बहुत गंभीर विश्लेषण कर प्राचीन भारत में वैज्ञानिक मनोवृति को प्रस्तुत किया है ।हमे इस मानव मित्र वा प्रकृति के अनुकूल विचारों को जन समुदायों के भीतर उतरने के प्रयास कर मानव को मस्तिष्क को पाखंडियों की गुलामी से मुक्त करना होगा। शुक्रिया गौहर साब।
@praveenpandit229815 күн бұрын
गौहर रज़ा साहब ! आपको सुनना स्वयं को ज्ञान-विज्ञान से संपृक्त -समृद्ध करना भर नहीं , अपितु नीर-क्षीर विवेकी के रूप मे इस प्रिय शृंखला के साथ आपका अभिनंदन करने का सुख ले रहा हूँ | प्रिय विषय अत्यंत प्रिय श्रीयुत गौहर जी के श्रीमुख से सुनना अहोभाग्य |
@mukhtarktalnikar417416 күн бұрын
बहुत खूब , इस सिलसिले को यूँ ही जारी रखिये।
@viplavsahu140117 күн бұрын
बहुत शानदार वीडियो गौहर रजा साहब प्लीज इसको बनाते रहिए
@anhadfilms3 күн бұрын
We released 2nd episode - kzbin.info/www/bejne/j2qvm6hpgt5omZo&lc=Ugxg6O9A9MAQF_Sjzs54AaABAg
@Sk.foodytongue16 күн бұрын
बेहतर से बेहतर विचार को गढ़ो और उस से खुद को इस दुनिया को बेहतर बनाने की कोशिश करो और बेहतर बनाते रहे यही मानव जीवन है
@santoshsonkar928Күн бұрын
बहुत बढ़िया रजा साहेब।कृपया आप इस शृंखला को आगे बढ़ाते रहे।आप मानवता के कल्याण के लिए बहुत अच्छा काम कर रहे हैं।
@RahulDubey-bi1ll15 күн бұрын
गौहर रज़ा साहब जिस तार्किकता को समाज में फैलाना चाहते हैं, वही फासिस्टवादी ताकतों को पसंद नहीं। उन्हें चाहिए अंधभक्ति में डूबा समाज, ताकि वो हमें मुर्ख बना सत्ता क़ायम रखें हमें आपके अगले एपिसोड का इंतजार रहेगा सर 🙏
@kartarsingh348417 күн бұрын
Awesome. Full knowledgeable and Scientific.
@praveenpandit229815 күн бұрын
आनंद ही आनंद -- आप आगे बढ़ें , हम स्वयं को खंगाल कर देखना चाहते हैं |
@Bhargav_jha28962 күн бұрын
सब को खुश करने वाला विश्लेषण
@ArunKumar-wx6nk18 күн бұрын
Brilliant analysis sir ❤
@sanjeevkumarmalik142917 күн бұрын
Samay ki zaroorat 🙏 nice initiative
@R.Shankar33316 күн бұрын
Bahut behtarin.... waiting for upcoming episode.❤
@kaushalgagan672318 күн бұрын
Bahut khub, I still watch your poetry to fight the absurdity of the unscientific societal norms prevalent in our country.
@nishikantingle801113 күн бұрын
नमस्कार! अपने 44 वर्ष पुराने मित्र श्री गौहर रज़ा के इस विडिओ को देखकर सुनकर बहुत आनंद हुआ। ज्ञान की विज्ञान की यह यात्रा ऐसी ही चलती रहे यह शुभकामना ! - आपके साथ आर्केमिडियन स्क्रू पंप की चर्चा मुझे अब भी याद है। 44 वर्ष बाद भी मैं वह पंप कैसे काम करता है नहीं समझ पाया हूँ !! निशिकांत इंगले ( Eicher Tractors 1980)
@manojoy691317 күн бұрын
Thankyou Gauhar Raza sir 🙏
@sadhumusale29365 күн бұрын
Extraordinary thinking by Gaur RajaSir .
