Ye duniya hum tum oh log ye brahmand koi bhi Bram nahi hai. Satya hai.parantu ye sab se satya yek hai jo sab ka karan karya aur vinash hai. Jab aap us satya ko sakshatkar karoge tab hi aap ko ye sab kya hai pata chalega. Jaisa swapna me jo hai oh mithya tha kar ke admi samjhta hai
@KRUSHNAMohapatra-wv8te14 күн бұрын
🧘🏽♀️🤱🏿✍🏽💐💐💐💐🪴🪴🪴🪴🪴🪴🪻🪻🪻🪻🪻🪻🪻🪻🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲💎💎💎💎💎💎💎💎💎
@maheshkumar-ue6wp15 күн бұрын
If all this is true then why we need to protect country from enemy.
@Spiritual.Environment14 күн бұрын
भाई जी, ब्रह्मसूत्र आत्म-बोध के बारे में है और समाज में प्रभावी ढंग से योगदान करने से पहले किसी के स्वयं के आध्यात्मिक पथ को समझना महत्वपूर्ण है। 🙏
@Dayanand-x8s16 күн бұрын
❤
@Spiritual.Environment15 күн бұрын
Namo Buddhay 🙏
@RAJ-RAJKUMAR17 күн бұрын
नमो बुद्धस्स।
@Spiritual.Environment17 күн бұрын
Namo Buddhay 🙏
@padmapanigrahi245517 күн бұрын
please properly pronounce the word Bramh
@Spiritual.Environment17 күн бұрын
Thankyou sir, we will look forward to your feedback 🙏
@Dayanand-x8s18 күн бұрын
namo bhudhya
@Spiritual.Environment18 күн бұрын
Namo Buddhay 🙏
@Dayanand-x8s18 күн бұрын
great
@Spiritual.Environment18 күн бұрын
Namo buddhay 🙏
@Dayanand-x8s18 күн бұрын
❤
@Spiritual.Environment18 күн бұрын
Namo buddhay 🙏
@anoopverma418219 күн бұрын
विवेक चूड़ामणि मैं बताई गई प्रत्येक बात को अपने जीवन के अनुभव की कसौटी पर कस कर देखें आपको ऐसा लगेगा कि हम अज्ञान रूपी अंधकार से ज्ञान रूपी प्रकाश की ओर जा रहे हैं
@Spiritual.Environment19 күн бұрын
सत्य वचन🙏
@Dayanand-x8s19 күн бұрын
❤
@Spiritual.Environment19 күн бұрын
Namo buddhay 🙏
@Dayanand-x8s19 күн бұрын
❤
@Spiritual.Environment19 күн бұрын
Namo buddhay 🙏
@rajeshachal19 күн бұрын
ख़ाली कपोल कल्पना
@Spiritual.Environment19 күн бұрын
क्यों सर? 🙏
@anoopverma418219 күн бұрын
एक बार विवेक चूड़ामणि पूरी पढ़े या सुने और अपने व्यक्तिगत अनुभव की कसौटी पर उसको कस कर देखें उसके बाद निर्णय करें तो बेहतर होगा
@nkmeena124920 күн бұрын
आदि गुरू शंकराचार्य भगवान की जय🚩🚩🚩🚩🚩🚩
@nkmeena124920 күн бұрын
सनातन वैदिक आर्य हिन्दू धर्म की जय🚩🚩🚩🚩🚩
@ParasnathSingh-i6f20 күн бұрын
Yes sukh and dukh are feeling of mind. It is created by our thought and misunderstanding. Pleasures 😮 and sorrows exit only in our minds. Sense of feeling abundance gives us pleasure vice versa is sorrow. ❤❤❤❤❤
@Dayanand-x8s20 күн бұрын
great ❤
@kaushikkhanapurkar540622 күн бұрын
Very very nice thanks 🙏🙏
@Spiritual.Environment21 күн бұрын
Thank you sir 🙏
@demonslayer491423 күн бұрын
Kindly don't use AI generated voice, Btw the content is informative and good
@Spiritual.Environment23 күн бұрын
Thank you sir🙏
@arbaazmalik574023 күн бұрын
😀
@ghanshyamgarg486325 күн бұрын
Without doing satkarma all is vain and development will stop and finally will lead towards slavery, as power will reach to evil forces.
