हरि सो हीरा छाडि कै करहि आन की आस ॥ ते नर दोजक जाहिगे सति भाखै रविदास ॥🙏🙏 धन्य धन्य जगतगुरु रविदास जी महाराज, धन्य धन्य सतगुरु बालमीक जी महाराज, धन्य धन्य सतगुरु नामदेव जी महाराज, धन्य धन्य सतगुरु कबीर जी महाराज, धन्य धन्य सतगुरु सैन जी महाराज, धन्य धन्य सतगुरु सधना जी महाराज, धन्य धन्य सतगुरु त्रलोचन जी महाराज, धन्य धन्य सतगुरु बाबा फरीद जी महाराज, धन्य धन्य श्री चन्द जी महाराज, धन्य धन्य सन्त मीरा बाई जी महाराज, धन्य धन्य सतगुरु रंका जी महाराज, धन्य धन्य सतगुरु बंका जी महाराज, धन्य धन्य संत भिल्णी जी महाराज, सारे महांपुरुषों के चरणकमलों का और सेवा सिमरण की कमाई का ध्यान धर के जपो जी सतिनाम🙏🙏❤️