जांच होना बहुत जरूरी है।पर दुर्भाग्य की बात यह है की सरकार जांच न कराकर भ्रष्टाचार को सह दे रही है इस भ्रष्टाचार में कहीं न कहीं सरकार भी सम्मिलित हैं 😢😢
@alokazad35093 күн бұрын
प्रदेश के सबसे ईमानदार अधिकारी M देवराज सरजी ने सारी पदोन्नति प्रक्रिया के हर चरण को पूर्ण करते हुए पदोन्नति की।मंत्री जी ने सारी प्रक्रिया उच्च स्तर पर अनुमोदन के लिए भेजी।जब अनुमोदन हो गया तो पदोन्नति हुई और सामाजिक न्याय भी सुनिश्चित हुवा कि 177 में ओबीसी sc st वर्ग के 138 पात्र लोग पदोन्नत हुए। अगर यह भी गलत है तो फिर ऊपरवाला सद्बुद्धि ही दे आरोप लगाने वालों को। सत्यमेव जयते
@alokazad35093 күн бұрын
यादवजी,सामाजिक न्याय पर भी आप लोग जब छाती पीटते हो तब दुख होता है।पूर्वाग्रह छोड़ दो अब
@Pradumanlnjpit3 күн бұрын
Janch hogi tension mat lo
@ChhotuYadav-d2d3 күн бұрын
@@alokazad3509manyvar kripya 138 obc , sc ke logon ki list bheje ham bhi sarkar ko reservation chor kahana band kar denge
@cine17064 күн бұрын
बाबा के राज में भ्रष्टाचार चरम पर है किंतु जांच उन्ही लोगों की होगी जिनका बाबा पसंद नहीं करते।
@vickypatel21174 күн бұрын
जांच होना जरूरी है। सरकार जांच न कराकर भ्रष्टाचार को सह दे रही है।
@Hs-patel7u4 күн бұрын
पति पत्नी पार्टी हे
@dhirendrayadav97403 күн бұрын
25 लाख का एक पद कुल पद 177 जोड़ लीजिए सबसे ईमानदार अधिकारियों का हिस्सा ओर नेताजी का 442500000 करोड़ 😮
@jpgupta44863 күн бұрын
मीडिया के सम्मानित सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया इन से इन कुछ बिंदुओं पर भी जवाब मांगना चाहिए 1.जब यह विभाग में आए तब उनकी शैक्षिक कार्यताएं क्या थी और यह किस नियम से पदोन्नति होकर विभागाध्यक्ष एवं प्रधानाचार्य के वर्तमान पद पर कार्य कर रहे हैं 2.क्या यह विभागध्यक्ष एवं प्रधानाचार्य के पद पर लोक सेवा आयोग से आए हैं जब यह पदोन्नति से 3.प्रधानाचार्य तक बने तो अब पदोन्नति कैसे गलत है 4.श्रीमान जी से पूछा जाना चाहिए कि माननीय न्यायालय का डबल बेंच का डिसीजन 2011 में आ गया तो इनकी विभागाध्यक्ष के पद पर ग्रेड पे 6600 में पदोन्नति 2013 में कैसे हो गई और 2016 में विभागाध्यक्ष से प्रधानाचार्य कैसे बन गए क्या यह कंटेंप्ट आप कोर्ट नहीं था और वह कैसे नियमानुसार था उनकी खुद की DPC प्रधानाचार्य के पद पर पुराने नियमों से ग्रेड पे 7600 में 2016 में हुई क्या यह कंटेंप्ट का कोर्ट नहीं था 5.वर्तमान में 9000 ग्रेड पे की सैलरी ले रहे हैं वह किस नियम से ले रहे हैं कृपया इन्हीं से पूछा जाए कि आपकी पदोन्नति ग्रेड पे 7600 पर हुई थी लेकिन वर्तमान में आप 9000 ग्रेड पे कैसे ले रहे हैं 6. क्या पात्रता के मापदंड विभाग में समस्त कार्मिकों के लिए एक है या अलग-अलग अगर एक हैं तो कृपया बताने का कष्ट करें कि जो लोग विभाग में प्रधानाचार्य एवं विभागाध्यक्ष के पद धारित कर रहे हैं उनमें से भी अधिकांश की शैक्षिक योग्यताएं डिप्लोमा इंजीनियरिंग , MA, MSc एवं बीटेक हैं jo AICTE के अनुरूप योग्यताएं नहीं रखते हैं तो वह सभी लोग अपने पदों पर कैसे कार्य कर रहे हैं और इन्होंने अभी तक क्या किया है 7.