भगवान महावीर के निर्वाण के दृश्य और उसके बाद की पाट परम्परा को याद करना इतनी खूबसूरती से आसान और सुरमय बनाने के लिए इस गीत के रचयिता और थव थुई मंगलम की टीम की बारम्बार अनुमोदना 🙏
@rameshvaid2392 ай бұрын
वीतराग धर्म उपदेश सुनकर ह्रदय में हिलोरे लेता है उस उपदेश की ह्रदय पर अमिट छाप पड़ती है
@Rahul-cj8scАй бұрын
आपके इस भजन ने मुझे प्रभु के अन्तिम समय की साक्षात अनुभुति करा दी। में आपको जितना भी धन्यवाद दु वो नाकाफ़ी होगा। बहुत बहुत साधुवाद
@Jainstatus108Ай бұрын
Right bro mujhe bhi
@darshanjain65002 ай бұрын
Ati sundar bohat hi bhav purn 6:53 👋👋👋
@harshjain65242 ай бұрын
सुनने में ही मन एकदम भावुक हो गया। जो धन्य आत्माएं वहां उपस्थित रही होगी उनकी मनःस्थिति क्या रही होगी उस समय जब प्रभु मोक्ष पधारे।
@pradeepsipani78562 ай бұрын
अभिनन्दनीय प्रस्तुतीकरण। सहृदय अभिनन्दन।
@kamaleshkothari67002 ай бұрын
Excellent work by the entire team… Kya Rachna hai
@MeenuJain-ed1zjАй бұрын
So beautifully depicted whole scene of nirvana of Bhagwan Mahavir 🙏🙏🙏🙏
@sunitharanjeeth81412 ай бұрын
Absolutely mesmerizing voice ❤️🥰 feeling so blessed
@DurgaEnterprises-t2oАй бұрын
Great👌👌
@darshanapagariya4318Ай бұрын
Unbelievable really great song
@Vandana_parakh2 ай бұрын
Bht hi sundar 🙏🏼💯👌🏼
@srb21092 ай бұрын
बहुत ही शानदार प्रस्तुति, शासनपति,चरम तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी के निर्वाण के २५५० वें वर्ष और इसी आनेवाली कार्तिक अमावस्या को प्रभु का परिनिर्वाण दिवस का शुभावसर को आपने साकार स्वरूप प्रदान किया है. हार्दिक साधुवाद । स्तवन बार-बार सुनने का मन कर रहा है 👌🎼
@rinkukothari80032 ай бұрын
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति मन को छूने वाला भजन ❤❤
@kavitalunia84412 ай бұрын
बहुत ही सुन्दर दिल क़ो छूने वाला 👌👌गाया भी बहुत ही सुन्दर ❤❤
@ishikajain83112 ай бұрын
So melodious 😍👌👌Veer prabhu ki jai ho🙏🙏
@DevBhansali-q4dАй бұрын
Very nice🎉😊😊😊
@khushrajbaid42132 ай бұрын
Blissful 😍😍😍
@kirtibaid71802 ай бұрын
Soulful.💕
@sarlabhansali49152 ай бұрын
Bahut hi sunder🙏🙏🙏👌👌
@lalitadagald2 ай бұрын
Heart teaching ❤
@anitaparakh-t7r2 ай бұрын
bahut sunder prastuti
@harshabora98602 ай бұрын
The soothing voice and top-notch music composition, giving emotional touch. Truly, a masterpiece. Wonderful work!
@jayantilalmugdiya49542 ай бұрын
भंवर कवरजी महाराज साहेब के चरणों मे वंदन नमस्कार जिनोने परमात्मा और उनकी पाट परंपरा की इतनी सुंदर रचना कर आने वाली सदियों तक अजर अमर कर दिया तथा युवा पीढी को अपना धर्म समजाया, इस निर्वान कल्याण के दिन सभी जैन अपने घर मे परमात्मा के संमुख इस भजन का गायन करे....
