स्वामी जी को शत् शत् नमन,,,,,, सतीश कुमार आर्य,,,, वैदिक पथ
@subhadrabhajanmandali834 ай бұрын
आर्य समाज कि जय हो आर्य समाज अमर रहे ❤❤
@sushmaverma11474 ай бұрын
कोटि कोटि नमन आपको स्वामी जी
@Chandangoyal-re7xq4 ай бұрын
Swami ji ko kotti kotti naman
@chandankumarsastaul4 ай бұрын
सनातन धर्म की जय हो
@AmitLamba-w6q4 ай бұрын
ओ३म नमस्ते जी । 🙏🙏🙏🙏
@sushmamavi25124 ай бұрын
Om ji
@AkhileshkumarSrivastava-cq7xz4 ай бұрын
Koto koti naman guruji
@yoogeebly4 ай бұрын
Jay Arya Samaj
@OnkaralalPatidar-er8kv4 ай бұрын
Hey Swami sachhidanand Ji main aapke Har pravachan Sunta hun Jay aryavrat
@rajeshrani80004 ай бұрын
🙏🙏
@Veda994 ай бұрын
परमात्मा को मानने से कुछ नहीं होगा परमात्मा को जानना जरूरी है। किसी को जानने के लिए मानना तो पड़ेगा कि वह है। इसलिए मानना जरूरी है।
@rahulyaduwanshi65613 ай бұрын
आपके अनुसार पिता को जानने के लिए उसको पहले मानना जरूरी है यानी कि आप किसी को भी पिता मान लेंगे उसके बाद जानेंगे कि मेरा असली पिता कौन है सबसे पहले जन्म होता है वैज्ञानिक कोई भी शोध करता है पहले वह जानता है उसके बाद जब वह उसे चीज का निर्माण करता है तब लोग उसे मानते है
@Veda993 ай бұрын
श्रीमानजी आपको ज्ञात है कि आप के माता पिता कौन हैं। कैसे ज्ञात हुआ। किसी ने बताया ही तो होगा। आपका जन्म हुआ है। कैसे ज्ञात हुआ। किसी ने बताया ही तो होगा। यदि किसी ने झूठ बताया है तो आप क्या करेंगे। जिस किसी ने बताया है यदि उसे भी ज्ञान न हो कि सत्य क्या है तो।
@Singeshwar-i5f4 ай бұрын
Swami ji ke charno me koti koti naman
@RaviGupta-r2c4 ай бұрын
🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌
@chandrakanta14704 ай бұрын
🙏🏻🙏🏻🚩🚩🚩
@sehdevguliagulia70223 ай бұрын
❤❤
@ravisaxena8131Ай бұрын
Sader Naman
@avnendrayadav63124 ай бұрын
🌹🙏🏻🕉️🙏🏻🌹
@SanjeevKumar-uv8yi4 ай бұрын
नारायण नारायण ओर अधिक जानिए
@bharatsingharya22553 ай бұрын
Mandir ka artha ghar,makan adi, Bhagwan ka mandir sarirhai
@GkTinker-rj9hl4 ай бұрын
हर चीज़ में हैं ऊर्जा हैं जैसे =पानी, आग, हवा, मिट्टी, और हर चीज और परमात्मा अल्लाह भगवान भी एक बिशाल ऊर्जा हैं इसलिए कहते हैं भगवान कण कण में हैं भ=भूमि ग=गगन (आसमान) व=वायु (हवा) आ=अग्नि (आग) न=नीर (जल) इसलिए परमात्मा, भी एक ऊर्जा और इंसान का शरीर भी एक ऊर्जा और उसका मन(चेतना) वह भी एक ऊर्जा इसलिए जो को भी सृष्टि बनाया चाहे वह अल्लाह भगवान या परमात्मा हैं वह हर जगह हैं अपने शरीर के हर हिस्से में इसलिए उसे कही मत खोज
@GkTinker-rj9hl4 ай бұрын
जीव दो प्रकार के हैं एक जिनपर मांस हैं और एक जिनपर मांस नहीं हैं लेकिन दर्द तो दोनों के होता हैं। किसी का दिखता हैं और किसी का नहीं दिखता। इसलिए हत्या तो हर कोई करता हैं अपने अस्तित्व के लिए कोई मांस वाले को काटता हैं। तो कोई बिना मांस वाले को काटता हैं सभी ने अपने अस्तित्व को बचाने के लिए अपने अपने नियम बना रखे हैं 0:03 0:03 0:03
