जगद्गुर शंकराचार्य की जय। धर्मराज निग्रहाचार्य की जय। धर्मसम्राट करपात्रीजी की जय। धर्ममूल वैदिक गोवंश की जय।
@vaibhav-yo4otСағат бұрын
10:10 puri ke shankrachrya ji ne bataya tha ki jayant ne charno se chot maari
@dr.kabirVerma-kr9xp2 сағат бұрын
Tum sirf india tk सीमित रहोगे or christianity pure जगत m होगी
@vijaykumar-ve8ho2 сағат бұрын
जय जय श्री सीताराम
@vijaykumar-ve8ho2 сағат бұрын
जय जय श्री सीताराम
@brajeshjha42062 сағат бұрын
धन्य हैं गुरुदेव, मन गद गद हो गया, इसी की आवश्यकता है, इस समय ।
@rashtrabhakt30022 сағат бұрын
🙏🙏
@natkhatpanthi25502 сағат бұрын
Aise sare sant ho jaye to kya bat hai
@himanshusrivastava84952 сағат бұрын
राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम
@Rakesh-tb7nk3 сағат бұрын
mahraj ji ke chardo me koti koti pranam
@ashwatthama19013 сағат бұрын
पहली बार किसी कथावाचक को व्यासपीठ और भागवत कथा की गरिमा और मर्यादा के लिए उद्यत और व्यग्र पाया l सच्चा धर्म मार्ग यही है, वरना चारो ओर पतन के लक्षण दिखाई दे रहे हैँ l पूर्ण समर्थन l
@ashutoshshukla85643 сағат бұрын
बहुत सुन्दर
@ashutoshshukla85643 сағат бұрын
बहुत सुन्दर महराज
@तपोभूमिःश्रेष्ठम3 сағат бұрын
समाज को भगवे और भड़ वे मे अन्तर समझे,तो भला हो
@JustStudyCA4 сағат бұрын
Hare Hare 🙌
@amitchaubey904 сағат бұрын
महाराज आपके जैसे युवा आचार्य को समाज की आवश्यकता है।
@MithileshSharmaSharma-us6np4 сағат бұрын
Aise Vyas peeth aur aise gaddi ka Adhikari hamen chahie
@neelasingh90784 сағат бұрын
जगद्गुर शंकराचार्य की जय। धर्मराज निग्रहाचार्य की जय। धर्मसम्राट करपात्रीजी की जय। धर्ममूल वैदिक गोवंश की जय।
@durga69824 сағат бұрын
गुरु जी चरण स्पर्श, कृपया बताईए अघमर्दनी विद्या के पाठ के दस दिन बाद उद्घाटन विद्या का पाठ कर सकता हूं क्या? बता दीजिए 🙏
@anupdubey30654 сағат бұрын
श्रीमन्नारायण गुरुजी 🙏🙏आप ज्ञान का नित्य सूर्य हैं। आप के उपस्थति में कलियुग का प्रभाव हो ही नहीं सकता। मैं आप में शुकदेव जी का साक्षात दर्शन करता हूँ 🙏🙏
@YashQuest4 сағат бұрын
जय मां श्री मन नारायण
@rajuvarma96184 сағат бұрын
Nishabd
@ajitkumarsingh26544 сағат бұрын
स्वामी जी का कथन सत्य है
@lakshminarayanjoshi45614 сағат бұрын
इसे कहते हैं भागवत वक्ता
@NeelbhadraSharma4 сағат бұрын
अद्भुत है आप ।शब्द नहीं कहने को ।सुअर को कीचड़ ही अच्छा लगता है ।कुसंस्कार गहरा है ।लेकिन उसके प्रतिकार में फटकार तगड़ा सांट लगाया है आपने।आवश्यक है यह।दिशाहीन हिन्दू समाज है ।सुधार तो आप जैसे महापुरूषों से आएगी ।गर्व है कि आप जैसे तपस्वी अभी विराजमान हैं आपका क्रोध अनुग्रह कारक है ।
@Harshvardhan.vvv14 сағат бұрын
Ye 1 crore dekar bulane ke example me shankaracharya pad hi mila tha kya aapko nigrahacharya ji??? Uss pad ki bhi maryada hai na kuch.
@SwamiNigrahacharya4 сағат бұрын
बिल्कुल मर्यादा है और उस मर्यादा को खण्डित कम से कम हम तो नहीं कर रहे। शांकर पीठों की आंतरिक स्थिति और परिकरों के द्वारा आचार्यों पर नियंत्रण की वास्तविकता हमने निकट से देखी और समझी है अतः ऐसा कहा है।
@bibekacharya70605 сағат бұрын
Nigrahacharya ji ki jai hi। Kripa kare Vrishbhanu nandini sada apki rakhya karein ❤
@saurabhpandit97215 сағат бұрын
Jay shiyaraam Maharaj
@rashtrabhakt30025 сағат бұрын
🙏🙏
@ashutoshshukla-7cr5 сағат бұрын
Bahut sahi maharaj ji esa hi sabhi dharmachaarya ko karna chahiya
@ashutoshshukla-7cr5 сағат бұрын
Bahut sahi maharaj ji esa hi sabhi dharmachaarya ko karna chahiya
@advghanshyamupadhyay73585 сағат бұрын
Dhanya ho Maharaj ji, aapko dandwat pranam. Dusare katha vachako ko aap se prerna leni chahiye
@HTR-8965 сағат бұрын
इस्कॉन एक दुष्ट संस्था और ईसाई मिशनरी का षड्यंत्र है
@durga69825 сағат бұрын
गुरु जी कृपया बताईए, उद्घाटन विद्या का पाठ कितने दिन बाद करूं में?
