• भारतीय साहित्य गौरव कालिदास ' जी की रचना का पुनः यशोगान भी • किसी गौरवगाथा से कम नहीं ! कार्तिकेय शाह : देश काल से अजेय सारगर्भित रचना के पुर्नउद्धार पर : यशस्वी भव : का गुणगान : ! अनुमोदन सहित स्वीकार करें ! निसंदेह सुंदर अभिव्यक्ति ! !
@ffh4xinjector4543 жыл бұрын
° धन्यवाद उपरांत : उस ' गौरवगाथा ' पर विवेचना ' v, परिणाम ! कार्तिकेय शाह : वास्तव मे " काल " को कई तरह से देखा / समझा ज़ाता है ! ° ' देश - काल ' के विषय मे, आजकल ऐसा अभिमत व्यक्त और सोचा ज़ाता है कि ' देश ( स्पेस. ) दो स्थलों ' की दूरी नापने का माध्यम है ".. और ' काल ' दो ' पूर्व घटित - घटनाओं - को ° नापने का माध्यम : ज़रिया है ! किंतु _ यहां यह कहना बहुत प्रसांगिकिक़ तो नहीं ' परंतु " गौरवगाथा ' को ' प्रथमतया ' हृदयङ्गम क़र ' तत्वमीमांसा ' द्वारा ' तभी उसके ' मर्मज्ञ विषय को ' उधेड़ा ' बुना ' सजाया ज़ा सकता है ! ° जबकि दूसरी तरफ ' किसी ' अनभिज्ञ द्वारा ' यकीनन ' वै, जब.. असफल हो उठतें है तो.. ' हिम्मत हारने की कल्पना मात्र से ' हार मान ' ° संम्भोधन व्याखित से उखड़ने भी लगतें है ! यह ' पाठ्य क्रम ' संकलन विषय से संबंधित " लेख : आलेख है ! और इसका उद्देश्य स्पष्टया यही कि ° विफलताओं को डिलीट किया जाये ! ° और ' वर्ण संकर ' विवादित्ता पर, यह चल क्या रहा है : और - परिवर्तन हेतु कुछ अलग क्यों नहीं करतें : पर विचार द्वारा अवलोकन ' पश्चात, फ़िर अचानक ही हम पाते है और नई ऊर्जा से हम इसे क़र भी जाते है ! !..
@ravishankarojha47842 жыл бұрын
और भी historical literatures का ऐसे ही short video तैयार कीजिए. धन्यवाद
@gayatrisahoo82964 жыл бұрын
Nic explain
@Therealhumans4 жыл бұрын
Thankyou
@drdmylov4 жыл бұрын
Very good content. Loved it
@Therealhumans4 жыл бұрын
Thankyou
@swarghat1sadarbilaspur9433 жыл бұрын
Bhai ditto Wikipedia wala hi pdh dia h apne to
@Therealhumans3 жыл бұрын
Sir maine Hemchandra rai chaudhary books ka use kiye