ध्यान से सुने
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गाय  का महत्व
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QNA
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2 ай бұрын
Пікірлер
@आचार्यभारद्वाज
@आचार्यभारद्वाज 3 күн бұрын
आप जिस धर्म के अधिकारी हैं,उसी से कल्याण प्राप्त करें वरना सर्व धर्म परित्यज से ही शरणागति है...अभी आपके लिए कर्मकांड की बस्ती पर्याप्त है...!
@MotiRajput-tu5jf
@MotiRajput-tu5jf 4 күн бұрын
गुरु जी प्रणाम गुरु जी गोपाष्टमी पर्व पर एक विडियो बनायें
@vaibhavPandey-b1q
@vaibhavPandey-b1q 4 күн бұрын
बिल्कुल सत्य वचन
@devendrashastri9221
@devendrashastri9221 4 күн бұрын
पाखण्ड समाज को पठन-पाठन से विमुख कर कमजोर बनाता है ! विना ज्ञान के भक्ति, सुकर्म, पुरुषार्थ नहीं हो पाते तथा ज्ञान केवल मनन, श्रवण और अध्ययन से प्राप्त होता है, न कि राधा राधा जपने से
@devendrashastri9221
@devendrashastri9221 4 күн бұрын
सही कहा जी ! कलियुग केवल नाम अधारा ----, नहिं कलि करम न भगति विवेक जैसे कथनों के अंधानुकरण से ही सनातनी वर्ग संसार से सिमटकर इस पीड़ित अवस्था को प्राप्त हुआ है
@vishalkaushik1920
@vishalkaushik1920 4 күн бұрын
महाभारत में कहीं भी कृष्ण ने अर्जुन से ये नहीं कहा कि तू राधे राधे करता रह बल्कि उसे ये कहा कि तू धनुष उठा ,कर्म कर
@vishalkaushik1920
@vishalkaushik1920 4 күн бұрын
सही बात है
@acharysrishyamdixitjimahar2367
@acharysrishyamdixitjimahar2367 14 күн бұрын
हर हर महादेव 🙏🙏
@acharysrishyamdixitjimahar2367
@acharysrishyamdixitjimahar2367 14 күн бұрын
हर हर महादेव 🙏🙏
@ravindersemwal8697
@ravindersemwal8697 17 күн бұрын
Right जय श्री राम
@mahendrrawalsambhuguru2187
@mahendrrawalsambhuguru2187 19 күн бұрын
रजनी का क्या है
@mahendrrawalsambhuguru2187
@mahendrrawalsambhuguru2187 19 күн бұрын
Guruji muje pdf chahiye inki
@pt.santoshyogi9410
@pt.santoshyogi9410 24 күн бұрын
गुरुदेव प्रणाम कृपा कर दीपावली पर निर्णय दे 31 को मनाई जाए या 1 नवंबर
@DrGyanendrasharma
@DrGyanendrasharma 23 күн бұрын
1 nov
@RamsumrinDass
@RamsumrinDass 29 күн бұрын
Vinash kala viprit buddi in Pandit je ke
@pratimdevi8759
@pratimdevi8759 Ай бұрын
শ্ৰী হৰি !
@suryaprakash5786
@suryaprakash5786 Ай бұрын
माननीय मोदी जी माता जी को मुखाग्नि देने के बाद कोई कर्मकाण्ड नहीं किये थे क्षौर क्रिया भी नहीं किये और वे तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं
@phoolchandparashar
@phoolchandparashar Ай бұрын
Pushkar se phoolchand Parashar pandit Ji kripya aapke number deve ham aapse baat karna chahte hain
@शिवकृपाचैनल
@शिवकृपाचैनल Ай бұрын
🙏🏵️🙏
@PrashantSharma-y4f
@PrashantSharma-y4f Ай бұрын
कुण्डली के माध्यम से
@PrashantSharma-y4f
@PrashantSharma-y4f Ай бұрын
गुरु जी क्या पितृ दोष का वर्णन किसी ग्रंथ में है बताने कीl कृपा करे
@mishrautkarsh72
@mishrautkarsh72 Ай бұрын
सादर चरण स्पर्श गुरुजी। आपका contact no kya hai
@DrGyanendrasharma
@DrGyanendrasharma Ай бұрын
9451806649
@AstrologerAbhishekMishra
@AstrologerAbhishekMishra Ай бұрын
Guru ji pranam Jinke ghar me sadi Hui h kya vah abhi apne pita ji ke tithi pe तर्पण, श्राद्ध kar sakte hain kya ?