@srb21092 ай бұрын
सादर जय जिनेंद्र सा, क्या आप बता सकते हैं कि श्री भँवर कँवर जी महाराज का इतिहास कितने वर्षों पूर्व का है? धन्यवाद ।
@RatnaGulguliaАй бұрын
So melodious
@surokashah-abudhabi45292 ай бұрын
Khub Khub Anumodna 🙏 ⚘ 🙏
@snehlatakothari3762 ай бұрын
Jai jinendra,lived through a myriad of feelings as we listened to each word of the bhajan। छत्तीसा सुनने की इच्छा गौतम स्वामी की पृच्छा पाट परंपरा की पंक्ति और.... आज विराजमान आचार्यश्री के स्वर्णिम चौमासे की झलकियां स्वयं ही प्रकटिभूत होते। जा रहे हैं।।।। गुरु कृपा बरसती रहे। Rise to great heights 🎉❤
@priyadugad35952 ай бұрын
Song and singer's Voice is so mesmerizing that I actually started imagining and visualising . Singer is superb
@prakashjain7591Ай бұрын
Anando anando ati sundar mahaveer prabhu ko namo jinanam Gautam swamy ko vandan
@SuryanshuBhandari2 ай бұрын
चरम तीर्थाधिपति - आसन्न उपकारी - श्रमण भगवान - वीर वर्धमान वीतरागी वीतद्वेष- जिनेश्वर परमेश्वर - परम कृपालु परमात्मा - त्रिशला नंदन - सिद्धार्थ कुल नभोमनी - प्रियदर्शना के पिता- यशोदा के भरधार - सभी के हृदय के धबकार - क्षत्रियकुंड मंडण ऐसे मारे श्री प्रभु महावीरस्वामी भगवान 🙏🏽
@vikasjain54032 ай бұрын
अत्यंत भावपूर्ण भजन और सुरम्य प्रस्तुति। आपकी टीम को बहुत बहुत बधाई, ऐसी रचनाएँ इतने अद्भुत ढंग से पहुंचाने के लिए।
@anitaparakh-t7r2 ай бұрын
bahut sunder
@nirmlabirani51572 ай бұрын
Bahut sundar
@tanishkpatni112 ай бұрын
Melowficious😌
@namangolchha6626Ай бұрын
Beautiful 😍😍 hats off to the team for producing such beautiful song 👏🏻👏🏻✨✨
@darshilpatira46892 ай бұрын
Bahut achcha varnan hain sa. Aur raag bhi bahut sahi hain. Bahut achcha laga sunkar.
@dipshijain51082 ай бұрын
Jai ho bhagwaan Mahaveer swami ki 🙏
@mohinichordia2 ай бұрын
बहुत ही भावपूर्ण व कर्णप्रिय प्रस्तुति अलका बैद डागा व टीम द्वारा!! बहुत बधाई अलका को। 👍🩷 यह हमारे सर्वशक्तिमान तीर्थंकर भगवान महावीर की विनम्र आराधना है। यह तीर्थंकर की उत्कृष्ट, सर्वोच्च स्थिति और दिव्य गुणों की स्तुति है। अनुत्तर जैन धर्म दर्शन के प्रणेता प्रभु महावीर के प्रति समर्पण व अहोभाव की पराकाष्ठा है। तीर्थंकर भगवान महावीर के श्रीमुख से निर्वाण कल्याणक की रात्रि तक, पावापुरी के भगवान के अंतिम चातुर्मास के समय, अर्द्ध रात्रि तक, प्रभु की जो अंतिम वाणी खिरी वही 'उत्तराध्ययन सूत्र' के रूप में गुंफित होकर हमें मिली। श्रुतरूप यह आगम हम सभी के लिए स्तुत्य है। जीवन जीने की कला सिखाती भगवान की कल्याणकारी वाणी का अमृतपान दीपावली के दिनों में हम सभी करते हैं। इस स्तुति की प्रस्तुति *अलका बैद डागा एवं उनकी टीम* ने की है जो भक्ति से ओत-प्रोत है और उनका समर्पण भाव बहुत ही प्रशंसनीय है। अलका की आवाज़ की मधुरता ने चार चांद लगाये हैं, इस गीत में। टीम का भी सहयोग है। पुनः बधाई इस प्रस्तुति के लिए!