@debashishchakraborty348217 күн бұрын
Very nice
@devimiri714817 күн бұрын
Very nice sir ji Thanks 🙏
@ursemlata959716 күн бұрын
बहुत सरलता से आज के सवाल।कृपया और अधिक जानकारियां देते रहें। 🎉❤
@SonuSingh-qt7on12 күн бұрын
बुध जीवन जीने की राह बताते है और अपना दीपक संव्य बनने को कहते है और सभी 6000 के लगभग धर्म आत्मा, परमात्मा ( जिसका कोई अस्तित्व ही नही ) पर आंख मूदकर विश्वाश करने को कहते है। और इन्सान तर्क ,वितर्क और विवेक बुद्धि का इस्तेमाल करके अच्छा जीवन जी सकता है या आँख मूदकर अन्धविश्वाश ,पाखण्ड और जातिवाद पर विश्वास करके अच्छा जीवन जी सकते है?
@VikasValmiki-y7q16 күн бұрын
Brilliant 🏆🏆🏆🏆🏆
@vijaysirsat829812 күн бұрын
शुक्रिया सर 🙏
@anjitiwari8 күн бұрын
Great efforts sir
@pixelpulseinfo-r1tКүн бұрын
👌👌👌👌
@adityashrivastav601519 күн бұрын
Very nice initiative 🙏🙏
@suryaanamaskar12 күн бұрын
Absolutely right sir, Highly obliged
@vishvaskale-hz7sx13 күн бұрын
गौहर रजा साहब आप सच्ची बात कह रहे हो हम सहमत है
@harshikaaswal261317 күн бұрын
Awesome
@Gurugramrahmat16 күн бұрын
Always awaiting Gauhar sb...
@stimulantdaimamld209915 күн бұрын
great
@human48112 күн бұрын
Very Informative❤ Please keep Continue
@user-do2dw5vg7k17 күн бұрын
Social science is the interdisciplinary scientific study of human behaviour individual differences such as biological linguist archeological chemistry biological anthropology sociobiology neuroeconomics
@himanshusharma514117 күн бұрын
Great sir
@user-do2dw5vg7k17 күн бұрын
Social science is the branch of science
@pukhrajmansion844516 күн бұрын
Good presentation 👏
@suramya0318 күн бұрын
भारतीय परंपरा में समय के चलते एक ही शब्द आनेको संदर्भ में प्रयोग किया गया है जिसका सबसे बड़ा उदाहरण 'आत्मा' शब्द है। शायद बुद्ध जो आत्मा का निषेध करते है ये विपक्षित मन या जीवात्मा के संदर्भ में हो सकता है। ...फिर बुद्ध की जातक कथाओं में बुद्ध के जो पुनर्जन्मकी कहानियां है वो केवल कहानियां है.. या फिर वो क्या था जो बार बार जन्म लेता था ?
@ashokdadoriya64825 күн бұрын
Bo sirf kahaniya hi hai
@sanjeevचेतना639718 күн бұрын
गौहर रज़ा जी आपको प्रणाम❤❤❤
@pritamsinghdhar105616 күн бұрын
Love you my brother salute you meet some where in function
@kishormukt664515 күн бұрын
Thank you
@sanjeevचेतना639718 күн бұрын
आत्मा--- आज़ादी,समता,बोध, समझ,विवेक पूर्ण, पूर्ण समग्रता, प्रेम, करुणा, माफ,जाती भेद रहित, वर्ण व्यवस्था रहित, नस्ल रहित, लिंग् रहित,समुदाय रहित, रंग भेद रहित,खास विशेष अलगाव तुलना तराज़ू पन रहित,आदि ये सब तत्व आत्मा के है
@manojoy691317 күн бұрын
Sabit Karo aatma.
