सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बवाल, विपक्ष ने खेल दिया बड़ा दांव!
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@Daandikanthi2 күн бұрын
अखिल स्वामी जी ने बहुत अच्छी बाते रखी हैं। साधु बाद के पात्र हैं।
@vijayasrivastava24992 күн бұрын
अनिल सिन्हा साहब को इस विवेक पूर्ण व्यखान के लिए धन्यवाद।
@ShubhasishNandy2 күн бұрын
जितने दलित और ओबीसी सांसद हैं, उन्हें एनडीए छोड़ देना चाहिए.
@jesinthadsouza24162 күн бұрын
If they have conviction of mind and love for people who voted for them , they must resign.
@vandanadamre37712 күн бұрын
बराबर है फिर देखते है कैसे राज्य करते
@shukhramvishnoi71662 күн бұрын
संजय सिंह जो कह रहे हैं एक एक बात 100% सच राष्ट्रपति जी का भाषण एक लिखा हुआ भाषण पढ़ रही है जो सरकार लिख कर देंगे वही बोलेंगे यह देश का दुर्भाग्य है
@rangraogaikwad70392 күн бұрын
आपात काल समाप्त होते ही इंदिरा चुनाव हार गई।थी ।फिर दो साल के बाद के चुनाव में जीत गई बीस साल तक राज किया आपातकाल गलत होता तो इंदिरा गांधी को जनता कभी नही चुनती
@user-gu7df3vv1u2 күн бұрын
आपातकाल से आम जनता को कोइ परेशानी नहीं थी। परन्तु 10 बरषों में जो अघोषित आपातकाल जैसी स्थिति है कि आम जनता स्वतन्त्र नहीं है लोकतंत्र खतरे में है।
@pramodjoshi30672 күн бұрын
🙏 मेरा मानना है कि स्वर्गीय प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी जी ने, इमरजेंसी ठीक लगाईं, खालिस्तान समर्थको का प्रभाव बढ़ रहा था, इसकी कीमत, अपनी जान गंवानी पड़ी ।
@ShivKumar-fb4xj2 күн бұрын
सैल्यूट सर आपकी आवाज बिल्कुल सिद्धान्त के अनुसार🇮🇳🙏
@dkpandey45282 күн бұрын
लोकसभा अध्यक्ष आदरणीय ओम बिड़ला जी सदन को प्राथमिक विद्यालय,सांसद को विद्यार्थी और खुद को हेडमास्टर समझ रहे हैं
@baijnathprasad17622 күн бұрын
संसद देश का सर्वश्रेष्ठ पाठशाला होता है लेकिन वहां संकीर्ण विचारधारा के व्यक्ति को अध्यक्ष नहीं बनाया जाता। भाजपा और संघ के बेवकूफ नहीं जानते अमेरिका का सीनेट का अध्यक्ष चुने जाने के बाद पार्टी से त्याग पत्र दे देता है।
@manbahadurRana-wz2rk2 күн бұрын
Thanks
@j.esantoshlote19742 күн бұрын
सर, क्या विचार है आपके आपको पुरे भारत वासियोके औरसे नमन 🙏
@user-ph4ow7cb3o2 күн бұрын
मैं भी 1975 में युवा थाआम जनता को आपातकाल से कहीं कोई परेशानी नहीं था। लेकिन आज खुल कर कहीं बोल नहीं सकते हैं।
@syedqaidali58002 күн бұрын
Me too
@Munenedra-xs5hr2 күн бұрын
पी डी ए जिंदाबाद इंडिया गठबंधन जिंदाबाद जय भीम जय संविधान जय मूलनिवासी
@sudhataibamanpalliwar97832 күн бұрын
घोषित आपात्काल इतना बुरा नही था. यह दस साल का अघोषित आपात्काल सबसे बुरा समय है. हम भी उस समय युवा थे. ऐसी तानाशाही नही थी.