🙏 प्रभु महावीर के निर्वाण की रात्रि को जब अपने प्रथम शिष्य गौतम स्वामी को देव शर्मा को प्रतिबोध देने के लिए भेजा जाता है.. प्रभु निर्वाण को प्राप्त हो जाते हैं,उस समय महावीर के ज्येष्ठ एवं श्रेष्ठ प्रथम शिष्य गणधर *गौतम गौतम स्वामी* की मन:स्थिति का वर्णन पहली पंक्ति बता रही है कि उन्हें दूर क्यों भेज दिया गया था, प्रभु महावीर द्वारा। यह उनका प्रशस्त मोह है महावीर के लिए,अपने आराध्य के लिए जिसे वे महसूस कर रहे हैं.. इस मोह से उभरते ही गणधर गौतम को भी केवल ज्ञान हो गया था। जय जिनशासन,जय महावीर गणधर गौतम स्वामी की जय हो। 🙏🙏🙏
@urmilasethia9227Ай бұрын
Bahut Sundar ❤
@komal311sukhlecha72 ай бұрын
Amazing song,My 4 year little boy loved this so much that he listened 100 of times jab tak use yaad nahi ho gaya. Beautiful voice and beautiful lyrics, thanku so much for this amazing feeling and calmness which received by this🙏♥️
@Fedive-u4q2 ай бұрын
Bhut badiya aap ki bahut bahut anomodana sa🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@pournimashingavi15392 ай бұрын
So nice stavan and melodious voice ❤
@user-mm3dd9fb3gАй бұрын
Super song gaya hai
@davendrasoni8082 ай бұрын
Adbhut!
@ankitajain53252 ай бұрын
Gajab
@RatnaGulguliaАй бұрын
Jai mahaveer aur unki vaani
@harishkhona8753Ай бұрын
Atma prafullit huva.🙏🙏🙏🙏🙏
@Inspirational_life_123Ай бұрын
अन्तर्मन् को प्रसन्न करने वाला।सच्ची मन को अंदर से खुश करने वाला❤😊
@pranjaljain24822 ай бұрын
Very nice creativity.... The lines touch the heart ❤...
@shikhalasod99512 ай бұрын
Jai Mahavir swami ki,Jai guru ram
@jbssjainbhartisevasamit40582 ай бұрын
बहुत सुंदर
@shivalikastiya87802 ай бұрын
Soulful voice
@samvegjain7416Ай бұрын
Bhahut sundar shabd Bar bar sunte rahe
@pinkyjain15902 ай бұрын
Voice❤
@anjukochar87402 ай бұрын
Beautifullly sung melodious bhajan with perfect timing to coincide with Diwali! The articulation is so crisp and clear and music very very soothing and lilting !! Alka and team are doing a marvellous job Do keep up❤
@RameshJain-k3kАй бұрын
Bilkul sahi likha aapane
@rajendragolchha43302 ай бұрын
अति सुंदर सा
@jyotisethia1082 ай бұрын
Superb
@AnitaHadpawatАй бұрын
Ati sunder
@bhavnadaga36022 ай бұрын
सुनकर जैसे आत्मा को सुख और शांति की अनुभूति होती है । अद्भुत गायन ❤
@Engineering_UnlockedАй бұрын
Jai Jinendra ,wow thank you so much pls get more soulful bhajans , I really needs this type of bhajans , I like dhanya dhanya also a lot , pls get more soulful bhajans thnx
@pukhrajminni24962 ай бұрын
Jai jinendra jai guru dev ki ji 😷😷🙏🙏👏👏
@aakhashaakhash78282 ай бұрын
kesa samay rha hoga wo dhany dhany wo आंखे जिसने वो समय देखा।
@Drmkgahlot2 ай бұрын
मन को शांति प्रदान करने वाला 🙏🌿🌄
@rahuljain15062 ай бұрын
अत्यंत सुखद भजन
@jayeshjain56232 ай бұрын
Super
@sunitajain11112 ай бұрын
Jai shree Mahaveer jai jinendra
@RawalJain-l7fАй бұрын
म्हारे नैना में आओ बस जाओ महावीर ..... Song aapki aavaj me..
