डा राजेन्द्र प्रसाद जी जो इतिहास का सारगर्भित विश्लेषण करके खुदाई कर रहें और अपने को एक महानतम इतिहासकार साबित कर रहे हैं उन पर भारतीयों को नाज होना स्वाभाविक है।सर को साधुवाद
@rameshubale521619 күн бұрын
राजेंद्र प्रसाद सर धन्यवाद आप चिरायू हो 🎉🎉🎉
@hitendrapanchal577819 күн бұрын
Are ye Bodhisattva hai 2100 sati ka Ispe recharge hoga Log kase rehna hai vo learn karenge
@hitendrapanchal577819 күн бұрын
Tum aj ke nagarjuna or bhuddh Scholer ho
@SanjayKumar-zm3hz19 күн бұрын
We are proud the great king of Mahan Asoka being a part of we feel much better sadar namoh buddhay Sir..
@user-tl9fr3tn9s20 күн бұрын
जिस इतिहास को जमीन में गाड़ दिया गया था उस इतिहास को भाषा वैज्ञानिक राजेंद्र प्रसाद जी इसे निकाल कर जनता को सच्चाई से रूबरू करवा रहे हैं धन्यवाद नमो बुद्धाय जय भीम
@ramkrishna743220 күн бұрын
डॉ राजेंद्र प्रसाद आप जो कर रहे हैं भारत के आने वाला को साफ साफ दिखाईदेगा हमारा भारत क्या था और आज क्या है नमो बुद्धाय जय भारत जय भीम जय संविधान
@user-nc9xr7nr6i20 күн бұрын
स्कॉलर / रिचसर्र प्रो राजेंद्र प्रसाद सिंह साहब बाबा भीम रूप धर आये है अपनी कलम और आवाज़ से जम्मूदीप ( निषाद देश ) का सच्चा इतिहास बताये है भीम जोहार बुद्ध प्रणाम
@arunchaudhary402916 күн бұрын
Jai bhim
@user-nc9xr7nr6i16 күн бұрын
@@arunchaudhary4029 भीम जोहार वन्दे बुद्धाय
@webwithkdr924612 күн бұрын
Nishad desh farji kahani he bhai jambudweep tha
@user-nc9xr7nr6i12 күн бұрын
@@webwithkdr9246 काबिलाई जीवन के समय जो नाग वंशी लोगों के कबीला जहाँ जामुन के पेड़ ज्यादा थे वहां कबीला बनाया वो लोग ही कोलिय/ जामुनीय कहलाये और महान राजा असोक के शिलालेख मे जम्बूद्वीप लिखा मिलता है जो कोलिय लोग है वही तो आजकल निषाद है बौद्ध साहित्य मे नाग प्रजाति संस्कृत साहित्य के वेदांगों मे पंचम निषाद, महाकाव्यओं मे निषादराज प्रजाति, तमिल साहित्य द्रविड़ प्रजाति और अंग्रेजी साहित्य मे प्रोटो ऑस्ट्रेलायड और हिंदी साहित्य मे नाग, निषाद, द्रविड़, गोंड, कोल, भील, संथाल और आजकल ओबीसी एस सी, एस टी समय अनुसार अलग अलग हो गये पर है सब एक ही है हाँ जानकारी के आभाव मे लोग जानते नहीं है और जो जानते है वो मानते नहीं और ऊपर से राजनीतिक फायदा के लिए नेता लोग अलग अलग बाँट देते है अब आप जम्बूद्वीप कहो या नाग देश कहो या निषाद देश बात तो एक ही है और हिंदी किताबों मे निषाद देश तो लिखा भी मिल जाता है मुझे जो जानकारी वो लिख दिया बाकी आपकी मर्जी भीम जोहार वन्दे बुद्धाय
@user-nc9xr7nr6i12 күн бұрын
@@webwithkdr9246भाई जी काबिलाई जीवन काल के समय जो नाग वंशियों ने जहाँ पर जामुन के पेड़ ज्यादा थे वहां पर अपने कबीला बनाये और वही नाग वंशी लोग कोलिय / जामुनीय कहलाये जो आजकल निषाद लोग है और राजा असोक के शिलालेख मे इस देश का नाम जम्बूद्वीप लिखवाया जो जामुन पेड़ का प्रतीक है और बौद्ध साहित्य मे नाग प्रजाति, तमिल साहित्य मे द्रविड़ प्रजाति,संस्कृत साहित्य के वेदांगों मे पंचम निषाद, महा काव्य रामायण और महाभारत मे निषादराज प्रजाति तथा अंग्रेजी मे प्रोटो ऑस्ट्रेलिय
@ajayambedkar291320 күн бұрын
छुपे हुए इतिहास को बताने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद सर 🙏🙏🙏
@hitendrapanchal577819 күн бұрын
Are ye professor ajj ka Bodhisattva hai
@rameshubale521619 күн бұрын
राजेंद्र प्रसाद सरजी आपको लाख लाख प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 आप चिरायू हो और हमे सच्चा बौद्ध इतिहास समझाते रहे. धन्यवाद 🎉🎉🎉
@user-zw3nt6lw3t20 күн бұрын
आपकी ज्ञान की आप की खोज की आपकी पढ़ाई की कैसे हम शुक्रिया अदा करें आपने तो जय राजेंद्र प्रसाद सिंह खोजकर्ताज्ञान की
@rameshpatil131320 күн бұрын
बहुत ज्ञान वर्धक जाणकारी है.स्पष्ट है संस्कृत का जन्म पाली प्राकृत से हुवा है..