@naseemsaifi16492 күн бұрын
निर्भीक विचारों के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
@bhomarammeena51472 күн бұрын
ईवीएम हटाओ देश बचाओ भाजपा हटाओ देश बचाओ।
@rakeshkumarsingh84572 күн бұрын
Abhi tu evm mein hi hai ab sab aage bath chuke hai koi aur mudda la
@PradeepKumar-ej4mq2 күн бұрын
पुलवामा की जांच भी अभी तक नहीं हो पाई है। सही कहा स्वामीजी ने। सैल्यूट सर।
@RameshwarSinghahiwar2 күн бұрын
पुलवामा की जांच अभी तक नहीं हो पाई हैं बिल्कुल सही कहा श्रीमन स्वामी जी आपको दिल से सैल्यूट है
@bhoopchandnegi96492 күн бұрын
आपातकाल तो 10 साल से चल रहा है राष्टपति उप राष्टपति गवर्नर कापद खत्म होनाचाहिऐ जनता पर बोझ है जन्ता के टैक्स पर इनके बच्चे पल रहे है
@user-gu7df3vv1u2 күн бұрын
नीतीश और नायडू जी को जनता माफ नहीं करेगी
@farooqshaikh7952 күн бұрын
विधानसभा मे दोनो बांमबु को वोट नही देना चाहीये जैसे युपी की जनता को सलाम❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
@himalayanyoga29042 күн бұрын
Kash inko modi ji bahr fenk de or Rahul Gandhi ki shrn me jae or vha in sharn na mile
@user-ph4ow7cb3o2 күн бұрын
जय हिन्द अखिल स्वामी सर _क्या भाजपा वाले सदन में सदन के बाहर सभी जगह सिर्फ प्रोपगंडा ही करते रहेंगे।
@ramswaroop48162 күн бұрын
तानाशाही बंद होनी चाहिए।
@rajaramkushwaha66072 күн бұрын
देशहित के लिए जितना जल्दी इस सरकार को गिराओ अन्यथा समर्थन देने वाले भी नहीं बचेंगे
@anwaralam64542 күн бұрын
Prof. Akhil Swamy से सहमत हैं कि 1975 Emergency तो इस वर्तमान काल के समक्ष कहीं नहीं टिकती। अघोषित Emergency बहुत खतरनाक है देश के लिए।
@syedqaidali58002 күн бұрын
माननीय प्रोफेसर साहब का पूरा वक्तव्य जनता के बीच तुरंत जाना चाहिए... राष्ट्रपति के भाषण के विषय में जनता को जानना चाहिए I.N.D.I.A गठबंधन को आगे आना नितान्त आवश्यक है
@arvindthorat69432 күн бұрын
स्वामीजी के देश प्रेम का जजबा हर एक के दिल मे होना चाहिये. स्वामीजी दिलसे प्रणाम...
@akhilswami62782 күн бұрын
❤
@Easywayofbio2 күн бұрын
Emergency impact was only in North India ,not in whole country .
@nathsingh.42472 күн бұрын
kejarival पर जुर्म करना बंद करो, बंद करो।।
@user-gu7df3vv1u2 күн бұрын
जयन्त चौधरी और चिराग पासवान को भी जनता सबक जरूर सिखाएगी।
@syedqaidali58002 күн бұрын
यह व्यक्ति जो बेवजह लगातार मेज़ पीटता रहा कौन है
@rafat_masood_official2 күн бұрын
राष्ट्रपति उपराष्ट्रपति गवर्नर लेफ्टिनेंट का पद अब ख़त्म कर देना चाहिए क्योंकि अब इन पदों की कोई अहमियत और ज़रूरत नहीं रह गई है 👈👈
@syedqaidali58002 күн бұрын
जनता को मालूम होना चाहिए कि राष्ट्र पति पर जनता का कितना पैसा खर्च होता है
@farooqshaikh7952 күн бұрын
यह सब ऊचपदो पर बैठकर जनता के टॅक्स के पैसोसे सब सुखसुविधा मजे ले रहे है और अपने पदकी गरीमाको ताकपर रखते हुअे कीसीको दुध दही पीला खीला रही है पेसा जनता के टॅक्स का और चाकरी नोकरी नौटंकी कीसी एक व्यक्ती के लीये ये कैसा दुर्भाग्य देश का मुरमुजी बीजेपी की कार्यकर्ता? मुरमुजी को नये संसद भवन मे ऊदधाटन मे रामलला स्थापना मे नही बुलाया😢😢😢😢😢😢😢😢
@lalitkumarpurty84452 күн бұрын
मोदी का एकतंत्र बढ़ेगा
@zulekhakhan51232 күн бұрын
ये बिलकुल सच है, देश हित में राष्ट्रपति मुर्मू ने आज तक अपने अधिकारों का उपयोग नहीं किया , देश में बेटियां बेइज़्ज़त होती रहीं और महामहिम मौन रहीं , अफसोस 😢😢😢
@vijaymalhotra65382 күн бұрын
Has any one seen such an adamant PM. Modi has played his role in devaluing the posts of from PRESIDENT, VICE PRESIDENT, LOK SABHA SPEAKER, GOVERNORS, LT. GOVERNOR, AND INSTITUTIONS LIKE ED, CBI, IT ETC. HE HAS SPOILED THE SYSTEM WHICH WAS RUNNING SMOOTHLY BEFORE HE TOOK OVER.