@sanjeevचेतना639717 күн бұрын
प्रेम,करुणा,प्रीतकर,भाईचारा,आनंद,सौंदर्यता, बंधुत्व,स्वतंत्रता ये सब कालजयी है ये किसी भी काल मे बदलते नही है @@manojoy6913
@sanjeevचेतना639717 күн бұрын
@@manojoy6913पोथी(मत, सिद्धांत,आदर्श, अनुकरण,अनुसरण, प्रकृति की समस्त घटनाएं)पड़ पड़ जग मुआ पंडित(विवेक, बोध,प्रेम, समझ)भया न कोई ढाई आखर प्रेम(मुझे सब जानना है,जाँच पड़ताल, पारखी होकर अपने स्वार्थ अलग रख कर) का पड़े सो पंडित(विवेक, ज्ञान,clarity)होय ❤❤❤❤❤
@sunilmehrotra206117 күн бұрын
@@manojoy6913 आज जिसे तुम ऊर्जा बोलते हो उसी को आत्मा कहकर पुकारा गया यह सभी जगह व्याप्त है और एक है जिसे हम माया बोलते हैं तुम उसे मेंटर बोलते हो यह अनगिनित है मेटर और ऊर्जा मिलन से कोई नयी सामने आती है
@surtaram866217 күн бұрын
जो ब्रह्म परब्रह्म को अलग मानते है जो विद्या अविद्या/परा अपरा को न समझते वे दुसरो की गाये गिनने वाले गवाले के समान है जो आत्मा परमात्मा को नही समझ सकते वे उधारी बाते करते है। @@manojoy6913
@saifshamil469017 күн бұрын
Very informative l❤ from pak
@ashokdadoriya64825 күн бұрын
@@UpKaLadaka1199kese 😂
@sanchitdhawan23967 күн бұрын
Next episode kab ayega sir ❤
@unknownvideo574817 күн бұрын
Charvak ❤
@sunilmehrotra206117 күн бұрын
😂😂😂 केवल लिख देने से तुम क़्या जानते हो चार्वाक को कभी नष्ट नहीं किया गया यह साधारण जनता से दूर रहें इनके बिचार 1978 में मैं जब पुराण और भारतीय स्याकोलोजी पढ़ रहा था तब चार्वाक सिहिता की कीमत 26000/ थी दो भागों मैं चार्वाक एक वेद्य थे और वेद्य को नास्तिक होना ही चाहिए और गोहर साहब का मैं स्वागत करता हूं सनातन बिचार धारा जिनमें जैन बोद्ध और भगवान दत्तात्रेय ने सवाल उठाए सनातन ने उनमे कुछ विचारों को अपनाया और बह और मजबूत और मजबूत होता गया
@dewsharansahu842917 күн бұрын
Rja sir Mai ek science teacher hu chattisgarh bagbahra me our apka bahut bada fan hu logo me scientific temperament karne ka prayas karta hu insaniyat ko hi ekmatra dharm manta hu Nastikta our tarkwad charwak Darshan ko manta hu
@anhadfilms3 күн бұрын
We released 2nd episode - kzbin.info/www/bejne/j2qvm6hpgt5omZo&lc=Ugxg6O9A9MAQF_Sjzs54AaABAg
@mohammedyunus4244Күн бұрын
🎉🎉❤
@Juber_Human15 күн бұрын
This was needed ❤❤
@BituKumar-fb5yi14 күн бұрын
🙏
@kamleshkumardiwan14 күн бұрын
स्वागत है अभिनंदन गौहर रजा साहब जी सादर नमस्कार 🎉
@jagdishagrawal559014 күн бұрын
Thankyou very much,sir❤
@dharamveersingh762717 күн бұрын
💫✨✅👍💡
@DiscoveryofSelf016 күн бұрын
Please discuss science of soul and Holy Science books
I admire the dogged efforts of Gauhar Raza sahab. While he is right about hints of rationality existing, say in the Rg Veda, and then in the Buddha's sayings, one has to be cautious. Especially with Buddhist thought and practice. Shraddha/śraddha/श्रद्धा - faith? - played a very big role in Buddha's preaching and dharma. There is a declarative quality to many of his teachings, especially on doctrinal issues. While Socratic in nature, at times his suttas drive to foregone conclusions. The logico-epistemological phase in Buddhist thought, with Dignaga, Dharmakirti etc is more rigorous. And correspondingly the Nyāya logicians, whose realism, at least in the earlier part was closer to a scientific spirit. Jonardon Ganeri's "Philosophy in Classical India: The proper work of reason" is a fine study.
