खूप छान आणि अतिसुंदर असा संदेश देणारे तुमच्या भाषणातून एक वैभवशाली तोफा मिळाल्यात ऐकायला त्याबद्दल मी मनापासून तुमचं धन्यवाद तुमचं स्वागत करतो जय भीम जय भारत जय बुद्ध नमो बुद्धाय सलाम तुम्हाला मटकी कर साहेब माझा
@pralhadsonkamble76342 жыл бұрын
अमोल मिटकरी साहेब यांचभाषण अभ्यासपूर्ण व प्रेरक आहे. या भाषणा पासून बोध घ्याव असे मुद्दे आहेत. जयभीम साहेब.
@BabaPagare-hx9vvАй бұрын
TV
@PranavKamble-zu1ylАй бұрын
W@@BabaPagare-hx9vv
@sagar358412 жыл бұрын
समाज जागृत करण्याचं काम जे कोणी करू शकतील ते तुम्हीचं साहेब. तुम्हाला मनातून सप्रेम जयभीम
@chitranjanchaure2925 Жыл бұрын
भाषणं खुप ऐकले पण असं मुद्देसुद व मन हेलावून टाकणारे प्रबोधनशील भाषण मी कधीच ऐकलं नाही .मा. अमोल मीटकरी साहेबांना खुप खुप धन्यवाद.जयभीम जय शिवराय ,जय संविधान.
@siddharthgamare7189 Жыл бұрын
Good 💯 saheb Jay bhim Jay Jay mulnivasi
@RamaKshirsagar-q2e10 ай бұрын
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
@navneetpawar81833 жыл бұрын
मी बौद्ध आहे आपले विचार अप्रतिम आहेत मिटकरी सर बेस्ट आपन खरे बोलत आहत मनाने बौद्ध झाले पाहिजे आमचे बौद्ध लोक अजून ही मनाने बौद्ध झाले नाही त्या पेक्षा तुम्ही बरे आहत बाबासाहेब हे फक्त बौद्धाचे च नाहीत सम्पुर्ण देशाचे आहेत कारन बाबासाहेबानी देशावर प्रेम केले ते देश प्रेमी होते आनी आता आमचे बाबा म्हनत आहेत तेच खरे बौद्ध नाहीत बाबासाहेब समजुन घेनारे कौणतेही जाती धर्म समजा तिल मानूस पुढे येऊ शक्तो याला कोनी रोकू शकत नाही जो कोणीय विरुद्ध बोलला तर तोच बौद्ध नाही असे समजावे लागेल 🙏🙏🙏🌹🌹🌹जय भीम जय सविधान जय किसान जय मुल निवासी मिटकरी सर माझा मनापासूण जय भीम आपल्या सम्पुर्ण कार्य कर्त्याला आपन खरच मनाने बौद्धा आहत सर जय भीम namo बुद्धाय 🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹
@samadhantiwade1532 жыл бұрын
एकदम परखडपणे विचार मांडणारे प्रभावी वक्ते मिटकरी साहेब यांना मनाचा जयभीम
@sureshkadam70712 ай бұрын
G5hhh5
@prakashghorpade14924 жыл бұрын
अमोल मिटकरी साहेब खरच तुम्ही खरे बोलणारे हिम्मत दाखवणारा सच्चा माणुस माणसाशी एकमेव निष्ठावंत तुम्हाला मानाचा मुजरा मनपूर्वक धन्यवाद व अभिनंदन ऊदड आयुष्य लाभो जयहिंद जयभिम जयमहाराष्ट्र ✌👌👍⭐🌹
@ashataigaikwad42392 жыл бұрын
खूपच छान सर सर्वाना या गोष्टी समजायला पाहिजे खरंच 👌👌🙏🙏
@meenaghadge81652 жыл бұрын
खरा पुरुषार्थ आहे हा खूप मंगल कामना आपणास उदंड आयुष्य लाभो हीच कामना 🙏💐
@ajayzalte53866 жыл бұрын
