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Vipin Jain Shastri
ग्रंथाधिराज समयसार प्रवचन क्रमांक 122प्रवचनकार पंडित विपिनजी शास्त्री, नागपुर🙏🙏🙏सत्पथ - जिस पंथ चले भगवंत वही आचरिए!