@pramodchhatre592214 күн бұрын
Well said sir...
@sanjeevचेतना639718 күн бұрын
बेचैन से चैन की उत्पति नही हो सकती है अशांति से शांति की उत्पति नही हो सकती है अपूर्ण से पूर्ण की उत्पति नही हो सकती है अभाव से भाव की उत्पति नही हो सकती है अतृप्त से तृप्त की उत्पति नही हो सकती है दुःख से आनंद की उत्पति नही हो सकती है अतीत से भविष्य की उत्पति नही हो सकती है--- सांख्य दर्शन दुःख को खत्म करने का उपाय ही दुःख का उत्पन्न होने का कारण है-- महृषि कपिल❤❤❤
@karanjena176617 күн бұрын
KAMANA KE BINAS ME DUKH KA BINASH HAY LORD BUDHA NE BOLA HAYA LELKIN JO LOG SADIYUN SE ATYACHAR SAHE THE WO DEMOCRACY ME CAPITALISM ME ACHI JINDAGI KI ASS AKARNA KYA GAALT HAY
@sanjeevचेतना639717 күн бұрын
@karanjena1766 कामना क्यों उठती है या उसके मूल मे क्या बैठा है बेचैनी, अधूरा पन उसी अधूरा पन को भरने के लिए कामना उठती है कामना किसको उठती है हमको मतलब कामनाकर्ता(दृष्टा) को किससे कामना पूरी होगी दृश्यमान जगत से लेकिन यथार्थ ईमानदारी यह है कि कामना कर्ता (दुःख कर्ता, बेचैन) को चैन, सुख कभी नही मिलता है केवल दृष्टा और दृश्य का खेल चलता रहता है
@karanjena176617 күн бұрын
@@sanjeevचेतना6397 han bro sahi hay mereko bhi icha hota ahy korean girl jaise sundar gf ho meri lakho karod la ghar property six pack abs body manger type ka position boss wala bindas life ye sab sapana hi hay real me me dalit hu ha ghar pakka hay marbel wala lekin rojgar abhi nahi hay lakh rs mahina ka hoga ki nahi nahi malum uppercaste ke girls to ghas bhi na dalegi sc sunke😁😁 paisa wala ho to alag hi hay baat 😁u stime jaat ud hats ahy garib ko hi jat dharam sab sehna padta ahy 😌 kash mera ye sapana sach ho pata 🥰🥰
@suramya0318 күн бұрын
यह भी संभव हो कि चार्वाकवादियों ने जो कहा गया उस के विरोध में कहना था तो उनके कोई खास ग्रन्थ ही न हो... !
@ManOfSteel117 күн бұрын
how many videos will come in this series? any index of topics?
@anhadfilms3 күн бұрын
2nd episode released - kzbin.info/www/bejne/j2qvm6hpgt5omZo&lc=Ugxg6O9A9MAQF_Sjzs54AaABAg
@Anji-n8r9 күн бұрын
Sir, Osho ke vicharon pr bhi ek video bnaiye
@SampoornKranti2.014 күн бұрын
बहुत खूब, रज़ा जी!❤
@khalidbinasim6942Күн бұрын
Respected Professor Dr. Gohar Raza, thanks for this knowledge. Can I use this knowledge for my article, "The Judiciary from another Constitutionally Scientific point of view", ? Waiting for your honest reply Thanks so much for this knowledge.
