। इस प्रकार डा अम्बेडकर अकेले ही संबिधान लिखते रहे। डाक्टर अम्बेडकर ने अपने सम्बोधन में कहा कि संविधान की सामग्री एकत्र करने में बी एन राव का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उनके हिस्से का श्रेय उन्हें मिलना चाहिए। विभिन्न जाति धर्म सम्प्रदाय के 299 प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से संबिधान पारित किया। पाण्डेयजी, हिन्दुत्व धार्मिक मामला है। इसका उपयोग राजनीति में नहीं होना चाहिए। भारत धर्मनिरपेक्ष राज्य है, संबिधान सभी जाति धर्म सम्प्रदाय के नागरिकों को आस्थानुसार धर्म के आचरण की पूरी आजादी देता है। दुनिया का इतिहास गवाह है जब भी राजनीति में धर्म का हस्तक्षेप हुआ है,वह देश बर्बाद हुआ।आप संबिधान सभा की कार्रवाई और अन्तिम बहस को पढ़ें,शायद आपका पूर्वाग्रह पर कुछ फर्क पड़े। डा अम्बेडकर ने पिछड़ों के आरक्षण के लिए संविधान में व्यवस्था कर दिया था और आयोग के गठन की मांग बारबार कर रहे थे, किन्तुआना कानी की गई। इस मामले को लेकर तथा महिलाओं के अधिकार, हिन्दू कोड बिल का घोर विरोध करने पर उन्होंने विधिमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। बाद में हिन्दू कोड बिल को टुकड़ों में करके 1955.,1956 में नेहरू जी ने पारित कराया तथा 1954 में ही पिछड़ों को आरक्षण देने के लिए काका कालेलकर आयोग का गठन किया।आयोग ने 1956 में रिपोर्ट प्रस्तुत किया था किन्तु कोई कार्यवाही किए ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।1977 में जनता पार्टी की सरकार बनी तो पुनः पिछड़ावर्ग आयोग का गठन किया गया जिसके अध्यक्ष बी पी मण्डल थे, उन्होंने अपनी रिपोर्ट 1980 में ही प्रस्तुत कर दिया था लेकिन पुनः उसे ठंडे बस्ते में डाला गया।1990 में वीपी सिंह ने पिछड़े वर्ग को 27% आरक्षण देने की घोषणा कर दी। देश भर में बवाल हुआ।
@RamgovindSingh-qz4kb
@RamgovindSingh-qz4kb 3 сағат бұрын
आप के दो इंच बाल सफेद, और बाकी काला क्यों है?
@RamgovindSingh-qz4kb
@RamgovindSingh-qz4kb 3 сағат бұрын
आप देखे थे क्या ? आप से कोई पूछ रहा है क्या?
@ajaybmm1
@ajaybmm1 3 сағат бұрын
Jhotha Misguiding
@ArunKumar-oe6db
@ArunKumar-oe6db 4 сағат бұрын
एक ओर संविधान भक्षक जस्टिस कलंक शेखर यादव प्रयागराजी के बचाव में विकट वकालत दूसरी ओर बाबा साहब के संविधान की दुहाई।जय हो दोगलापन सम्राट ब्रह्मदेव पंकज त्रिपाठी जी महाराज।लेकिन हकीकत उजगार हो जाती है एक न एक दिन यह भी सत्य सिद्ध हुआ फिर एकबार भाई।
@ramkumarmaurya3190
@ramkumarmaurya3190 4 сағат бұрын
सत्यमेव जयते राक्षस=जो अपनी रक्षा करने में सक्षम है वही असली राक्षस है स्वस्थ, मेहनती,उत्पादन में अग्रणी इंसान ही असली राक्षस है किसान मजदूर कमेरा समाज को ही ब्राह्मण ग्रन्थों में राक्षस बताया गया है शोषण करने वाले बुद्धिजीवी वर्ग को ही ब्राह्मण ग्रन्थों में ब्राह्मण कहा गया है ब्राह्मण मतलब ब्रह्म को जानने वाला, व्यवस्था संचालन करने वाले लोग, अधिकारी वर्ग ही असली ब्राह्मण हैं हमारा संकल्प सत्य शोधक समाज राम कुमार -देहाती सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश भारत ब्राह्मण जाति नहीं वर्ग है
@Nekchand-e7w
@Nekchand-e7w 4 сағат бұрын
Pandeji jo question 75 sal bad aaj aap utha rahe he vo saval to theek he lekin samay ke sath sath sammidhan me sansodhan bhi bahut jaroore he nahi to manusmriti ki tarah aage aane wale samay me ye bhee fel ho jata thankyou sar
@bharatshirsath8989
@bharatshirsath8989 5 сағат бұрын
संविधान implimentation सभी party ने मिलकर करना चाहिए. विकसित भारत करो. पारंपारिक मानसिकता से देश के लोग मुक्त हो. वर माथा खाली लाथा, वर होकार खाली नकार, वर पोषण खाली शोषण, वर हुजरेगिरी खाली दादागिरी, वर सोडवणूक खाली अडवणूक, वर बेल खाली जेल. जातीय व्यवस्था परिवर्तन करो. Budget allocation according to population of OBC, SC, ST, अल्पसंख्यांक. तभि विकसित भारत होगा. Free education, free medical to poor families. सभी temple nationalised करो.