@mohanr56412 күн бұрын
प्रो. स्वामी सर, आप बिलकुल सही कह रहे हैं। झंडा एक होना चाहिए और वह है तिरंगा। इस पर नारा होना चाहिए "एक राष्ट्र एक झंडा"। दोषी को उचित सजा मिलनी चाहिए
@manbahadurRana-wz2rk2 күн бұрын
❤❤
@anandkumarmaurya91912 күн бұрын
इंद्रा गांधी के द्वारा घोषित आपतकाल का मियाद मात्र 21 महीने का रहा जिसमे देश की आर्थिक क्षति नहीं हुई । दूसरी तरफ पीएम मोदी का दस वर्षों से चले आ रहे अघोषित आपातकाल में ना केवल देश की आर्थिक दशा का नुकसान हुआ बल्कि देश की संपदा बेचा गया और साथ में विदेशी कर्ज 3गुणा बढ़ा गया है ।
@user-ph4ow7cb3o2 күн бұрын
अखिल स्वामी सर _ 26 January 2024 को तिरंगा दिखाई नहीं दिया भगवा से पूरा देश पटा पड़ा था।
@Kavikakkad2 күн бұрын
2 साल का आपात काल घोषित था और 10 साल का अघोषित आपात काल भी भारत की राजनीति का आपात काल ही था।
@peterchoranth44342 күн бұрын
झूठ परोसने का एक मौका फिर मिल ही गया मोदी को।
@AnilSinha-he6cy2 күн бұрын
Ii@@peterchoranth4434to
@dolibhardwaj72742 күн бұрын
Ppp@@peterchoranth4434
@shivajideshmukh45732 күн бұрын
निधी स्वामीजी सही बोले ,लोग देख रहे है तमाशा, ओम बिर्ला का, इनको भुगताना पदेगा.
@manbahadurRana-wz2rk2 күн бұрын
😂😂
@jyotijadhav74562 күн бұрын
इनपर देशद्रोह का कानुन चलना चाहीये . 😢😢 भाजपा १० साल यही किया धर्म का राजकरण ओर राष्टपती भी भाजप. के आंडर रबर स्टप का काम कर रही है .
@ruchirtrivedi92912 күн бұрын
श्री मती राष्ट्रपति जी मोदी का खिलौना जैसे काम कर रही है।
@durgaramjakhar32662 күн бұрын
❤
@user-be4ji4dx3g2 күн бұрын
राष्ट्रपति के नाम की एक मूर्ति को बिठा दिया है
@sharadkothekar88882 күн бұрын
❤❤❤❤❤
@Dadasahab12342 күн бұрын
Only fake news on this Congress bhakts channel. 😅
@satyendraprasadbhuyan59462 күн бұрын
Modiji ko Avtar bananewale ?
@ashoksaxena66152 күн бұрын
पचास साल पहले की बात को पहले भाषण में मोदी बिरला मुर्मू जी का नीरसता पूर्ण, वर्तमान स्थिति की सकारात्मक सोच नहीं ये आज की इमरजेंसी है जिसमें जनता त्रस्त है खाली मेज पीटने से जनता खुश नहीं है
@anjalirele52752 күн бұрын
Sub ke sub bike hua hai. Kisi ko bhe aam janata ke parwa nahi hai
@shivashukla17222 күн бұрын
बहुत ही शानदार जबर्दस्त कटु सत्य टिप्पणी धन्यवाद बहुत बहुत आभार एवं हार्दिक आभार
@manbahadurRana-wz2rk2 күн бұрын
Tjanks
@manbahadurRana-wz2rk2 күн бұрын
Thanks
@sambhajipatil7702 күн бұрын
10 वर्षे अघोषित आपत्तकाली जारी है इस पर रबर स्टॅम्प है महामाही राष्टपती क्यो नही बोलें, नीट पर नही बोलें,1975 सालकी अपात्तकाली उल्लेख अब क्यो
@manbahadurRana-wz2rk2 күн бұрын
😂😂😂😂
@dinesh-zc9iv2 күн бұрын
देश के हालात ऐसे ना बन जाए गोला बरुद् से आंदोलन जनता करने लगे, बड़ा सवाल
@farooqshaikh7952 күн бұрын
१०१ टक्के
@manbahadurRana-wz2rk2 күн бұрын
😂😂😂😂
@manojpandey64372 күн бұрын
सच्चाई नहीं दिखता ऐसे लोगों को स्वयं ही नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए
@kamaljeetwalia312 күн бұрын
ADANI AMBANI PARTY BHRASHTACHAR JAGAOO PARTY KI "B" TEAM HAI
@manbahadurRana-wz2rk2 күн бұрын
😂😂😂😂
@user-ue8et6ot4v2 күн бұрын
BJP वाले कभी नहीं सुधरेंगे उनको chance नहीं देना चाहिए था अब राहुल गांधी होना
@ushamishra96132 күн бұрын
जय हिंद जय भारत 🇮🇳🇮🇳 आप बिल्कुल सत्य बोल रहे हैं ❤ मेरे भी यहीं विचार है❤ राष्ट्रपति को अपने गरिमा का ख्याल रखना चाहिए 😮 सस्नेह धन्यवाद
@amarjit3112 күн бұрын
I am 79 years but emergency was much better than today. People were so much in better and loving position.