@sanjeevचेतना639718 күн бұрын
❤हमन है इश्क़ मस्ताना हमन है इश्क़ मस्ताना, हमन को होशियारी क्या? रहें आज़ाद या जग से, हमन दुनिया से यारी क्या? जो बिछुड़े हैं पियारे से, भटकते दर-ब-दर फिरते, हमारा यार है हम में, हमन को इंतज़ारी क्या? ख़ल्क़ सब नाम अपने को, बहुत कर सिर पटकता है, हमन गुरनाम साँचा है, हमन दुनिया से यारी क्या? न पल बिछुड़े पिया हमसे, न हम बिछड़े पियारे से, उन्हीं से नेह लागी है, हमन को बे-क़रारी क्या? कबीरा इश्क़ का माता, दुई को दूर कर दिल से, जो चलना राह नाज़ुक है, हमन सिर बोझ भारी क्या? ~ गुरु कबीर
@raghubirlalkhajuria12714 күн бұрын
Sanatana dharma is based upon rationalism.
@Awadhesh717 күн бұрын
Sir we are waiting you to welcome in Surat❤
@ashok.srivastava13 күн бұрын
कृपया पुनर्जन्म के बारे में विस्तार से बताएं। लोग कहते हैं कि ऐसा कुछ नहीं है परन्तु एक के तो मथुरा और दिल्ली के बीच का था जिसमें गांधी स्वयं दिलचस्पी लेते हैं और कुछ संसद सदस्य और अन्य की टीम भी उसकी जानकारी के लिए भेजते हैं जो रिपोर्ट देती है और घटना की पुष्टि करती है। इससे गौतम बुद्ध तो स्वयं ग़लत सिद्ध हो जाते हैं। और भी घटनाएं हैं जिन पर विदेशी संस्थान भी शोध करने आए। कृपया इस विषय पर अवश्य चर्चा करें। और अध्यात्म के साथ इतिहास का मेल न करें दोनों में इतिहास तो है परन्तु दोनों अलग-अलग हैं।
@ved1111111 күн бұрын
Aakash is not said to be Atmaa. It is ether or space.
@sureshvedia94918 күн бұрын
Akaash tatva hi vayu tatva hai
@jaybhavani84169 күн бұрын
🥺 According to Charvak , Buddhism , .... literature- we expect discussion on Spiritual Science Spiritual Philosophy Parapsychology Metaphysics Cosmology Spiritual Science and Philosophy * Nasdiya Sukta Kashmiri Shaiv : Maha Shiv Shiv Shakti Sadashiv Ishwar : : Panch Mahabhut ( Total 36 Tattwa ) * Adhibautik Aadhidaivic Adhyatmic gyaan - vigyaan - vidya * For the Truth , Towards the Truth . 🌞 First 🌍🌎 World Meditation Day UN - 21 Dec 2024 😶
@sunilmehrotra206117 күн бұрын
आकाश मतलव स्पेश
@hariomsingh164011 күн бұрын
Quotes of Buddha regarding God and soul is not what you said.If it's so please give reference. Although it was good to listen.
@chandarchaudhari159515 күн бұрын
Book batao sir
@sanjeevचेतना639718 күн бұрын
❤❤❤❤😢🙏👍
@jaybhavani841617 күн бұрын
Adhibautic Aadhidaivic Adhyatmic gyaan - vigyaan - vidya per bhi kuch baat karo .
@SAGAN63049 күн бұрын
You haven't given any example of irrational understanding and myth in Quran? Why ?
@shambhookumar921414 күн бұрын
Namo Buddhaay jay Bhim !
