महात्मा गौतम बुद्ध की जय हो इ स कहानी को सुनकर करके हमारी वासना कमहुई
@GKGyaan88814 күн бұрын
किसको किसको इस वीडियो से सीख मिला है । वो लोग लाइक करे।
@ronakkumarronakkumar632517 күн бұрын
Thank you sir
@visheligamingff681420 күн бұрын
6:15
@visheligamingff681420 күн бұрын
5:30 💯
@VANSHI_VOICE_official21 күн бұрын
Bahut achi story hai
@ravikantsoni360023 күн бұрын
Aj ke baudh bikshu ache nhi hai
@ravikantsoni360023 күн бұрын
Gautam Buddh ke kisse aur sunao
@milindyande699224 күн бұрын
Dhanyawad
@axyz31024 күн бұрын
Maya mari na mn mra mr mr gye sarir asha trishna na mari kah gye das kabir..
@binodnarayansethi24 күн бұрын
बुद्ध के समय कोई ब्राह्मण वर्ग भी था उसका कोई प्रमाण नहीं । ये सब कहानियां बौद्धवाद को विनाश करने के बाद बने हैं । ईश्वर और भगवान दो भी पालि शब्द हैं और बुद्ध का नाम ही है। GOD यानी Generator(सृष्टिकर्ता)+Operator(पालनकर्ता)+Destroyer(संहारकर्ता)=GOD(सृपासं) इस भूखंड का सोच ही नहीं ये विदेशी सोच 700AD के बाद इस भूखंड का बौद्धविरोधी अपराधी वर्ग का आडोप्ट किया और इस भूखंड पर थोपा सोच है। इस भूखंड का हर भाषीय सभ्यता की जिस प्रांत का जिस समाज की संगठित इंसानी वर्ग उस प्रान्त का बौद्धवाद उपनाम ज्ञानवाद को विनाश करके उस समाज का बौद्धवाद का कब्ज़ा किया वह ही उस समाज का ब्राह्मणवर्ग हैं । इनका धर्मं ब्राह्मणधर्म है कोइ सनातन या हिन्दु धर्म नहीं । हिन्दु शब्द भी बौद्ध भाषा पाली शब्द सिन्धु से पैदा एक शब्द है और सनातन शब्द भी बौद्धभाषा पाली शब्द सनन्तन शब्द से पैदा एक शब्द है इसलिए बौद्धवाद ही हिन्दु उपनाम सनातन धर्म है। ईस+वर=प्रमुख+पुरुष=ईश्वर यानी बुद्ध को हो समझा जाता था और GOD यानी सृपासंवादी लोगों ने GOD का अनुवाद बुद्ध का नाम ईश्वर ही रख दिया; क्यों के चोर इससे घटिया और क्या काम कर सकता है??? ठीक वैसे भगवान दो पालि शब्द भग्गो+वान=भग्गोवान/भगवान से पैदा हुआ है जहाँ भग्गो का मतलव भग्न या विनाश करना और वान का मतलव बुरे या गलत या आपराधिक इच्छा, अभिलाषा या मनोकामना होता है। इसलिए जो बुरे इच्छा, अभिलाषा या मनोकामना का विनाश करता है वह ही भगवान है। ब्राह्मणधर्म का रचनाकार इस भूखंड का संगठित अपराधी वर्ग हैं जब की हिन्दु उपनाम सनातन धर्म उपनाम बौद्धधर्म इस भूखंड का संगठित ज्ञानवानों का बनाया विचारधारा है। GOD का असली अनुवाद सृपासं हैं। बौद्धविरोधी उर्फ़ ब्राह्मण हमेशा व्याकरण भ्रष्टाचार करके कई शब्दों का भाव और अर्थ बदलकर उसका असली स्वरुप ही बदल दिया है।
@sanjaykumar700025 күн бұрын
🎉
@MICROVISIONDETECTIONS27 күн бұрын
Title is not appropriate isn't it ? It's applicable to both genders ! 👁️🧠👁️
@farmerboys7628 күн бұрын
Kise bhabhi ka pati me Kami hi baby nahe ho raha hai 101% baby jald higa all india sevs money loga faltu mage nahe ok I'm single boy my height 6.3 jisse real mein need ho vah mere box mein aaye faltu message mat Karen🎉🎉 money do or kam higa 101%🎉🎉🎉
@rameshjain1227Ай бұрын
Bahut achcha video. Hai
@Vijayawada263Ай бұрын
Very nice explained. Thanks
@truemotivation_ytАй бұрын
You are welcome
@Unknownguy060Ай бұрын
Stree k prati kisi ko aakarshan nhi hota sb hormones ka khel h aur aakarshan normal h wo stri ko bhi hota h
@TaraMati-up8joАй бұрын
Nmo buddhay
@TaraMati-up8joАй бұрын
Amar rhe amarpqli
@VikasMehta-kp1qbАй бұрын
9 day successfully completed 😊
@ananyadwibedy9688Ай бұрын
I always find meaning here. Thqnk you......
@Choudharyvikash26Ай бұрын
A
@HARJEETSINGH-yv1npАй бұрын
❤❤❤g
@DevanshBhai647Ай бұрын
Aap Aisa hi video fir banae kripya video banana mat band karie
@DevanshBhai647Ай бұрын
Super itani achchhi video Aaj Tak nahi dekha
@gappauchАй бұрын
Urdu shabd istemaal naa kar...
@truemotivation_yt25 күн бұрын
OK Brother meri new videos dekho ....
@so17jsmjАй бұрын
Chutiyapa
@kamleshupadhyay5761Ай бұрын
आपने अपनें विचारों को प्रकट करने में बुद्ध का आश्रय क्यों लिया ? क्योंकि बुद्ध एक जागृत चेतना थे। चूंकि बुद्ध एक समर्थ व्यक्ति थे और वे स्पष्ट बोल पाते थे जबकि आपका व्यक्तित्व प्रच्छन्न है इसलिए आत्मविश्वास की कमी है और आत्मग्लानि से प्रेरित भी हैं।
@user-qu2bz5bd9fАй бұрын
कामोत्तेजना एक प्राकृतिक क्रिया है और हर प्राणी के अन्दर होती होना भी जरूरी है बडे़ बडे़ ब्रहमचारी भी फिसल जाया करते हैं सामान्य आदमी की तो कहना ही किया है कैई साधू संत जेल में कैद में हैं ज्ञान बाँट ने वाले बहुत हैं पालन करने वाले लाखों में एक मिले गा
@chanduparmar1445Ай бұрын
ध्यान ही सभी चिंताओ का निराकरण करता है
@n__749Ай бұрын
जय ब्रम्हचर्य
@juststartonesteptowardssuc9325Ай бұрын
ऐसा क्या है कि, स्त्री को आकर्षण का वस्तु मान लिया जाता है, और ब्रह्मचर्य का स्त्री को एक निम्न वस्तु समझ लिया जाता है। ये जितने ब्रह्मचर्य ब्रह्मचर्य का नारा लगाते है न अगर इनके बाप भी ब्रह्मचर्य का पालन किये होते तो इनका पता भी नही होता।
@user-cl5tg9df5nАй бұрын
बहुत महत्वापूर्ण बात बताई है की ध्यान करके जितना ज्यादा समय स्वयं के साथ रहे तो इस परेशानीसे सहजता के साथ दूर हॊ जा सकता है. केवल हम दृढता के साथ इस पर चल सके
@Gyan_KahaniАй бұрын
“पर नारी को देखिए, बहन बेटी के भाव। कहैं कबीर काम नाश का, यही सहज उपाय।।"