Dear Arvind, Thank you very much for bringing such topics to discussion which is impossible in Pakistan. Salute to Arshad Mahmood for such an enlightening discussion.
@incredibleindia984419 күн бұрын
If you really want to understand kuran and hadish then watch ex muslim sahil official or ex muslim Zafar heretic
@SOMESH5432119 күн бұрын
😊😊😊
@shungyo839519 күн бұрын
Economic model is just ride out conquered loot n return with all the looted goods n distribute it amonst themselves... Mohammad himself said in sahih bukhari...my livelihood is under the shade of my spears. .n slave trading n sex trade
@dhaiaxarpremka18 күн бұрын
And the mindset that non muslim has to be worthless has its roots in the teachings of quran. Arvind sir you agree or not ,the reality will remain the same.
@Tug74818 күн бұрын
*Dusre religion ke culture and activities ko rokne ke liye, 57 islamic countries ne khud ko Islamic declare kar diya.100% success bhi ho gaye. Ab duniya ke balance 138 countries ko bhi chahiye ki apne-apne country ko constitution mai NON-ISLAMIC turant declare karen, jisse wo bhi apne yaha islamic culture and activities ko rok sake. Bahut samasyao ka samadhaan ho jayega duniya mai.*
@SHRI.KRISHNAFLAGS19 күн бұрын
इस्लाम छोड़ो, इंसान बनो 🎉❤
@parveshkhanna942619 күн бұрын
🎉
@AamirAliyoutube19 күн бұрын
Saarey dharam deen religion chorho, insan bano
@rinahgkh19 күн бұрын
@@AamirAliyoutubeसनातनी इंसान ही होता है वह प्रकृति प्रेमी पशुओं में भी मां को देखता है महिलाओं को मंदिरों में रखकर पुजता है और मुसलमान जानवर को तड़फा कर हलाल करना प्रकृति का दोहन औरत को खेती समझना कभी अकेले में हिन्दू धर्म और इस्लाम की विवेचना करना बगैर किसी पुर्वाग्रह के मन हल्का हो जाएगा
@GajendraParmar-dj6rq19 күн бұрын
@@AamirAliyoutube right. ❤
@lalitchavan209419 күн бұрын
@@AamirAliyoutubeyes, I am with you
@VinodPandey-uv7zz19 күн бұрын
अरविंद जी आपको इस्लाम जानना चाहिए, इसके लिए एक्स मुस्लिम एडम सीकर, सचवाला, साहिल आदि को सुनना चाहिए जो पूरे रिफरेन्स के साथ सच्चाई सामने रखते हैं ।
@mehmoodahmed89319 күн бұрын
😂😂😂 koi non muslim kaise islamic law ka expert ho skta hai u r only a joking
@AB-media1519 күн бұрын
@@mehmoodahmed893 bhai itne sare pdhe likhe log hai na is duniya mai pucho mt, aur tmhare ratta marne wale hafiz aur aalimo se kai guna zyada padhe likhe hai. West mai kai aise professors hai jinhone tmhare egypt ke top islamic university se PHD ki hai islamiyat per. Islam ko musalman khud nhi smjh pata hai jitna non momins smjhte hai. Agar smjh pata musalman to har mulk mai alag kanoon chla rhe hai. 😂😂😂 Isis walon ka apna alag islam hai, afganio ka alag, syrian iraqi ka alag, pakistani ka alag. 😂😂😂
@garrison907818 күн бұрын
@@mehmoodahmed893 Islamic laws jaan kar karna bhi kya hai?????? Islamic laws India mein kabhi laagoo ho ho NAHIN payenge.
@dambarudharbasumatary113018 күн бұрын
@@mehmoodahmed893sura tauba ayat 29 janne ke liye Kitna gyan chahiye vai ...halala samajne Kitna likha para hona porega......mahmmad aapka aadarsh Purush 6 salki ayesha ko shadi ki......aapne bahu ko shadi kisex slave kia.....ye sab samojnekeliye kon sa university me parhna porega Vai botao....