@MadhuParakh-f6t2 ай бұрын
Very nise song
@Dr.Deepak_jain2 ай бұрын
👏👏
@srb2109Ай бұрын
टीम थव्व थुई मंगलम् को हार्दिक बधाई 🎊 🎉 आज आपके चैनल के कुल वीव्स पच्चीस लाख पार कर गये हैं, भक्ति का ये सफ़र और भी मील के पत्थर पार करे ❤हार्दिक शुभकामनाएँ 🤞
@vinodlunawat6666Ай бұрын
🙏🙏🙏🙏
@sunitakochar9137Ай бұрын
❤
@chetanraj9556Ай бұрын
Very nice ❤ can you share Hindi pdf of this bhajan
@thavvathhuimangalam-anodet9035Ай бұрын
*अन्तिम चौमासा* अन्तिम चौमासा वीर प्रभुने, पावापुरी फुरमाया, पावापुरी फुरमाया, हस्तीपाल का भाग्य सवायाजी ॥ टेर ॥ 1. नौ मल्ली नौ लच्छी राजा, आये वीर शरण में, देशना अन्तिम छट्ट भक्त से, सुनते वीर चरण में, उत्तराध्ययन छत्तीसजी, फरमाये जगदीश जी, सतत वांचना सोलह प्रहर की, सुनकर आनन्द पायाजी, 2. अस्थि वाणिज्य आलम्बिका, सावत्थी नगरी जाणो, अनार्य देश अपापानगरी, पावापुरी पहिचानो, एक-एक चौमासजी, षट् मिथिला में खासजी, दो भद्रिका तीन विशाला, दश चम्पा में सुहायाजी । 3. चौदह राजगृही नालन्दी, पाड़ कल्पता करके, वर्ष 42 संयम पाला, 30 वर्ष केवली विचरते, किया धर्मोद्योत जी, आत्मा पाई ज्योतजी, तीर्थपति जब मोक्ष पधारे, गौतम मन मुरझायाजी । 4. देव श्रमण प्रतिबोधित करने, भेजा मुझको ज्ञानी, मुक्ति आपकी फिर भी स्वामी, रही न मुझसे छानी, होते खूब उदासजी, रखा क्यों नहीं पास जी, रह-रह करके गौतमजी को, वीर विरह ने सताया जी। 5. नहीं देता अन्तराय प्रभु में, नहीं मैं पांव पकड़ता, जी भर-भर के है स्वामी, मैं दर्श आपके करता, सदा चरण में ध्यानजी, मिलता अद्भुत ज्ञान जी, प्रभु अकेला रहूंगा कैसे, गौतम नाद सुनाया जी। 6. प्रश्न कहां पर जाकर पूछें, शंका किससे मेटू, छोड़ अकेला आप पधारे, चरण कहां पर भेटू, मन में अति संतापजी, करके पश्चातापजी, मोह हटाते कर्म खपाते, केवल झट प्रगटायाजी । 7. केवली होकर बारह वर्ष तक, भूमण्डल पे विचरते, जिस दिन मोक्ष पधारे गौतम, सुधर्मा केवली वरते, आठ वर्ष प्रमाणजी, पाये मोक्ष निधानजी, उसी वर्ष में जम्बू पाया, केवलज्ञान मन चायाजी । 8. वर्ष 44 जम्बू केवली, भारत भू पे विचरते, सुधर्म पट्टधर जम्बूस्वामी, अन्तिम केवली वरते, प्रभव स्वयं भव जान जी, यशोभद्र महानजी, संभूति विजय और भद्रबाहुजी 14 पूर्व पायाजी। 9. दस बोलों का छेद हुआ, जब जम्बू मोक्ष पधारे, श्रुत केवली भरत में विचरे, भव्यात्मा तारे, हुए हैं युग प्रधान जी, पाट सताईस महानजी, 21 हजार वर्ष तक चाले, शासन आगम गायाजी ॥
Vah Vahi Puja Pratishtha dhima Meetha Jahar Jal Bina machli Tadapti iska Aisa Kar Hai Naam Hari ki chahana ko Apne dil se Ne De nikal aagya Pran aur Pran
@nirmlabirani51572 ай бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@bhavyapatel789924 күн бұрын
इस भजन को सुनने से महावीर प्रभु को सामने पता हुआ ऐसा प्रतीत होता है, गाने वालो का नाम क्या है कृपया बताएं😊❤🙏🙏 गाने वालों को कोटि कोटि नमन
@srb210923 күн бұрын
कृपया गीत शुरू होते ही स्क्रीन देखें,सब डिटेलिंग मिल जायेगी 🙏
@dheerajkumarsurana40502 ай бұрын