@sanjeevचेतना639718 күн бұрын
ऋषि के नेतृत्व में लोगों के मन खाली हो जाते हैं। ऋषि उनकी महत्वाकांक्षा को कम करता है, और संकल्प को मज़बूत बनाता है। ऋषि लोगों की वह भूलने में मदद करता है जो वे जानते हैं, और जिसकी वे इच्छा करते हैं। ऋषि उनमें संशय पैदा करता है जो सोचते हैं कि वे जानते हैं। 'कुछ नहीं' से करने से सबकुछ होने लग जाता है।------Under the leadership of the Sage, people's minds become empty. The Sage reduces their ambition, and strengthens their resolve. The Sage helps people forget what they know, and what they desire. The sage creates doubt in those who think they know. By doing from 'nothing', everything starts happening.
@kumarvishalkantu10 күн бұрын
He sounds very confused by his words..
@jayaryavart442516 күн бұрын
दो घटना के बीच के अंतराल को समझने के लिए बनाया गया पैमाना ही समय हैं और कुछ नहीं. वास्तविकता में समय हैं भी और नहीं हैं. क्यूंकि शून्यता (मोक्ष) को समझना हैं तो वहां समय का अस्तित्व ही नहीं है. जबतक भ्रम हैं तबतक सभी dimensions मौजूद हैं लेकिन जब आप मोक्ष की अवस्था में पहुंच जाते हैं फिर सब कुछ स्थितप्रज्ञ हो जाता है और यहीं संदेश दिया गया है गीता जी में परम प्रभु श्री कृष्ण ने. सनातन धर्म की जय 🙏
@DevendraJeet17 күн бұрын
आपकी जानकारी अपूर्ण है बिल्कुल चार्वाक की तरह .... प्रमाण भी नहीं देते आप की ____ मंत्र में _______ श्लोक में यह बात लिखी है।
@navinbarthwal450617 күн бұрын
Ipppp
@nidc100017 күн бұрын
, तो आप विश्लेषण दिजिए
@pradiptagaurangadas564716 күн бұрын
सनातन धर्म में तो पुस्तकालय है क्योंकि इसमें अब्राहमिक धर्म की तरह सिर्फ एक पुस्तक नहीं है। आप भगवद्गीता,भागवतम्,ब्रह्म संहिता,चैतन्य चरितामृत आदि ग्रंथों का अध्ययन अवश्य करें और फिर एक वीडियो बनाएँ। इससे आपको सबकुछ स्पष्ट रूप से समझ में आ जाएगा।
@parshurambalmiki15 күн бұрын
Means you don't believe in your holy book or you are creating anti hindu narrative only what you do.
@sanjeevचेतना639718 күн бұрын
❤महान लोगों का अतिशय महिमामंडन न करें तो लोग पाखंडी नहीं होंगे। वस्तुओं के मूल्य को बहुत न बढ़ाया जाए तो लोग चोरी नहीं करेंगे। प्रलोभन वाली चीजों का प्रदर्शन न करें, और लोगों के हृदयों में अशांति नहीं होगी।------Do not exalt the virtuous, and the people will not contend. Do not treasure rare goods, and the people will not steal. Do not show tempting things, and the hearts of the people will not be in turmoil.