@Rahul-qj7gt19 күн бұрын
pali+videshi bhasha=Sanskrit
@balajiraogacche776310 күн бұрын
मुझे लगता है राजेंद्र प्रसाद के द्वारा बुद्धकालीन बीजों को नवजीवन मिलता है! धन्य है आप और अपनी जिजनासा! जय भीम!! जय बुद्ध!!!
@munnalalrawat399020 күн бұрын
जय भीम, नमो बुध्दाय 🌹 बहुत ही खोज पूर्ण इतिहास की प्रामाणिक जानकारी बेहद महत्वपूर्ण ऐतिहासिक जानकारी दी है, ✅
@vasundharajagtap732019 күн бұрын
ब होत . सराहनीय जानकारी . से भरी ज्ञानवर्धक स्पीच . . सर शतः शतः नमन . जय देवानंग पियेदसी सम्राट अशोक महान जय भीम नमो बुद्धाय .👌👌👍👍🪷🪷🪔🪔✨✨🌿🌿💥💥🌟🌟🌸🌸🌷🌼🌷🌷🌺🌺🍁🍁🎆🎆🦚🦚💯💯♥️♥️🌹🌹🪻🪻🍂🍂🇪🇺🇪🇺🐘🐘🦣🦣🎇🎇💙💙🇮🇳🇮🇳✍️✍️💐💐🙏🙏🪔🪔
@aniruddhaprakash96320 күн бұрын
अपने मानवोपयोगी व जीवोपयोगी कार्यों के लिए विश्वविख्यात सम्राट असोक के इस महत्त्वपूर्ण अभिलेख को इतनी आसान भाषा में समझाने एवं इसमें प्रयुक्त शब्दों के विशेष परिचय के लिए आपका बहुत धन्यवाद सर...हमें गर्व है कि हमारी भूमि पर 'असोक महान' ने कभी 'कल्याणकारी राज्य' की स्थापना की थी...👌👌👍🙏🙏🙏
@sanjaysinghnews20 күн бұрын
आप महान हैं। आपको शत शत नमन!
