हिंदू राष्ट्रवादी भाजपा ने जितना प्यार नेताजी सुभाष चंद्र बोस से किया है उतना कोई और पार्टी कभी नहीं कर सकती है हिंदू राष्ट्रवादी भाजपा सही है हिंदुओं की जय हो हिंदुओं में एकता है नेताजी सुभाष चंद्र बोस के मार्ग पर भाजपा चलती है जय हिंदू राष्ट्र जय सनातन धर्म जय काशी विश्वनाथ
@debnarayandutta35552 жыл бұрын
Abs wrong, modiji is not fit for PM, Yogiji must be PM now, Modiji is a Dogla
@OilOnCanvasHowIDoIt2 жыл бұрын
आज का विषय आंखें खोल देने वाला है। जैसे जैसे गांधी नेहरू का असली चेहरा और सत्य सामने आ रहा है वैसे वैसे इन दोनों के प्रति घृणा जागृत हो गई है। भारत का ऐसा कौनसा दुर्भाग्य है जो ऐसे लोगों को शीर्ष स्थानों पर बिठाया गया जिन्होंने भारत मां को ही क्षतिग्रस्त कर दिया? आपका विश्लेषण सुनकर खून खौल उठा
@prahaladsingh41712 жыл бұрын
Bharat ki janta ganwar,lalchi ,vivekheen h jyadatar.
@rameshgandhi49602 жыл бұрын
जय मोदी जय अमित शाह ❤ ❤
@ashokkelkar2 жыл бұрын
मोहम्मदअली करिमभाई
@MrRamesh9402 жыл бұрын
Bilkul sahi kaha , Bahut systematic Tarike se Bharat ko lutta. Rashra Bhakton ka Khoon kholna laazi hai
@educate.english2 жыл бұрын
ऐसा ज्ञान कहीं और कहां ??? मैं 72 वर्षा का, आज तक ये सब कहीं पढ़ा नही , सुना नही .... शायद राजनीतिक माहौल अनुकूल नहीं था ये सब सार्वजनिक करने के लिए । ऐसे ही मोती खोज कर लाते रहिए सागर की गहराई से ।
@Modijansabha1682 жыл бұрын
सुभाष चंद्र बोस गांधी से भी ज्यादा महान थे। नेहरू की तो सुभाष चन्द्र बोस के आगे कोई औकात ही नहीं थी।
@gangadhardepe232819 күн бұрын
👌👍💪🙏
@dalvindersinghdaffu46802 жыл бұрын
जिस भी देश, क्षेत्र में मुस्लिम या वामपंथी बहुमत में होते हैं, दूसरे धर्म के लोगों या विपक्षियों की हिंसा निश्चित है। यह आप पूरे विश्व के परिदृश्य में देख सकते हैं।
@rakeshsingh82862 жыл бұрын
4 bache paida kr sakte ho iss desh k liye...maine kiye h or isliye kiye h ki m or meri wife anpad nhi h ,graduate h dono ,kyuki home pta h iss desh ka haal 20 saal bad kya hoga .kitna b kma lo sab inka hoga jaise kasmir m inka hua...