@bhargavvora96872 күн бұрын
अखिल स्वामी जी आप बिल्कुल सही कह रहे हैं....
@manbahadurRana-wz2rk2 күн бұрын
Thanks
@BLGupta-wx1ek2 күн бұрын
राष्ट्रपति ने अपनी गरिमा का ख़याल नहीं रखा
@manbahadurRana-wz2rk2 күн бұрын
😂😂😂
@user-kk7fx6cm7o2 күн бұрын
जितने दलित ओबीसी एमपी हैं उनको बीजेपी छोड़ देना चाहिए
@शिवनंदन-ष4द2 күн бұрын
पैसे का खेल है 😢😢
@kishoresinghshekhawat86382 күн бұрын
विनोबा भावे ने आपातकाल को अनुसासन पूर्व कहा था। शिक्षा व्यवस्था बहुत अच्छी थी। देश में शांति,प्रेम, शोहद्रपूर्ण वातारण था। देश में विकास हो रहा था। मै उस समय राजस्थान विश्व विद्यालय का छात्र था। आज के नेताओं की जरूर घिघी बनी हुई थी।
@nortmalbardiya92842 күн бұрын
नमस्ते अखिल स्वामी जी आपने राष्ट्रपति के भाषण का बहुत बढ़िया स्वागत किया ओर इस देश मे लगता ह राष्ट्रपति की कोई जरूरत नही ह क्योंकि राष्ट्रपति तो सरकार का गुणगान में लगभग समय नष्ट किया ऐसे भाषणों का तो बहिष्कार करना चाहिए
@arvindthorat69432 күн бұрын
राष्ट्रपती का मणिपूर के बारे मे क्या खयाल है?
@SanjayKumar-fw6mt2 күн бұрын
दूर की आवाज उन्हें सुनाई नहीं देती।
@ashoksaxena66152 күн бұрын
अटलजी के तो इनमें एक भी गुण नहीं है अंहकारी सरकार अचछे पढ़े-लिखे उस समय के तो बाहर कर दिए गुजराती अकल चलाने के लिए
@rahultiwari80512 күн бұрын
मुर्मू से बहुत बेहतर ज़मीर वाले ज्ञानी जैल सिंह जी थे जो शैक्षणिक योग्यता में मुर्मू से बहुत पीछे थे। परन्तु उन्होंने तीन चौथाई बहुमत वाली राजीव गांधी जी की सरकार को भी बिना कुछ कहे संसय में ला दिया था। मुर्मू जी का आचरण गांधी जी के तीन बंदरों वाली दिख रही है।
@dinesh-zc9iv2 күн бұрын
आंदोलन हुए अब तक गाँधी जी की शिक्षा के आधार पर लगता है, गोरे अग्रेजो के टाइम मे जो भगत सिंह ने
@healthiswealth29752 күн бұрын
क्या राष्ट्रपति को अपने संबोधन में बार बार *मेरी सरकार मेरी सरकार* कहना संविधान सम्मत है?