इनके द्वारा तथ्यहीन नियम विरुद्ध जो आचरण किया जा रहे हैं वह वास्तविकता में अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के लिए पूरे विभाग की छवि को खराब किया जा रहा है जो अत्यंत निंदनीय है 8. मीडिया के साथियों से भी आग्रह है कि वह प्रकरण में अगर विभाग के किसी जिम्मेदार व्यक्ति से इन नियमों के बारे में आप स्वयं अगर जानकारी हासिल कर लेंगे तो आप इन लोगों को स्वयं ही एक्सपोज कर देंगे और इनकी सच्चाई सबके सामने ला देंगे अगर इसमें सभी बिंदु उचित है कृपया सभी लोग देख ले तो मेरा मत है कि सभी लोग यह मैटर कमेंट करना चालू करें
@vaibhavdhuriya95044 күн бұрын
अनुप्रिया पटेल हों या पल्लवी, सब जाति के नाम मलाई काट रहीं हैं। इन्होंने पिछड़े, आदिवासी, दलितों के लिए किया ही क्या है?
@amarstp_0073 күн бұрын
जाति तो तुम्हारी भी है, इसको कहां छुपा के ले जाओगे??
@Jai.shree.ramramleelacommittee4 күн бұрын
सरकार को तुरंत जांच करा कर इन भ्रष्टाचारी के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्यवाई करनी चाहिए तभी जनता को न्याय मिल सकेगा जय हिंद जय भारत
@DeepakKumar-yy6jc4 күн бұрын
SP+PDA jindabaad
@kamalendrapalsingh45314 күн бұрын
पल्लवी पटेल 👍
@ashokpatel91053 күн бұрын
यह भी योगी आदित्यनाथ और ठाकुर चंगुल में फस गया है
@GajendraSingh-zk2dy3 күн бұрын
जो भ्रष्टाचार में लुप्त पाए जाएं उनके खिलाफ तुरंत एक्शन सरकार को लेना चाहिए..... सरकार को भ्रष्टाचार को संरक्षण नहीं देना चाहिए 🙏🙏
@ankurverma-physics53764 күн бұрын
उचित माध्यम से जांच होनी चाहिए
@Rdr2024RVA4 күн бұрын
पैसा लेकर बीजेपी पद दिया है, Ban evm
@alokazad35093 күн бұрын
प्रदेश के सबसे ईमानदार अधिकारी M देवराज सरजी ने सारी पदोन्नति प्रक्रिया के हर चरण को पूर्ण करते हुए पदोन्नति की।मंत्री जी ने सारी प्रक्रिया उच्च स्तर पर अनुमोदन के लिए भेजी।जब अनुमोदन हो गया तो पदोन्नति हुई और सामाजिक न्याय भी सुनिश्चित हुवा कि 177 में ओबीसी sc st वर्ग के 138 पात्र लोग पदोन्नत हुए। अगर यह भी गलत है तो फिर ऊपरवाला सद्बुद्धि ही दे आरोप लगाने वालों को। सत्यमेव जयते
@HarshSinghGkAdda4 күн бұрын
Ashish पटेल जिंदाबाद 🚩🚩
@adityaprakash17674 күн бұрын
Only nitish kumar ❤❤
@malayadav97864 күн бұрын
श्री राज बहादुर सिंह जी स्वयं इस विभाग में 5400 ग्रेड पे के लेक्चरर से 6600 ग्रेड पे के HOD पुरानी सेवानियमावली से बने है , फिर दुबारा 6600 ग्रेड पे के HOD से 7600 ग्रेड के प्रिंसिपल पुरानी सेवानियमावली से बने है , उसके बाद 2018 से AICTE का वही 9000 ग्रेड पे का वेतनमान ले रहे है , जिसका वो अब अपने बाद के लोगों के लिए विरोध कर रहे है। केवल नौकरी के साथ नेता बनने की असफल कोशिश कर रहे है , अगर नेता बनना है तो पहले स्वैच्छिक सेवानिवृति ले फिर करे नेतागिरी , तो सभी उनका साथ अवश्य देंगे , परन्तु स्वयं के लिए अलग मानक तथा औरों के लिए अलग मानक । इसीलिए सफल नहीं हो पा रहे है।