@kavalibalaji86022 жыл бұрын
मोहन दास करम चंद गांधी ने इस देश को बहुत नुकसान पहुंचाया, ये एक कटु सत्य है और नेहरू के प्रति प्रेम ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस और सरदार वल्लभ भाई पटेल जैसे राष्ट्र वादी नेताओं को यथोचित अधिकार औऱ सम्मान नहीं मिलने दिया।🙏
@AvinashSingh-hi4ik2 жыл бұрын
जय श्रीराम।बालाजी कभी कभी मै सोचता हुं कि ये दोनो महान व्यक्तियों ने किन विषम परिस्थितियों मे राष्ट्र के लिये अपना सबकुछ दांव पर लगा दिया खासतौर पर अपने जीवन को भी पर अफसोस इन्हे भुला दिया गया पर जैसा की समय परिवर्तनशील होता तमाम दबी सच्चाईयां बाहर आती है इसलिए काहा जा सकता है कि इस समय अधिकांश भारतीय इन्हे अब जरूर अपना नायक मानते होंगें
@kavalibalaji86022 жыл бұрын
@@AvinashSingh-hi4ik जय श्री राम अविनाश जी,प्रदीप सिंह जी ने कहा था आज कि सच्चाई को सदा के लिए दबा कर नहीं रखा जा सकता है।🙏
@ashokkelkar2 жыл бұрын
मो क का मतलब मोहम्मदअली करिमभाई
@debnarayandutta35552 жыл бұрын
8 yrs Modiji is PM, whats the benefit for hindus he have done, a ????? yogiji must be elevated to PM
@narharimore86572 жыл бұрын
अगर सुभाष चंद्र जी डटे रहते तो, भावी पंतप्रधान के रूप में उभर आते, और देश का चित्र अलग ही होता___
@rajendraraichur27092 жыл бұрын
आदरणीय , गाँधी जी व नेहरू जी के प्रति मन में जो थोड़ी बहुत श्रद्धा थी वो भी जाती रही ।
@YogendraSingh-ss7tk2 жыл бұрын
देश के बटवारे के समय लाखो हिन्दुओ की हत्या का जिम्मेदार गान्धी और नेहरू थे
@ArvindSharma-ts9lf2 жыл бұрын
नेता जी सुभाष चन्द्र बोस के आगे दूर दूर तक भी न कोई था और न कोई आज भी है। नेताजी सभी देश भक्तों के दिल में रहेंगे। जय हिन्द नेता जी सुभाष चन्द्र बोस अमर रहें 🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳
@baldevbahl59872 жыл бұрын
देश को पतन पर ले जाने वाले दो महान नेता रहे वो थे मोहन दास करम चंद गांधी और जवाहर लाल नेहरू । देश की गुट बाजी में गांधी ने खुल कर नेहरू का साथ दिया, गांधी देश के सबसे उस व्यक्ति को प्रधान मंत्री बना कर ले जो देश का सबसे ज्यादा विनाश करने में।सबसे आगे रहा
@komalchandjain51212 жыл бұрын
ये देश का दुर्भाग्य ही था
@bhaskarchatterjee64372 жыл бұрын
बहुत ही महत्पूर्ण और बहुत ही अच्छा आंकलन।
@JaiShreeRamLalJu2 жыл бұрын
सिर्फ बंगाल ही नहीं वहां वहां से जहां से स्वाधीनता ले तेज़ आंधी उठी उसका यही हाल हुआ.. झांसी सहित समूचा बुंदेलखंड ,बंगाल ये आंकलन मैंने बहुत वर्ष पहले किया था मन को अच्छा लगा आपकी भी मोहर लग गई..
@subodhgupta70632 жыл бұрын
दुख है की गांधी जी ने भारतीय कांग्रेस के अपने निकटवर्ती समर्थकों को मिलाकर नेताजी के खिलाफ सज्जिश करने एवम उन्हें पार्टी से इस्तीफा देने के लिए विदेश किए। अब समय आ गया है कि गांधी जी के कार्यों का पुनर मूल्यांकन किया जाना चाहिए।
@karanhome89792 жыл бұрын
Yes
@भारतहूँइंडियानहीं2 жыл бұрын
गाँधी जी 🙄🙄🙄🙄 गाँधी टकला बोलो
@subodhgupta70632 жыл бұрын
ambedkar ji neh Gandhi ji evam नेहरू जी को जितना अच्छी तरह से समझ सके थे, उतना आज तक किसी ने नहीं समझा है। Ambedkar ji ने बिल्कुल ठीक की बीबीसी को अपने इन्टरव्यू में कहा कि गांधी जी कोई महात्मा नही है। आंबेडकर जी सच्चे अर्थों में गांधी और नेहरू की तुलना में 100% बड़े राष्ट्रभक्त, ईमानदार , वास्तिविक सेक्युलर और विजनरी नेता थे।
@ksv48482 жыл бұрын
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी द्वारा अपनाए गए हिंसा के रास्ते को क्या भारत के my lords भी नहीं देखते? अगर नहीं, तो क्यों नहीं?
@karanhome89792 жыл бұрын
भाई उनका दिल दिमाग़ वामी है हिंसा उनका प्रिय शगल् है
@brijbhushantiwari80902 жыл бұрын
Mhina leta hoga
@debnarayandutta35552 жыл бұрын
because Modiji is not capable to take care , YOGIJI must be PM without Fail, Now Yogiji must become PM,
@rakeshsingh82862 жыл бұрын
4 bache paida kr sakte ho iss desh k liye...maine kiye h or isliye kiye h ki m or meri wife anpad nhi h ,graduate h dono ,kyuki home pta h iss desh ka haal 20 saal bad kya hoga .kitna b kma lo sab inka hoga jaise kasmir m inka hua...