@arunmeshram132320 күн бұрын
सर आपने बहुत सही जानकारी दी है और हमारा ज्ञान बढ़ाया है। आप कलिंग के भी शिलालेख समझायें क्या उसमें सही में युद्ध का वर्णन किया है।
@santoshindorasantoshindora235120 күн бұрын
बहुत ही बढ़िया और ज्ञानवर्धक जानकारी के लिए आभार आपका
@Bhagat8400020 күн бұрын
Jai bhim Namo buddhya💙🪷☸️
@jatavsolanki980819 күн бұрын
डॉ राजेन्द्र प्रसाद सिंह, इतिहास की तह में जाकर इतिहास के जो रहस्यों से पर्दा उठा रहे हैं,जिसके बारे में इतिहासकारों ने सभी सत्य छुपाए,आप एक भाषा वैज्ञानिक भी हैं। बहुजन समाज आपका हमेशा ऋणी रहेगा, साथ ही आने बाली नयी पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
@nirvaannaath735819 күн бұрын
गुरुदेव सादर जय भीम नमो बुद्धाय🙏🙏🙏🙏🙏
@rajkumarsoniwal591917 күн бұрын
अदभुत आपको सुनकर ज्ञान चखसू को शांति मिलती है
@user-su8ho8ov5s20 күн бұрын
Great science Jay vigyan pakhand mukt Bharat Jay Bheem namo budhay Jay samvidhan Jay bharat
@sunilgaikwad323820 күн бұрын
Jaybhim namo budhhay the Great information thanks
@shankerdprasad495112 күн бұрын
सर आपको सादर नमन ।।इस से पूरी तरह से सही साबित हो जाता है कि संस्कृत ,पाली प्राकृत से ही बनी है।।चाहे कोई कुछ भी कहे।।इतिहास को दबाया गया।।तभी तो जब ये शिलालेख मिले तब यहां कोई भी व्यक्ति पढ़ नहीं पाया।।एक विदेशी ने पढ़ कर समझाया यहां का इतिहास।।
@kenarambirami59420 күн бұрын
नाइस जानकारी
@TrikamlalParmar-qg8xp19 күн бұрын
नाईस तो है साथ पूर्ण सच्चाई भी
@NareshKumar-kc6kr20 күн бұрын
हमें आप पर गर्व है। आप भारत को बुद्धमय बनाने में मील के पत्थर साबित होगें। डा. नरेश कुमार, सहायक प्रोफेसर जेपी. यू, छपरा
@vikkiraj331820 күн бұрын
जी हम भी छपरा से बानी।
@vikkiraj331820 күн бұрын
हम भाबा, नस्ल और संस्कृति पे विश्लेषण कर रहे।
@jugulkishor979719 күн бұрын
❤❤❤❤❤ Aap Ko Koti koti Namami
@jugulkishor979719 күн бұрын
@@vikkiraj3318Aap Sirji ko koti koti Namami Abhinandan
@purushottamghritlahre126620 күн бұрын
इस चैनल को भारत देश के प्रत्येक नागरिक तक पहुंचाऐ हम सब आप की जिम्मेदारी है शेयर करें लाइक करें दोस्तों ❤❤
@MUKESHKUMAR-wg2br20 күн бұрын
भोजपुरी अपने जड़ से जुड़ा हुआ भाषा है अपार हर्ष हो रहा है🙏🙏
@priyatamanuragi939819 күн бұрын
नमोबुद्धाय सर, दबा दिए गए इतिहास को खोज कर सबके सामने लाने के लिए आपका आभार । कृपया अशोक के पूरे चतुर्दश अभिलेख पढ़ाइए।
@birendrakumar801417 күн бұрын
धन्य है अंग्रेज़ लोग जिन्होंने बुद्ध को पुनः जीवित कर दिया आज बोध अनुसूचित जाति जनजाति आदिवासी और पिछड़ी जाति के रूप में है इन सभी की रक्षा संविधान ओर बाबा साहेब डा अम्बेडकर जी ने ओर विपश्यना का ज्ञान दिया शाक्य मुनि गोतम बुद्ध ने अतः नकली इतिहास खत्म करो जयभीम नबोबुदधाय
@mukutsingh671717 күн бұрын
मेरे आर्दश, मेरे गुरु जी आपने छुपे हुए इतिहास को उजागर करके भारत के बौद्ध दर्शन और बौद्ध इतिहास पर अनुकंपा की है।
@RKG639619 күн бұрын
मेरी तरह बहुत लोगों की आंखें खुल गई होगी...खुल क्या गई होगी चौड़ी हो गई होगी😮😮😮 यह हमारा सच्चा इतिहास और यह हमारे पुरखे हैं🎉🎉🎉 धन्य है सर आप
@pravgulati20 күн бұрын
धन्यावाद
@nutsel20 күн бұрын
Aapne महत्वपूर्ण जानकारी दी, बहुत बहुत धन्यावाद, धन्यवाद 😊
@TrikamlalParmar-qg8xp19 күн бұрын
हम बहुजनो को एक होकर ये हमारा अतीत का इतिहास अभयास में पढाने की रजुआत सरकार से करनी होगी तभी सभी बहुजन हमारा इतिहास जान सकेंगे और ऐकता भी होगी जय भीम नमो बुद्धाय 🙏
@laxmihari10019 күн бұрын
प्रोफेसर सर आपको नमन, इतना अच्छा ज्ञान देने के लिए
@mohindersingh123319 күн бұрын
❤ Dr Rajendra Prasad Ji ko sadhuvaad❤
@kaldenchophel840919 күн бұрын
Dr. Saab, I was born in India and now I am 57 but I forgot the first time I am hearing them in History in detail. Two thousand years ago India was so advanced and Noble. Koti koti pranam