@RAMANBhashkar-d5p
@RAMANBhashkar-d5p 5 сағат бұрын
जानते सभी है कि हम सभी को संविधान से इज्जत मिली हैं लेकिन फिर भी मनुस्मृति का साथ देते हैं जो हमेशा लोगों को नीचा दिखाने का काम करता है इसलिए मैं चाहता हूं की जो सुप्रीम कोर्ट में मनु की जो मूर्ति है वो हटना चाहिए जय भीम जय संविधान
@udailalkatara7557
@udailalkatara7557 5 сағат бұрын
करणी और कथनी मे फर्क है बीजेपी हो या कांग्रेस सत्य बोलने वाले को रोका जाता रहा है इसलिए आज संविधान को सही तरीके से धरातल पर लागू नहीं होने दिया आज मंत्री जी बोल रहे है तो उनको रोकने का प्रयास किया जा रहा है जिनको संविधान की सत्यता हजम नहीं हो रही है कुछ बेईमान लोग विरोधी भाषा बोलने वाले लोगों को जनता समझदार है माफ नहीं करेगा जय जोहार जय भीम जय संविधान जय भील प्रदेश ✍️💯🏹🌍🔥🌱🌾🌿🌽🌱🌾🌿✊💪🐅🤝🙏
@udailalkatara7557
@udailalkatara7557 5 сағат бұрын
जय भीम नमो बुद्धाय जय संविधान जय भीम जय जोहार जय भारत ✍️💯🏹✊💪🌍🌾🌱🌿🌽
@krishankumarhisar5986
@krishankumarhisar5986 5 сағат бұрын
❤सादर प्रणाम सर ❤जय भीम ❤जय संविधान ❤ नफरत परस्त मानते हैं कि आप खामखा वक्त जाया करते हैं, वतन परस्त अभिमान है कि त्रिपाठी जी संविधान समझाया करते हैं ।।
@nawabsingh4382
@nawabsingh4382 5 сағат бұрын
Tripathi Ji kis ghonchu se vah talab karva rahe hain
@kailashgaikwad2145
@kailashgaikwad2145 5 сағат бұрын
Sale kute pahle aachi si Padai kar fhir sansade bol
@RakeshSharma-l2y
@RakeshSharma-l2y 5 сағат бұрын
मोदी सरकार होना है तो मुमकिन है जय हिन्दू राष्ट्र होना चाहिए ❤❤
@ramnareshsingh6858
@ramnareshsingh6858 6 сағат бұрын
Yeh Nakli Bodhh hai
@devrajparmar2767
@devrajparmar2767 6 сағат бұрын
Pradhanmantri ki to karni aur Katni mein antar hai😢😢😢
@arjunk-v3u
@arjunk-v3u 7 сағат бұрын
आप लोग घुमा फिराकर यह कहना चाह रहे हैं कि संविधान बाबा साहेब ने नहीं बनाया है।
@thelogicalindian99
@thelogicalindian99 5 сағат бұрын
संविधान में इतने संशोधन क्यों हुए हैं? महज़ 75 वर्षों में 106 बार संशोधन किया जाना यह सवाल तो पैदा करता है कि क्या संविधान ठीक से नहीं लिखा गया था या इन संशोधनों के जरिए संविधान को बिगाड़ा गया है?