@karanhome89792 жыл бұрын
@@rakeshsingh8286 सही बात है भाई जी मैं आप से सहमत हूँ
@MS-nr6ik2 жыл бұрын
गांधी का ये रूप आश्चर्यजनक है.....एकदम से विश्वास नहीं होता जिस तरह इतिहास में उनकी image बनाई गई है. गांधी पूजने लायक तो कतई नहीं है. नेहरू मोह में देश बरबाद कर दिया. प्रदीप जी! आपका विश्लेषण बहुत ही निष्पक्ष, साहसिक और सच्चा होता है. आपको साधुवाद!
@shailendrarathore19352 жыл бұрын
प्रदीप जी बहुत ही ज्ञान वर्धक विश्लेषण। बंगाल की जनता को ज्ञान शायद भी नही के उनको एक राष्ट्रीय पार्टी की सरकार चाइये।
@karanhome89792 жыл бұрын
बहुत दिनों से एक प्रश्न था मन में, इतना लोकप्रिय नेता होंने के बाद भी बोस जी ने अपना बाकी जीवन अज्ञात बास मैं क्यों बिताया, सात पुस्तों की अदावत निभाई नेहरु के खानदान ने और बोस जी से ही नहीं उनके समर्थकों से भी इतने सालों से उन्है उनका सम्मान नही दिया गया, आज साफ हो गया है, प्रदीप सिंह जी की जय
@komalchandjain51212 жыл бұрын
अंग्रेजों से नेहरू ने बादा किया था सुभाष चन्द्र बोस को पकड़ कर सौंपने का क्यों की सुभाष ने अपनी सेना के बल पर आज़ादी की घोषणा कर दी थी
@karanhome89792 жыл бұрын
@@komalchandjain5121 नालायक नेहरू और उसका पूरा खानदान उसको मोदी जी ने सही जगह पहुँचाया है
@BamBam-it9eu2 жыл бұрын
शुरू में तो वो डर था बाद में वो खिन्न भी हो गए थे। आध्यात्म की तरफ रुझान हो गया था । पूरी उम्र उनको मलाल रहा के वे यू छुप के रह रहे है जबकि उनका राजनीतिक और सामाजिक कद नेहरू से भी बड़ा था ।
@BrijeshPatel-ru3gn2 жыл бұрын
1947 कि आजादी कॉंग्रेस का फ्रॉड था
@jitendramishra77832 жыл бұрын
आप सभी को राम नवमी की बहुत बहुत शुभकामनाएं। मोहनदास कर्मचन्द और जवाहरलाल की नीतियों ने ही देश का बंटाधार किया। मै तो आज भी देश का प्रथम प्रधानमंत्री सुभाष चंद्र बोस जी को मानता हूँ।
@MishraAvdesh2 жыл бұрын
Me too
@advocatemayank64332 жыл бұрын
अम्बेडकर ने कहा था कि "मै गाँधी को महात्मा नहीं मानता "सही बात थी... इतना दोमुहापन एक महात्मा मे नहीं हो सकता..
@kishorisinghkashyap2 жыл бұрын
वाह वाह।अति महत्त्वपूर्ण जानकारी देने सटीक विश्लेषण के लिए असीम शुभकामनाएं।इन सब विश्लेष्णो को सुनने के बाद महसूस हो रहा है झूठा इतिहास लिखा गया है।आप जैसे निर्भीक पत्रकारों को ईश्वर लम्बी उम्र दें।महा रामनवमी की हार्दिक बधाई।जय श्री राम।
@dcjainsbi72562 жыл бұрын
सर कैसी कैसी अभूतपूर्व बातें पता चलती है आपसे। हमें अपने इतिहास से परिचय कराने के लिये कोटिशः आभार।
@sanjaydixit01452 жыл бұрын
बहुत ही बेबाक और तथ्यपूर्ण निष्पक्ष विष्लेषण आदरणीय प्रदीप जी 🙏🙏🙏 मोहनदास करमचंद गांधी के नेहरू प्रेम और नेहरू की धूर्तता, अकर्मण्यता, अदूरदर्शिता एवं चरित्रहीनता ने बंगाल ही नहीं बल्कि पूरे देश का बेड़ा गर्ग कर दिया।
@BrijeshPatel-ru3gn2 жыл бұрын
बटवारा हुआ तब मुस्लिम को 2 ऑप्शन दिए गये लेकीन हिन्दू को 2 ऑप्शन क्यूँ नही दिए कॉंग्रेस ने की वे मुस्लिम को इस देश में रखना चाहते हैं की नहीं?
