Dr baba saheb ambedkar bharatiyo ki bhagawan ki avatar hai or bhi bahut karna chahta tha lekin kuch jatiwadi manuwadi ney bahut pratarana kiya... Dr baba saheb ambedkar amar rahe.❤❤
@ManchaMatlami15 сағат бұрын
विश्व रत्न बाबा साहब को नमन
@bosedk416 сағат бұрын
ఎన్నో గొప్ప కామెంట్స్ క్రింద ఉన్నాయి..వాటికి చేతులెత్తి నమస్కరించడం తప్ప నేను ఏమీ మాట్లాడలేకపోతున్నాను.Jai bhim ❤🎉
@MamtaKumari-gc4ct18 сағат бұрын
Mai
@vijayreddy6504Күн бұрын
2025 👍🏻
@gautammandape4876Күн бұрын
Jay bhim namo buddhay Jai sanvidhan
@ambikeshmaharaj8458Күн бұрын
2025
@balwantmahipal8134Күн бұрын
Sirf ambedkar ap hi ak ho Jo hamare liye bahut bahut kuch kiye ho dr.bhim rav ambedkar ambedkar ambedkar ambedkar ambedkar ambedkar ambedkar ambedkar ambedkar ambedkar ambedkar ambedkar ambedkar ambedkar ambedkar ambedkar ambedkar ambedkar ambedkar ambedkar ambedkar ambedkar ambedkar ambedkar ambedkar ambedkar ambedkar ambedkar
@vaibhavrokade5673Күн бұрын
कवी श्रावण यशवंते यांचे अप्रतिम गित
@jairamgaikwad9014Күн бұрын
जय भीम
@डी.बापूКүн бұрын
या गाण्याचे गायक श्रावण ययेश्वन्ते हे आहेत yeshvante
@SamirJanbandhu-p9e2 күн бұрын
💙💙💙💙💙💙💙🙏🙏🙏🙏🙏🙏👌👌👌👌👌🌹🌹🌹🌹🌹
@rameshsorte402 күн бұрын
👌👌👌👌👌 👍👍👍👍👍 🙏🙏🙏🙏🙏 🙏👍👌
@rahulscientist71102 күн бұрын
Jai
@neerajkumarbhartineerajkum39712 күн бұрын
Kawan Kawa dek raha bhai
@harimahato20773 күн бұрын
Gandhi ji is a father of india but it is not over knowledge
@Govvkopookkcxxc3 күн бұрын
1:28 👏👏👏👏👏👏
@DikshaPavanKale3 күн бұрын
All tym favourite 🙌💯
@DikshaPavanKale3 күн бұрын
2025🙌💯
@anujnikalje80223 күн бұрын
🔥💙🦁🫶🏻
@mahmudansari193 күн бұрын
2025 se koun koun hai
@dayapadkar25673 күн бұрын
खरंच बाबासाहेबानी बद्दल या जुन्या गीतकारांकडून गायलेले गाणे मनाला तृप्त करून जातात त्यात बाबासाहेबाचे जुने ओरिजनल फोटो पहिले कि आपोआप डोळ्यातून पाणी येते कसा होता माझा भीमा त्याने केले आम्हा लोकांचे जीवनात उगवला सूर्य पुन्हा ❤❤❤❤❤
@bhumipurenwe86044 күн бұрын
2025❤❤
@King_of_free-fire6014 күн бұрын
Jay Bheem namo bhudhay
@sunitatandan49824 күн бұрын
Jai bhim 🙏🙂
@funivideosong4 күн бұрын
Hay bhim.
@thekingrdr5 күн бұрын
Sorry sir... We were sold out... We became slaves of higher caste parties....😢😢😢
@laputauk5 күн бұрын
Religion, the man made evil. Wrapped in morals highjacked by decent humans that have always existed. All of them have been nothing but a cum stain on human life.