@JitendraLal-wm4gh2 күн бұрын
जय हिन्द
@maheshsoni80292 күн бұрын
इनको शर्म नहीं आती जनता को समझ नहीं आती
@user-mh4ih6vi4e2 күн бұрын
आपके साहस को सैल्यूट सर विपक्षी नेताओं को आप से परेंरणा लेनी चाहिए और जमकर बिरोध करना चाहिए।
@manbahadurRana-wz2rk2 күн бұрын
❤❤❤
@pawanjitbanga69562 күн бұрын
U R ABSOLUTELY 100 ℅ CORRECT✅ RESPECTED DR AKHIL SWAMI JI 🎉🎉🎉🎉🎉🎉 MAY GOD BLESS YOU🌹🌹🌹🌹 SIRR
@rafat_masood_official2 күн бұрын
पेपर लीक मामले अगर किसी भ्रष्टाचारी को सज़ा मिल जायेगी तो क्या बच्चों को इंसाफ़ मिल जायेगा ????
@OmPrakash-zt8ft2 күн бұрын
Tabhi to usko. Inaam diya gaya hai 😮😮
@mohdmuzammil9172 күн бұрын
Professor akhil swamy ji aap ki saari batein bilkul Sahi hai aap jese log sansad me hona chahiye jo janta ki samasya ko samajh sake
@syedzaheerzaidi97782 күн бұрын
होगा नहीं कोई वोट ही नहीं देगा चाटुकारिता का दौर है
@psimmon18862 күн бұрын
सत्ता पर काबिज़ संविधान को ना मनानेवालों को , संविधान विरोधियों को, दुष्टों और बेशर्मों को कोई फर्क नहीं पड़नेवाला , वे मनमानी करेंगे❗ प्रतिपक्ष की बातों का अनसुना करते हुए सबको प्रताड़ित करेंगे❗
@ashoksaxena66152 күн бұрын
टीवी के एंकर भी स्पीकर भी विपक्ष को मौका नहीं दिया जाता वर्तमान को देखिए इतिहास के सड़कों के नाम बदल दिए 1975को याद करके विकास कर लिया आपने दस साल में
@geetakuril69282 күн бұрын
स्वामी sir आपके विचारों को सैलूट करते है हम. ये नहीं चाहते बच्चे पढ़ लिख कर अपनी आवाज को बुलंद करें हक़ मांगे
@pramodkumarchaturvedi63902 күн бұрын
आपातकाल अनुशासन पर्व है। विनोबा भावे
@mustakkhan30392 күн бұрын
NITISH AND NAIDU THEY ARE FULLY GUILTY FOR THE PRESENT SITUATION.
@kamlabudhiraja61782 күн бұрын
Swami ji bilkul sahi kh rhe hai aise hi nidar logo ki zarurat hai
@nivasaikia22492 күн бұрын
India zindabad❤❤❤
@sheashpalcam65812 күн бұрын
देश को गुलाम बनाकर कह देंगे क्या पहले देश गुलाम नही था? अब गुलाम हो गया तो क्या नया हुआ।
@bhomarammeena51472 күн бұрын
इडिया गठबंधन जिन्दाबाद कांग्रेस गठबंधन जिन्दाबाद राहुल गाँधी जिन्दाबाद।
@semwalpl622 күн бұрын
बिड़ला जी लोकसभा अध्यक्ष कम प्राथमिक विद्यालय के हेडमास्टर अधिक लगते हैं।
@rajprakash17712 күн бұрын
😂@@semwalpl62
@user-qc9ih9ph8h2 күн бұрын
Ahkhil saab aap bilkul sehi baat kr rehe hmara aap ko dil se selut bnta
@VinodSharma-vj1uj2 күн бұрын
महामहिम राष्ट्रपति महोदय ने अपने संबोधन में देश के ज्वलंत मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं करी जैसी जनता आशा लगाए थीं पचास साल पहले घटना का उल्लेख किया जिसकी आज याद दिलाने की नहीं जरूर है जो अब जनता की परेशानी हल हो
@clsaini26482 күн бұрын
I am agree with you.poor people was not disturbed.
@Virat-eq6ln2 күн бұрын
राष्ट्रपति का अभिभाषण ❌❌❌ बीजेपी का झूठा प्रचार ✅✅✅ 😔😔
@rajaramkushwaha66072 күн бұрын
जय संविधान, केजरीवाल जिंदाबाद, अखिलस्वामी जी को प्रणाम
@drsnsuman56902 күн бұрын
प्रोफेसर अनिल स्वामी जी को बहुत बहुत धन्यवाद सही बात को रखने के लिए।
@naramadaenclave1162 күн бұрын
❤ देश मध्यावधि की ओर बढ रहा है!"