@meriawazsunobyfaqira481318 күн бұрын
@@AB-media15 wah sirf quran mein negative kya hai wah dhundate hain 1400 saal ho gaye ab tak kuch nahin kar paye wahi ab islam accept kar rahe hain Allah ki guaranty hai Inna nahnu nazzalna aththikra wa-inna lahu lahafithoon meaning in urdu Hamne is quran ko utara hai aur hamhi iski hifazat karenge in lafangoki auqat kya hai
@JAN-dt3tc19 күн бұрын
I'm exmuslim 30 sal pahale.mujhe ye samjh aa gya tha..tab lagat tha main galt to nhi hu par aaj lagata hai main sahi tha..jay sanatan dharam🎉🎉🎉🎉
@ImranKhan-qb8ji19 күн бұрын
😅😅😅😅 वाह से संघी 😂😂
@yajumansi528618 күн бұрын
सनातन में भी सब कुछ मीठा मीठा नही है वहाँ भी आपको कई बातों का जबाब नही मिलता बस एक खूबसूरती सनातन में है कि वो आपको सवाल करने की , विरोध करने की, तर्क करने की , ईश्वर का अस्तित्व न स्वीकार करने के बाद भी इज्जत व आजादी देता है
@ImranKhan-qb8ji17 күн бұрын
@@JAN-dt3tc Islam ki kuch marmukh achhaiyan jo ise dusre majhabon se alag aur vishesh banati hain: 1. तौहीद (एकेश्वरवाद) - इस्लाम एकेश्वरवाद को मानता है, यानी कि सिर्फ़ एक ही अल्लाह है और वही पूजा के योग्य है। अल्लाह की इबादत करना इस्लाम का सबसे प्रमुख सिद्धांत है। 2. इंसान की बराबरी - इस्लाम में सभी इंसानों को बराबर माना गया है, चाहे वे किसी भी जाति, रंग, या पहचान से हों। सभी को एक ही कतार में खड़े होकर नमाज़ अदा करने का हुक्म है, जो समाज में समानता और भाईचारे को दर्शाता है। 3. अदल (न्याय और इंसाफ) - इस्लाम में हर इंसान के साथ इंसाफ और न्याय करने पर ज़ोर दिया गया है, चाहे वह अपना हो या पराया। इस्लाम कहता है कि अगर सच को साबित करने के लिए अपने ही खिलाफ गवाही देनी पड़े, तो वो देनी चाहिए। 4. ज़कात और खैरात - इस्लाम में गरीब और ज़रूरतमंद लोगों की मदद के लिए ज़कात देना फ़र्ज़ है। अपनी दौलत का एक हिस्सा ज़रूरतमंदों में बांटना एक इंसानी फ़र्ज़ माना गया है, जिससे समाज में आर्थिक संतुलन बना रहता है। 5. शांति और अहिंसा - इस्लाम शांति और अहिंसा को महत्वपूर्ण मानता है, और किसी भी निर्दोष व्यक्ति का खून बहाना एक बड़ा पाप है। इस्लाम अमन के साथ जीने की शिक्षा देता है। 6. इल्म और तालीम - इस्लाम में तालीम (शिक्षा) को बड़ी अहमियत दी गई है। पहली वह़ी जो नाज़िल हुई थी वो थी "इक़रा" (पढ़ने का हुक्म), जो ज्ञान की ओर संकेत करती है। 7. अच्छी सोच और नीयत - इस्लाम में यह ज़रूरी है कि इंसान की नीयत साफ हो और वह सिर्फ़ अल्लाह की रज़ा के लिए अच्छे काम करे। अच्छे इरादों के साथ किए गए कामों का इस्लाम में बहुत सवाब (इनाम) है। 8. पड़ोसी के हक़ (अधिकार) - इस्लाम में पड़ोसी के हक़ को बहुत अहमियत दी गई है। चाहे पड़ोसी मुस्लिम हो या गैर-मुस्लिम, उसके साथ अच्छा व्यवहार करना और उसकी मदद करना इस्लाम का एक प्रमुख सिद्धांत है। 9. यतीमों के हक़ - इस्लाम में यतीमों (अनाथों) के हक़ों का विशेष ध्यान रखने का हुक्म है। इस्लाम यतीम बच्चों की देखभाल और उनकी ज़रूरतों को पूरा करने पर ज़ोर देता है ताकि वे भी समाज का सम्मानित हिस्सा बन सकें। 10. जानवरों के हक़ - इस्लाम में जानवरों के साथ अच्छा बर्ताव करना भी बहुत महत्वपूर्ण है। उन्हें दुख या तकलीफ पहुँचाना सख्त मना है और उनकी देखभाल का हुक्म दिया गया है। जानवरों को उचित देखभाल और सुरक्षा देना इस्लाम की शिक्षा का एक हिस्सा है। 11. पारिवारिक और सामाजिक जीवन का महत्व - इस्लाम में परिवार और समाज की देखभाल पर ज़ोर दिया गया है। माता-पिता और रिश्तेदारों के हक़ों को अदा करना और उनकी सेवा करना अनिवार्य है। 12. साफ़-सफ़ाई और पाकीज़गी - इस्लाम में साफ़-सफ़ाई को ईमान का हिस्सा कहा गया है। वुज़ू (अभिषेक) और गुस्ल (स्नान) का हुक्म है ताकि इंसान हमेशा शारीरिक रूप से साफ़ और पाक रहे। 13. अखलाक और अच्छी आदतें - इस्लाम में अच्छी आदतों और अच्छे अखलाक (चरित्र) पर ज़ोर दिया गया है। झूठ, धोखा और अन्य बुराइयों से दूर रहना इस्लाम की तालीम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। ये कुछ ऐसे गुण हैं जो इस्लाम को अनूठा बनाते हैं और इसे दूसरे धर्मों से अलग पहचान देते हैं।
@mkbskb115 күн бұрын
Main bhi ex muslim hu. I am so happy after leaving headless fenetics @@ImranKhan-qb8ji
@suryakantkittur737515 күн бұрын
😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅
@daryakhan95119 күн бұрын
Arshad Mehmood is wonderful.
