संत रामपाल जी महाराज जी के ज्ञान के अतिरिक्त अन्य संतों का जो भी ज्ञान है उसका कोई आधार नहीं है ना कोई प्रमाण है! अन्य धर्मगुरु जगत समाज को मनमानी साधना, पूजा विधि बताते हैं जैसे व्रत रखना, पितर पूजा, श्राद्ध निकालना, आदि सभी क्रियाएं जिनका श्रीमद्भागवत गीता में मना किया गया है।