@ArunSaini-d9y6 күн бұрын
Me babasaheb ambedkar ko bahut manta hu
@rushikeshjadhav94667 күн бұрын
Namo buddhay Jay Bheem 💙🙏🇮🇳
@tanmaykamble8277 күн бұрын
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर केवल एक व्यक्तित्व नहीं, बल्कि एक विचारधारा हैं। उन्होंने मानवमुक्ति, समानता, बंधुत्व और न्याय का महत्व समझाया। उनके विचार हमें केवल प्रेरित करने के लिए नहीं हैं, बल्कि हमारे जीवन का मार्गदर्शन करने के लिए हैं। इसलिए, आंबेडकर के विचारों को केवल मानना या उनकी प्रशंसा करना पर्याप्त नहीं है, बल्कि उनके विचारों को समझना और उनका सही अर्थ जानना आवश्यक है। अंधभक्ति व्यक्ति के विकास को रोकती है और सोचने-समझने की क्षमता को कमजोर करती है। आंबेडकर ने कभी भी अंधानुकरण को प्रोत्साहित नहीं किया; इसके विपरीत, उन्होंने हर व्यक्ति को सोचने, शोध करने और तर्कसंगत दृष्टिकोण अपनाने की शिक्षा दी। आंबेडकर ने हमें समानता का मार्ग दिखाया, लेकिन उस मार्ग पर चलना हमारी जिम्मेदारी है। उनके विचार केवल प्रेरणादायक भाषणों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उन्हें कार्यों में लाकर समाज को प्रगति की दिशा में ले जाने के लिए हैं। इसलिए, अंधभक्ति और अंधश्रद्धा से बचते हुए, उनके विचारों के सार को समझना और उसे अपने जीवन में लागू करना चाहिए। सच्चे आंबेडकरवादी वही हैं जो बाबासाहेब के विचारों का अध्ययन करते हैं और उनके सिद्धांतों के आधार पर समाज का निर्माण करने के लिए काम करते हैं। केवल नाम के लिए आंबेडकरवादी होना पर्याप्त नहीं है; उनके विचारों को अपने व्यवहार में उतारना ही असली आंबेडकरवाद है।
@tanmaykamble8277 күн бұрын
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर केवल एक व्यक्तित्व नहीं, बल्कि एक विचारधारा हैं। उन्होंने मानवमुक्ति, समानता, बंधुत्व और न्याय का महत्व समझाया। उनके विचार हमें केवल प्रेरित करने के लिए नहीं हैं, बल्कि हमारे जीवन का मार्गदर्शन करने के लिए हैं। इसलिए, आंबेडकर के विचारों को केवल मानना या उनकी प्रशंसा करना पर्याप्त नहीं है, बल्कि उनके विचारों को समझना और उनका सही अर्थ जानना आवश्यक है। अंधभक्ति व्यक्ति के विकास को रोकती है और सोचने-समझने की क्षमता को कमजोर करती है। आंबेडकर ने कभी भी अंधानुकरण को प्रोत्साहित नहीं किया; इसके विपरीत, उन्होंने हर व्यक्ति को सोचने, शोध करने और तर्कसंगत दृष्टिकोण अपनाने की शिक्षा दी। आंबेडकर ने हमें समानता का मार्ग दिखाया, लेकिन उस मार्ग पर चलना हमारी जिम्मेदारी है। उनके विचार केवल प्रेरणादायक भाषणों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उन्हें कार्यों में लाकर समाज को प्रगति की दिशा में ले जाने के लिए हैं। इसलिए, अंधभक्ति और अंधश्रद्धा से बचते हुए, उनके विचारों के सार को समझना और उसे अपने जीवन में लागू करना चाहिए। सच्चे आंबेडकरवादी वही हैं जो बाबासाहेब के विचारों का अध्ययन करते हैं और उनके सिद्धांतों के आधार पर समाज का निर्माण करने के लिए काम करते हैं। केवल नाम के लिए आंबेडकरवादी होना पर्याप्त नहीं है; उनके विचारों को अपने व्यवहार में उतारना ही असली आंबेडकरवाद है।
@tanmaykamble8277 күн бұрын
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर केवल एक व्यक्तित्व नहीं, बल्कि एक विचारधारा हैं। उन्होंने मानवमुक्ति, समानता, बंधुत्व और न्याय का महत्व समझाया। उनके विचार हमें केवल प्रेरित करने के लिए नहीं हैं, बल्कि हमारे जीवन का मार्गदर्शन करने के लिए हैं। इसलिए, आंबेडकर के विचारों को केवल मानना या उनकी प्रशंसा करना पर्याप्त नहीं है, बल्कि उनके विचारों को समझना और उनका सही अर्थ जानना आवश्यक है। अंधभक्ति व्यक्ति के विकास को रोकती है और सोचने-समझने की क्षमता को कमजोर करती है। आंबेडकर ने कभी भी अंधानुकरण को प्रोत्साहित नहीं किया; इसके विपरीत, उन्होंने हर व्यक्ति को सोचने, शोध करने और तर्कसंगत दृष्टिकोण अपनाने की शिक्षा दी। आंबेडकर ने हमें समानता का मार्ग दिखाया, लेकिन उस मार्ग पर चलना हमारी जिम्मेदारी है। उनके विचार केवल प्रेरणादायक भाषणों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उन्हें कार्यों में लाकर समाज को प्रगति की दिशा में ले जाने के लिए हैं। इसलिए, अंधभक्ति और अंधश्रद्धा से बचते हुए, उनके विचारों के सार को समझना और उसे अपने जीवन में लागू करना चाहिए। सच्चे आंबेडकरवादी वही हैं जो बाबासाहेब के विचारों का अध्ययन करते हैं और उनके सिद्धांतों के आधार पर समाज का निर्माण करने के लिए काम करते हैं। केवल नाम के लिए आंबेडकरवादी होना पर्याप्त नहीं है; उनके विचारों को अपने व्यवहार में उतारना ही असली आंबेडकरवाद है।
@tanmaykamble8277 күн бұрын
