Рет қаралды 128
23-01-95 || AVYAKT SANDESH || अव्यक्त संदेश || सेवा करना अर्थात प्रत्यक्षफल का अनुभव करना
हम सभी को कभी न कभी यह संकल्प अवश्य उत्पन्न होता है कि आखिर सूक्ष्म वतन क्या है? वतन में संदेशी बहन कैसे बाबा से मिलती होगी? कैसे बाबा से बात करती होगी...18 जनवरी 1969 से 18 अप्रैल 2013 तक बाबा ने गुल्ज़ार दादी जी एवं मोहिनी बहन (मधुबन) के द्वारा समय प्रति सन्देश दिए है वे सभी बहुत ही साजों भरे, रमणीकता भरे, उमंग-उत्साह से भरे, पुरुषार्थ की नई नई विधियों से भरे हुए है| इन संदेशों के अंदर बाबा ने संदेशी बहन को बहुत प्रकार की सीन-सीनरियाँ भी दिखाई है| इन संदेशो को एकाग्रता के साथ सुनते हुए जैसे-जैसे बाबा ने संदेशी बहन को सीन-सीनरियाँ दिखाते हुए बातचीत की है उसी दृश्य में आप अपने मन बुद्धि को एकाग्र करते हुए उस सीन की अनुभूति करते जाएँ, जैसे कि मै संदेशी बहन के साथ वहां उपस्थित हूँ, अंतर इतना है कि संदेशी बहन बाबा के सामने है और मै साक्षी होकर बाबा और संदेशी बहन के बीच चले वार्तालाप और सीन-सीनरी को देख रहा हूँ| जब इस प्रकार की विधि से आप अपने को सूक्ष्म वतन में महसूस करते हुए एक-एक सन्देश सुनेंगे तब आपको भी योग एवं पुरुषार्थ में नवीनता की अनुभूति होगी.
#avyakt , #avyakt_sandesh , #avyaktbapdada , #madhuban , #gyansarovar , #भोग_संदेश , #bhog_sandesh , #bksandesh , #brahmakumari, #powerfulmind
avyakt bapdada milan, avyakt murli, avyakt murli today