@vikkiraj331820 күн бұрын
चरण स्पर्श गुरूवर
@PankajKumar-ts4sm19 күн бұрын
आपने बेहद सहज तरीके से समझाया साधुवाद परंतु एक बार धाराप्रवाह रूप से भी बता देते तो और भी अच्छा होता । आपसे अनुरोध है इसे दोबारा धाराप्रवाह रूप से बताएं
@alexdeambros510319 күн бұрын
आपका लिपि आधारित वीडियो अत्यंत ही रोचक एवं ज्ञानवर्धक होता है। इससे हमे अपनी धम्म लिपि को ही समझने का भी अवसर मिलता है। आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
@anaryasamajfoundation19 күн бұрын
इतनी सुंदरता से विश्लेषण कर के हमें समझाने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया माननीय राजेंद्र प्रसाद सिंह साहेब जी सो प्राउड ऑफ यू ✍️📚🇮🇳💙💪🙏
@SewaRam-jx1dz20 күн бұрын
आदरणीय सर 🎉 जय भीम नमोबुद्धाय,,,❤
@surendratanwar742620 күн бұрын
बहुत बहुत धन्यवाद प्रो साहब 🎉
@indian979318 күн бұрын
सर हरियाणा और पंजाब के कुछ इलाकों में आज भी च और रुख शब्दो को प्रयोग होता है आपने जो जानकारी दी उसके लिए धन्यवाद जय भारत जय भीम जय संविधान
@umeshprasadsah292819 күн бұрын
नमो बुद्धाय, सर वास्तविक इतिहास कि जानकारी देने के लिए आपका आभार।
@SanjaySingh-bi4ch19 күн бұрын
बहुत बहुत साधुवाद सर जी, आपकी सुन्दर विश्लेषण से मानव की तीसरी नेत्र खुल रही हैं। इसे शब्दों नहीं कहा जा सकता है।
@kunalumare807220 күн бұрын
Jankari Bahot Satik aur Prabhavshali, Lagati. Ek hi Shilalekh me, Har prant me Mili, Dr. Rajendra Prasad Singji ko Jankari hay
@R.C.madhvi19 күн бұрын
इतिहास का कवि बनना बड़ा झोखिम का काम होता है और कमाई भी कम होती है... वीडियो अच्छा लगने पर सर के फॉलोअर्स थैंक्स का निशान कभी-कभी दबाकर Pay करना चाहिए... सर कहते नहीं है पर हमें समझना चाहिए...
@NandhaGarud15 күн бұрын
धन्यवाद सर तुम्ही किती छान सांगितले आहे इतिहास जय भीम जय संविधान
@BhoopendraGurjarMaycha19 күн бұрын
शानदार सर, कृपा करके निरंतर इतिहास संबंधी ज्ञान के लिए वीडियो के माध्यम से जागरण करने की कृपा करें। आभार के साथ धन्यवाद
@randomguy720219 күн бұрын
Buddhism is realism but Brahmism is mythism. "History of India is nothing but the battle between Buddhism and Brahmanism.” - Dr. B R Ambedkar
@KirpalSingh-ts5or18 күн бұрын
सर जी पंजाबी में भी पेड़ को रुख कहते हैं। अपने सुनाया बहुत बहुत धन्यवाद सर आपका।
@SS-ct4hv20 күн бұрын
SUKRIYA SIR JI💙🙏💙 AAP KA 😊😊DIL SE.. BOHOT HI 😊😊ACHHI JAANKARI DI AAP NE
@luckymaurya490018 күн бұрын
बहुत सुंदर और ज्ञानवर्धक विवरण। आपका बहुत बहुत आभार।
@avinashyamgar394720 күн бұрын
thanks for enlightening us.. professor
@sanjaydangoriya520412 күн бұрын
Rajendra sir Jay bhim nmo buddy very good knowledge thanks 🙏🙏
@namitaganvir401820 күн бұрын
Great research with knowledge 💯💯👍thank you very much Sir..for the information 🌹💖🌹sadar Jaybhim🙏 NamoBuddhay 🙏 💐 💐
@mktrisharan20 күн бұрын
बहुत बहुत धन्यवाद महोदय ❤
@user-ru2pc3xr1o20 күн бұрын
हमारे यहां यूपी में भी वृक्ष के लिए रूख शब्द का प्रयोग होता है सर।
@shyamkumarhardaha919318 күн бұрын
मंडला(मध्यप्रदेश) में पुराने लोग रुख शब्द का प्रयोग करते थे, कुछ आज भी करते हैं
@user-cf7db9wb2v19 күн бұрын
आपको बहुत बहुत धन्यवाद सर और सम्राट अशोक को भी बहुत बहुत धन्यवाद जय भीम नमो बुध्याय
@SS-ct4hv20 күн бұрын
NAMO BUDDA🙏 JAI BHIM🙏 JAI SAMRAAT🙏🙏🙏
@shrawanpatel700820 күн бұрын
Namo Budhay 🙏
@parashuramgautam323620 күн бұрын
Bahut achchha samjhaya hai aapne sir Jay bhim Namo budhay Jay sanvidhan Jay bharat Jay moolnivasi Jay johar
@jagwantichahal737319 күн бұрын
Aap aate Raha karo Sir Aap ko ko Sun dekh kar Bahut Achachha laga Sir Jay Bheem.