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर केवल एक व्यक्तित्व नहीं, बल्कि एक विचारधारा हैं। उन्होंने मानवमुक्ति, समानता, बंधुत्व और न्याय का महत्व समझाया। उनके विचार हमें केवल प्रेरित करने के लिए नहीं हैं, बल्कि हमारे जीवन का मार्गदर्शन करने के लिए हैं। इसलिए, आंबेडकर के विचारों को केवल मानना या उनकी प्रशंसा करना पर्याप्त नहीं है, बल्कि उनके विचारों को समझना और उनका सही अर्थ जानना आवश्यक है। अंधभक्ति व्यक्ति के विकास को रोकती है और सोचने-समझने की क्षमता को कमजोर करती है। आंबेडकर ने कभी भी अंधानुकरण को प्रोत्साहित नहीं किया; इसके विपरीत, उन्होंने हर व्यक्ति को सोचने, शोध करने और तर्कसंगत दृष्टिकोण अपनाने की शिक्षा दी। आंबेडकर ने हमें समानता का मार्ग दिखाया, लेकिन उस मार्ग पर चलना हमारी जिम्मेदारी है। उनके विचार केवल प्रेरणादायक भाषणों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उन्हें कार्यों में लाकर समाज को प्रगति की दिशा में ले जाने के लिए हैं। इसलिए, अंधभक्ति और अंधश्रद्धा से बचते हुए, उनके विचारों के सार को समझना और उसे अपने जीवन में लागू करना चाहिए। सच्चे आंबेडकरवादी वही हैं जो बाबासाहेब के विचारों का अध्ययन करते हैं और उनके सिद्धांतों के आधार पर समाज का निर्माण करने के लिए काम करते हैं। केवल नाम के लिए आंबेडकरवादी होना पर्याप्त नहीं है; उनके विचारों को अपने व्यवहार में उतारना ही असली आंबेडकरवाद है।
@tanmaykamble8277 күн бұрын
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर केवल एक व्यक्तित्व नहीं, बल्कि एक विचारधारा हैं। उन्होंने मानवमुक्ति, समानता, बंधुत्व और न्याय का महत्व समझाया। उनके विचार हमें केवल प्रेरित करने के लिए नहीं हैं, बल्कि हमारे जीवन का मार्गदर्शन करने के लिए हैं। इसलिए, आंबेडकर के विचारों को केवल मानना या उनकी प्रशंसा करना पर्याप्त नहीं है, बल्कि उनके विचारों को समझना और उनका सही अर्थ जानना आवश्यक है। अंधभक्ति व्यक्ति के विकास को रोकती है और सोचने-समझने की क्षमता को कमजोर करती है। आंबेडकर ने कभी भी अंधानुकरण को प्रोत्साहित नहीं किया; इसके विपरीत, उन्होंने हर व्यक्ति को सोचने, शोध करने और तर्कसंगत दृष्टिकोण अपनाने की शिक्षा दी। आंबेडकर ने हमें समानता का मार्ग दिखाया, लेकिन उस मार्ग पर चलना हमारी जिम्मेदारी है। उनके विचार केवल प्रेरणादायक भाषणों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उन्हें कार्यों में लाकर समाज को प्रगति की दिशा में ले जाने के लिए हैं। इसलिए, अंधभक्ति और अंधश्रद्धा से बचते हुए, उनके विचारों के सार को समझना और उसे अपने जीवन में लागू करना चाहिए। सच्चे आंबेडकरवादी वही हैं जो बाबासाहेब के विचारों का अध्ययन करते हैं और उनके सिद्धांतों के आधार पर समाज का निर्माण करने के लिए काम करते हैं। केवल नाम के लिए आंबेडकरवादी होना पर्याप्त नहीं है; उनके विचारों को अपने व्यवहार में उतारना ही असली आंबेडकरवाद है।
@tanmaykamble8277 күн бұрын
Dr. Babasaheb Ambedkar recognized as the only person who drafted the Constitution of India because in real Dr. Ambedkar wrote the whole text single-handedly, as a Chairman of Drafting committee and duty to Parliament it was his responsibility to complete the draft of the Constitution, in-spite of his bad health and busy personal social service. To understand more you can read T. T. Krishnamachari & Dr. Rajendra Prasad’s speech in the Constituent Assembly T. T. Krishnamachari in his speech in Constituent assembly about Dr. Babasaheb's dedicatory contribution said, "Out of the seven members selected to prepare the draft constitution, one resigned, one died, one left for America, one was busy with his work in princely state, one or two live away from Delhi, some had to be excused for health reasons, Dr. Ambedkar was the only one who had to bear the burnt."
@MonuSingh-te2kt7 күн бұрын
Iam proud mujhe jatav jaati mai janam mila h koi kuch bhi bole mujhe frk nhi pdta struggle krnge aage bdnge education ko pdnge bs only education se hi sc.st.k logo ka uday hoga bs ghanta bjane se kuch nhi hoga jay bheem jay bheem nmo buddhay 💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙🙏jay savidhan
जब तक दलितों को अपने साथ नहीं बिठाओगे तब तक हिंदू एक कभी नहीं होगा 🫂💞 अभी भी संभल जाओ नहीं मजबूर होकर यहीं मोहनराम कल मोहम्मद बनकर आपके घर के बाहर तलवार लेकर खड़ा होगा 😢🙏🏻 फिर इनको हिंदू से अच्छा मुस्लिम लगेगा... वहां कम से कम प्रताड़ित तो नहीं किया जाएगा ❤🙏🏻❤