@Spiritual.Environment25 күн бұрын
ये भक्ति उत्तम है कि सब परमात्मा का है, ये भक्ति हमें अहंकार से दूर रखती है। परंतु हमें ज्ञान और कर्म के सिद्धांत को भी नहीं भूलना चाहिए, जो कहता है, कर्म से हम अपनी स्थिति बदल सकते हैं और ज्ञान से हम अपनी प्रतिक्रिया को नियंत्रित कर सकते हैं, यह समझते हुए कि भले ही हम परिणामों को नियंत्रित नहीं कर सकते, हम हमेशा चुन सकते हैं कि हम कैसे प्रतिक्रिया दें। यह आंतरिक नियंत्रण हमें केंद्रित, शांतिपूर्ण और पीड़ा से मुक्त रहने में मदद करता है। 🙏
@i.jmalhotra85125 күн бұрын
Wonderful expression clarification presentation give understanding the main book with deep understanding and awakening. Highly useful and informative.
@Spiritual.Environment24 күн бұрын
Thank you, Glad to know that it was helpful!
@i.jmalhotra85125 күн бұрын
Wonderful presentation most simple articulated and summarised that it touches mind intellect and soul with complete details this great book.🙏🙏
@pramodkabeerpanthi97225 күн бұрын
आपको बारम्बार साधुवाद है।🎉🎉🎉
@kahaniyonkiUdan78926 күн бұрын
Very nice story 👏😊
@arvindtiwari536526 күн бұрын
🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
@ArunMittal-ye7px26 күн бұрын
Shivoham soham
@uditjoshi471627 күн бұрын
🙏🙏🕉️
@Pardeepkatal27 күн бұрын
Tum kaha patal se aye ho brahma ka hi sab kush
@Spiritual.Environment27 күн бұрын
भाई, सबसे पहले हमें इस निष्कर्ष पर पहुंचना होगा कि ब्रह्म भौतिक व्यक्ति या देवता का नाम है या सार्वभौमिक कार्य का नाम है। उसके बाद हम कर्म के सिद्धांतों को तय कर सकते हैं, और यदि हम कर्म के सिद्धांतों को जानने में विफल रहते हैं तो हमें परिणाम भुगतने होंगे। कर्म के नियमों की अज्ञानता किसी को उनके परिणामों से मुक्त नहीं करती है, ठीक उसी तरह जैसे प्राकृतिक नियम (जैसे, गुरुत्वाकर्षण) की अज्ञानता इसके प्रभावों को नहीं रोकती है। इसलिए, आध्यात्मिक परंपराएँ नकारात्मक परिणामों से बचने और सकारात्मक विकास को बढ़ावा देने के लिए आत्म-जागरूकता, नैतिक जीवन और कर्म के सिद्धांतों के बारे में सीखने को प्रोत्साहित करती हैं। इस प्रकार, जबकि आप कर्म के सिद्धांतों को "निर्णय" नहीं कर सकते हैं - वे कारण और प्रभाव के अंतर्निहित नियम हैं - उन्हें समझने और उनके अनुसार कार्य करने से जीवन को आगे बढ़ाने और अवांछनीय परिणामों से बचने में मदद मिलती है।
@maheshagarwal453428 күн бұрын
इस तरीके से सभी सनातन हिंदू नपुंसक हो जाएगा कि बस आंख बंद करके बैठे रहो इससे सुख और शांति मिल जाएगी
@Spiritual.Environment28 күн бұрын
किसी भी व्यक्ति को शस्त्र उठाने से पहले, उसके मन में शास्त्र का ज्ञान होना चाहिए, क्योंकि असली शक्ति भौतिक बल में नहीं, बल्कि विचारों की गहराई में निहित है।