@jugulkishor979719 күн бұрын
❤❤❤❤❤ Sachchai Batakar Logo ko Jagruk Karane ke liye Aap ko koti koti Namami Abhinandan Aabhar v Badhai Namo Buddhay Buddhamay world SADHU SADHU Bhavatu Sabba Mangalang Jai Samvidhan Jai Bhim Jai Vigyan Jai Kisan Jai Jawan Jago OBC ScSt bhahujano Mulniwasiyon Jago
@rajkumarsawant196419 күн бұрын
मा.डाॅ.राजेंद्र प्रसाद सिंग सर सविनय क्रांतिकारक जयभिम, मै आपको रिक्वेस्ट करता हू की उस समय के औषधी ग्यान देणे वाले ग्रंथ संपदा पर उनके नामसे एक स्वतंत्र स्ट्रीम बनाये सर आगे चल के आने वाली नयी पिढी को ग्यान मिले.
@prtandon165012 күн бұрын
सर जी सादर नमन के साथ जय भीम नमो बुध्दाय ।हमारे छत्तीसगढ़ में भी पेड़ - पौधे को रुख ही आम बोलचाल की भाषा में कहा जाता है।
@girajasankarmaurya974620 күн бұрын
जय भीम नमो बुद्धाय हमारी महान राजाओं को ऐसे खुद दिया गया उनके वंशजों को आज गलीी दी जाती है यही ब्राह्मण चौराहे पर गलीी दे देते अरविंद ब्राह्मणों का इतिहास है ही नहीं धरती पर
@sandeepsinghmaurya976919 күн бұрын
Kalsi Dehradun Ka Abhilekh Maine khud dekha or Chooa Bahut Garv Mahsoos hua 👍 Samrat Ashok Mahan ki jai 🙏🏿 Satya mev Jayate Sir 👍✌️🇮🇳
@akashnaik387620 күн бұрын
Jay Bhim..... Jay mulnivasi.... Jay samvidhan...... Jay Jay Jay Bharat.........
@haridevsingh326418 күн бұрын
शानदार सर आपका बहुत बहुत धन्यवाद!! इतनी बड़ी बात इतने सरल अंदाज़ में कोई नहीं बता सकता हैं! आप को बारम्बार साधुवाद!!
@vijaykund313119 күн бұрын
Namo Buddhay. Great,Sir.