@arjunk-v3u
@arjunk-v3u 7 сағат бұрын
संविधान के बारे में कुछ भी कहना सुनना गलत है संविधान बाबा साहेब के द्वारा ही लिखा गया है।इसके ऊपर लीपापोती करना ठीक नहीं है।
@jaswantsingh6078
@jaswantsingh6078 7 сағат бұрын
Very good mantri mahodaiy ji you are right thank you very much jai bhim namo buddhay jai sabidhan
@VinodSingh-ik1xd
@VinodSingh-ik1xd 7 сағат бұрын
Hii
@Ajjubhai-d5i
@Ajjubhai-d5i 7 сағат бұрын
Jai bhim BSP jindabad bahan ji Lao Desh bachao
@prahladsingh-kb6oc
@prahladsingh-kb6oc 7 сағат бұрын
Ed के बारे भी बोल देते सांसद जी. क्या रिश्ता है आप के परिवार से।
@chamanlalloi5298
@chamanlalloi5298 7 сағат бұрын
बाबासाहिब ने यह किया यह नहीं किया ... यह लिखा यह नहीं लिखा ... बाबासाहिब ने संविधान नहीं लिखा ... किसी और ने लिखा ... तो उसको कमेटी का कनवीनर क्यों बनाया ... बात यहाँ पर आ के रूक जाती है कि मरा हुआ नहीं यह मर के अकड़ गया है ... जब संविधान को चलाने वाले ही लुच्चे गुन्डे बदमाश होंगे और बेईमान होंगे तो संविधान तो उनके अनुकूल होगा ही नहीं। तभी किसी ने सच कहा है "नाच न जाने आंगन टेड़ा" ...
@rpsingh6861
@rpsingh6861 7 сағат бұрын
Samvidhan sabha ke chairman Dr. Rajendra pd. they.
@rpsingh6861
@rpsingh6861 7 сағат бұрын
Samvidhan ko koi ek aadmi nahi bana sakta hai. Pahle samvidhan sabha ne banya tha. Ab parliament samvidhan ko banti hai. Akele Baba saheb ko samvidhan banane ka koi adhikaar nahi tha. Wo kewal drafting committee ke chairman they.
@RamKumar-wz5mi
@RamKumar-wz5mi 7 сағат бұрын
पत्रकार साहब,आप दोनों मनुवादी, मनुस्मृति वादी, ब्राह्मण वादी विचार वाले लोगों हैं आप लोगों ने ही देश को बर्बाद कर दिया है ऐसा कार्य सिर्फ तो सिर्फ विदेशी लोगों का काम होगा। समविघान यदि बाबासाहेब नहीं लिखा तो क्या तुम्हारे पूर्वज ने लिखा है।अब बहुजन समाज पढ़ लिख चुका है अब तुम लोग होश में रहा करो।जो बेईमानी हुआ तुम सभी लोग जिम्मेदार हो। यदि ऐसा होता तो आप लोग अब क्यों नहीं कर देते। तुम सभी लोग इतने आसानी से नहीं करोगे। शुद्धों को सड़क पर उतरना होगा। देश में अमन-चैन कायम रहे।
@rpsingh6861
@rpsingh6861 7 сағат бұрын
Pahle apne shudra jati ko to khatam karo. Kab dalit ke naam par reservation lete rahoge.