@shivbhusansingh99313 күн бұрын
यह लोग समाज को बेचकर पैसा कमाने वाले लोग हैं
@SaurabhSingh-lz8uz4 күн бұрын
पति-पत्नी ने पॉलिटेक्निक मे प्रमोशन के माध्यम से जो अधिकारियों की नियुक्ति की है करोड़ों रुपया लेकर अब उसका हिस्सा अधिकारियों को देना पड़ रहा तो परेशान है
@amarstp_0073 күн бұрын
ये सब बाबा की नौटंकी है, 27 में औकात पता चल जाएगी। डीपीसी की अनुमति मुख्यमंत्री कार्यालय से होती है, क्यों अनुमति दी???
@shivprasann14223 күн бұрын
आशीष पटेल जो की कुर्मी है और अपने आप को जमीदार पाटीदार सरदार वल्लभभाई पटेल से जोड़ता है जो की सामान्य में आते हैं हमको हंसी भी आती है दुख भी आता है इससे अच्छा तुम पलवी पटेल के पिताजी को जोड़ो उन्होंने जरूर संघर्ष किया है सोनेलाल खुद अपने कुर्मी समुदाय के लिए लड़े थे वह फर्जी में एक पाटीदार को अपना रिश्तेदार नहीं बने गए थे
@dharmpalsingh69054 күн бұрын
जंग बहादुर सिंह अपना भी बता दो, आप क्या हैं और क्या पे स्केल ले रहे हो...और कुछ शर्म करो
@shashwat3274 күн бұрын
Honest man
@Vikramkumar-iu5uc4 күн бұрын
There must be investigation
@pramodagrawal28513 күн бұрын
Raj Bahadur Singh ki baat bikul sahi prateet hoti hai, isme mantri ji ki milibhagat lagta hai. Isme respected CM Yogi ji ko DPC ko tatkaal cancel kar dena chahiye. Ye contemt of court hai. Jai Shree Ram
@ompavarma43443 күн бұрын
ये सरकारी सेवक हैं तो राजनीतिक पार्टी के लिए कैसे काम कर रहे थे । सरकारी नौकरी में रहते किसी भी तरह की शिकायत है तो उसे विभागीय अधिकारियों से उचित माध्यम से कर सकते हैं, लेकिन ये पत्रकार वार्ता नहीं कर सकते हैं क्योंकि यह कर्मचारी आचरण नियमावली का उल्लंघन है । कुछ वर्ष पूर्व सचिवालय सेवा के अधिकारी अमर सिंह पटेल ने किसी विभाग में नियुक्तियों का मुद्दा सोशल मीडिया के माध्यम से उठाया था और उसी नियमावली के आधार पर उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था ।
@ashokgautam66614 күн бұрын
लगता हैँ सारे विभाग के सचिव से ये व्यक्ति ज्यादा जानकारी रखता हैँ l इसकी बातों से ये लगता हैँ ये केवल भ्रामक न्यूज़ फैला कर सरकार को बदनाम कर रहा हैँ l इनको मिडिया के बजाय कोर्ट में चैलेंज करना चाहिए न कि मिडिया में सरकार कि नीति का विरोध करना चाहिए l
@shashwat3274 күн бұрын
High level enquiry required
@shashwat3274 күн бұрын
Violation and dishonor of Honorable court stay order😊
@puneetacademy.604 күн бұрын
Open requirement se hona hi sahi hai
@rafat_masood_official3 күн бұрын
यह कया हो रहा है 😊😊😊
@pankajyaduvanshi41563 күн бұрын
Adhikari aur mantri hai
@satendranaraindubey71924 күн бұрын
Bhrashtachar UP mein Kya bolta hai Andbhakt Jaanch hogi na
@softskillscommunicationcla81774 күн бұрын
R B Singh ji aap naukri kab karte hai jab media ke sath lagatar nazar aa rahe hai.