@mohanlalkumawat487219 күн бұрын
सर ये सब लुटेरों का गीरोह था जो पुरी दुनिया में तलवार के जोर से लुटा ओर डरा के लोगों को मुसलमान बनाया ओर मिलकर लुटा ओर फिर जब कोई सामने खड़ा हुआँ तो छोड़ कर भागे ओर
@RaviKumar-qp3uk19 күн бұрын
100 persant sahi hai. Koi bi google search kar le.
@mehtabalam239218 күн бұрын
Tere aane waale nasle bhi Islam ko qubool karengi
@vbh431518 күн бұрын
Ye baat muslim jante hain par isko accept nahi karte hain
@meriawazsunobyfaqira481318 күн бұрын
@@mohanlalkumawat4872 Zakir naik ke lecture sun kar 11 lakh christian aur hindu musalman hue zakir naikne kaunsi a k 47 use karke 11 lakh ko musalman banaya
@bishudas723218 күн бұрын
Ea thathya apko kaha mila?ganga ki vao sasta hua kya?@@meriawazsunobyfaqira4813
@arungupta260119 күн бұрын
अरविंद भाई यही बात हरी मोहन जी कह रहे थे perfect reaction चैनल पर आप बे वज़ह बहस कर रहे थे
@anjaliroy969419 күн бұрын
Jo baat Arshad ji keh rahe hain wahi baat Hari Mohan ji keh rahe the lekin aapko pata nhi kyun bura lag raha tha aur aap Islam aur muslims k favour me unnecessarily kood pade...aap kare toh raas leela doosre kare toh character dheela 😮
@swaram_rakesh19 күн бұрын
Arivind bhai..we are big fan of you...but the way you discussed with hari mohan ji..only shows that in fanatism of your islamic love..raises serious doubt about your wisdom.just reply in question...where on earth muslims live with peace and democratic values???
@ZChandra19 күн бұрын
Arzu Kazmi said in a video on her channel that Arvind saharan is married to a muslim girl in Karachi,Pakistan, perhaps, may be he is a hidden muslim nd working for Islam, Urdu accent of Arvind also indicates something
@navkargeneral977118 күн бұрын
सही बात हे
@Animesh1611713 күн бұрын
Bhai Hari mohan dictates brahamanism as it is whether right or wrong , there is scope of improvement in every religion'.
@rajpunjabi594719 күн бұрын
Arshad sahib talks with utter honesty and conviction. I wonder how he has survived in Pakistan. May God bless him 🌹🙏
@iqbalidrees978619 күн бұрын
Mr Arshad Mahmood's ability to softly softly call a spade a spade is remarkable, his discourse is syllogistic, and is a call to those Muslims nesting in self created fantasy world to get introduced to our 21st C (!) Mr Arvind Saharan, you are a man with a noble mission, wish you good luck with every step(.)
@muhammadalvi769719 күн бұрын
These are facts which have been narrated by Arshad Mehmood. Congratulate him for unveiling truth.
@mohanlalkumawat487219 күн бұрын
अरविंद सर सत्यम् शिवम् सुनदरम शिव ही सत्य है और सत्य ही शिव है जो आदी है और अनन्त है
@komalroy245919 күн бұрын
So true
@jitendrapratapsingh684119 күн бұрын
ओऽम नमः शिवाय ⌛🚩🕉❤🙏@@komalroy2459
@SarfarazQuamer19 күн бұрын
Arshad Mahmood sahab describes islam very honestly, arvind jee I'm your fan bkz of your simplicity,only ex muslim can change Muslim, community,
@preetipal389018 күн бұрын
only ex muslim can
@kaviKabir.19 күн бұрын
अरविंद भाई जब शुरू में सेकुलर बन कर आए थे लेकिन धीरे धीरे इस्लाम को अंदर से जाना तो आज ये इस्लाम की पोल खोल रहे है
@narenbhargava942419 күн бұрын
आप muzaffar भाई के चैनल पर अरविंद और हरिमोहन का संवाद देखो तो आप को पता चल जाएगा कि अरविंद सहारण क्या है, सेकुलर या कुछ और है।
@kaviKabir.19 күн бұрын
@narenbhargava9424 आप सही थे अरविंद तो एक नंबर का मक्कार निकला....
@goutem271619 күн бұрын
अरविंद मक्कार सैकूलर है ।
@yafoor466019 күн бұрын
जब मुसलमानों ने इन्हें जहन्नुम्मी कहा तब इस्लाम का पर्दा फाश हो गया 😂
@yafoor466019 күн бұрын
@@narenbhargava9424कौन सा चैनल? पूरा नाम लिखिए
@komalsur19 күн бұрын
Very rational, bold, courageous and merciless analysis of wishful thinking. Salute to Mr. Arshad Mahmood.
