बाप दादा को कभी कभी शब्द अच्छा नहीं लगता है। बाप हरेक बच्चे को याद प्यार खुशी देते हैं। बाप दादा को कभी कभी शब्द अच्छा नहीं लगता। सदा खुश नुमार बाप दादा यही चाहते हैं की कभी कभी शब्द को परिवर्तन कर सकते हो
@kamleshgolhani3 ай бұрын
एक सेकेंड में soul कन्सियस बनने की ड्रिल करनी है। हमारा वायदा है साथ रहेंगे, साथ चलेंगे।
@kamleshgolhani3 ай бұрын
संतुष्टता जहां हैं वहां सर्व शक्तियां संतुष्ट्ता में समाई हुई हैं। संतुष्टा की शक्ति का वायुमंडल चारों तरफ फैलता है। संतुष्ट मानी आत्म कभी माया से हार नहीं खा सकती, माया हार खाती हैं।
@kamleshgolhani3 ай бұрын
संतुष्ट आत्मा ऐसे अनुभव करती जैसे कार्टून को देख रही हैं।