@sanjeevचेतना639718 күн бұрын
शांति & आनंद & ज्ञान & विवेक & समता के पक्ष मे जागरूकता अभियान कब चलाये हो बताओ और कहते हो हे अल्लाह या ईश्वर या गॉड या वाहेगुरु हमे बचा ले इन संसार मे विभिन्न प्रकार के शत्रुओ से , जालिमो से बहुत अन्याय कर रहे है जो हमको हमे हमारे घर से बेघर कर रहे हैं तुम लोग हर वक़्त भेद भाव का उच नीच का तुलना का पृथकता का असमानता का दिन रात इसी को माइ बाप बनाये हो और इसी की निस दिन सेवन कर रहे हो एक ही बाप है विवेक, समता, शांति आदि उदाहरण-- जापान हिरोशिमा, नागाशाकी, शीत युद्ध और बहुत उदाहरण है कि कोई अल्लाह, भगवान नही बचाने आया है दुनिया में खून खराबा और युद्ध हमेशा से होते रहे हैं। यहाँ कुछ प्रमुख युद्ध और खून खराबे की घटनाएं हैं जो इतिहास में दर्ज हैं: प्राचीन युग: 1. महाभारत युद्ध (भारत, 3000 ईसा पूर्व) 2. ट्रोजन युद्ध (ग्रीस, 1200 ईसा पूर्व) 3. रोमन युद्ध (इटली, 1000 ईसा पूर्व से 500 ईसवीं तक) मध्य युग: 1. क्रूसेड युद्ध (यूरोप और मध्य पूर्व, 1095-1291) 2. मोंगोल आक्रमण (एशिया और यूरोप, 1206-1368) 3. हंड्रेड यियर्स वॉर (इंग्लैंड और फ्रांस, 1337-1453) आधुनिक युग: 1. प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) 2. द्वितीय विश्व युद्ध (1939-1945) 3. कोरियाई युद्ध (1950-1953) 4. वियतनाम युद्ध (1955-1975) 5. गुल्फ युद्ध (1990-1991) 6. इराक युद्ध (2003-2011) 7. सीरियाई गृहयुद्ध (2011-वर्तमान) 8. यूक्रेन-रूस युद्ध (2022-वर्तमान) आतंकवादी हमले: 1. 9/11 हमले (संयुक्त राज्य अमेरिका, 2001) 2. मुंबई हमले (भारत, 2008) 3. पेरिस हमले (फ्रांस, 2015) 4. ब्रुसेल्स हमले (बेल्जियम, 2016) इन घटनाओं के अलावा, दुनिया में कई अन्य युद्ध, संघर्ष, और आतंकवादी हमले होते रहे हैं। ये घटनाएं मानवता के लिए एक बड़ा चुनौती हैं और शांति और सुरक्षा के लिए हमेशा प्रयास करना आवश्यक है।
@manojoy691317 күн бұрын
😂 kalpna se bahar aao. History ke beech me apne aur dusro ke mythology ko include karke apne PAKHAND ko JUSTIFY karwana chahte ho.
@sanjeevचेतना639717 күн бұрын
@@manojoy6913कैसी कल्पना दोस्त❤ और आपकी जिज्ञासा को प्रणाम
@sanjeevचेतना639717 күн бұрын
@@manojoy6913अपने दूसरे mythology और पाखंड ये सब एक साथ पैदा होते है और justify एक स्थूल कर्म है जिसे ज्ञानेद्रियो से देख सके कि आपका वाह वाही करे❤
@VivekTiwari202413 күн бұрын
Mahabharat yuddh kab se itihaas hogaya....uske koi pramaan nahi mile...uske praman milna fake news hai...
@sanjeevचेतना639713 күн бұрын
@@VivekTiwari2024 ok dost महाभारत छोड़ कर बाकी प्रमाण है कि वो भी नही है
@ashokkumar-b7y18 күн бұрын
चार्वाक फर्जी है
@kaushalgagan672318 күн бұрын
Aage bhi kuchh boliye mahashay ki kaise farzi hai Ya keval rattu tota type ye har jagah ye bolkar nikal jaate hai?
@Awadhesh717 күн бұрын
In फर्जीवाड़ा logo ka yahi kam hai😂 @@kaushalgagan6723
@jayaryavart442516 күн бұрын
वामपंथी 😂😂😂😂
@dewsharansahu842917 күн бұрын
Rja sir Mai ek science teacher hu chattisgarh bagbahra me our apka bahut bada fan hu logo me scientific temperament karne ka prayas karta hu insaniyat ko hi ekmatra dharm manta hu Nastikta our tarkwad charwak Darshan ko manta hu
@mohammedyunus4244Күн бұрын
🎉🎉❤
@dewsharansahu842917 күн бұрын
Rja sir Mai ek science teacher hu chattisgarh bagbahra me our apka bahut bada fan hu logo me scientific temperament karne ka prayas karta hu insaniyat ko hi ekmatra dharm manta hu Nastikta our tarkwad charwak Darshan ko manta hu