@thelogicalindian99
@thelogicalindian99 5 сағат бұрын
आदरणीय RamKumar जी! आपको सुनना और गुनना पसंद नहीं है। आपके कमेन्ट को पढ़कर ऐसा लगता है कि आप बाब साहेब को समझ ही पाएं हैं। आपकी भाषा में नफ़रत है, जो इस पवित्र संविधान बर्बाद कर रही है। बोधिसत्व बाबा साहेब डॉ आंबेडकर को मानने वाला, भारत के संविधान के साथ चलने वाला कभी भी गाली बाज नहीं हो सकता। वह भारत के नागरिकों को विदेशी नहीं बोल सकता। यह सब तो पराजित गुलामों की भाषा होती है। आपकी ऐसी भाषा से बचना चाहिए। यदि बाबा साहेब सिर्फ़ आपके ही पूर्वज थे, तो क्या आप ये कहना चाहते हैं कि सिर्फ़ वे ही इस संविधान को मानने वाले हैं जिनके पूर्वज बाबा साहेब हैं? फ़िर तो इस देश के ईसाई, मुसलमान, सवर्ण, पिछड़े, पारसी, लिंगायत, शैव, यहूदी, सिख और जैन आदि इस संविधान के लिए पराए हैं। इसीलिए आप थोड़ा मन शांत करके सोचिए। आपकी बात संविधान को कमज़ोर कर देगी।
@praveenpathak6676
@praveenpathak6676 7 сағат бұрын
गरीब दलित की जमीन अमीर दलित औने पौने दाम पर खरीद ले रहा है, कारण यह है वह जमीन कोई दूसरा ले नही सकता,उसे अपनी जमीन का सही मूल्य तक नही मिलता है,गाली सवर्ण खाता है
@shekhchandrabaudh3419
@shekhchandrabaudh3419 7 сағат бұрын
Sc st ka main mudda usaki dhan dharati mei hissedari ki hain Jay bheem Jay samvidhan
@golagold9610
@golagold9610 8 сағат бұрын
अंबेडकर ने अपने पेशे और पेशेवर पहचान को भी त्यागा था बौद्ध धर्म अपनाते वक्त। पर जाति महार को नहीं त्यागा बौद्ध महार।
@shekhchandrabaudh3419
@shekhchandrabaudh3419 8 сағат бұрын
Samvidhan mei sc st ko jo 10saal ka aarakshan diya gaya tha vo rajneetice aarakshan tha
@Sudhir.005
@Sudhir.005 8 сағат бұрын
Good
@bipinbihari3368
@bipinbihari3368 8 сағат бұрын
एक सीट के लिए गिर गिराड़ा रहा था,cm बनाना चाहता है।
@vinodtaksande7492
@vinodtaksande7492 8 сағат бұрын
आप जिस पार्टी के मंत्री हैं वह पार्टी का छुपा है झंडा आपके सामने नहीं रखा जाएगा अलग अलग संविधान के अमेंडमेंट के नाम पर संवैधानिक व्यवस्था को खत्म करने का षड्यंत्र इस देश में आरएसएस के इशारों पर होने जा रहा है यह बात ठीक है कि आप उनके मंत्री है इसलिए तारीफ करते हैं सबका साथ सबका विकास की बात करते हैं मणिपुर के संदर्भ में आपने कोई बात नहीं कि अगर चाहे तो मणिपुर जलता नहीं जलाया गया है देश में अलग अलग राज्यों में अलग अलग प्रकार के जातीय दंगे सबसे ज्यादा हो रहे और जो दंगों में पकड़े जाते हैं उनके ऊपर उनकी जाति देखकर उनके ऊपर कानूनी एक्ट लगाए जाते हैं जिसके कारण वह समाज बर्बाद हो जाता है अपने हक अधिकारों की लड़ाई लड़ने के काबिल भी आपने नहीं रखा है अपने गरीब समाज के सभा सम्मेलन के लिए जगह भी नहीं रखी जो जगह सरकार की है वहां पर परमिशन नहीं देते जो बड़े सभा हॉल या पार्टी प्लॉट ऊंची जाति के हैं या स्वर्ण जाति के वह गरीबों को अपना आंदोलन चलाने के लिए किराए पर जगह नहीं देते और जगह देते हैं तो उसका लाखों करोड़ों का किराया की बात करते हैं तो गरीब समुदाय अपनी मांगों को और मांग पूरी करने के लिए आंदोलन करने के लिए