@ashishmoydey17482 жыл бұрын
Neheru was a muslim.
@rakeshsingh82862 жыл бұрын
4 bache paida kr sakte ho iss desh k liye...maine kiye h or isliye kiye h ki m or meri wife anpad nhi h ,graduate h dono ,kyuki home pta h iss desh ka haal 20 saal bad kya hoga .kitna b kma lo sab inka hoga jaise kasmir m inka hua...jaag jao hinduo
@ajaisrivastava37432 жыл бұрын
आपकी शंका, शंका नहीं है अपितु बिल्कुल सत्य है आपकी विवेचना अद्भुत और बिल्कुल सत्य है 🙏
@bipinchandraharbola80362 жыл бұрын
आपके द्वारा खोली जा रही नयी नयी फाइलें,नये भारत के उभार में,जनता को जागरूक करने के लिए नित नये आयाम स्थापित कर रही हैं। आपको सादर धन्यवाद और प्रणाम। अन्य "पीया- खाया- सोये" टाइप की पत्रकारिता करने वाले सस्ते पत्रकारों के लिए आपके द्वारा खींची लकीर लम्बी होती जा रही है।
@nibirkousik9762 жыл бұрын
जनता के अभिशाप के परिणति है अब के दुरात्मा गांधी और फकलण्डू जहरालाल के वंशजों के अवस्था। आंखें खोलने वाले विषयों को उपस्थापन करने के लिए आपका आभार।
@babulalsalecha_122 жыл бұрын
बहुत ही रोधक जानकारी आज आपने बताई सुन कर बहुत ही अच्छा लगता है ,बहुत ही कम लोग है इतनी अच्छी जानकारी देते है देस का पुराना इटियास केसा था हमे तो मालूम ही नहीं इतने दिन तो हम गांधीजी और नेहरू को ही हीरो मानते थे ,ये लोग भी केसे थे हमे अब मालूम पढ़ा ,thanks प्रदीपजी ji Ji इतनी अच्छी जानकारी देने के लिए
@gordhanbhaichhabhaya16442 жыл бұрын
मेरी भी एक धारणा है कि गांधी को चापलूस नेता अच्छा लगता था।
@sadanandgupta28742 жыл бұрын
आपका आकलन सही है । गाँधी और नेहरू इस देश की दुर्गति के लिए जिम्मेदार हैं ।
@akmishraaable2 жыл бұрын
रात भर का है मेहमा अंधेरा, किसके रोके रुका है सवेरा ! ... सच्चाई सामने लाने के लिए आभार और धन्यवाद !
@chandrhasnarnoli7932 жыл бұрын
अदभुत ज्ञानी और निर्भीक, निष्पक्ष और एकमात्र स्वतंत्र अन्वेषक है प्रभु आप। आपके विचार और समुद्र में से सीपी निकाल लाने की आपकी विलक्षण प्रतिभा को कोटि कोटि प्रणाम,धन्यवाद।🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍🦹🦹🦹🦹🦹🦹🦹🦹🦹🦹🦹
@komalchandjain51212 жыл бұрын
प्रदीप सिंह जी को नमन कृपया देश के बटवारे के बाद गांधी नेहरू का योगदान पर आपका विश्लेषण सुनने की जिज्ञासा है
@drarunkumarsingh10362 жыл бұрын
श्रीमानजी ये हमारा सौभाग्य है की आप के माध्यम से हमें इतिहास के काले सच का ज्ञान हो रहा है.श्री रामजी आप को सर्वोत्तम स्वास्थ्य प्रदान करें। श्री राम नवमी की अशेष शुभकामनाएँ👏👏👏।
@prakashekavire81812 жыл бұрын
प्रणाम सर हमारा तो जन्म ही 1965 का है, यह इतिहास हमे कतई मालूम ही नही, हमे राष्ट्रपिता गांधी और चाचा नेहरू पाठ्यक्रम मे सिखाया गयाI आपको राम नवमी की शुभकामना बहोत धन्यवाद 🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🚩🚩🚩🚩🚩🙏
@rakeshshukla11162 жыл бұрын
ठाकुर साहब जुग जुग जियो।