जय जिनेंद्र सा आज पहली बार मैने आपका *"अंतिम चौमासा"* भजन, प्रस्तुति सुना। आपको मैं शब्दों में बता नई सकता, की मुझे कितना हर्ष और आनंद मिला ये सुन कर। तीर्थंकर परमात्मा *श्री भगवान महावीर स्वामी के २५५० वे* निर्वाण वर्ष पर आपने जो ये भजन प्रस्तुत किया वो बहुत ही *सुंदर और मंत्रमुग्ध* करने वाला है। नए पीढ़ी के लिए वीर प्रभु का *अन्तिम चौमासा* जो आपने सबके सामने प्रस्तुत किया है वो सच में सराहनीय है। आपकी आवाज और म्यूजिक इतना अच्छा है, की बार बार आपका ये भजन सुनने का मन करता है। आपको दिल से सच में बहुत बहुत शुभकामनाएं और धन्यवाद।🙏 *वीर प्रभु का श्रावक और आपका साधर्मिक भाई -* *धिरजकुमार सुराणा.*
@anjalijain62322 ай бұрын
❤
@samarthjainshastriАй бұрын
जय जिनेंद्र। बहुत सुंदर प्रयास है पुराने भजनों को पुनः लाँच करने का। हमारे पास भी इसी प्रकार के आध्यात्मिक भजनों का अद्भुत संग्रह है और हम चाहते हैं की आप उसका अवलोकन अवश्य करे एवं उसकी रिकॉर्डिंग करा कर रिलीज़ करें जिससे आपका चैनल भी बढ़ेगा और हमारे भजन भी पुनः प्रकाशित होंगे। आपसे बात करने के लिए कोई email आईडी या अन्य संपर्क सूत्र हो तो भेज दीजिए । 😊 जिनशासन जयवंत वर्ते ।
@meenumittal92062 ай бұрын
Shooting voice
@namangolchha6626Ай бұрын
How can we get lyrics?? Please share if possible 🙏🏻😀
@thavvathhuimangalam-anodet9035Ай бұрын
@@namangolchha6626 अन्तिम चौमासा वीर प्रभुने, पावापुरी फुरमाया, पावापुरी फुरमाया, हस्तीपाल का भाग्य सवायाजी ॥ टेर ॥ 1. नौ मल्ली नौ लच्छी राजा, आये वीर शरण में, देशना अन्तिम छट्ट भक्त से, सुनते वीर चरण में, उत्तराध्ययन छत्तीसजी, फरमाये जगदीश जी, सतत वांचना सोलह प्रहर की, सुनकर आनन्द पायाजी, 2. अस्थि वाणिज्य आलम्बिका, सावत्थी नगरी जाणो, अनार्य देश अपापानगरी, पावापुरी पहिचानो, एक-एक चौमासजी, षट् मिथिला में खासजी, दो भद्रिका तीन विशाला, दश चम्पा में सुहायाजी । 3. चौदह राजगृही नालन्दी, पाड़ कल्पता करके, वर्ष 42 संयम पाला, 30 वर्ष केवली विचरते, किया धर्मोद्योत जी, आत्मा पाई ज्योतजी, तीर्थपति जब मोक्ष पधारे, गौतम मन मुरझायाजी । 4. देव श्रमण प्रतिबोधित करने, भेजा मुझको ज्ञानी, मुक्ति आपकी फिर भी स्वामी, रही न मुझसे छानी, होते खूब उदासजी, रखा क्यों नहीं पास जी, रह-रह करके गौतमजी को, वीर विरह ने सताया जी। 5. नहीं देता अन्तराय प्रभु में, नहीं मैं पांव पकड़ता, जी भर-भर के है स्वामी, मैं दर्श आपके करता, सदा चरण में ध्यानजी, मिलता अद्भुत ज्ञान जी, प्रभु अकेला रहूंगा कैसे, गौतम नाद सुनाया जी। 6. प्रश्न कहां पर जाकर पूछें, शंका किससे मेटू, छोड़ अकेला आप पधारे, चरण कहां पर भेटू, मन में अति संतापजी, करके पश्चातापजी, मोह हटाते कर्म खपाते, केवल झट प्रगटायाजी । 7. केवली होकर बारह वर्ष तक, भूमण्डल पे विचरते, जिस दिन मोक्ष पधारे गौतम, सुधर्मा केवली वरते, आठ वर्ष प्रमाणजी, पाये मोक्ष निधानजी, उसी वर्ष में जम्बू पाया, केवलज्ञान मन चायाजी । 8. वर्ष 44 जम्बू केवली, भारत भू पे विचरते, सुधर्म पट्टधर जम्बूस्वामी, अन्तिम केवली वरते, प्रभव स्वयं भव जान जी, यशोभद्र महानजी, संभूति विजय और भद्रबाहुजी 14 पूर्व पायाजी। 9. दस बोलों का छेद हुआ, जब जम्बू मोक्ष पधारे, श्रुत केवली भरत में विचरे, भव्यात्मा तारे, हुए हैं युग प्रधान जी, पाट सताईस महानजी, 21 हजार वर्ष तक चाले, शासन आगम गायाजी ॥
@shourabhjains43620 күн бұрын
Hello can you share the lyrics of this song please.