@NiteshAryakalwa3 ай бұрын
दर्द का अनुभव मांस से नहीं, बल्कि शरीर के तंत्रिका तंत्र से होता है। यदि aapke किसी अंग को सुन्न करके काटा जाए, तो आपको कोई दर्द महसूस नहीं होगा, क्योंकि सुन्न होने पर उस अंग के न्यूरॉन्स सक्रिय नहीं रहते। इसी कारण, जिस जीव में जितने अधिक न्यूरॉन्स होते हैं, उसे उतना ही अधिक दर्द का अनुभव होता है।
@ramshreePurohit-q8s4 ай бұрын
स्वामी रामदेव बाबा पहले रुक्मणी की बात करते थे अब 2 साल से राधा की बात करते हैं। पहले इनमें अकाल ज्ञान नहीं था क्या जो रुक्मणी की तारीफ करतेथे। राधा ने हमारी संस्कृति की शक्ति दोनों को नष्ट किया है। राधा के कारण हमारे हिंदू धर्म के टुकड़े हुए। जैन धर्म बुद्ध धर्म सिख धर्म यह सनातन धर्म से ही बने हैं। जब से राधा आई हमारे देश की शक्ति नष्ट हुई है भारत के 15 टुकड़े हो गई भारत से अलग होकर बने हैं 15 देश। स्वामी रामदेव बाबा अपने आप को आर्य बताने वाले ऋषि दयानंद के शिष्य कहने वाले फिर क्यों राधा अश्लीलता की बात करते हैं। राधा एक अश्लीलताहै जिसके कारण हमारे देश की शक्ति और संस्कृति दोनों नष्ट होती जा रही हैं। आजकल स्कूलों में बच्चो से कहां जा रहा कि तुम राधा राधाबोलो। स्कूलों में नाटक हो रहा है छोटे छोटे बच्चों को राधा कृष्ण बनकर अश्लीलता बताई जा रहीहै।
@GkTinker-rj9hl4 ай бұрын
एक हाथी के अगर कोई चाकू मार दे तो लोग कहेंगे एक जीव की हत्या कर दी उसकी खबर हर जगह हो जाती हैं और अगर एक चेंटी को कोई मारे दे तो वह लोग इग्नोर कर देते हैं। इसका मतलब इंसान को ज्यादा मांस वाले जीव का दर्द दिखाई देता हैं और कम मांस वाले का नहीं जबकि सभी में जीव हैं
@NiteshAryakalwa3 ай бұрын
बड़े और बुद्धिमान जीव, जैसे हाथी, अक्सर समाज में विशेष दर्जा रखते हैं और उनकी सुरक्षा के लिए कानून बनाए गए हैं। वहीं छोटे जीवों को आमतौर पर कम महत्व दिया जाता है। बड़े और अधिक विकसित जीवों को इंसान अक्सर अधिक समझदार और संवेदनशील मानता है, इसलिए उनकी पीड़ा को गंभीरता से लिया जाता है।
@S.K.Dhurwey-hv1sv4 ай бұрын
यह प्रवचन अपनेआप को बता
@rahulyaduwanshi65613 ай бұрын
पापी तू क्यों सुन सुन रहा है तेरे लिए यह वीडियो नहीं है तू जाकर अपने पुराने को पढ़ उसी को तुझे शांति लग रहा है मिलेगी क्योंकि तुझे सत्य को नहीं जानना है तू तो पाखंड में रहेगा
@jaminidas83574 ай бұрын
Suna h Arya Samaj wale Illegal Marriage karwa rhe h. Allahabad High Court na Inquire k order diye h...😂😂❤❤❤
@gianchandpal87064 ай бұрын
आर्या समाज और कबीर पंथी सिर्फ उल्टा ज्ञान दे रहे हैं। इस से पहले ये कहां थे?
@shiyarana913020 күн бұрын
Tere jaise gadhe ko arya smaj kya h ye samajh ni ayega iske liye Buddhi honi chaiye Aur karm acche hone chahiye.... Bas Khali bhaitha tha Aur comment karega diya