कबीरा सब जग निरधना धनवंता नही कोय *धनव्नता सोई जानिए जोकि राम नाम धन होई** (मन एव मनुषयाणाम कारणम बन्ध मोक्षये ) महाराज जी आप के बिचार अतिउत्तम है। बाबा कबीर, बाबा रैदास ,सूरदास इनसै पहले सबने समझाने की कोशिश कर कर के घले गये कि संसार इधर नहीं है हमारे तरफ चलने मे है लेकिन इस राह पर कौन विश्वास करके चला। आदि बहुत कुछ। (मोह निशा सब सोवनिहारा* देखहि स्वप्न अनेक प्रकारा ** तुलसी बाबा ९९.९ परसेंट संसार को ही सत्य मान बैठा । इनको संसार की बयाधि ने जकड़ रखा है । बहुत कुछ समछना है । अयोध्या वासी ७०वरषीय । प्रणाम आप को ।