@Jinvargroup2 ай бұрын
Please can u share lyrics
@dheerajkumarsurana40502 ай бұрын
Can you please share lyrics of this bhajan 🙏
@thavvathhuimangalam-anodet90352 ай бұрын
@@dheerajkumarsurana4050 *अन्तिम चौमासा* अन्तिम चौमासा वीर प्रभुने, पावापुरी फुरमाया, पावापुरी फुरमाया, हस्तीपाल का भाग्य सवायाजी ॥ टेर ॥ 1. नौ मल्ली नौ लच्छी राजा, आये वीर शरण में, देशना अन्तिम छट्ट भक्त से, सुनते वीर चरण में, उत्तराध्ययन छत्तीसजी, फरमाये जगदीश जी, सतत वांचना सोलह प्रहर की, सुनकर आनन्द पायाजी, 2. अस्थि वाणिज्य आलम्बिका, सावत्थी नगरी जाणो, अनार्य देश अपापानगरी, पावापुरी पहिचानो, एक-एक चौमासजी, षट् मिथिला में खासजी, दो भद्रिका तीन विशाला, दश चम्पा में सुहायाजी । 3. चौदह राजगृही नालन्दी, पाड़ कल्पता करके, वर्ष 42 संयम पाला, 30 वर्ष केवली विचरते, किया धर्मोद्योत जी, आत्मा पाई ज्योतजी, तीर्थपति जब मोक्ष पधारे, गौतम मन मुरझायाजी । 4. देव श्रमण प्रतिबोधित करने, भेजा मुझको ज्ञानी, मुक्ति आपकी फिर भी स्वामी, रही न मुझसे छानी, होते खूब उदासजी, रखा क्यों नहीं पास जी, रह-रह करके गौतमजी को, वीर विरह ने सताया जी। 5. नहीं देता अन्तराय प्रभु में, नहीं मैं पांव पकड़ता, जी भर-भर के है स्वामी, मैं दर्श आपके करता, सदा चरण में ध्यानजी, मिलता अद्भुत ज्ञान जी, प्रभु अकेला रहूंगा कैसे, गौतम नाद सुनाया जी। 6. प्रश्न कहां पर जाकर पूछें, शंका किससे मेटू, छोड़ अकेला आप पधारे, चरण कहां पर भेटू, मन में अति संतापजी, करके पश्चातापजी, मोह हटाते कर्म खपाते, केवल झट प्रगटायाजी । 7. केवली होकर बारह वर्ष तक, भूमण्डल पे विचरते, जिस दिन मोक्ष पधारे गौतम, सुधर्मा केवली वरते, आठ वर्ष प्रमाणजी, पाये मोक्ष निधानजी, उसी वर्ष में जम्बू पाया, केवलज्ञान मन चायाजी । 8. वर्ष 44 जम्बू केवली, भारत भू पे विचरते, सुधर्म पट्टधर जम्बूस्वामी, अन्तिम केवली वरते, प्रभव स्वयं भव जान जी, यशोभद्र महानजी, संभूति विजय और भद्रबाहुजी 14 पूर्व पायाजी। 9. दस बोलों का छेद हुआ, जब जम्बू मोक्ष पधारे, श्रुत केवली भरत में विचरे, भव्यात्मा तारे, हुए हैं युग प्रधान जी, पाट सताईस महानजी, 21 हजार वर्ष तक चाले, शासन आगम गायाजी ॥
@dheerajkumarsurana40502 ай бұрын
@@thavvathhuimangalam-anodet9035 Thank You So Much ☺️🙏
@VikasJain-w2z2 ай бұрын
अनुमोदना अनुमोदना
@rajsurana82412 ай бұрын
ये भजन ज्ञान गच्छ से भंवर कंवर जी महाराज साहेब ने लिखा था , आपने अंतिम लाइन से उनका नाम हटाया है ।
@thavvathhuimangalam-anodet90352 ай бұрын