@SHRI.KRISHNAFLAGS19 күн бұрын
Exmuslims movement jindabad 🌹🇮🇳🌹
@expertvisioneducation19 күн бұрын
Ex-muslim movement 👍
@kreeshnarao19 күн бұрын
ARSHAD SIR IS SO CALM & UNBIASED. INCREDIBLE.
@ArvindSaharan19 күн бұрын
Friends we would really appreciate if you could please like, comment and share this program. 🙏🙏
Hi irvind, Please see footages of Iran like "walking tour Tehran" "tehran mall" etc things have changed there. all women don't cover head anymore, even some girls are wearing shirts with belly exposed. smoking in women are common at public places and they are confident and they are stylish. in Pakistan women dont smoke openly, culture is more conservative in pakistan and india.
@SushantBBSR19 күн бұрын
For becoming a Good human being if required one should be prepared leave his religious belief. That means if one's religious belief comes in his way of becoming a Good Human Being, he should prefer being Good Human Being.
@3dgurjar82519 күн бұрын
exmuslim sahil ko bulaye sir
@mkhan981318 күн бұрын
@@ConfusedBassetHound-we2rdSubhaanallaah Alhamdulillah mujhe musalamaan banaane ke lie main allaah ka shukriya ada karata hoon. islaam samajh aur gyaan vaale logon ke dil aur dimaag ko aakarshit karane ke lie baadhy hai. Keval islaam hee maanavata kee samasyaon ka samaadhaan prastut kar sakata hai. shaanti, saty, samaanata, bhaeechaara, sahishnuta aur nyaay ka dharm.
@Raadhaysharma19 күн бұрын
सभी एकस मुसलमान कि जय हो एडम सीकर सचबाला जी साहिल समीर सलीम परबीन मैम पुरी तरह ईसलाम के जानकार है मानबता के रखबाले एकस मुसलमान कि मुमैनट को नमन इनसानियत जहा हो बही सच्चा घरम सत्य पेरम ओर सभी जीब जनतु पर करुना ही धर्म है किसी को काफिर बोलना घर्म नही हो सकता असाहय जीब कि निर्मम हतया करना भी सही नही है सब जीब जीना चाहते है अहिसा हि परम घर्म है 🙏🏻🙏🏻🙏🏻⚔️⚔️⚔️⚔️⚔️🌸🌻🌻🌻🪴❤️🌸🌸🌺👌🏽🌹🌹🌹👌👌👌👌🙇🙇🙇🚩🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🌷🌷🌷🌷👍👍
@mehmoodahmed89319 күн бұрын
these three r non believers and gumrah so how we muslims believes in these kaffirs if they know about islam then why they convert to kuffer
@zen_atma19 күн бұрын
Arshad Bhai ki jai ho. True Humanist and free thinker. God bless him 🙏🏼🙏🏼🕉️🕉️
@hasandondon40818 күн бұрын
I agree Arvind bhai from Pakistan
@MrLogical-ee7dv17 күн бұрын
Love from Pakistan
@virendargigoo180819 күн бұрын
Arvind ji, I am really thankful to u for bringing out these types of Podcasts. U are doing greatest service to Humanity. Further in the capacity of a Muslim, Arshad sahbh's, contribution is beyond words to explain. I myself am not against any faith or community BUT appeasing anyone bcaz of fear or selfish motives ; can never be appreciate. It is against the Humanity. It would be greatest contribution towards Humanity if a Podcast is made in which the 26 controversial verses are critically discussed.
@gursadhsingh208618 күн бұрын
This is how learned people with deep knowledge can easily answer difficult questions for all of us to understand. He should be taken seriously, and we all should listen and follow him. Thanks for sharing your knowledge.
@ramankapil984119 күн бұрын
अरविंद जी अगर इस्लाम को समझना है तो आप अपने प्रोग्राम में पूरी कुरान को हिंदी में ट्रांसलेट करके सुनाएं साथ में हदीद को भी और फिल्म बाकी धर्म के लोगों को शांति बनाए रखने के लिए कोई सलाह दें।
@duhansingh77219 күн бұрын
Manusmriti bhi😂🎉
@PacificTruth.19 күн бұрын
मैंने कुरान और हदीस तर्जुम्में के साथ पढ़ा... सिवाय सेक्स के और कुछ नहीं है उस किताब में। मुहम्मद ने कब किसके साथ डिंगी डिंगी किया इन सब कहानियों से कुरान और हदीस भरा पड़ा है। औरत इस्लाम की नजर में खेती है😂😂🤣🤣
@patils541019 күн бұрын
@@duhansingh772manusmriti pade ho kabhi , kitne problem hai manusmriti me , koi hindu nahi bolta manusmriti mat pado , par inke khud ke alim bolte hai ki Qur'an hindi me mat pado Varna iman dagmaga jayega , farak hai bhai , tumhi manusmriti ke video dalo koi farak nahi padta
@jitendrasinghcharan527519 күн бұрын
@@duhansingh772hum logo ne to 100 saal hue msnu-smriti dekhi hi nhi, Haa tum jarur baar baar naam le le lr iss ko yad rkhna chahte ho...
