साहब यह गलत है अपने पिताजी की खोज में निकले थे और ब्रह्मा जी आकाश की ओर गए थे विष्णु जी पाताल लोक शिवजी जगह पर समाधि लगाई थी ब्रह्मा जी झूठ बोले थे विष्णु जी बोले नहीं दर्शन हुआ और मैं निराश आया और शिव जी ने अपना तपस्या से आंख नहीं खोल रहे थे तब उन्होंने कहा था कि मैं आपसे बहुत परेशान हूं जो मांगना है मांग लो