ना तो आपने रास्ता छोड़ा और ना ही कोई जगह छोड़ी सभी तरफ अन्य ही अन्याय हो रहा है आपने कहा कि सबका साथ सबका विकास भारतीय जनता पार्टी में आपके मुस्लिम कितने हैं भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान सरकार में कितने क्रिश्चियन दिए हैं भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान सरकार में कितने बुद्धिस्ट लोग हैं भारतीय जनता पार्टी में कितने पारसी लोग हैं श्री ब्राह्मण और ओबीसी वर्ग जो हिंदुत्व को एजेंडा मानकर आपके साथ चलता है क्या उन्हें का साथ और उनका विकास करना है अन्य अत्याचार से पीड़ित दलित वर्ग आज भी शोषण का शिकार हो रहा है उनके पढ़े लिखे लोग बच्चे विद्यार्थी आईआईटी जगह जैसे पढ़ाई के लिए जाते हैं तो वहां पर स्वर्ण जाति के लोग उनके साथ गलत व्यवहार करते हैं और उसको उनको आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया जाता है फिर वह आत्महत्या करता है और फिर आपका प्रचार माध्यम से कहा जाता कि वह लड़का या विद्यार्थी पढ़ने लिखने में सक्षम नहीं था यह व्यवस्था हमारे देश में कब तक चलेगी आप भले ही इमानदारी से बात करते हो मगर आप झूठे लोगों की तारीफ भी करते हैं आप ब्राह्मणवाद को समझने की कोशिश करें जो इस देश में सबसे ज्यादा अगर शोषण हो रहा है तो ब्राह्मणवादी विचार ख्याल और उनके संस्कारों के माध्यम से किया जा रहा है यह आपको समझना होगा जब तक यह देश में ब्राह्मण धर्म के नाम पर राज्य सत्ता पर अपने वैचारिक लोगों को कायम रखेगा तब तक इस देश का कभी विकास नहीं हो सकता है इस देश में प्रतीक नागरिक के मान सम्मान होकर अधिकारों को नहीं स्वीकार किया जाता है उसको सुना नहीं जाता यही धार्मिकता है और इसी धर्म के नाम पर इस देश के संविधान को खतरा पैदा हो रहा है क्या यह आप नहीं जानते आपके राज्यों में बड़े रस्ते रस्ते रस्ते करने से देश की समस्या और देश के पीड़ित लोगों की समस्या का हल नहीं हो रहा है कई अखबारों में कहीं चैनलों में और सोशल मीडिया में यह बात कही गई कि चीन ने भारत के कहानी हसन पर अपना कब्जा जमा कर बैठा है लद्दाख लेह तक चीन का अतिक्रमण हो रहा है और हम लोग इधर मस्जिदों में शिवलिंग ढूंढने में लगे हैं क्या यही देश का विकास होगा ऐसे काम करने वाले लोग किसके इशारों पर काम कर रहे हैं यह सोचने की बात है सबका विश्वास सबका साथ कैसे सफल होगा मस्जिदों के अंदर मंदिर ढूंढने जाते हो शिवलिंग ढूंढते हो मगर जब खुदाई हो जाती और बहुत बौद्ध धर्म के कहीं अवशेष मिलने के बाद वहां पर से भाग जाते हैं प्रधानमंत्री मोदी जी के वडनगर गांव में बुद्ध के अवशेष मिले और काफी वहां बुद्ध के प्रमाण मिले वहां पर उसको बहुत बड़ा प्रेक्षणीय स्थल या तो बौद्ध स्तूप के रूप में क्यों डेवलप नहीं किया जा रहा है क्या बुद्ध धाम के प्रति इतनी सारी नफरत इसका मतलब यह है कि ब्राह्मण शाही को लागू करना हिंदू राष्ट्र का दूसरा नाम तो नहीं है
@vinodpal1379
@vinodpal1379 8 сағат бұрын
त्रिपाठी जी आप खुद ही जाति को धो ड रहे हैं और संविधान की बात कर रहे हैं😅😅
@thelogicalindian99
@thelogicalindian99 8 сағат бұрын
संविधान ठीक से पढ़िए। संविधान जाति को सर्वाधिक मान्यता देता है।