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Mr. UTKARSH DWIVEDI secured a prestigious All India Rank 5th in the UPSC Civil Services Examination, 2021 in his 3rd attempt, he completed his B.Tech. in Mechanical Engineering from Vellore Institute of Technology Vellore, Tamil Nadu. Mr. Utkarsh Dwivedi get 3rd Highest Marks in General Studies.
संघ लोक सेवा आयोग द्वारा प्रत्येक वर्ष भारतीय प्रशासनिक सेवाओं के लिए परीक्षा आयोजित की जाती है। यह परीक्षा भारत की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक है। प्रत्येक वर्ष लगभग 12 से 15 लाख छात्र आवेदन पत्र भरते हैं यद्यपि उनमें से बहुत कम छात्र अपने आईएएस बनने की महत्वाकांक्षा को पूरा करने में सफल हो पाते हैं। सिविल सर्विस एग्जाम की अप्रत्याशित प्रकृति तथा पाठ्यक्रम की लंबाई इसे एक अत्यंत चुनौतीपूर्ण परीक्षा बनाती है। संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा तीन भागों में संपन्न होती है: प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा एवं साक्षात्कार।
कैसे शुरू करें शून्य से यूपीएससी की तैयारी |How to start UPSC preparation from beginning
IAS ऑफिसर बनने का ख़्वाब भारत में काफी लोगों का होता है। IAS बनने के लिए कठिन मेहनत और संघर्ष करनी पड़ती है। जीत हासिल करने के लिए हमारे पास कोई ना कोई मार्ग दिखाने होने वाला जरूरी है। यूपीएससी की परीक्षा को देश के सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा में से एक माना जाता है। आइए विस्तार से जानते हैं कि यूपीएससी की तैयारी कैसे करें।
यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा का प्रारूप
प्रीमिम्स परीक्षा में दो ओब्जेक्टिव प्रकार (MCQ) के प्रश्न पत्र होते हैं।
सामान्य अध्ययन : {जी-एस} (पेपर - 1)
सिविल सर्विसेस एप्टीट्यूड टेस्ट : {सी-सैट} (पेपर - 2)
प्रारंभिक परीक्षा के विषय कैसे तैयारी करें।
सी-सैट पेपर - 2 में प्राप्त अंक पूर्व रैंकिंग के लिए जोड़े नहीं जाएंगे। यूपीएससी मेन परीक्षा के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए उम्मीदवारों को इस पेपर में कम से कम 33% स्कोर करना होगा। जी-एस पेपर 1 में प्राप्त अंक रैंकिंग में गिना जाएगा। इस पत्र में कट-ऑफ के अंक (आवश्यक न्यूनतम अंक) आयोग द्वारा निर्धारित किए जाएंगे और सिविल सर्विस प्रीलिम्स के परिणाम के बाद ही जनता को घोषित कर दिया जाता है। नोट: यूपीएससी उम्मीदवारों को प्रत्येक गलत उत्तर देने पर उस प्रश्न के लिए आवंटित अंकों के 1/3rd भाग को पेनल्टी के रूप में काट लेता है।
आपको आपकी तैयारी से दूर खींचने वाले भ्रम और प्रलोभन आयेंगे किंतु अपने आप से ईमानदार रहिये और याद रखें- "कुछ किये बिना ही जय जय कार नहीं होती, और कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।"
यूपीएससी मेन्स एग्जाम की तैयारी के लिए रणनीति?
यूपीएससी मेन परीक्षा की तैयारी एक उम्मीदवार के भाग्य का निर्णय लेने में एक प्रमुख भूमिका निभाती है। यूपीएससी सिविल सर्विस मेन परीक्षा अक्टूबर के महीने में आयोजित की जाएगी। यहां इस लेख में हम यूपीएससी मुख्य परीक्षा में सफलता प्राप्त करनें के लिये तैयारी के कुछ तरीके बता रहे हैं।
इस परीक्षा में निम्नलिखित नौ (9) प्रश्न पत्र शामिल हैं।
पेपर 1: निबंध (कुल 250 अंक)
पेपर 2: इंग्लिश - English पेपर (कुल 250 अंक)
पेपर 3: भारतीय भाषा - Indian Language (कुल 250 अंक)
पेपर 4: जनरल स्टडीज - GS पेपर 1 (कुल 250 अंक)
पेपर 5: सामान्य अध्ययन - GS पेपर 2 (कुल 250 अंक)
पेपर 6: जनरल स्टडीज - GS पेपर 3 (कुल 250 अंक)
पेपर 7: जनरल स्टडीज - GS पेपर 4 (कुल 250 अंक)
पेपर 8: वैकल्पिक - पेपर 1 (कुल 250 अंक)
पेपर 9: वैकल्पिक - पेपर 2 (कुल 250 अंक)
निबंध के लिये रणनीति
उचित रणनीतियों के साथ निबंध के इस पेपर को तैयार करना बहुत आसान है। यदि आप अपने विचारों और समझ को स्पष्ट व व्यवस्थित तरीके से लिख सकते हैं, तो एक अच्छा निबंध लिखने के लिए श्रेय आपको अवश्य मिलेगा। विषयों का विस्तृत अध्ययन और नियमित रूप से उत्तर अभ्यास इस कौशल को प्राप्त करने की कुंजी है।
निबंध लेखन के लिए कुछ युक्तियाँ:
समसामयिकी के प्रमुख मामलों का एक ट्रैक रखें और अपडेट रहें।
राष्ट्रीय समाचार पत्रों के संपादकीय को अवश्य पढ़ें, इससे आपके भीतर विचार-प्रक्रिया का विकास होगा।
योजना और कुरुक्षेत्र पत्रिकाओं पढ़ें
यूपीएससी आईएएस इंटरव्यू टिप्स
• समय का ध्यान रखें
• झूठ मत बोलो
• घबराएं नहीं
• अखबार जरूर पढ़ें
• छवि का ध्यान रखें
कुछ उम्मीदवार मानते हैं कि हम जितने प्रश्नों के जवाब देंगे उसी अनुपात में हमें अंक भी मिलेंगे। यह एक मिथ है। सच्चाई यह है कि सभी सवालों के जवाब देने के बावजूद 25 से 30 प्रतिशत अंक ही मिल पाते हैं। वहीं कुछ कैंडिडेट्स दस से अधिक प्रश्नों में सॉरी बोलने के बावजूद 65 से 70 फीसदी अंक हासिल करते हैं। क्योंकि सही जवाब के अलावा मूल्यांकन में ड्रेसिंग सेंस, भाषा-शैली, बॉडी लैंग्वेज और जीवन व विभिन्न समसामयिक मुद्दों के प्रति नजरिया भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसलिए अच्छे अंक सभी सवालों के जवाब पर निर्भर नहीं होते।