@raikumar33624 күн бұрын
Lagta hai tumhe malai mili hai
@ashok69444 күн бұрын
Investigation hona chahiye but hoga nhi chhe dekh lena bhai log
@jpgupta44863 күн бұрын
Raj bahadur singh ki bhi sabhi karykal aur income ki janch honi chahiye
@AnandPal-p3y4 күн бұрын
Ashish patel jindabad
@jpgupta44863 күн бұрын
Hamesha mantri ke picche lage rhe
@baghelji79324 күн бұрын
Principal sir
@khushalsingh60994 күн бұрын
CBI enquiry ho
@AnujKumar-bb7bj3 күн бұрын
Right
@SushilKumar-hn7ui4 күн бұрын
चोर मचाये शोर😂
@Ramesh-ml5vt4 күн бұрын
आरबी सिंह जी आप थोड़ा समय अपने संस्था पर भी दे दिया करो अगर नेतागिरी से फुर्सत मिले तो।
@AshokKumarMishra-l1zКүн бұрын
राजनीति कर रहा है
@Vikashbabu-pp9ve4 күн бұрын
BJP m asli jangal Raaz dikha diya
@जयश्रीकृष्णUp614 күн бұрын
Enlogo ki koe aukat nhi hai bina gathbandh ke up me🤣
@SaurabhSingh-lz8uz4 күн бұрын
दलाल मीडिया वालों को जब उधम ज्यादा दिखा तब यह खबर दिखाना पड़ रहा
@AbhishekSingh-ms9ct4 күн бұрын
Tu bhi to sp ka dalal hai
@usmansiddiqui-kc6uk4 күн бұрын
Pura ka pura ghol hai baba
@stutisrivastava85824 күн бұрын
😂😂😂😂😂
@raikumar33624 күн бұрын
R B singh is vibhag ke imandar Principal hai.
@azaad70614 күн бұрын
Yeh apne ghotale ko ujagar na hon isiliye jati ka card khel raha hai Ashish patel
@jpgupta44863 күн бұрын
मीडिया के सम्मानित सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया इन से इन कुछ बिंदुओं पर भी जवाब मांगना चाहिए 1.जब यह विभाग में आए तब उनकी शैक्षिक कार्यताएं क्या थी और यह किस नियम से पदोन्नति होकर विभागाध्यक्ष एवं प्रधानाचार्य के वर्तमान पद पर कार्य कर रहे हैं 2.क्या यह विभागध्यक्ष एवं प्रधानाचार्य के पद पर लोक सेवा आयोग से आए हैं जब यह पदोन्नति से 3.प्रधानाचार्य तक बने तो अब पदोन्नति कैसे गलत है 4.श्रीमान जी से पूछा जाना चाहिए कि माननीय न्यायालय का डबल बेंच का डिसीजन 2011 में आ गया तो इनकी विभागाध्यक्ष के पद पर ग्रेड पे 6600 में पदोन्नति 2013 में कैसे हो गई और 2016 में विभागाध्यक्ष से प्रधानाचार्य कैसे बन गए क्या यह कंटेंप्ट आप कोर्ट नहीं था और वह कैसे नियमानुसार था उनकी खुद की DPC प्रधानाचार्य के पद पर पुराने नियमों से ग्रेड पे 7600 में 2016 में हुई क्या यह कंटेंप्ट का कोर्ट नहीं था 5.वर्तमान में 9000 ग्रेड पे की सैलरी ले रहे हैं वह किस नियम से ले रहे हैं कृपया इन्हीं से पूछा जाए कि आपकी पदोन्नति ग्रेड पे 7600 पर हुई थी लेकिन वर्तमान में आप 9000 ग्रेड पे कैसे ले रहे हैं 6. क्या पात्रता के मापदंड विभाग में समस्त कार्मिकों के लिए एक है या अलग-अलग अगर एक हैं तो कृपया बताने का कष्ट करें कि जो लोग विभाग में प्रधानाचार्य एवं विभागाध्यक्ष के पद धारित कर रहे हैं उनमें से भी अधिकांश की शैक्षिक योग्यताएं डिप्लोमा इंजीनियरिंग , MA, MSc एवं बीटेक हैं jo AICTE के अनुरूप योग्यताएं नहीं रखते हैं तो वह सभी लोग अपने पदों पर कैसे कार्य कर रहे हैं और इन्होंने अभी तक क्या किया है 7.