@rameshnawal68032 жыл бұрын
जयसियाराम।। जय हो प्रदीप जी साहब आपकी बहुत ही जय हो। बहुत ही मूलभूत अच्छा सही पॉइंट आप ने उजागर किया है धन्यवाद
@nanigopal572 жыл бұрын
बिलकुल सही कहा सोने की बंगाल को कांगाल करदिया ईन लोगों ने आप ने सही नब्ज पकड़ा एकही ईलाज कुछ दिन कैलिये केन्द्र सरकार को चाहिए लोगों कौ अभय का दानं प्रदान करें
@deepakbhatt53712 жыл бұрын
प्रदीप जी आपका आकलन बहुत सटीक रहता हैं, हमारे देश की जो भी समस्याएं हैं उन समस्याओं की मूल जड़ नेहरू-गाँधी परिवार ही हैं इनको माननेवाले आज भी बोलते हैं इस परिवार ने देश के लिए बहुत योगदान दिया, इन्हें कब शर्म आयेगीं, अब समय बदल चुका हैं जिसके भी देश लिए जैसे कृत्य रहें हैं या रहेंगे उन्हें देशवासी बिल्कुल सहन नहीं करेंगे। काँग्रेस ने सिर्फ गलत इतिहास लिखाया व दिखाया किन्तु झूठ कब तक छुपाया जा सकता हैं।
@sanjeevAggarwal292 жыл бұрын
गांधी जी भी पूरे राजनीतिज्ञ थे। कहने को महात्मा थे ! पर आज तक पता नहीं लगा महात्मा की उपाधि किसने और कब दी। क्या यह सब गांधी को और उसके साथ कांग्रिस को महान दिखाने के लिए किया गया ?
@gaurishankarsharma43642 жыл бұрын
पश्चिम बंगाल की राजनीति में हिन्सा का जो स्थायी भाव बना हुआ है उसकी पृष्ठभूमि में अंग्रेजी शासन से शुरू होकर गांधी-नेहरू परिवार ही पूरी तरह से जिम्मेदार है । आप की समीक्षा इस विषय पर तथ्यपूर्ण है ।आप को साधुवाद, आदरणीय!
@thehourshow81432 жыл бұрын
जानकारी उपलब्ध कराने के लिए धन्यवाद जय श्री राम
@gyanendrashukla93792 жыл бұрын
आश्चर्य की बात है कि गांधी की संदिग्ध भूमिका को कभी एक्सपोज ही नहीं किया?
@vijay541252 жыл бұрын
क्या भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी से लड़ते-लड़ते उनके जैसे बन गई है बंगाल का समय तब तक सही नहीं आ सकता जब तक वहां भाजपा का शासन ना हो
@JKVyas-mm5ch2 жыл бұрын
आदरणीय प्रदीप जी , हमेशा की तरह आप एक अलग विषय लाते हैं और शानदार विश्लेषण करते हैं , मेरे जैसे अनेक हैं जो आपके मुरीद हैं !!
@pranabkantidattamajumdar90612 жыл бұрын
Very thought provoking analysis.
@dcjainsbi72562 жыл бұрын
सर आप तथ्यों में इतने गहरे उतरते हैं कि और भी विषयों पर आप ही से जानने की इच्छा होती है। इस दृष्टि से आपके ऊपर लोड बढ़ता ही जा रहा है। मगर इतने कम समय के एपिसोड में इतनी अधिक जानकारी आप ही से मिल सकती है।
@prashantroy82312 жыл бұрын
पश्चिम बंगाल में एक ऐसे मुख्यमंत्री की जरूरत है जिसके पास भविष्य के प्रति अपना एक दृष्टिकोण है। यह मुद्दा जितना सीधा दिखता है उतना ही सीधा नही है। चीजें बद से बदतर हो चुकी है।
@rakeshsingh82862 жыл бұрын
4 bache paida kr sakte ho iss desh k liye...maine kiye h or isliye kiye h ki m or meri wife anpad nhi h ,graduate h dono ,kyuki home pta h iss desh ka haal 20 saal bad kya hoga .kitna b kma lo sab inka hoga jaise kasmir m inka hua...