मिटकरी साहेबांसारखे लोक समाज प्रबोधन करणारे आणि त्यांना स्वीकारणारे लोक झाले पाहिजे।
@shuddhodhanpatil956 жыл бұрын
at tha samudrapur
@shuddhodhanpatil956 жыл бұрын
uccha prathamik school post girad pimpalgaon
@shuddhodhanpatil956 жыл бұрын
atwa
@vishalsawale5232 жыл бұрын
@@shuddhodhanpatil95 l
@vishalsawale5232 жыл бұрын
Llp
@rajumore37926 жыл бұрын
खूप खूप छान भाषण अमोल दादा ....खुप काही शिकायला मिळाले तुमच्या भाषणा तून...... जयभीम जय भारत धन्यवाद
@anjalib22103 жыл бұрын
Hum Mahabali Samrat Asok Mahan Ke Bachhe hai Kisi Maha Nich, Maha Dalit ke kahe Shudra, Achhut, Dalit, Nich jaati ke log nahi hai Gulami ke pahale Sabhi SC ST OBC Buddhist the. Buddhism ke baad Ramayana Mahabharata Krushna Rhrugved Laxmi Ganesha Durga Vishnu likhe Gaye. Sangh Mangal Sadhu Samyak Pandit Dev Devi Bhagwat Sanatan Sabhi Buddhist Pali Bhasha ke words hai. Swastika Kamal ka Phool Haathi Lion Peacock Bull sab Buddhist symbols hai.
@anjalib22103 жыл бұрын
Tathagat Gautam Buddha ko Rohini Nadi per se Yuddha na karne ke wajah se Gruh Tyag karna pada tha
@nitinpawar22226 жыл бұрын
खुप छान अमोल साहेब तुमच्या सारखी वैचारिक मानस भेटली आणि आम्ही धन्य झालो । नमो बुद्धाय जय शिवराय जय भीम
@chhayadive45292 жыл бұрын
खूप छान अमोल दादा तुमच्या सारखी माणसे तयार झाली पाहिजे आम्ही खरच ध न्य झालो नमो बुद्ध जय शिवराय जय भीम
साहेब नमो बुध्दाय जयभीम आपण खुप खुप छान speech दिले मी मना पासुन धन्यवाद करतो
@krishanashapane7646 жыл бұрын
,अमोल मिटकर साहेब विद्वान् आहे आणि देश एक असावा अशी त्याची भूमिका आहे सत्ये लोकांना सांगते माझ्या मराठा कुनबी बाधवानी तुकडोजी बाबा प्रमाणे अमोल दादाचे प्रवचन आत्मसात करावे,
@D.D.Vardhan6 жыл бұрын
जय शिवराय जय संभाजी राजे जय ज्योती जय शाहु जय भिम जय आण्णा भाऊ साठे जय बसवेश्वर जय संत तुकाराम महाराज संत गाडगेबाबा. माता जिजाऊ माता सावित्रीबाई फुले माता रमाई माता अहिल्याबाई होळकर. प्रबुद्ध भारत
@TheRIFLEKING4 жыл бұрын
जय महार जय भंगी
@yugrajmeshram1024 Жыл бұрын
आपण. खुपचं छान असं भाषण केलं तुमचं. अभिनदन.साहेब
@saralakamble8002 жыл бұрын
तुमचया विचाराचे जर लोक तयार झाले तर भारत बुधद मय होण्यास वेळ लागणार नाही खूप छान भाषण आहे धन्य वाद दादा जय भिम जय शिवराय 🙏🏻
@subhashshinde3082 жыл бұрын
👌👌🌷🌷
@bhagwanalne20356 жыл бұрын
आपल्या सारख्या नेत्याची देशाला गरज आहे. i hear your every speech. i like your every speech.
