Пікірлер
@unnatirajdeo6491
@unnatirajdeo6491 47 минут бұрын
Jagajjalapalam Kachad Kanda Malam, Sarahandraphalam Mahadaithyakalam, Nabho Neelakayam Duravaramayam, Supadmasahayam Bajeham Bajeham. Sadambhodhi Vasam Galathpushpahasam, Jagatsannivasam Sathadhithyabhasam, Gadhachakra Sastram Lasad Peetha Vasthram, Hasacharu Vakthram Bajeham Bajeham. Ramakantaharam Sruthivrathasaram, Jalantharviharam Dharabharaharam, Chidanandaroopam Manogna Swaroopam, Druthaneka Roopam Bajeham Bajeham. Jarajanma Heenam Parananda Peetham, Samadana Leenam Sadaivanaveetham, Jagajjanma Hethum Suraneeka Kethum, Trilokaika Sethum Bajeham Bajeham. Kruthamnayaganam Khagadhisayanam, Vimukthernidhanam Hararadhimanam, Swabakthanukoolam Jagadvrukshamoolam, Nirastharthasoolam Bajeham Bajeham. Samasthamaresam Dwirephabha Klesam, Jagat Bimba Lesam Hrudakasa Desam, Sada Divya Deham Vimukthakhileham, Suvaikuntageham Bajeham Bajeham. Suralibalishtam Trilokivarishtam, Gurannangarishtam Swaroopaikanishtam, Sadyudhadheeram Mahaveeraveeram, Bhambhoditheeram Bajeham Bajeham. Ramavamabhagam Thalanagna Nagam, Kruthadeethayagam Gatharagaragam, Muneendrai Sugeetham Surai Sapareeham, Ganougairaathetham Bajeham Bajeham.
@unnatirajdeo6491
@unnatirajdeo6491 46 минут бұрын
जगज्जाल पालम् कचत् कण्ठमालं शरच्चन्द्र भालं महादैत्य कालम्। नभो-नीलकायम् दुरावारमायम् सुपद्मा सहायं भजेऽहं भजेऽहं । 1। सदाम्भोधिवासं गलत्पुष्हासं जगत्सन्निवासं शतादित्यभासम्। गदाचक्रशस्त्रं लसत्पीत-वस्त्रं हसच्चारु-वक्रं भजेऽहं भजेऽहं। 2। रमाकण्ठहारं श्रुतिवातसारं जलान्तर्विहारं धराभारहारम्। चिदानन्दरूपं मनोज्ञस्वरूपं धृतानेकरूपं भजेऽहं भजेऽहं। 3। जराजन्महीनम् परानन्द पीनम् समाधान लीनं सदैवानवीनम्। जगज्जन्म हेतुं सुरानीककेतुम् त्रिलोकैकसेतुं भजेऽहं भजेऽहं। 4। कृताम्नाय गानम् खगाधीशयानं विमुक्तेर्निदानं हरारातिमानम्। स्वभक्तानुकूलम् जगद्दक्षमूलम् निरस्तार्तशूलम् भजेऽहं भजेऽहं। 5। समस्तामरेशम् द्विरेफाभ केशं जगद्विम्बलेशम् हृदाकाशदेशम्। सदा दिव्यदेहं विमुक्ताखिलेहम् सुवैकुन्ठगेहं भजेऽहं भजेऽहं। 6। सुराली-बलिष्ठं त्रिलोकीवरिष्ठं गुरूणां गरिष्ठं स्वरूपैकनिष्ठम् । सदा युद्धधीरं महावीर वीरम् महाम्भोधि तीरम् भजेऽहं भजेऽहं। 7। रमावामभागम् तलनग्ननागम् कृताधीनयागम् गतारागरागम्। मुनीन्द्रैः सुगीतं सुरैः संपरीतं गुणौगैरतीतं भजेऽहं भजेऽहं । 8।
@richaprakash3807
@richaprakash3807 6 сағат бұрын
Jai Shree Ganesha Ji Ki🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@richaprakash3807
@richaprakash3807 6 сағат бұрын
Jai Shree Lakshmi Maa Narayan Ji Ki🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@LeelaMani-k7h
@LeelaMani-k7h 19 сағат бұрын
🎉
@kingoftheworld12
@kingoftheworld12 21 сағат бұрын
Radhe Krishna❤🕉️🙏
@vijaykumargavin4104
@vijaykumargavin4104 23 сағат бұрын
Any Aligarh?????