@sanjubhatt30015 сағат бұрын
आचार्यजी हर बात में शंकराचार्य जी को नाम लेना शंकराचार्यजी से अपने आप को बड़ा बताना यह आपको शोभा नहीं देता इतना ज्यादाअहंकार शंकराचार्य जी आपकी तरह कच्चा वाचकथोड़ी है मैंने तो आज तक शंकराचार्य जी की कथा कहानी सुनी नहीं आप कह रहे हैं उनको करोड़ों में बुला लो किसी को कहताहै अहंकार बाकी अपने शरीर पर ध्यान दीजिए आगे में कुछ नहीं कहूंगा
@vaibhav-yo4ot4 сағат бұрын
nigrahcharya ji shayad ambani ki shaadi wali baat ke karan bol rahe hai
@Harshvardhan.vvv14 сағат бұрын
Ekdm uchit bola bhai aapne.
@vaibhav-yo4ot4 сағат бұрын
पुरी के शंकराचार्य रायपुर में मुसलमान के घर गए, यह बोलकर कि वह श्रद्धालु है। एक श्रद्धालु किन्तु निर्धन हिन्दू के यहां जाना कठिन है लेकिन मुस्लिम श्रद्धालु के यहां तो गये ही। बागेश्वर वाले धीरेन्द्र के यहां उसका धन और प्रसिद्धि देखकर ही गये, सदाचार और ज्ञान देखकर तो नहीं, जबकि उसी धीरेन्द्र ने जब धर्मविरोधी वक्तव्य दिया तो फिर शंकराचार्य जी को क्षुब्ध होकर प्रतिकार करना पड़ा। ऐसे ही शृंगेरी वाले सदैव सत्तापक्ष के ही साथ चलने का प्रयास करते हैं। सदानन्द सरस्वती का कुमार स्वामी के साथ कार्यक्रम साझा करने की घोषणा करना, स्त्री कथावाचिका के नीचे बैठना अथवा अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का स्त्री भागवत वाचिकाओं को प्रशस्ति पत्र डेकर सम्मानित करना, ये उनके किस सद्गुण के कारण है ? अवश्य ही धर्माचरण के कारण तो नहीं है, अन्य वैभवादि के कारण ही है - nigrahchcarya ji
@sanatanacharyaji3 сағат бұрын
निग्रहाचार्य जी की शब्दावली सामान्य ज्ञान में समझ नहीं आती, गूढ़ एवं तार्किक होकर सत्यान्वेषित भी होत है।
@nilamdevi99435 сағат бұрын
Aap maansbhakchhi hai ya Baisanv hai
@vaibhav-yo4ot5 сағат бұрын
bo satvik hai maas bhaskshak nhi hai
@sanatanacharyaji3 сағат бұрын
आपकी बुद्धि के भी क्या कहने!!! ऐसे अद्भुत तप:निष्ठ शास्त्रज्ञ महापुरुष को भी इतने में भी नहीं जान पाए, तो क्या ही कहना... नारायण आपकी बुद्धि में शुद्धि करें।
@ShwetanginiS.mishra5 сағат бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏😊
@nilamdevi99435 сағат бұрын
Man's bhakshank ka birodh Karter h
@nilamdevi99435 сағат бұрын
Kya nigrhachary jimahraj
@Kuhuart-tp7qd5 сағат бұрын
जय श्रीनारायण
@brahmarshipranav.76 сағат бұрын
जय हो
@SachinSanatanKashyap6 сағат бұрын
मेरे तो रोंगटे खड़े हो गए,काफी समय बाद यह तांडव रूपी दर्शन हुए 🙏 महाराज जी हम में सद्बुद्धि आये 🙏 जय स्वामी श्री निग्रहाचार्य जी गुरु भगवान आपको मेरा नित्य प्रणाम है 🙏
@ChatrapalDubey-q8o6 сағат бұрын
👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻
@ashokkumarsharma44886 сағат бұрын
प्रणाम है प्रणाम है भगवन प्रणाम है
@nitintiwari93116 сағат бұрын
41:14
@sarakumari31796 сағат бұрын
शास्त्रों में वर्णित दर्शन के उपदेश देने तक मात्र रह गया है, हिंदुओं में धर्म, जीवन में उतारने का प्रयास नहीं करते।
@durga69826 сағат бұрын
गुरु जी प्रणाम कृपया करके बताईए, चोर गणपति और अघमर्दनी विद्या का पाठ करने के कितने दिनों बाद साधक को उद्घाटन विद्या का पाठ करना चाहिए
@SwamiNigrahacharya6 сағат бұрын
उद्घाटन विद्या वस्तुतः उच्चस्तरीय विद्या है। कुंडलिनी जागरण में इसका प्रमुख महत्व है
@durga69826 сағат бұрын
@SwamiNigrahacharya गुरु जी तो फिर उद्घाटन विद्या का पाठ ना करें किया,साधक , कृपया बताईए
@AnilPandey-oi6nl6 сағат бұрын
पहली बार, किसी संत महात्मा, भागवत कथा मंच से य़ह सात्विक मर्यादा के शब्दों का अंगार सुना और सैकड़ों मील दूर तक तपन अनुभव किया, स्थानीय लोगों ने जो भागवतीक अपराध किया, मुझे भी अपने मानसिक और भौतिक आचार-विचार में यह त्रुटियां दिखने लगी. समाज को व्यवस्थित दिशा देने वाले ऐसे साधु महापुरुष को सादर प्रणाम जिनके प्रभाव से व्यक्ति सनातन पवित्रता की ओर ही अग्रसर होगा.