Acharya Rambhadracharya ने ऐसा क्यों कहा कि अब हिंदुत्व बुलंदी पर जाएगा, वजह जानकर गदगद हो जाएंगे!

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Republic Bharat

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Күн бұрын

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@gireeshnarayan7942
@gireeshnarayan7942 13 күн бұрын
नमो राघवाय 🌹💐🙏👏
@gireeshnarayan7942
@gireeshnarayan7942 13 күн бұрын
जय श्री राम 🌹💐🙏👏 जय गुरु श्री रामभद्राचारय जी 🌹💐🙏👏
@I-x-c8v
@I-x-c8v 16 күн бұрын
Chorono me Koti Koti paranam jagatguruji🙏
@vishwajitd9844
@vishwajitd9844 14 күн бұрын
Shikhaji bahot sundar interview
@pralhadjoshi5850
@pralhadjoshi5850 14 күн бұрын
जय जय श्रीराम वंदेमातरम भारत माता कि जय
@AbhayPrasad-y8e
@AbhayPrasad-y8e 16 күн бұрын
Lord jagatguru rambhadracharya ji maharaj
@क्षत्रियDstomar
@क्षत्रियDstomar 15 күн бұрын
कौन कौन से देश इनको गुरु मानते है जो जगदगुरु बन गये है स्वयं नाम रख लिया जगदगुरु 😂 भारत के भी बहुत लोग इनको कुछ नही मानते बस कुछ अंधभक्तों को छोडकर😂😂
@anuragsingh-vy5it
@anuragsingh-vy5it 15 күн бұрын
​@@क्षत्रियDstomarतू एकदम मुर्ख है, जीवन में कुछ किये हो या ऐसे ही ज्ञान पेल रहे हो 😂
@munninathsiddhkukna2326
@munninathsiddhkukna2326 15 күн бұрын
​@@क्षत्रियDstomarधर्म का अर्थ ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना 1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है। भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं. अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब. जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
@abhayprasad5312
@abhayprasad5312 15 күн бұрын
@@क्षत्रियDstomar tu LoL hai to duniya lol ho jayega
@Sitaram-r8y1g
@Sitaram-r8y1g 14 күн бұрын
@@AbhayPrasad-y8e h Ŕepubĺik bharat
@dntripathi
@dntripathi 15 күн бұрын
Shri Gurudev charanobhyo namah.
@shamalaarbi775
@shamalaarbi775 13 күн бұрын
Excellent Excellent Excellent Excellent Excellent Excellent Answer from Jagadguru ji
@manojkumarmandal231
@manojkumarmandal231 15 күн бұрын
Jai seri ram
@pawanbondre9678
@pawanbondre9678 13 күн бұрын
Happy birthday guruji 🎉🎂🙏🙏🙏
@neerajbhardwaj5649
@neerajbhardwaj5649 12 күн бұрын
Jai shri ram jai shri ram ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
@MurleeBhardwaj
@MurleeBhardwaj 9 күн бұрын
जय 🚩 श्री 🚩 राम 🚩 जी 🚩🙏🙏🙏🙏🙏
@Dharamsahu1000
@Dharamsahu1000 15 күн бұрын
जय श्री राम 🚩🚩🙏🙏
@v.jaswal2251
@v.jaswal2251 11 күн бұрын
Parnam
@v.jaswal2251
@v.jaswal2251 11 күн бұрын
Koi thand nahi lagti wahan . Mujhe to bahut tazkj mehsus hui wahan . Alag hi energy hai kumbh mei . All kudos to yogi ji
@DharmeshAgrawal-i7i
@DharmeshAgrawal-i7i 13 күн бұрын
सनातन ही सत्य विज्ञान है संतो के दर्शन से कल्याण होता है
@balrajigave6986
@balrajigave6986 14 күн бұрын
भारत को केवल अच्छे राष्ट्र भक्त हिंदू ही चला सकते हैं । दूसरे किसी भी धर्म संस्कृति के लोग हमारे भारत को बिलकुल चला नहीं सकते ।
@studygroup8971
@studygroup8971 13 күн бұрын
Sita Ram
@MukeshMishra-q5s
@MukeshMishra-q5s 15 күн бұрын
Jai guru dev bhagwan Jai shree Ram
@dntripathi
@dntripathi 15 күн бұрын
Aapki bat sun man udhelit ho jata hai❤❤❤❤❤
@sudhanshukumarmishra6320
@sudhanshukumarmishra6320 13 күн бұрын
जय हो
@pradeepsinghrajput3350
@pradeepsinghrajput3350 15 күн бұрын
Jay Jay Shiya Ram Sanatan Dharma ki Jay ho ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
@gurjar1840f
@gurjar1840f 15 күн бұрын
Jsi gurudev 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 desh or duniya aapko hamesha hamesha apni aatma me rakhegi ❤❤❤
@rohitkumarsingh4
@rohitkumarsingh4 16 күн бұрын
Nmo raghway ❤❤❤
@RanvirEnglish
@RanvirEnglish 13 күн бұрын
Chandrashekhar ne sahi kaha hai
@alabhusa3831
@alabhusa3831 13 күн бұрын
🙏🙏🙏🥶🥶
@AcharyaYogendra
@AcharyaYogendra 14 күн бұрын