@trendingone-w7s19 күн бұрын
Manusmriti is not word of god for Hindus and we don't follow that@@duhansingh772
@vinoddogra794819 күн бұрын
When I was living in USA, I was asked by lot of Pakistanis to convert to Islam. I was shocked as to why they feel superior to every other religions.
@abhinayashokrao181916 сағат бұрын
Same thing happened with me recently in canada by a Pakistani uber driver. I have never seen any Arab Muslims who are original Muslims so religious than the sub continent Muslims. That’s why I feel comfortable to meet Arab Muslims who are much more open minded and liberal than these converted Muslims of sub continent. I avoid meeting any desi Muslims.
@younasakbar638519 күн бұрын
Excellent discussion both
@Gypsy-n1t19 күн бұрын
I love arshad sb before he even starts, I absolutely think like him.
@soni877719 күн бұрын
Long live arshad sahab.... Aesi saafgoii itni imaandaarii se apni baat rakhne k liye aapko bahut bahut salute hai sir.... Koi bhi religion perfect nahi hai, aur waqt k saath usme sudhaar ki gunjaaiish zaroor honi chahiye.
@DharmendraKumar-jl6ye19 күн бұрын
सच्चाई... जो सिर्फ कड़वी हे .. आप दोनों महानुभावों का धन्यवाद साधुवाद. 🙏🏼🙏🏼
@SMian-ed7ld14 күн бұрын
Indian propegnda
@ramchandrakulkarni181619 күн бұрын
What Arshad Bhai said about Muslim mindset is the root of the problem. Amongst Christians too this exists but unlike Islam Christianity has reformed away from violence. Both pursue conversion and they demand that their mindset be honored under the secular / freedom of practicing religion. This is why only truly secular states are those where non-Abrahamic religions are in majority. India was secular before 1976 when Indira Gandhi and Cong(I) forcibly added the word “Secular” to the preamble of the Indian Constitution under the now infamous 42nd amendment that was done during the Emergency. We can talk about this endlessly but the ground reality will never change until Islam itself reforms. This reformation by Islams own definition is impossible as it claims to be non-changeable as it claims perfection. The world is waking up to this deception by Islam and Muslims. Arshad Bhai’s disclaimer at the top of the podcast insulates him from Pakistan’s draconian blasphemy law. Arshad Bhai is a very brave man and he has my salute, my respect, and my love. 🫡🙏🏽❤️
@sanjeevdhingra232718 күн бұрын
Arshad Mahmood sahab ne mudde ko samjhane me koi kor-kasr nahi rakhi. Shandaar program. My heartiest congratulations.
@ynsen674919 күн бұрын
I will recommend sanjay dixit book "all religion are not same" to understand fundamental difference between sanatan and abrahamic religions.
@pkkk5422418 күн бұрын
तमिलनाडु में गणेश चतुर्थी मनाने के लिए स्थानीय मौलवियों से अनुमति लेनी पड़ती है।।।।। Shape of things to come
@AamirEmperor-zj8gl19 күн бұрын
Very wide knowledge with good freedom of talking God bless you more from Pakistan
@onlytruthissupreme754119 күн бұрын
Every Hindu has to counter 'Islam ki Dawat' at least once in his life. When asked why should I convert then they put only old outdated arguments bereft of logics and rationale. I used to tell them that I don't want to loose the absolute freedom I have been enjoying since my childhood.
@ManoharPatilBannalikar18 күн бұрын
समाज परिवर्तन की आकांक्षा से किया गया बेहतरीन चिंतन... Arshad जी बहुत ही सामाजिक परिवर्तन के आकांक्षी व्यक्ति हैं... बहुत ही सुंदर अरविन्द जी धन्यवाद ❤
@kashifdaniel727419 күн бұрын
100 percent good explanation of Islam 💯 perfectly or yeh maney gay kbhi be nai janb
@shameemqureshi277418 күн бұрын
100%. He’s absolutely right on all accounts. When I started my research many years ago, the first question that came to my mind was that the where all the wealth behind the fantastic Riyasat e Medina came from? Answer to one foundational question demystified all mysteries and miracles embedded in my mind. But, unfortunately, lazy minds are incapable of such deep thinking and weak characters lack the courage to seek answers from others. Comfort zone is the best abode for Blind Faith.