@sarojsahu32292 күн бұрын
As always professor Sab is 100 percent correct. Very nice discussion and presentation. Thank you.
@shabanaakhter40882 күн бұрын
We are all proud of you Swamiji. We all love you.
@DeepakYadav-qs1eh2 күн бұрын
अगर जबरन नसबंदी न की गई होती तो इमर्जेंसी से सभी खुश ही थे ।आज तो हालात ही लाखों गुना ख़राब हो इमर्जेंसी काल की तुलना में
@anandkumarmaurya91912 күн бұрын
जिसके पास स्वाभिमान नहीं है. वो जिंदा लाशे है. ओर लाचारी ही उनके जीवन का अर्थ है. बहोत ही घटीया जीवन क्रम है. क्या फायदा इस जीवन का. जय भारत.
@ramsubhaglikeado17202 күн бұрын
Good. Speech of swami namaste
@triloksinghadhikari26202 күн бұрын
Aapke vichar dhara sarahniya yogy 🎉
@RajeshYadav-lq9mo2 күн бұрын
Very good nice baat kahe hai Sir ji thanks 🙏 Akhil ji thanks 🙏🙏
@nasirkhan74822 күн бұрын
Bilkul sahi kaha sir.. Jai Hind 🇮🇳🇮🇳
@yogeshupadhayay98912 күн бұрын
देश के राष्ट्रपति जी से ऐसी उम्मीद नही थी
@anandkumarmaurya91912 күн бұрын
मेरा मानना है कि स्वर्गीय प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी जी ने, इमरजेंसी ठीक लगाईं, खालिस्तान समर्थको का प्रभाव बढ़ रहा था, इसकी कीमत, अपनी जान गंवानी पड़ी ।
@shobhansinghkarki46052 күн бұрын
श्रीमान अखिलस्वामी जी ओमविडला जी को इस समय गडेमुरदे बाहर निकालने का मतलब
@sanjayjain79932 күн бұрын
Well done👏👍💯 Nidhi ji N 4 PM Newes🙏🌹👍
@angadparwar57332 күн бұрын
पीएम, स्पीकर और अब राष्ट्रपति ने आपातकाल की बात कर अपने ओछेपन की बानगी दिखा ही दी। ये मीठी-मीठी बात कर सरकार गठन, सभी मंत्रालय और अपना स्पीकर बनाने के बाद ऐंठने लगे। सत्यानाश हो नीतीश/नायडू का जो चरणों में जा लोटपोट हो बना बनाया खेल ही बिगाड़ दिए।
@shashikant58352 күн бұрын
ओम बिरला तो वही करेंगें जो पहले करते आए है उनसे कोई अलग व्यवहार की उम्मीद नही करनी चाहिए।
@manojsinandi13112 күн бұрын
बहुत अच्छी चर्चा रही आजकी साथ में लोगो को भी ये बताइए की आप क्या कर सकते है आपके अधिकार क्या है
@anandkumarmaurya91912 күн бұрын
सरकार को धर्म जात-पात से उपर उठकर, हर नागरिक को एक समान "भारतीय" समझकर निस्वार्थ देशसेवा करनी चाहिए।
@Justiicc.2 күн бұрын
तोते की याद आ गाई गई।
@sanjibbarua64032 күн бұрын
Swami ji u r good. Agree with u 100%.
@angrejdas4712 күн бұрын
मोदीजी का जुल्म कम होने वाला नहीं है. मोदीजी से आग्रह है कि कम से कम वे भगवान से डरें। ईमानदार विपक्षी नेताओं पर जुल्म बंद करे। इंडिया alliance को एकजुट होकर मोदीजी की तानाशाही के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।
@mohdmuzammil9172 күн бұрын
💯💯💯💯💯 sehmati hai meri aapki baaton se
@dr.arunprasad10772 күн бұрын
CBI के झूठ पर राष्ट्रपति चुप क्यों हैं?
@skkush20082 күн бұрын
बिलकुल सही।
@JagjitSingh-ff9ir2 күн бұрын
Swami ji,Thanks For calling a spade a spade.Truthful analysis!!!!
@hetaldesai51882 күн бұрын
Very Nice Good wark congratulations to all the best
@JoginderSingh-gt4pw2 күн бұрын
Very very great true nd commendable views.
@nagendrasah20442 күн бұрын
1975 Mein Aam public ko koi Dikkat nahi thi Lekin pichle 10 sal mein public pareshan hai.