जय श्री कृष्णा जय श्री राधे राधे महर्षि रविदास महाराज के चरणों में कोटकोटी नम बहुत अद्भुत प्रसंगसुनाया हैन
@pravinvamja1797Күн бұрын
જય સીયારામ જય સિયારામ🙏🙏🌹🌹
@RajendraSingh-dh1piКүн бұрын
जय श्री कृष्णा 🙏 जो कुछ अपने प्रभु का ये दास समझ पा रहा है वो ये है कि प्रभु अनंत है और इसकी लीलाएं भी अनंत हैं। कौन सा मनुष्य क्या सोचेगा क्या समझेगा और फिर कब कहां क्या करेगा। इस बात को प्रभु ही जानते हैं। हम सब मनुष्य शरीर में जरूर हैं लेकिन एक पतंग से ज्यादा कुछ नहीं। हम सब वो पतंग हैं जिसकी डोर और डोर की पूरी चरखी प्रभु के हाथों में है। इसी कारण हर मनुष्य के अपने अपने अनुभव हैं। जिसको इस प्रभु ने जैसा समझा दिया वो वैसा समझ गया और उसी समझ के आधार पर अपना जीवन जीता चला गया। इसी समझ बूझ के आधार पर कोई संत बन जाता है और कोई दानव। मनुष्य करे तो क्या करे। हमारा शरीर पांच तत्वों को मिलाकर बनाया है इस प्रभु ने और फिर ये खुद प्रवेश किए हुए है हमारे शरीरों में। इसीलिए संत महात्मा कहते हैं कि तेरा रूप है ये संसार। मन हमारे शरीर में बहुत ही अहम रोल अदा करता है हम ये समझ लें कि हमारा जीवन मन की अवस्था के आधार पर ही चलता है। हमारा मन ही हमें दानव बना देता है और हमारा मन ही हमें महापुरुष बना देता है। हमारा मन प्रभु की भक्ति में सबसे बड़ा बाधक भी है और सबसे बड़ा सहायक भी। जब हमारा मन वास्तविक सत्यता से दूर होकर सांसारिक पदार्थों और आकर्षणों में फंसा रहता है तो हमारा पतन होने लगता है। और हम सांसारिक उच्च पदों को प्राप्त कर लेने के बाद भी मनुष्यता को धारण नहीं कर पाते। लेकिन इसके विपरीत जब हमारा मन वास्तविक सत्यता को समझ लेता है और सभी प्रकार के सांसारिक सुखों को मिथ्या अर्थात क्षणभंगुर समझने लगता है तो हमारा मन मुनि बन जाता है और जब हमारा मन मुनि बन जाता है तो ये हमें प्रभु से जुड़ने में हमारी सहायता करता है क्योंकि हमारा मन मोह जैसे विकारों से मुक्त हो गया होता है। जैसी दृष्टि वैसी सृष्टि का भाव यही है कि मनुष्य के मन की अवस्था जैसी होगी उस मनुष्य को ये संसार वैसा ही मिलेगा। ये संसार नहीं माया नगरी है प्रभु की बनाई हुई। मन की अवस्था के आधार पर ही हमें कोई नारी माता बहन के रूप में दिखाई देती है और मन की अवस्था के आधार पर ही कोई भी सुशील कुलीन चरित्रवान नारी हमें काम वासना पूर्ति का एक माध्यम मात्र ही लगती है। प्रभु हमें अपनी माया से बचाए रखिए। हमें उस रास्ते पर चलाइए जो आप तक पहुंचता है। जय श्री कृष्णा 🙏🌹🙏