@Imblack079819 күн бұрын
ਅਰਵਿੰਦ ਜੀ ਤੁਸੀਂ ਬਹੁਤ ਸ਼ਾਨਦਾਰ ਪਰੋਗਰਾਮ ਕਰਦੇ ਹੋ🎉❤
@mohanlalkumawat487219 күн бұрын
अरविंद सर इसलाम दुनिया में कब आयेगा और किया करेगा और केसे खत्म होगा ये सब हमारे गरथो में लिखा है बस हमें जानकारी होने ही नहीं दी तभी तो पडीत पुजारी मनदीर तोडे ओर नालन्दा में किताबों जलाया था ताकि चचाई बार नहीं आ सकें लेकिन अब हिन्दू जाग रहा है और चचाई तो बार जरूर आयेगी कियोंकि सत्य तो ऐक ही है सत्यम् शिवम् सुनदरम शिव ही सत्य है और सत्य ही शिव है सत्य सनातन धर्म ही है
@meriawazsunobyfaqira481318 күн бұрын
@@mohanlalkumawat4872 sanatan dharm jo jazaron salonse dalitokpe aatank macha raha hai dalitonki auratonko stan khule rakhaneki kahate thay khule na rakhe tao stan tax lagate thay dalit ka board chati par latajane ko kahate thay shlok sune taokaanmein sisa dalte thay moochh nahin badha sakate ghodepe nahib baith sakate unki auratonka rape karnewalinko agar wah brahman ho toa koi saza nahin
@AakankshaBisht-wy3xj19 күн бұрын
Sir Brilliant explained ❤❤❤❤
@subhashkomy18 күн бұрын
Wow what a discussion. Amazing 👏👏👏 God Bless Arshad Mehmood sir 👏👏👏👏
@mohanlalkumawat487219 күн бұрын
अरविंद सर अरबों ने अपनी आगे अभी तक इसलामिक रियासत नहीं लिखते हैं वो अरब मानते मुसलमान नही
@mehmoodahmed89319 күн бұрын
😂😂😂 wo to india ne bhi hindu state nahi likha ye konsi logic hai
@tigerpandey763619 күн бұрын
@@mehmoodahmed893tum log to roj sham ko sahaba ki daastaan sunate ho apne mohalle mein. Par wo turk, mughal ki history ko nahi mante😅😅😅
@proudindian196519 күн бұрын
Sir ,you can also invite exmuslim Sahil , Adam Seeker or Sachwalaji .They are doing great work of making people aware about the darkside of Islam.
@toyotaurbancruiserat44719 күн бұрын
There cannot be a better person than Nazia Illahi Khan to explain what islam is and what muslims are.😮
@daryakhan95119 күн бұрын
Salute to Arshad Mehmood.
@RCSAHOO118 күн бұрын
Very compelling discussion, worth watching and high respect to Arshad Mehmood Sir, be safe. Thanks Arvind.
@dayanandkg19 күн бұрын
Mr. Arshad is absolutely correct. eslam never allows any body become good human being..... even if he tries to be one.
@manikarnika969019 күн бұрын
और अगर कोई अच्छा इन्सान है तो वो मुसलमान ही नही है....
@meriawazsunobyfaqira481319 күн бұрын
Fie bahutse hindu musalmanoki mazaron pe kiyon jate hain mangqneke liye
@seeker91115 күн бұрын
Define honesty, conviction, bravery, humanity and truthfulness in two words? Answer: Arshad Mahmood.
@sattyam793118 күн бұрын
This man is a super intellectual, thanku, hope we shall see the beautiful world in future
@vipinkumar600919 күн бұрын
इस्लाम ,मुस्लिम को छोड़ कर बाकी सारी दुनियां के लिए साफ साफ शत्रु बोध रखता है।।और इल्जाम दूसरों को देते है।
@meriawazsunobyfaqira481319 күн бұрын
Arab deshonmein majority hindu bade bade post psr kaise kaam karke petro dollar kama rahe hai.
@vipinkumar600919 күн бұрын
@@meriawazsunobyfaqira4813 यही तो दिक्कत है इस्लाम के मुताबिक ज्यादातर मोमिन और आज का इस्लाम मुनाकफत है भाई।
@krishangopal810219 күн бұрын
Nice analysis
@avinashchander281514 күн бұрын
@@meriawazsunobyfaqira4813jis din unka bdl milega Hindu ko bhga denge
@puneet_arya19 күн бұрын
Very well spoken, Mr. Arshad Mahmood ji...your rational thought process has revealed that still there are Punjabis, who can call of wrong n stand against negatives...🫡
@mohanlalkumawat487219 күн бұрын
अरविंद सर यहुदी भी पत्थर की दिवारों के आगे सिर झुकाता है और मुसलमान भी काबा में काला पत्थर के आगे सिर झुकाते है और हिन्दू धर्म के लोग भी शिव लीग के आगे सिर झुकाते है तो मतलब किया है दुनिया के सामने आ गया है
@mehmoodahmed89319 күн бұрын
na yahudi deewar ki ibadat krte hain na muslim kaaba ki ibadat krte hain kaaba srf aik main masjid hai jis ki taraf sb rukh kr k namaz parhte hain aise to masjid mai bhi deewar hoti hai wo muqaddas hai k sb se pehle adam ne banaya phir abrahim ne kaaba ko dobara bnaya k main masjid hai so apne shirk se musalmano ko mt milao
@sunilkadyan784719 күн бұрын
@@mehmoodahmed893Sirk Gya Bhaad Mai....Duniya Ki Sbse Bdi Gandgi Islaam Or Musalmaan Hai..Duniya Ka Pehla Lutera Rapist Muhmaad Tha....Us Se To Ravan Hjar Drje Behtaar Tha...Besaq Hindu Murti Pooja Krte Ho...Lekin Vo Jis Ko Bhi Mante Hai..Vo Km Se Best Role Model To Hai...Muhmaad Ko Agar Role Model Maane To Hotlar Bhi Nabi Tha Phir Aurangzeb Bhi Nabi Tha...Duniya Mai Jitne Bhi Gatiaa Trin Log Hua Hai Vo Sb Ke Sb Nabi Hote....😂😂😂
@sunilkadyan784719 күн бұрын
Arshad Mahmood Sir Bhi Insaniyat Ke Sath Hai Bhot Achaa Lga...Aapko Mai Ak Indian Nmaskaar Krta Hu...Jai Hind
@Stoic199019 күн бұрын
Exmuslim from Multan
@basantamahalik563419 күн бұрын
ArshadJi, Aap Ki Umar Lambi Ho.
