Satnam saheb bandagi sat Guru Satya data apaki sada hi Jay mere Swami
@abitya685 Жыл бұрын
नितिन भाई देखे बात तो सही बोले है इसकी ज्ञान नहीं है आत्म ज्ञान में होता कया है इस प्रवचन से कोई आत्म ज्ञानी नही हो सकता मित्र जब तक इसका भेद नही जानेंगे तब तक कुछ नही होगा चाहे जितना प्रबाचन कर ले जी। ये ज्ञान उसी में उपलब्ध होती है जिसका गुरु पूरा होते है ये पहले तो जिंदे जी मुक्त होना परता है की इसका अर्थ जानते ही है जी इसके बाद साहिब की दया बैगर बिना आत्मा में प्रवेश नहीं हो सकती जी आत्म ज्ञान जिंदे जी मरने के बाद ही उपलब्ध होती है मित्र चाहे प्रवचन लाखो कर ले जी पर आत्म ज्ञान असंभव है जी अब कैसे करना है ये भेद पूरा गुरु की दया होने पर संभव है जी। ये भेद बिरला के पास है ओ तो आत्म ज्ञान में मस्त है जी। सिंपल बोधि हैं मित्र। पर वहा किसी की सुरती जाहि नहीं रही है जी सुरती की पवन के साथ जो हाथ है छूटना परता है जी तब सुरती अपने मूल ठिकाने में जाती है मित्र। सतनाम जी।
@raidassheshram8284 Жыл бұрын
गुरूजी के चरणों में बार बार बंदगी गुरू जी से निवेदन है कि मेरा संसै दूर करे कस्तूरी कुंडल बसै मृग ढूंढे वन माहि हमका कहां ढूंढे बंदे हमतो तेरे पास में इस दुविधा को मिटाने की कृपा करें ।। साहेब बंदगी सतनाम।।
@zubairahmed9283 Жыл бұрын
Yahi वह satsang है जो ज्ञान चक्षु खोल देगा जय गुरुजी जी म ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
@dharmveerkushwaha401611 ай бұрын
यह व्यक्ति एक जगह कभी नहीं ठहरता जो बात पहले बोलेगा फिर इस बात को बाद में ना कर देगा इसका ज्ञान मूर्खों जैसा हैं। जो बातें बता रहा है यह कबीर सागर का अर्थ का अनर्थ बना रहा है और प्यारी आत्माओं को काल के जाल में फंसा रहा है यह काल का पक्का दूत्त है जो कालिंजर में आया हुआ है यही मदन पंथी काल का सबसे बड़ा जाल हैं। जो कबीर सागर में कबीर परमात्मा ने धर्मदास जी को स्पष्ट बताया। इसलिए जितने भी भक्त आत्माएं इसके जाल में फंसी हुई हैं। इससे बाहर निकले। गीता के अनुसार तत्वदर्शी संत की खोज करके अपने मानव जीवन का कल्याण कराए। आप सभी से निवेदन है कि इस काल के दूत्त से बचें। यह लोगों को मूर्ख बना रहा क्योंकि, यह खुद मूर्ख है।
@dharmveerkushwaha401611 ай бұрын
इस व्यक्ति से केवल तत्वदर्शी संत की परिभाषा पूछ लीजिए अभी तुरंत फेल हो जाएगा। उसके पास इसका अर्थ नहीं है, क्योंकि तत्वदर्शी क्या होता है यह जानता ही नहीं है।
@Gyansursingh Жыл бұрын
आत्मा फिर कहाँ है अगर अंदर सिर्फ जीव ही है तो संसार को भ्रम मे क्यों डाल रहे हो जी साहेब। साहेब ने कहा तेरा साईं तुझमें जाग सके तो जाग अतः प्रभू जी शब्दों के जाल मे मत फसाओ। वैसे भी जीव अज्ञानता मे हैं। आपने एक दुकान और खोल ली जी।
@subhashaglawe6790 Жыл бұрын
आत्मा परमात्मा एक करे अन्दर की दुहीदा अंदर मरे साहीबजी बंदगी सतनाम गुरू जी
@Gyansursingh Жыл бұрын
@@subhashaglawe6790 आत्मा ही परमात्मा है तो आत्मा परमात्मा एक पहले से ही हैं प्रभू। कोई भी आपा (जीव) को पहचानने की बात ही नहीं करता। कह नानक बिन आपा चिन्हे मिटे न भ्रम की खाई
@gokulsingh5899 Жыл бұрын
आप तब समझ पाओगे 1 नमबंर से सुनोगे।
@dharmveerkushwaha401611 ай бұрын
नितिन भाई एक कॉल का दूत है जो सभी जीवों को यह व्यक्ति काल के जाल में फसा रहा है अभी ये मुर्ख जैसे बात कर रहा है परमात्मा अंदर नहीं है इसके इतना बड़ा मूर्ख इस संसार में कोई।