@soumuk23
@soumuk23 Күн бұрын
Hori hori jay sri krishna jay jaganath..provu Kripa koro
@premapadmanabhan841
@premapadmanabhan841 Күн бұрын
Hate krishna🙏thank u for posting d lyrics in hindi n english. Was easy to learn🙌
@kartikabhokta4654
@kartikabhokta4654 2 күн бұрын
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊
@umeshone47
@umeshone47 2 күн бұрын
जगज्जालपालं चलत्कण्ठमालं शरच्चन्द्रभालं महादैत्यकालम्। नभोनीलकायं दुरावारमायं सुपद्मासहायं भजेऽहं भजेऽहम्॥ अर्थ: मैं उस भगवान विष्णु की भक्ति करता हूँ, जो सम्पूर्ण जगत के पालनहार हैं। उनके गले में मनोहर हार शोभायमान है, उनके मस्तक पर शरद ऋतु के चंद्रमा जैसा तेजस्वी प्रकाश है। वे असुरों के संहारक हैं और उनके शरीर का रंग आकाश के समान गहरा नीला है। उनकी माया अपरिमित और असीम है। वे माता लक्ष्मी के साथ सदा विराजमान रहते हैं। श्लोक २: सदाम्बोधिवासं गळन्मुक्ताहारं शुभद्रीतिहारं धराभारहारम्। चिदानन्दरूपं मनोज्ञस्वरूपं ध्रुतानेकरूपं भजेऽहं भजेऽहम्॥ अर्थ: मैं भगवान विष्णु की भक्ति करता हूँ, जो क्षीरसागर (दूध के समुद्र) में निवास करते हैं। उनके गले में मोतियों की माला झिलमिलाती रहती है। वे शुभता प्रदान करने वाले हैं और संसार के भार को हरने वाले हैं। उनका स्वरूप सच्चिदानंद (सत्, चित् और आनंद से परिपूर्ण) है। वे अत्यंत मनोहर और अनेक रूप धारण करने में सक्षम हैं। श्लोक ३: जराजन्महीनं परानन्दपीनं समाधानलीनं सदा योगधीनम्। परब्रह्मभूतं त्रिकालानवद्यात् सदावर्तमानं भजेऽहं भजेऽहम्॥ अर्थ: मैं उन भगवान विष्णु की भक्ति करता हूँ, जो न तो जन्म लेते हैं और न ही वृद्ध होते हैं। वे परमानंद से पूर्ण हैं और समाधि में लीन रहते हैं। वे सदा योगियों के ध्यान में रहते हैं। वे ही परम ब्रह्म हैं और तीनों काल (भूत, भविष्य और वर्तमान) में अचल हैं। श्लोक ४: सुरालीविलासं समस्तेन्द्रियासं सदैव प्रकालं जितानीककालम्। निरस्तेभकालं धराभारशालं नमस्यामहेशं भजेऽहं भजेऽहम्॥ अर्थ: मैं उन भगवान विष्णु की वंदना करता हूँ, जो समस्त देवताओं के आराध्य हैं। वे इंद्रियों के स्वामी हैं और सदा कालचक्र से परे रहते हैं। वे अपने शत्रुओं को पराजित करने वाले और संसार के समस्त संकटों को हरने वाले हैं। वे ही इस धरती के भार को कम करने वाले हैं। श्लोक ५: गदाचक्रशङ्खं श्रियं कैटभारिं लसत्पीतवस्त्रं श्रियासं नमामि। हरिं सर्वजन्यं नमस्यामहेयं गुणौघस्वरूपं भजेऽहं भजेऽहम्॥ अर्थ: मैं उन श्री हरि की भक्ति करता हूँ, जो अपने हाथों में गदा, चक्र और शंख धारण करते हैं। वे असुर कैटभ के संहारक हैं और पीतांबर वस्त्र धारण करते हैं। वे सदा देवी लक्ष्मी के साथ विराजमान रहते हैं। वे सभी जीवों के उद्धारक हैं और अनंत गुणों से युक्त हैं। श्लोक ६: रामं रमेणं भजे श्यामलाङ्गं गुणौघस्वरूपं धृतानेकरूपम्। जराजन्महीनं परानन्दपीनं समाधानलीनं भजेऽहं भजेऽहम्॥ अर्थ: मैं श्री विष्णु की भक्ति करता हूँ, जो श्रीराम के रूप में अवतरित हुए। उनका शरीर श्यामवर्ण (नील कमल के समान कांतिमय) है और वे अनंत गुणों से भरपूर हैं। वे अनेक रूप धारण कर सकते हैं, जन्म और मृत्यु से परे हैं, तथा परमानंद स्वरूप हैं।
@kunalbansal1550
@kunalbansal1550 2 күн бұрын
Radhe radhe ❤
@kunalbansal1550
@kunalbansal1550 2 күн бұрын
@sunny-janjua21
@sunny-janjua21 2 күн бұрын
Jai shree krishna ❤❤radhe radhe ❤❤
@ridergirl2701
@ridergirl2701 2 күн бұрын
🙏🙏🙏🙏
@pujamondal2507
@pujamondal2507 2 күн бұрын
Hare Krishna ❤️😌🙏
@RajniKumari-ms9tj
@RajniKumari-ms9tj 2 күн бұрын
Jai shree laxmi narayan ❤❤🙏🙏
@SanjyNayky
@SanjyNayky 3 күн бұрын
Jai shree Krishna
@pandusurya2817
@pandusurya2817 3 күн бұрын
Jairadha❤krishna❤❤❤❤❤
@ashishraina-xp8ux
@ashishraina-xp8ux 3 күн бұрын
😂😂😂😂😂😂
@RashmiVerma-ll8lp
@RashmiVerma-ll8lp 3 күн бұрын
😊😊😊😊😊😊❤❤❤❤❤❤
@gudiyadevi4936
@gudiyadevi4936 3 күн бұрын
😮😮😊😊 Radhe Shyam.. radha rani ki jay ho 😊😊
@RanveerThakur-w7v
@RanveerThakur-w7v 3 күн бұрын
राधे राधे 🙏
@RanveerThakur-w7v
@RanveerThakur-w7v 3 күн бұрын
जय श्री कृष्ण 🙏
@DinabandhuJagat-t1y
@DinabandhuJagat-t1y 3 күн бұрын
Radhe Radhe
@ekanshsingh534
@ekanshsingh534 3 күн бұрын
Jai shree Radhey Shyam ❤️❤️❤️🙏🙏🙏
@madhusmitabiswal1769
@madhusmitabiswal1769 3 күн бұрын
Radhe radhe 🙏
@PearlMittal-o2k
@PearlMittal-o2k 3 күн бұрын
Can anyone define lord Vishnu in a word
@bpumesha4653
@bpumesha4653 3 күн бұрын
🕉🙏💐🙏🕉🙏💐🙏🕉
@AnuradhaSutradhar-u8q
@AnuradhaSutradhar-u8q 4 күн бұрын
This stotram was using on my wedding day ! I'm really blessed to grow up as hindu ! 😊who's agree with me?