@vartikpandey7008
@vartikpandey7008 Ай бұрын
गुरु जी प्रणाम आपसे निवेदन है कि on line के माध्यम से श्राद्ध पढ़ाने की कृपा करे गुरु जी
@gyanprakash9168
@gyanprakash9168 Ай бұрын
मृत्युभोज के समय 13 दिन बाद जो तेरही का निमंत्रण होता है उसे समय अगर उसी के यहां पर कोई दूसरा व्यक्ति खत्म हो जाता है तो क्या मृत्यु भोज ब्राह्मण निमंत्रण को रोकनानहीं चाहिए ब्राह्मणों को भोजन करवाना चाहिए
@balarampanda5211
@balarampanda5211 Ай бұрын
सादर प्रणाम, महासय मेरे परिवार मे बहुत दीन से पार्बर्न श्रद्ध नहीं हो रहा है । तो क्या पुनः श्रद्ध कर सकते है क्या
@gyanprakash9168
@gyanprakash9168 Ай бұрын
शास्त्र सम्मत प्रमाण क्या है
@gyanprakash9168
@gyanprakash9168 Ай бұрын
पितृ पक्ष में पार्थिव शिवलिंग की पूजा कर सकते हैं मिट्टी के शिवलिंग बनाकर रुद्राभिषेक करना सही है
@gopalyadav946
@gopalyadav946 Ай бұрын
Bus aapp kuch bhi Mt bolo kya Jayda Gyan Mt dijiye
@gopalyadav946
@gopalyadav946 Ай бұрын
Pandit jii mitti ki murti ki pooja vidhan hai ganpati Puja me kyuki prativ Ganesh poojan me mitii ki murti hi sharto me likha haai
@gopalyadav946
@gopalyadav946 Ай бұрын
Partiv siddhivinayak pooja samjhiye aap kuch bhi Mt bolo
@krishnkumarpandey7384
@krishnkumarpandey7384 2 ай бұрын
गुरुदेव प्रणाम चरण कुछ लोग शिवजी कुमार के यहां से बनाकर किला के उनका अभिषेक करते हैं पार्थिव शिवलिंग का क्या उचित है कृपया करके इसका मार्ग दर्शन कीजिए
@Vivekmudgal04
@Vivekmudgal04 2 ай бұрын
चांडाल के समान होगा , उसका क्या
@akhileshkailkhura
@akhileshkailkhura 2 ай бұрын
गुरु देव को प्रणाम, 🙏🏻 आज कल भाव पूजा वाले कुछ ज्यादा ही बाजार में घूम रहे है, और इस कारण वे ऐसे ऐसों को गुरु बना देते है जो खुद की संप्रदाय चला रहे है क्योंकि वे तथाकथित गुरु खुद ही विधि को नहीं जानते। और इन्ही भाव पूजा को रटते हुए वे शास्त्रीय विधि को किनारा कर के असली गुरु परंपरा प्राप्त गुरुओं को और उनकी वाणी को नकार देते है।
@AnubhavPanditji-h9h
@AnubhavPanditji-h9h 2 ай бұрын
🎉
@kavirajsharma1022
@kavirajsharma1022 2 ай бұрын
Jai shri ram ji
@sitacharanjha8056
@sitacharanjha8056 3 ай бұрын
सर्व तीर्थ मयी गंगा।
@ritiksharma-wr3nx
@ritiksharma-wr3nx 3 ай бұрын
आचार्य जी क्या भंडारे में जो प्रसाद होता है उसे भी मना नहीं करना चाहिए ??
@NaveenSharma-gq9qj
@NaveenSharma-gq9qj 3 ай бұрын
मैंने आपको बोला था seo के लिएँ पुछ लेना आप
@VB-oh9gk
@VB-oh9gk 3 ай бұрын
यानी आपके मुताबिक मनुष्य ही देवत्व को प्राप्त होते हैं ।
@बिनोदफुलेरा
@बिनोदफुलेरा 3 ай бұрын
भागवत पुराण काल्पनिक है। इसका वास्तविकता से कोई संबंध नही है। ये काफी बाद में लिखा गया है
@PannaLalMaurya-d2u
@PannaLalMaurya-d2u 3 ай бұрын
aapk graha Kalpanik lagte ha jase Govardhan parvat uthana,Hanumanji ka Sun(Surya)ko bachpan mei nigalana,etc,App log tamam logo ko Bhagwan/ink Avatar bana dete ha jab koyi question uthata ha to kuchha bhi tark de dete ha,yahi to aap k panditya ha,
@HansoJiBharKe
@HansoJiBharKe 3 ай бұрын
In sadhuon par vishwaas na karen ye Christianity or muslim ko apna chuke hai sirf hindu ka chola pahnne hai.
@Travel-e4j
@Travel-e4j 3 ай бұрын
बहुत सुंदर प्रस्तुति ,प्रणाम ❤❤
@apnadurdarshanshivam
@apnadurdarshanshivam 4 ай бұрын
Kat video mat karo Pura suno
@abhyudaygarg25
@abhyudaygarg25 4 ай бұрын
नमस्ते आचार्य जी, हर एक मनुष्य समान नहीं होता; कुछ व्यक्ति गहन विचारशील और तार्किक होते हैं, जबकि अन्य थोड़े सतही या सीमित दृष्टिकोण वाले होते हैं। यह भिन्नता पुस्तकों और शास्त्रों में भी देखी जा सकती है। हर पुस्तक की गुणवत्ता और दृष्टिकोण समान नहीं होते। यह हमारी तार्किकता और विवेक है जो हमें यह निर्णय लेने में सहायता करती है कि हमें क्या ग्रहण करना चाहिए और क्या त्यागना चाहिए। सिर्फ इसलिए कि किसी पुस्तक में कुछ लिखा है, वह बात सत्य सिद्ध नहीं हो जाती। हमें विवेक और तार्किकता का उपयोग कर के यह समझना चाहिए कि कौन सी बातें आज के संदर्भ में प्रासंगिक और सही हैं। आपके सम्मान के साथ कहना चाहूँगा कि किसी भी विचार या परंपरा का अंधानुकरण हमें रूढ़िवादी समाज की ओर ले जा सकता है। हमें समय के साथ प्रगतिशील दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है ताकि समाज अधिक समावेशी और तार्किक बन सके। आदरपूर्वक (अभ्युदय)
@anonymouss_007_
@anonymouss_007_ 4 ай бұрын
आचार्य जी शुद्र आदि को प्याज लहसुन भक्षण का दोष नही है न ?
@rajput-ez1ig
@rajput-ez1ig 4 ай бұрын
कुछ लोग सरकारी बाबा है उनको सरकार का सरंक्षण प्राप्त है परंतु ज्ञान नही है