जो ईश्वर को मंजूर होगा ,वही होगा सोनू भाई।किसान वो बहादुर योद्धा है को अपना पैसा,श्रम और स्वस्थ सब कुछ धरती मां के गर्भ डाल देता है।किसान भाइयों को जो ईश्वर देता है वही मिलता है।
@pramodkumarupadhyay71132 сағат бұрын
आलू को कम से कम 1000 रूपए प्रति पैकेट खेत से ही बिकना चाहिए। सोनू भाई आपका प्रयास सराहनीय है।
@pramodkumarupadhyay71132 сағат бұрын
इस बार तापमान सामान्य से अधिक रहने के कारण न तो ट्यूमर अधिक बने और न ही आलू में फुलांव हुआ। भाइयों इस आलू में हल्का सा पानी लगवा दीजिए।
@sanjaydatt1412 сағат бұрын
Sonu bhai abhi kuchh bhi nahin kah sakte hain paidavar ke mamle mein main bhi sirsaganj ikai hun