Рет қаралды 6,904
Yatharth Geeta - ASHRAM
Amritvani - 124 - अब लौं नसानी अब न नसैंहौ।। ॐ श्री सद्गुरुदेव भगवान् की जय ।।यथार्थ गीता एवं आश्रम प्रकाशनों की अधिक जानकारी और पढने के लिए www.yatharthgeeta.com पर जाएं । © Shri Paramhans Swami Adgadanandji Ashram Trust