@@rajsurana8241 Thank you so much for bringing this to our attention and sharing this valuable information about the bhajan. 🙏 Actually, we were ourselves searching for the original author, as we received the content in its current form and were curious to know who had composed it. We would be extremely grateful if you could kindly share the original version or the lyrics where Bhavarkavarji Maharaj Sahib's name is mentioned. It would help us preserve and honor the true essence of the bhajan. Once again, thank you for informing us. Your support means a lot to us! Warm regards, Alka Daga Founder, Thavva-Thhui Mangalam
@rajsurana82412 ай бұрын
Last line was ये शासन भंवर ने गाया जी 1985 se pahle ka Bhajan he , mere pas 20 sal pahle meri mummy ka likha hua he . Any way lovly voice ❤
@deepeshshahaji8422 ай бұрын
@@rajsurana8241ज्ञानगच में संतो के नाम से प्रवचन भजन आदि नहीं छपते ना इसलिए भी दिया
@chiragbafna55932 ай бұрын
You are absolutely right, name hatana pap lagata hai, abhi janke bhi sudhar nahi Kiya to pap ki tivrata bad jave
@thavvathhuimangalam-anodet90352 ай бұрын
@@chiragbafna5593 हमारा चैनल हमेशा यह जानने का प्रयास करता है कि भजन या गीत के लेखक कौन हैं, और हम हमेशा इस बात का ध्यान रखते हैं कि लेखक को पूरा श्रेय दिया जाए। हमें गर्व है कि हमारा कंटेंट महान लेखकों की वजह से संजोया गया है, जिनके लेखन से ये सुंदर पंक्तियाँ रची जाती हैं। इस विशेष मामले में, हमें पता नहीं था कि इस भजन की रचना किसने की है। हमें पूज्य भंवरकवरजी महाराज साहेब के प्रति गहरा सम्मान है, और चूँकि वीडियो अब बन चुका है, हम पूरे वीडियो को हटाने में असमर्थ हैं। लेकिन हम निश्चित रूप से क्रेडिट सेक्शन में पूज्य श्री भंवरकवरजी महाराज साहेब का नाम सम्मिलित करेंगे और यह हमारे लिए गौरव का विषय है कि ‘अन्तिम चौमासा’ जैसी गहन भावनाओं से परिपूर्ण रचना उनके द्वारा रची गई है, जो हमें गहन ज्ञान से लाभान्वित कर रही है।
@RameshJain-k3kАй бұрын
A
@RameshJain-k3kАй бұрын
Yah bhajan Gyan gutch samprday ke pujniya maha sati ji bhanwar Kunwar ji Maharaj Sahab dwara banaya Gaya hai aapane bhajan ki antim line mein se unka Naam Katkar nikal kar galat kara hai baki prastuti acchi hai
@thavvathhuimangalam-anodet9035Ай бұрын
"Thank you for bringing this to our attention. When we received this beautiful bhajan, the name of the original writer, Bawar Kavarji Marasaheb, was not provided to us, which is why it was not initially included. At Thavva-Thhui Mangalam Mangalam, we deeply value all creators, and we make every effort to credit the hard work and artistry of each writer. Marasaheb’s contributions are invaluable, and as soon as we learned she authored this bhajan, we promptly updated our description to honor her. You’ll find her name in the very first line of the bhajan description now. We appreciate your passion and support for our work. Jai Jinendra!"