@showmethecolours2 жыл бұрын
सही बात है, यह तो सुनियोजित ढंग से किया गया, परंतु अब तो "सिक्का बदल गया" और अब तो इस्लामिक कट्टरपंथ भी घुस गया है। ज्ञानवर्धक और चक्षु खोलने वाला , आपको साधुवाद।
@nandkishor24952 жыл бұрын
बिल्कुल सही सही विश्लेषण किया आपने लेकिन आशा है अब बंगाल बदलने जा रहा
@freebird5382 жыл бұрын
Bold , Honest , Courageous and Admirable columnist. God Bless
@shivlalchaturvedi98642 жыл бұрын
आज नेहरु गाली खा रहा है वो दिन दूर नहीं जब गांधी भी नंगा होगा । ये समय तब आएगा जब मोदी प्रधान मंत्री पद से रिटायर हो जायेगा। इसके पीछे कारण है एक गुजराती दूसरे गुजराती का समर्थन करता है जैसे पटेल गांधी का विरोध नहीं करते थे ।
@SJ-cl4wq2 жыл бұрын
Gandhi ko gali dena matlab congress party ko jinda karna. Khudko barbaad karna chahta hai kya tu? Chup baith aur mare hue ko marne hi de to behtar hai.
@ArvindSharma-ts9lf2 жыл бұрын
सही विश्लेषण के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। लेकिन आगे कैसे बंगाल देश के साथ मिलकर चलेगा? आज के जितने नेता, ममता बनर्जी भी जिसमें शामिल हैं, देश के दूसरे नेताओं को जिसमें प्रधानमन्त्री मोदी भी शामिल है, बाहरी बोलते हैं। इस मानसिकता को कैसे बदला जा सकेगा? कृपया इस पर अपना सुझाओ अवश्य दे।
@RanjeetKumar-rm3jx2 жыл бұрын
राष्ट्रवादी लोगों, प्रधानमंत्री एवं मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ जी को आपका अखब़ार का विश्लेषण प्रतिदिन सुनना चाहिए ।
@debnarayandutta35552 жыл бұрын
YOGIJI must be made PM immediately
@sunilverma46882 жыл бұрын
धन्यबाद सर; इतनी अच्छी कढ़ी सुभाष बाबू ,जवाहर,और गांधी के बिषय मे कोइ आज तक नही जोड़ पाया था...दिमांक मे पुरा अध्याय खुल गया...
@SandeepSharma-wb4xh2 жыл бұрын
नेताजी को आकाशवाणी से ban किया गया था। आजादी के तुरंत बाद एक बार आकाशवाणी कलकता ने नेताजी के जन्मदिन पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया था। निर्देशक महोदय को कारण बताओ नोटिस दे दिया गया और हटा दिया गया। पत्राचार उपलब्ध हैं।
@umeshchandragupta46222 жыл бұрын
Aap Ka Akhbar Ki Varsh Ganth Per Aapko Bahoot Bahoot Badhai Ho.🙏🙏🙏
@sureshgor78542 жыл бұрын
"मेने गांधी को क्यो मारा" यह फ़िल्म भी इतिहास के तथ्यों पर बननी चाहिए और गांधी की पूर्व भूमिका ,नेताजी के साथ किये गए दुर्व्यवहार ,गांधी नेहरू की मिलीभगत का सटीक विश्लेषण होना चाहिये। दावे के साथ कहता हूँ, भारत के लोग गांधी जयंती और बाल दिवस मानाना छोड़ देंगे।
@pratibhasen85612 жыл бұрын
गांधी के सभी अच्छे काम शून्य हो जाते हैं...एक-नेहरू के पक्ष में और पाकिस्तान बनाना...जिसको आज तक भुगत रहा है देश
@RanjeetKumar-rm3jx2 жыл бұрын
आदरणीय सर प्रणाम अब प्रकाशित documents के अनुसार 1947 में देश को आजादी नहीं मिली दुर्गादास द्वारा लिखित कर्जन to नेहरू एवं प्रो कपिल कुमार द्वारा भारत एवं इंग्लैंड में प्रकाशित आजादी के समय का documents के आधार पर लिखी गई किताब को पढ़कर विशलेषण करने की कृपा की जाय ।
@SUSHILKUMAR-lb1qi2 жыл бұрын
Kya majak kiya h wah
@autowalabhaiyya56342 жыл бұрын
ममता की न ऐसी बुध्दी है न नीयत कि वह केन्द्र सरकार से cordial संबंध रखे और वह भी तब जब उन्हें वहम हो गया हो कि वें नरेन्द्र मोदी को चुनौती देने की स्थिति में है!
