अदभुत गुरू क्षेत्र की पुन्य चैतन्य आत्माओं को क्या कहूं निः शब्द हू शब्दों से किसे काहू क्या बोलूं क्या सुनु और कौन समझें उस प्रेम में सब कुछ धुल गया है धर्मराज जी ब बहिन जी को सत साहेब
@PranavSaini-w9sКүн бұрын
❤
@rajeshsamsukha3425Күн бұрын
PRANAAM DHARMRAJ JI 🙏🙏🙏
@DamnocrazyКүн бұрын
28:12 Aatma darpan hai, jisme kuch nahi hota jo bhi drishta ho wahi dikhta hai ❤