@rahulpatil453527 күн бұрын
Best
@Pardeepkatal27 күн бұрын
@@Spiritual.Environmentisne konsa gyan f ya kal iski movie dekhe galti ho gayi bacha paida karne ka gyan de rha yono aur ling hattt
@Spiritual.Environment27 күн бұрын
भाई जी मुझे नहीं पता आपने फिल्म में क्या देखा और आपने क्या समझा परंतु आदि शंकराचार्य की अद्वैत वेदांत दर्शन हमें प्रकृति के सार्वभौमिक नियमों को जानने पर जोर देता है। उनके अनुसार, आत्मा (जीव) और ब्रह्म (सर्वोच्च चेतना) एक ही हैं। इस एकत्व को समझकर व्यक्ति माया (भ्रम) से मुक्त हो सकता है और सच्चे ज्ञान एवं मुक्ति की ओर अग्रसर होता है। आदि शंकराचार्य का अद्वैत वेदांत शारीरिक संबंधों को आत्मा और शरीर से अलग मानता है। वे शरीर को नश्वर और आत्मा को शाश्वत मानते हैं। शारीरिक इच्छाओं को माया (भ्रम) के रूप में देखा जाता है, जो आत्म-साक्षात्कार और मोक्ष के मार्ग में बाधा बनती हैं। अतः संयम आवश्यक है।
@bodhsharma927125 күн бұрын
Sorry to say that you only understood half of it. It says, you are NOT the mind and body. You are pure Shiva. Let the mind and body do their worldly tasks properly. Again, don’t forget you are NOT the 😊doer at any time but the pure witness, Shiva.
@rajindersinghal8945Ай бұрын
Very true guidance by AdiGuru Acharya Shanker ji. Koti Naman.🙏🙏🙏👏🌹💯
@VinodMatyani-oe2fqАй бұрын
Is sansaar main jo bhi hai sab parmaanuo se milkar bana hai isme hamara jesa khuch nahi hai
@Spiritual.EnvironmentАй бұрын
सर ये भक्ति उत्तम है कि सब परमात्मा का है, ये भक्ति हमें अहंकार से दूर रखती है। परंतु हमें ज्ञान और कर्म के सिद्धांत को भी नहीं भूलना चाहिए, जो कहता है, कर्म से हम अपनी स्थिति बदल सकते हैं और ज्ञान से हम अपनी प्रतिक्रिया को नियंत्रित कर सकते हैं, यह समझते हुए कि भले ही हम परिणामों को नियंत्रित नहीं कर सकते, हम हमेशा चुन सकते हैं कि हम कैसे प्रतिक्रिया दें। यह आंतरिक नियंत्रण हमें केंद्रित, शांतिपूर्ण और पीड़ा से मुक्त रहने में मदद करता है।🙏
@gurungsiju3176Ай бұрын
Namo budhaye
@Spiritual.EnvironmentАй бұрын
Namo Buddhay🙏
@Sudarshan-xf6ezАй бұрын
Atman is ever present reality
@Spiritual.EnvironmentАй бұрын
कुछ शब्द स्पष्टीकरण से परे हैं, क्योंकि उनका अर्थ केवल वाक्यों तक सीमित होने पर भ्रम पैदा करता है। सच्ची व्याख्या भीतर से आती है, अनुभव और ज्ञान से छनकर, आत्म-विश्लेषण के माध्यम से।
@harshidabenacharya6936Ай бұрын
બ્રહ્માંડ અને સત્ય અલગઅલગ છે ,પંચ ભાવ વિચાર, વ્યકિત, વસ્તુ, સ્થાન, સમય ,પાર .....સંજોગ થી સર્જન...સંહાર ,આ સંજોગ નો સૂક્ષ્મ ભાવ તે સત્ય ચેતના ,ન્યૂટરોન વિજ્ઞાન