@pkkk5422418 күн бұрын
गांधी हिंदू मुस्लिम एकता की बात करता था सिर्फ हिंदुओं की कीमत पर!!!!
@jaswantdas851019 күн бұрын
अरशद महमूद जी excellent information about the इस्लाम
@kreeshnarao19 күн бұрын
ARVIND SIR, I't is one of the best ANALYSIS till date.
@danielchaudhary963618 күн бұрын
Arshad Mahmood is an upright and a true Muslim and speaks boldly on the Islamic governmental system.
@moderndemocracychannel469919 күн бұрын
It is not easy to convert Muslims into modern Democracy followers and believers.Except few .most are communal and lives in medieval thoughts.
@mehmoodahmed89319 күн бұрын
😂😂😂 islam is fastest growing religion of the world
@dambarudharbasumatary113018 күн бұрын
@@mehmoodahmed893there are two reason....first is unuse of condom.....having 6/7/8 to 10 children of a couple.....another one is fear of society....if someone come out from islam he has to face non co-operation from his society ...so large number of people's remains in islam without wanting.....
@Sindhi00118 күн бұрын
Mr. Arshad Mahmood gave us an eloqunet brief history of Islamic rule and economic model. After listening to him, I understood very well, why Islamic rule and economic system are disfunctional and Muslims are the most backward. Pakistanis should listen to people like Mr. Arshad Mahmood, instead of self righteous imams, mullahs and so called Islamic scholars.
@anilsinha111419 күн бұрын
धन्यवाद, एक शानदार बातचीत - और बहुत आशा की स्वागत योग्य अभिव्यक्ति। इस्लाम पुरुषों द्वारा पुरुषों के लिए बनाया और कायम रखा गया था: इस्लाम के रूप में जाने जाने वाले "संप्रदाय" या "धर्म" के संस्थापकों के साथ उनके विचार-विमर्श में महिलाओं को शामिल नहीं किया गया था। जिस समय इस्लाम की स्थापना हुई थी, उस समय महिलाओं को आम तौर पर बकरी और ऊंट की तरह वस्तु, संपत्ति समझा जाता था। इसके अलावा, एक अन्य बिंदु पर, यह उन लोगों के समूह के साथ अक्सर देखा जाने वाला विरोधाभास है जो या तो (ए) किसी धर्म, संस्कृति या परंपरा से चले गए हैं और/या (बी) एक समूह जिसने "की परंपरा, धर्म, भाषा हासिल कर ली है।" विदेशी" या "नए आगमन" या आक्रमणकारी। यह बहुत बार देखा गया है कि पुरानी (मूल) परंपरा, भाषा, संस्कृति या धर्म विकसित होते हैं और इस प्रकार प्राकृतिक (स्वस्थ) तरीके से बदलते हैं - जबकि वे (हाल ही में या जबरन परिवर्तित) संस्कृति के पुराने संस्करणों पर टिके रहते हैं, परंपरा, धर्म। एक चौंकाने वाला उदाहरण कू क्लक्स क्लान है। ये (वस्तुतः) सभी मूल रूप से स्कॉटलैंड के हैं (स्कॉटिश शब्द कबीले की अमेरिकी वर्तनी पर ध्यान दें")। दूर हो जाओ, कहीं अधिक बहु-आस्था, बहु-जातीय समाज, क्लू क्लक्स क्लान इन (मूल, अप्रवासी) स्कॉटिश लोगों के अज्ञानी, हानिकारक विचारों में बना हुआ है।
@shahzadahmad784619 күн бұрын
Nice analysis!
@vks231218 күн бұрын
What a mind blowing analysis of muslim's mindset by Arshad Mahmood sahab!This educative podcast should be perceive by every muslim.
@sblal526219 күн бұрын
Arshad sahib is doing good for Islamic socity.Thanks to him.
@ashokkaul47619 күн бұрын
Ex Muslim Sahil exposes Islam in better way from an islamic scriptures
@rakeshmisra52986 күн бұрын
Arvind ji, what a wonderful discussion you brought to us. Arshad saheb is undoubtedly a very knowledgeable and courageous intellectual. May God bless him for the sake of humanity. 👍👍
@rajdixit505619 күн бұрын
Arvind Sahab you are doing a commendable work.I congratulate Arshad Sahab for his deep analytical mind and putting the entire issue in to simple words.Keep up your good work.
