अति सुंदर । कार्तिक जी आपको कोटिश: साधुवाद। आप घोर कलयुग के नफरती; अशांति; निराशा और नकारात्मकता के वातावरण में प्रेरणास्पद लघु कहानियों के माध्यम से प्रेम, शांति ,आशा और सकारात्मकता के पुण्य प्रसून पल्लवित कर रहे हैं। आपके इस पुनीत कार्य और योगदान हेतु यह अखण्ड राष्ट्र और समाज सदैव ऋणी रहेगा। जय मां भारती वंदे मातरम।।