@mahendrasingh-bw8jj2 жыл бұрын
नेहरू इतना नीचे प्रवृत्ति का था मैंने इसकी कल्पना भी नहीं की थी, देश का प्रधानमंत्री ही देश के एक हिस्से को कमजोर कर दिया उसकी इतनी भी समझ नहीं थी इससे देश भी कमजोर होगा।
@manojkumarsharma36142 жыл бұрын
जब हमारे पास एक ही बंगाल है, पूर्वी, उत्तरी या दक्षिणी बंगाल नहीं है तो इसे पश्चिम बंगाल ही क्यों कहा जाता है, क्यों ना इसे केवल बंगाल कहा जाए?
@bundelavinay30392 жыл бұрын
भाई रहने दो ना शायद कुछ दिन बाद पूर्वी बंगाल भी भारत में आ जाए। शायद ५०-६० साल में
@awdheshsingh79562 жыл бұрын
आपकी समीक्षा एक दम सही है आप का बहुत बहुत धन्यवाद
@rammanitripathi33782 жыл бұрын
Jai hind Sir
@advocatemayank64332 жыл бұрын
सब उसे महात्मा कहते है.... मगर महात्मा गाँधी ने जब 1936 मे कांग्रेस पार्टी छोड़ दिया और उसकी सदस्य्ता से इस्तीफा दे दिया.... तो वो किस मुँह से कॉग्रेस की बैठकों मे जाता था और प्रत्याशी लड़ाता था..
@munmunlove2 жыл бұрын
नमस्कार सर,नेहरू परिवार वाले अपने नाम को गांधी कैसे रखने लगे इसका कोई कारण होगा ,बताने का कष्ट करे।
@techtips50142 жыл бұрын
Right
@ramnathlandge14972 жыл бұрын
सच्चाई को कुछ समय के लिए दबाकर रखा जा सकता है ,सदा के लिए नहीं।
@ashokgoel36002 жыл бұрын
This is a real truth. Congress is at the root of all misdeeds and problems of the country.
@shresthangshimitra25012 жыл бұрын
খুব ভালো লাগলো আপনার বিশ্লেষণ....প্রণাম
@VirendraSingh-bu9nc2 жыл бұрын
बहुत ही उत्तम जानकारी 🙏🙏
@mohandeshpande9362 жыл бұрын
हर बंगाली ही नहीं तो पुरे हिंदुस्तान सूने ऑर विवंचना करे.हमारे प्यारे बंगाल का जनी दुश्मन कोन है .ऑर इसासे अपर कैसे असक्ते है.
@rajkumarpathak19132 жыл бұрын
प्रदीप जी नमस्कार आपको रामनवमी की हार्दिक शुभकामना जय श्री राम जय हिंदू राष्ट्र
@pavanpatilsultane34722 жыл бұрын
जय श्री राम 🙏🙏
@SuneelKumar-qr8hy2 жыл бұрын
बिलकुल सही बात कही है आपने....सहमत हूं आपसे🙏🙏🙏
@y.bhawanishankar80662 жыл бұрын
रामनवमी कि हार्दिक शुभकामनाएं सभीदेश वासियों को
@patanjalimishra62772 жыл бұрын
इसबार जनता के पास मौका था कि वहां एक ऐसी पार्टी को चुनती जो हिंसा को खत्म करने का प्रयास करती और बंगाल को एक नई दिशा मिलती लेकिन सारी प्लानिंग धरी की धरी रह गई।
@ashishmoydey17482 жыл бұрын
I am from Bengal.... Pradip jee ne jo analysis kya hein as a bengalee I realise the true fact of bengal politics down fall from decades. Thanks Pradipjee🙏🙏🙏
@subodhgupta70632 жыл бұрын
कृपया मोपला, नियो खाली एवम् डायरेक्ट एक्शन डे पर भी विस्तृत वास्तिविवकता के वीडियो बनाएं। जिससे लोगो को इन हकीक्कत का पता चले। गांधी जी एवम अन्य समकक्चियो नेताओं का इशमे कया रुख था।
@satyendrakaran33042 жыл бұрын
Sahi demand hai. Gandhi the thug a perverted celibate and confused rhe independence movement.