@aryankarki790019 күн бұрын
बौद्धलोगको ईतिहाससे पाठ सिकना चाहिए।
@agrawaldrsk19 күн бұрын
Chhatisgarh और haryana में भी रुख कहते है पेड़ को
@ranjananarawade811620 күн бұрын
सतीपुत मतलब सातकर्णी सातवाहन राजे
@rameshubale521619 күн бұрын
सही है🎉
@shyamkumarhardaha919318 күн бұрын
ओदो शब्द का प्रयोग मेरी माता जी करती थीं... जिनका परिनिर्वाण 19 अप्रैल 2024 को हो गया😢😢😢😢
@SonuKumar-of5vw19 күн бұрын
Mind-blowing and eye opener thank you so much respected sir ❤🙏
@PramodPasi-q7q19 күн бұрын
जयभीम जयसंविधान नमो बुद्धाय आओ मिलकर सभी प्रबुद्ध भारत बनाय
@samreshoraon19 күн бұрын
आप लोगों ने ध्यान से पढ़ा बहुत -बहुत धन्यवाद! धन्यवाद। 🫣🫣🫣🙏🙏
@shankardharisingh848320 күн бұрын
Sir ji aapko sadar namo budhay ager aap maurya bans or sakya bans ka history nahi batate to humlog o ko jankari nahi milti aapko o scince jurny kolakh lakh namo budhay Jai bhim
@RanvirSingh-ul1kc19 күн бұрын
आदरणीय सर आपको बहुत-बहुत साधुवाद। आदरणीय महोदय मैं आपसे पुनः विनम्र भाव से आग्रह करता हूं कि आप भारत के गौरवशाली इतिहास को पुनः इन सब प्रमाणों के साथ एक महाग्रंथ के रूप में लिखें और Publish करें।आपकी महान कृपा होगी।
@DineshMaurya-xt7xj20 күн бұрын
Namo Buddhay sr
@mnsharif363419 күн бұрын
मगेसू: मार्गेषु पखेसु : पंथेषु
@rsmaury605418 күн бұрын
बहोत बढ़िया पोस्टमार्टम सर जी, बहोत बहोत साधुवाद सर 🙏
@bhupendraraaz223719 күн бұрын
100% सही जानकारी सर, बुंदेली में भी पेड़ को रूख कहते हैं।
@Dhjjhgfcguydxhj19 күн бұрын
ऐ जमुरा 😂
@Dhjjhgfcguydxhj19 күн бұрын
रूखें कहते हैं, छोटे व सूखे , निर्जीव पौधों को कहते
@MamtaDeshbhratar10 күн бұрын
Dr ragendra prasad sigh ji aap bahut achhi jankari de rahe ho
@tularammeshram217019 күн бұрын
नमोबुद्धाय सर जी !🙏🏼
@natureplanet361219 күн бұрын
जी सर " रूखी = गिलहरी " तो हमलोग मगध क्षेत्र में भी बोलते हैं।
@RudranarayanSinghkushwaha17 күн бұрын
गुरु जी सादर जय भारत, नमो बुद्धाय, जय सम्राट अशोक महान
@surendratanwar742620 күн бұрын
गहन विवेचन किया गया है
@sunandapatil77155 күн бұрын
Rajendji Apne ithihas me Jo btaye bhut sraniye hai apka bhut bhut dhnyvad
@Dhoonki19 күн бұрын
डाक्टर साहब आपने अगर हड़प्पा लिपि को पढ़ लिया तो आपका नाम इतिहास में अमर हो जाएगा निस्संदेह
@bhagwanwanjare992519 күн бұрын
बहुत अच्छा सर. ब्रेन वॉशिंग जाणकारी होती हैं. सत्य इतिहास बताते हैं.
@ayan84919 күн бұрын
thank you so much sir for your tireless effort!
@SantoshKumar-hs1kr19 күн бұрын
सुंदर व्याख्यान ✅💯✅
@rsvarun549511 күн бұрын
Thank you sir jo buddha dhamm ke raste band kar rakhe they . Unako khodkar desh ke logon ke samane rakh rahe hain . Koti koti naman .
@Pardeep_kaushik19 күн бұрын
हमारे यहां भी पेड़ के लिए रुख शब्द का इस्तेमाल करते थे बड़े बुजुर्ग लोग
@ShekharSingh-el6hg20 күн бұрын
Investigative historian 🙏❤️🌹👍🏼👌
@aalokraj928120 күн бұрын
Pranam guruwar🙏🙏
@rameshduttsharma933414 күн бұрын
बहुत ही तार्किक और सटीक विश्लेषण और अन्य भाषाओं का भी उद्भव और विकास किस प्रकार से साथ साथ हुआ कोई भी भाषा शुन्य से पैदा नहीं हुई बल्कि सभी का विकास evolution हुआ है और किसी एक को दूसरे की तुलना में श्रेष्ठ नहीं कह सकते
@laxmihari10019 күн бұрын
Professor i can show only my respects to you.
@Sachinsscaspirant20 күн бұрын
सर हमरे खेत जब गीले होते तो उन्हे ओद कहते है अयोध्या में