वक़्त रहता नहीं कहीं टिक कर, 🤐 आदत इस की भी आदमी सी है। 😎💐🌈🙌 जेब में जरा सा सूराख क्या हुआ, 😊 सिक्कों से ज्यादा रिश्ते गिर पड़े। 🌥🌼👌☀️ अल्फ़ाज़ के कुछ तो कंकर फेंको, 😲 यहाँ झील सी गहरी खामोशी है। 😲🙌🥺🌥 वो कहानी थी, 😎 चलती रही, 🙌 मै किस्सा था, 🌈 खत्म हुआ। 🌷🌺🙌🌥 क्या गज़ब है उसकी ख़ामोशी मुझ से बातें हज़ार करती है। 👌🌺🙏👌