@ChandrashekharGiri-c2g19 күн бұрын
And highest civilian award goes to Miyan arvind saran,for his contribution to eslam, particularly in burr e sagir,and Pakistan,, mashallah subhanallah Alhamdulillah,,
@yashpalcharan493516 күн бұрын
One of the best such programs I have ever come across…my respects and salute to Mr Arshad for bringing forth issues confronting the Muslims across the globe in such lucid and candid manner Pray it appeals to all for their own good and for peaceful coexistence of humanity This is one life… no one knows if there is life beyond 🙏👏👏
@Learner220018 күн бұрын
Full marks to Arshad Mahmood for such a perfect analysis and to Arvind Saharan for conducting such a valid topic of discussion.
@scc57-119 күн бұрын
Love to see this entire conversation in English so I can share with my friends and family.
@yafoor466019 күн бұрын
A big salute to Arshad sahab for exposing fake Islamic narrative!
@ranjanjain337519 күн бұрын
Wonderful discourse. Arshad has clarity of thought,
@RajeshRaj-tz1ng17 күн бұрын
Thanks Arvind! Great talk! I also want to appreciate and commend Mr Mahmood to speak his mind and the truth without any hesitation or fear. I wish there are more humans like him.
@PUNJKISH19 күн бұрын
Asliyat yeh hai ki musalmaan achcha ho hee nahin sakta. Mein munafikon ki baat nahin kar raha.
@jk-yr3cm19 күн бұрын
Arvind ji yhi baat Hari mohan ji bol rahe the aap unko nafrti kah rahe the
@aniltewari704319 күн бұрын
अरशद महमूद साहब की जैद हामिद के सामने बैठा कर बातचीत यदि करवा दी जाए तो फिर आपका यह चैनल दुनिया में मशहूर हो जाएगा । मेरी गुजारिश है कि मेरी इस ख्वाहिश को अरविंद जी आप जरूर पूरा करे ।
@rajendrapandey359818 күн бұрын
कौन है जैद हामिद।
@rajraina291419 күн бұрын
Ram Ram to both of you God bless you with good health and prosperity.
@3624563419 күн бұрын
Wow, I learned a lot today
@navinrao619 күн бұрын
Thanks for bringing in good speaker . This has led to good discussion.
@anilsinha111419 күн бұрын
A brilliant, well-argued commentary with insightful assessments and exhortations. Most agreeable. Thank you. Change is always, ALWAYS painful -- and the more an individual, a society, a religion resists change (= the inevitable, non-stoppable onward march of nature & humanity), the greater will be the pain, destruction, destitution, loss of lives and limbs, gender inequality and disharmony -- as we have witnessed. The process of making Muslims realise the benefits and value of change needs to start from the nursery, if not from the suckling Muslim mothers. It will take time. But the signs are positive, hopeful. 👏👏🙏🙏
@kavitadhruv608019 күн бұрын
Arshad Sir is bold rational logical intelligent open minded person being a muslim...that's great..
@Raj-nh3fc19 күн бұрын
Arshad Mahmood sahab is truly a very honest, truth but nothing but truth revealing musalmaan. While other muslims hide the real face of Islam under Al Takia, he tells it as it is.
@momo1999118 күн бұрын
Arshad Mahmood awesome job! You are a hero to many Pakistanis 🙏
@mrshankara17 күн бұрын
Namaste to Mr. Arshad Mahmood! His knowledge is deep and the analysis is just eye opening. Thanks to Mr Aravind for this wonderful discussion.
@ZChandra19 күн бұрын
Long live Arshad Mahmood ji for speaking truth so bravely
@egowar19 күн бұрын
Love Arshad saheb. Should come more often.
@rajansingh-ur3ju19 күн бұрын
arshad bhai aapne jo ye sach bola hai ab aako ye islamic log jeene nahi denge
@dhaiaxarpremka18 күн бұрын
Arshad Mahmood to ex muslim nikla....saari pol kholdi.❤❤
@nsbumb19 күн бұрын
Arshad Mehmood sir, brilliantly logical as always. I wonder, why people in his society don't follow him.
@sanjeevkr.hazarika167519 күн бұрын
Azahar Mehmood sahab app se ek guzarish hai app jeisa insan hi musolomano ka akkal khol sakte hai issi liye app ko aour thora himmat krke bato ko rkhna hoga..app ka soch ko m salam krta hu 🙏❤️
@sonachenab19 күн бұрын
Very informative. Thanks.
@babulalswami463219 күн бұрын
Arshad sir ! Thankyou for your great insight ❤
@rambachanyadav461319 күн бұрын
Arshad mahmood saheb ki guftgu logical lagi. Muslim community ko duniya ke sath chalane ke liye so-called rudhivadita ko chhodakar inki bato par amal karana chahiye.Arvind saharavat sir ko eise pod cast lane ke liye dhanyabad. Sukriya sir.