Guru ji ko sadar pranam
@Ur_physics_teacher
@Ur_physics_teacher 16 күн бұрын
Jai shree raghav ❤
@dntripathi
@dntripathi 15 күн бұрын
Jai Shree Ram ❤
@munninathsiddhkukna2326
@munninathsiddhkukna2326 15 күн бұрын
धर्म का अर्थ ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना 1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है। भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं. अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब. जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
@somprabhatripathi1127
@somprabhatripathi1127 16 күн бұрын
इनको अजीरण हो गया है
@DharmeshAgrawal-i7i
@DharmeshAgrawal-i7i 13 күн бұрын
अग्यानी ओर जो दंभी ओर पाखंडी ही कुंभ में नहीं पहुंचपाते क्योंकि बहा पर मिलता सत्य का प्रकाश है
@RatanBala-d4k
@RatanBala-d4k 15 күн бұрын
জয় সীতারাম 🚩🚩🚩🚩🚩❤️❤️❤️❤️❤️
@shashikanttiwari7217
@shashikanttiwari7217 14 күн бұрын
सेक्टर 12से।17 तक।झूॅसी के तरफ।कोई स्नान घाट नही है
@manishkumarsharmasharma4611
@manishkumarsharmasharma4611 16 күн бұрын
Jay shree ram
@Ram-chauhan
@Ram-chauhan 15 күн бұрын
हमारे सभी सनातनी संत महात्मा महान है जो सही सत्य बात करते है राष्ट्र देश धर्म न्याय के प्रती
@satnamsahebsatnamsaheb5058
@satnamsahebsatnamsaheb5058 12 күн бұрын
Bura dekhan me gaya bura Mila na koi Jo dil khoji aapna mujse bura na koi.
@NATHUslNGh123
@NATHUslNGh123 15 күн бұрын
जैसैपरीक्षापासहोवोअधिकारीहोताहैवेसेहीईच्छाहोवोअधिकारीहोताहैराममदींरनहीगएवोअधिकारीनहीहैईच्छाभीतीनपरकारकीकहीगईएकईच्छाएसीहोतीतोपरानछटपटानेलगतेहै
@PalShahab-j8e
@PalShahab-j8e 14 күн бұрын
वाल्मीकि कहां पर कहां पर चले गए
@PrachinBharat-l5d
@PrachinBharat-l5d 15 күн бұрын
Reporter must call Gurudev please not Majaraj. Many many thanks. 🙏
@ashokroy9412
@ashokroy9412 14 күн бұрын
Mam Apna Nam Kia Bataia Chandra Sakher Raban Raban Kia Jana Ow To Raksash Ka Nam ha ow Khud Raksash ha
@uttampandey7231
@uttampandey7231 10 күн бұрын
Aputrasyagrahamsoonyamidsasoonyastawbandhawamoorkhasyahradyamsoonyamsarabsoonyadairdrata
@maneeshtiwari8819
@maneeshtiwari8819 15 күн бұрын
Sankaracharya ke bare me aapko aisa nahi bolna chahiye
@munninathsiddhkukna2326
@munninathsiddhkukna2326 15 күн бұрын
धर्म का अर्थ ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना 1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है। भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं. अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब. जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
@ChhitulalYadav-ei3fl
@ChhitulalYadav-ei3fl 13 күн бұрын
Rambhadracharya gyani nahi hai
@क्षत्रियDstomar
@क्षत्रियDstomar 15 күн бұрын
कुंभ नहाने से बीमारियां फैलती है घर रहे सुरक्षित रहै😊
@chandrashekharsingh7166
@chandrashekharsingh7166 14 күн бұрын
हज जाने से क्या होता है कुर्बानी देने से क्या फैलती है बताएं नहीं भाई तू
@rajeshsinha8228
@rajeshsinha8228 14 күн бұрын
कुछ भी बोल दो,
@rashidavakharia4737
@rashidavakharia4737 16 күн бұрын
Babal peda kar rahahi ?
@ritikakumari777
@ritikakumari777 12 күн бұрын
😙
@sanumishra7258
@sanumishra7258 15 күн бұрын
Kitna jhut bol rahahai ye
@munninathsiddhkukna2326
@munninathsiddhkukna2326 15 күн бұрын
धर्म का अर्थ ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना 1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है। भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं. अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब. जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
@shamalaarbi775
@shamalaarbi775 13 күн бұрын
Excellent Excellent Excellent Excellent Excellent Excellent Answer from Jagadguru ji
ССЫЛКА НА ИГРУ В КОММЕНТАХ #shorts
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Паша Осадчий
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