इनके द्वारा तथ्यहीन नियम विरुद्ध जो आचरण किया जा रहे हैं वह वास्तविकता में अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के लिए पूरे विभाग की छवि को खराब किया जा रहा है जो अत्यंत निंदनीय है 8. मीडिया के साथियों से भी आग्रह है कि वह प्रकरण में अगर विभाग के किसी जिम्मेदार व्यक्ति से इन नियमों के बारे में आप स्वयं अगर जानकारी हासिल कर लेंगे तो आप इन लोगों को स्वयं ही एक्सपोज कर देंगे और इनकी सच्चाई सबके सामने ला देंगे अगर इसमें सभी बिंदु उचित है कृपया सभी लोग देख ले तो मेरा मत है कि सभी लोग यह मैटर कमेंट करना चालू करें
@pramodagrawal28513 күн бұрын
Raj Bahadur Singh ki baat bikul sahi prateet hoti hai, isme mantri ji ki milibhagat lagta hai. Isme respected CM Yogi ji ko DPC ko tatkaal cancel kar dena chahiye. Ye contemt of court hai. Jai Shree Ram
@jpgupta44863 күн бұрын
मीडिया के सम्मानित सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया इन से इन कुछ बिंदुओं पर भी जवाब मांगना चाहिए 1.जब यह विभाग में आए तब उनकी शैक्षिक कार्यताएं क्या थी और यह किस नियम से पदोन्नति होकर विभागाध्यक्ष एवं प्रधानाचार्य के वर्तमान पद पर कार्य कर रहे हैं 2.क्या यह विभागध्यक्ष एवं प्रधानाचार्य के पद पर लोक सेवा आयोग से आए हैं जब यह पदोन्नति से 3.प्रधानाचार्य तक बने तो अब पदोन्नति कैसे गलत है 4.श्रीमान जी से पूछा जाना चाहिए कि माननीय न्यायालय का डबल बेंच का डिसीजन 2011 में आ गया तो इनकी विभागाध्यक्ष के पद पर ग्रेड पे 6600 में पदोन्नति 2013 में कैसे हो गई और 2016 में विभागाध्यक्ष से प्रधानाचार्य कैसे बन गए क्या यह कंटेंप्ट आप कोर्ट नहीं था और वह कैसे नियमानुसार था उनकी खुद की DPC प्रधानाचार्य के पद पर पुराने नियमों से ग्रेड पे 7600 में 2016 में हुई क्या यह कंटेंप्ट का कोर्ट नहीं था 5.वर्तमान में 9000 ग्रेड पे की सैलरी ले रहे हैं वह किस नियम से ले रहे हैं कृपया इन्हीं से पूछा जाए कि आपकी पदोन्नति ग्रेड पे 7600 पर हुई थी लेकिन वर्तमान में आप 9000 ग्रेड पे कैसे ले रहे हैं 6. क्या पात्रता के मापदंड विभाग में समस्त कार्मिकों के लिए एक है या अलग-अलग अगर एक हैं तो कृपया बताने का कष्ट करें कि जो लोग विभाग में प्रधानाचार्य एवं विभागाध्यक्ष के पद धारित कर रहे हैं उनमें से भी अधिकांश की शैक्षिक योग्यताएं डिप्लोमा इंजीनियरिंग , MA, MSc एवं बीटेक हैं jo AICTE के अनुरूप योग्यताएं नहीं रखते हैं तो वह सभी लोग अपने पदों पर कैसे कार्य कर रहे हैं और इन्होंने अभी तक क्या किया है 7.