@criminalsboss777
@criminalsboss777 4 күн бұрын
Jay siyaram ❤❤
@vinaypandiy-yf6dx
@vinaypandiy-yf6dx 4 күн бұрын
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः
@KomalKumari-dy2nq
@KomalKumari-dy2nq 4 күн бұрын
Jay shree Krishna 🙏 jay shree ram 🙏🙏🙏❤❤
@legitdp
@legitdp 4 күн бұрын
Jai jagannath ❤
@SanjoySutradhar-x9q
@SanjoySutradhar-x9q 4 күн бұрын
Jay sri krishna 🙏🙏🙏
@RukmaRukma-e3d
@RukmaRukma-e3d 4 күн бұрын
।।❤।।जय श्री लक्ष्मी नारायण।।❤।।
@KusumTiwari-u7o
@KusumTiwari-u7o 5 күн бұрын
Radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe ❤🙇🥺
@KusumTiwari-u7o
@KusumTiwari-u7o 5 күн бұрын
Radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe ❤🙇🥺
@salinic3373
@salinic3373 5 күн бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@SoniVerma-i2f
@SoniVerma-i2f 5 күн бұрын
Jai shri krishna❤
@ChandanKumar-z7w7q
@ChandanKumar-z7w7q 5 күн бұрын
Shilpe I love ❤😢😮😅
@ndcsam2176
@ndcsam2176 5 күн бұрын
Jai shree Ram jai shree ram jai shree hunuman Om namah shivaya
@BollamMohan-w9v
@BollamMohan-w9v 6 күн бұрын
🕉🕉🕉
@bharathgoud1289
@bharathgoud1289 6 күн бұрын
Jay shree Ram 🚩 jay shre krishna jay hanuman 🚩 radhe dadhe om namah shivaya ❤ swamy sharanam jay hugra narsimha❤
@sunandamondal1020
@sunandamondal1020 6 күн бұрын
Hare Krishna 🙏
@AbhishekKumar-c4u7y
@AbhishekKumar-c4u7y 6 күн бұрын
Jai Shree Krishna
@mohithswetha
@mohithswetha 6 күн бұрын
🙏
@MunaPradhan-yv9fx
@MunaPradhan-yv9fx 7 күн бұрын
Jay shree Krishna ❤❤❤❤😊😊
@AmanSharma-g2w
@AmanSharma-g2w 7 күн бұрын
JAY SHREE RADHE KRISHNA JI 🥰❤️🙏
@gaganveersingh5267
@gaganveersingh5267 7 күн бұрын
श्री हरि स्तोत्र जगज्जालपालं कचतकण्ठमालं, शरच्चन्द्रभालं महादैत्यकालम्। नभोनीलकायं दुरावारमायं, सुपद्मासहायं भजेहं भजेहम्॥1॥ अर्थ: जो समस्त जगत के रक्षक हैं, जो गले में चमकता हार पहने हुए है, जिनका मस्तक शरद ऋतु में चमकते चन्द्रमा की तरह है और जो महादैत्यों के काल हैं। आकाश के समान जिनका रंग नीला है, जो अजय मायावी शक्तियों के स्वामी हैं, देवी लक्ष्मी जिनकी साथी हैं उन भगवान विष्णु को मैं बारंबार भजता हूँ। सदाम्भोधिवासं गलत्पुष्पहासं, जगत्संनिवासं शतादित्यभासम्। गदाचक्रशस्त्रं लसत्पीतवस्त्रं, हसच्चारुवक्रं भजेहं भजेहम्॥2॥ अर्थ: जो सदा समुद्र में वास करते हैं,जिनकी मुस्कान खिले हुए पुष्प की भांति है, जिनका वास पूरे जगत में है,जो सौ सूर्यों के समान प्रतीत होते हैं। जो गदा,चक्र और शस्त्र अपने हाथों में धारण करते हैं, जो पीले वस्त्रों में सुशोभित हैं और जिनके सुंदर चेहरे पर प्यारी मुस्कान हैं, उन भगवान विष्णु को मैं बारंबार भजता हूँ। रमाकण्ठहारं श्रुतिव्रातसारं, जलांतर्विहारं धराभारहारम्। चिदानन्दरूपं मनोज्ञस्वरूपं, धृतानेकरूपं भजेहं भजेहम्॥