@filmsaransh67662 жыл бұрын
मोहम्मद गांधी का रुख जानने के लिए कैपिटल टी वी नाम से यू ट्यूब चैनल है देख लीजिए गांधी और नेहरू से घिन आने लगेगी उन्होंने सारे दंगे डायरेक्ट एक्शन डे, मोपला, नोआखली, और गांधी कि हत्या के बाद दिल्ली में कैसे हिन्दूओं को मारा गया बहुत विस्तार से बताया है
@sanjayahlawat83442 жыл бұрын
सही कहा आपने, मोपला का कड़वा सच सबके सामने आना चाहिए जिसके बारे में तत्कालीन कांग्रेस, बापू और जवाहर लाल की प्रतिक्रिया और भूमिका के बारे में सही विश्लेषण होना ही चाहिए....….
@filmsaransh67662 жыл бұрын
हमें आजादी चरखा चलाकर और बिना खड्ग बिना ढाल के मिल गई ये मानना उन बलिदानियों के बलिदान का अपमान है आजादी हमें नेता जी सुभाष चन्द्र बोस जी ने दिलवाई
@nupurghosh98112 жыл бұрын
Apka vishleshan hamesha nayi soch deta hai.1905, ka Bengal devide aur rajniti spast nahi samajh ata tha.hum purv bungal se bhagkar aye thy.kis tarah se apne pair per kulhari Mari jati hai inse dekho.apne bahut sunder samjhaya.
@onkarsingh84102 жыл бұрын
Jai jai shri Ram Mamta bano. Pradeep ji parnam.
@prakashsonger68242 жыл бұрын
Aapka vishleshan hamesha badhiya hota hai pradeep ji
@VedPrakash-xz9yv2 жыл бұрын
माननीय श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बाद कोई भी राष्ट्रवादी नेता नही हुआ।
@vimalbalani27622 жыл бұрын
भगवान श्री राम के प्राकटय दिवस की देश विदेश में रहने वाले समस्त हिन्दु भाई बहिनों को हार्दिक बधाई । 10 अप्रैल 2022
@arunpandey3692 жыл бұрын
प्रदीप जी, चैनल पहली वर्षगाँठ पर बधाई और शुभकामनाएं।
@arupsen54412 жыл бұрын
Dear Pradeep Singhji, many thanks. You have very clearly shown the political reasons for Bengal’s downfall. We already had enough doubts about Central Govt’s intention towards Bengal all through.
@mukeshpaswan1112 жыл бұрын
जी बिल्कुल सही बोले कांग्रेस ऐसा ही किया होगा कॉंग्रेस का मतलब है गांधी और नेहरू
@giriraj28222 жыл бұрын
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम जन्मोत्सव एवं महानवमी की आपको व आपके परिवार को हार्दिक बधाई व कोटि कोटि शुभकामनायें ।
@radheyshyamrai73132 жыл бұрын
सर आपको सुनना सदैव ज्ञानवर्धक एवम ऐतिहासिक रुप से सही तथ्य की जानकारी मिलना बहुत अच्छा लगता है आपको बहुत बहुत आभार।।
सादर प्रणाम जी । सटीक विश्लेषण करने के लिए हार्दिक आभार ।
@rajatganguly79772 жыл бұрын
Terrific analysis, as always. Presented with great depth, clarity and insight. I love watching you as I always learn something new.
@kamalkanthpandey39412 жыл бұрын
🙏🙏शुभ दोपहर🙏🙏
@shyamkishorkumar66852 жыл бұрын
बहुत अच्छा विश्लेषण।
@AvinashSingh-hi4ik2 жыл бұрын
जय श्रीराम।प्रदीप सर।
@rajeshkhanna29652 жыл бұрын
Facts unknown to us .Thanks Sir for bringing these facts to our knowledge.
@simantapal11422 жыл бұрын
Pradeep da, mein kolkata se hu, hum bahut dukhi hai iss sarkar se, kab mukti milega bhagwan jane
@भगवतसिंहभगवतसिंह-ष8छ2 жыл бұрын
आपका विश्लेषण सत्य के करीब होता है आपका विषय दिल को छु जाता हैं
@saini8172 жыл бұрын
कभी बंगाल मे आजादी के समय 56000 उधोग चल रहे थे 1990 के दशक तक ये सख्या महज 6000 रह गयी थी।
@rksharma41942 жыл бұрын
शास्त्रों में बंगाल का कीकत प्रदेश के रूप में वर्णन है नरबलि एवं पशु बलि की बहुत प्राचीन परंपरा बंगाल में रही है संभवत इसीलिए उसको कीकट प्रदेश कहते हैं।