इनके द्वारा तथ्यहीन नियम विरुद्ध जो आचरण किया जा रहे हैं वह वास्तविकता में अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के लिए पूरे विभाग की छवि को खराब किया जा रहा है जो अत्यंत निंदनीय है 8. मीडिया के साथियों से भी आग्रह है कि वह प्रकरण में अगर विभाग के किसी जिम्मेदार व्यक्ति से इन नियमों के बारे में आप स्वयं अगर जानकारी हासिल कर लेंगे तो आप इन लोगों को स्वयं ही एक्सपोज कर देंगे और इनकी सच्चाई सबके सामने ला देंगे अगर इसमें सभी बिंदु उचित है कृपया सभी लोग देख ले तो मेरा मत है कि सभी लोग यह मैटर कमेंट करना चालू करें
@jpgupta44863 күн бұрын
मीडिया के सम्मानित सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया इन से इन कुछ बिंदुओं पर भी जवाब मांगना चाहिए 1.जब यह विभाग में आए तब उनकी शैक्षिक कार्यताएं क्या थी और यह किस नियम से पदोन्नति होकर विभागाध्यक्ष एवं प्रधानाचार्य के वर्तमान पद पर कार्य कर रहे हैं 2.क्या यह विभागध्यक्ष एवं प्रधानाचार्य के पद पर लोक सेवा आयोग से आए हैं जब यह पदोन्नति से 3.प्रधानाचार्य तक बने तो अब पदोन्नति कैसे गलत है 4.श्रीमान जी से पूछा जाना चाहिए कि माननीय न्यायालय का डबल बेंच का डिसीजन 2011 में आ गया तो इनकी विभागाध्यक्ष के पद पर ग्रेड पे 6600 में पदोन्नति 2013 में कैसे हो गई और 2016 में विभागाध्यक्ष से प्रधानाचार्य कैसे बन गए क्या यह कंटेंप्ट आप कोर्ट नहीं था और वह कैसे नियमानुसार था उनकी खुद की DPC प्रधानाचार्य के पद पर पुराने नियमों से ग्रेड पे 7600 में 2016 में हुई क्या यह कंटेंप्ट का कोर्ट नहीं था 5.वर्तमान में 9000 ग्रेड पे की सैलरी ले रहे हैं वह किस नियम से ले रहे हैं कृपया इन्हीं से पूछा जाए कि आपकी पदोन्नति ग्रेड पे 7600 पर हुई थी लेकिन वर्तमान में आप 9000 ग्रेड पे कैसे ले रहे हैं 6. क्या पात्रता के मापदंड विभाग में समस्त कार्मिकों के लिए एक है या अलग-अलग अगर एक हैं तो कृपया बताने का कष्ट करें कि जो लोग विभाग में प्रधानाचार्य एवं विभागाध्यक्ष के पद धारित कर रहे हैं उनमें से भी अधिकांश की शैक्षिक योग्यताएं डिप्लोमा इंजीनियरिंग , MA, MSc एवं बीटेक हैं jo AICTE के अनुरूप योग्यताएं नहीं रखते हैं तो वह सभी लोग अपने पदों पर कैसे कार्य कर रहे हैं और इन्होंने अभी तक क्या किया है 7.इनके द्वारा तथ्यहीन नियम विरुद्ध जो आचरण किया जा रहे हैं वह वास्तविकता में अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के लिए पूरे विभाग की छवि को खराब किया जा रहा है जो अत्यंत निंदनीय है 8. मीडिया के साथियों से भी आग्रह है कि वह प्रकरण में अगर विभाग के किसी जिम्मेदार व्यक्ति से इन नियमों के बारे में आप स्वयं अगर जानकारी हासिल कर लेंगे तो आप इन लोगों को स्वयं ही एक्सपोज कर देंगे और इनकी सच्चाई सबके सामने ला देंगे अगर इसमें सभी बिंदु उचित है कृपया सभी लोग देख ले तो मेरा मत है कि सभी लोग यह मैटर कमेंट करना चालू करें