3। अर्थ: जिनके गले के हार में देवी लक्ष्मी का चिन्ह बना हुआ है, जो वेद वाणी के सार हैं, जो जल में विहार करते हैं और पृथ्वी के भार को धारण करते हैं। जिनका सदा आनंदमय रूप रहता है और मन को आकर्षित करता है, जिन्होंने अनेकों रूप धारण किये हैं, उन भगवान विष्णु को मैं बारम्बार भजता हूँ। जराजन्महीनं परानंदपीनं, समाधानलीनं सदैवानवीनं। जगज्जन्महेतुं सुरानीककेतुं, त्रिलोकैकसेतुं भजेहं भजेहम्॥4॥ अर्थ: जो जन्म और मृत्यु से मुक्त हैं, जो परमानन्द से भरे हुए हैं, जिनका मन हमेशा स्थिर और शांत रहता है, जो हमेशा नूतन प्रतीत होते हैं। जो इस जगत के जन्म के कारक हैं। जो देवताओं की सेना के रक्षक हैं और जो तीनों लोकों के बीच सेतु हैं। उन भगवान विष्णु को मैं बारंबार भजता हूँ। कृताम्नायगानं खगाधीशयानं, विमुक्तेर्निदानं हरारातिमानम्। स्वभक्तानुकूलं जगद्दृक्षमूलं, निरस्तार्तशूलं भजेहं भजेहम्॥5॥ अर्थ: जो वेदों के गायक हैं। पक्षीराज गरुड़ की जो सवारी करते हैं। जो मुक्तिदाता हैं और शत्रुओं का जो मान हारते हैं। जो भक्तों के प्रिय हैं, जो जगत रूपी वृक्ष की जड़ हैं और जो सभी दुखों को निरस्त कर देते हैं। मैं उन भगवान विष्णु को बारम्बार भजता हूँ। समस्तामरेशं द्विरेफाभकेशं, जगद्विम्बलेशं ह्रदाकाशदेशम्। सदा दिव्यदेहं विमुक्ताखिलेहं, सुवैकुंठगेहं भजेहं भजेहम्॥6॥ अर्थ: जो सभी देवताओं के स्वामी हैं, काली मधुमक्खी के समान जिनके केश का रंग है, पृथ्वी जिनके शरीर का हिस्सा है और जिनका शरीर आकाश के समान स्पष्ट है। जिनका शरीर सदा दिव्य है, जो संसार के बंधनों से मुक्त हैं, बैकुंठ जिनका निवास है, मैं उन भगवान विष्णु को बारम्बार भजता हूँ। सुरालीबलिष्ठं त्रिलोकीवरिष्ठं, गुरुणां गरिष्ठं स्वरुपैकनिष्ठम्। सदा युद्धधीरं महावीरवीरं, भवांभोधितीरं भजेहं भजेहम्॥7॥ अर्थ: जो देवताओं में सबसे बलशाली हैं, त्रिलोकों में सबसे श्रेष्ठ हैं, जिनका एक ही स्वरूप है, जो युद्ध में सदा विजय हैं, जो वीरों में वीर हैं, जो सागर के किनारे पर वास करते हैं, उन भगवान विष्णु को मैं बारंबार भजता हूँ। रमावामभागं तलानग्ननागं, कृताधीनयागं गतारागरागम्। मुनीन्द्रैः सुगीतं सुरैः संपरीतं, गुणौघैरतीतं भजेहं भजेहम्॥8॥ अर्थ: जिनके बाईं ओर लक्ष्मी विराजित होती हैं। जो शेषनाग पर विराजित हैं। जो राग-रंग से मुक्त हैं। ऋषि-मुनि जिनके गीत गाते हैं। देवता जिनकी सेवा करते हैं और जो गुणों से परे हैं। मैं उन भगवान विष्णु को बारम्बार भजता हूँ। ॥ फलश्रुति॥ इदं यस्तु नित्यं समाधाय, चित्तं पठेदष्टकं कष्टहारं मुरारेः। स विष्णोर्विशोकं ध्रुवं याति लोकं, जराजन्मशोकं पुनरविंदते नो॥ अर्थ: भगवान हरि का यह अष्टक जो कि मुरारी के कंठ की माला के समान है,जो भी इसे सच्चे मन से पढ़ता है वह वैकुण्ठ लोक को प्राप्त होता है। वह दुख, शोक, जन्म-मरण के बंधन से मुक्त हो जाता है।
@kalpeshraut6202
@kalpeshraut6202 7 күн бұрын
Narayan Narayan Narayan Narayan