I salute your endeavours for the welfare of humanists and rationalists who are curious for liberation.
@UdayChahar-t5n14 күн бұрын
Guru ji Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram 🙏🏼🙏🙏🏼
@prithvirajmudappu371715 күн бұрын
Dhanyawad guruji aapki satki vishlation Ashtavakra Gita ka 🙏
@sanjaynarayanwagh44014 күн бұрын
Pujyaniya Shri gurudev ji ke Charno me koti koti pranam 🙏🌹
@PushkarSingh-xv3km14 күн бұрын
पुज्य सत गुरू बार बार प्रणाम प्रणाम ❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🙏🙏🙏🙏🙏
@bharatbhaimistry649115 күн бұрын
जय गुरुदेव
@shailsingh830915 күн бұрын
Om Namah shivay 🙏🌹🙏🌹🙏
@TarunSingh-m3t15 күн бұрын
प्रवचन सुनने के दौरान बीच में प्रचार आ जाता है इससे एकाग्रता भंग हो जाती है हमलोगो को कानूनी कार्रवाई हेतु कदम उठाने की जरूरत है
@shailsingh830915 күн бұрын
Jai Maa 🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹
@TarunSingh-m3t15 күн бұрын
मनुष्य पहले पा पा कर अपने को सताएगा फिर खो खो कर अपने को सताएगा अब ना पाने को कुछ बचा है और न खोने को कुछ शेष है उसी अवस्था का नाम परमात्मा है परमात्मा स्वयं के अन्दर आनन्द की अनुभूति है इसकी अनुभूति के बाद कुछ भी बोलना या लिखना सत्य नहीं है कितना भी सही से बोलें अंत में यही महशुस होगा की जो कहना चाहता था लेकिन कह नही सका फिर भी सत्य को बार बार कहने की कोशिश की जाती है