@VijayShinde-gn6gh6 жыл бұрын
Jy bhim
@gangadharkhandare7510 Жыл бұрын
मीr
@gangadharkhandare7510 Жыл бұрын
😊😊
@gangadharkhandare7510 Жыл бұрын
@@VijayShinde-gn6gh9 पल😊😊
@viveksarkar73266 жыл бұрын
अमोल मिटकरी ,जबरदस्त , तूमच्या सारखे तूम्हीच लाखात नाही तर कोटीत एखादा पैदा होतो . अद्वितीय,आष्टपैलू ,नेत्रदीपक,नेत्रत्व म्हणजे अमोल दादा मिटकरी . जयशिवराय जय भिमराय
@meenawaghmare9485 Жыл бұрын
खूप छान बोलता सर बहुजन समाज कब तक एक हो जाएगा मनुवादी मानसिकता के लोगों को कब भगाए
@shwetachavan5844 жыл бұрын
Thank you much...bcz of you Remove all the misunderstanding in OBC and OPEN categories peoples.......once again thanks..
अमोल मिटकारी साहेब तुम्ही आमचे प्रभोदन करत आहे असंच करत जा... तुम्हाला बघून आम्हाला स्फूर्ति भेटते... अणि आम्ही हेच विचार समाजात रुजवण्यासाठी सातत्याने प्रयत्न करत आहोत..... आणि यश सुद्धा मिळवत आहोत..... ^तुमच्या पुढच्या वाटचाली साठी शुभेच्छा^
@BIGDADDY-1435 жыл бұрын
Amol dada aap jaise log is bharat bhomi me or or or janam le ye dil se dua hai q ke ye rss vichardhara ke log hamare bharat ko sirf gulam bana rahe hai. Or jo 350-400 saal pahle chatrapati shivaji maharaj ke kalakhnd me jo mohabbat jo imaan pyar hum maratha-muslim bhaiyo me tha oh khatam kar rahe hai.jike liye jo aap avaaj utha rahe ho.oski jitni tarif ki jaye o kam hai aap ko dil se salam aap ke liye dua karte hai allah aap ko lambi umar de hamesha kamiyabi de..or ha ane vali nasle aap ko jarur yaad rakhegi ke ye sacha shivaji maharaaj ka mavla tha jisne samaz ko jodne ka kaam kiya or shivaji maharaaj ki sachi vichardhara ko samaz me bata tha. Or ha is desh me fir se rayat raj aye jo shivaji maharaj ke jamane me tha. Jay hind.Jay shivji.jay bhim.inkalab jindabaad..
@earlylikeapp47626 жыл бұрын
अभिमान आहे मला आंबडकरांचे विचार आहेत अजून Jay bhim
@gopalbandiwad99704 жыл бұрын
जबरदस्त भाषण.. आजच्या पिढीने अमोल दादा या॑च्याकडून खूप काही शिकावे ...
@lifethroughuniverse70054 жыл бұрын
यहा हमे " तथागत बुद्ध " का तत्वज्ञान _PHILOSOPHY को समझना बहुत ही जरुरी है , " बुद्ध " ना ही महात्मा है , ना ही भगवान ! " बुद्ध " का मतलबबुद्धी -ज्ञान -विज्ञान है , वोह कोई शरीर नहीहै , मनुष्य नही है , ना ही कोई आत्मा-परमात्मा , वोह एक ज्ञान -विज्ञानयुक्त " व्हायब्रेशन्स " या फिर" स्पंदन " के रूप में ENGLISH -FIGURE 8 के आकार -SHAPE में कभी भी खत्म नाहोनेवली वैश्विक शक्ती के रूप में एक ' परम -तत्व ' है , जिस तत्व के तहतइस ब्रम्हांड में ८४ जीव -सृष्टीयो कानिर्माण हुआ , उस में से आज सिर्फ ४५जीव -सृष्टीया ही बची है , उस में से एकहमारी इस धरती पर कि जीव -सृष्टी है , और वह भी अब खत्महोने के कगार पर है ! समस्त मानव जाती के९० % मनुष्य इंसानियात को भुला कर हैवान बन चुके है , जिस से इस सृष्टी का संतुलन बिगड चुका है! इस हालात में इस धरती पर का मनुष्य अपनीआनेवाली पिढी में बिना दिमाग कि ही पैदाहोगी , क्यो कि मनुष्य अपने दिमाग या फिर अक्ल कासिर्फ ५ % ही इस्तेमाल करता है , जब कि पशु -पक्षी -जानवर अपने दिमाग का ८० -८५ %इस्तेमाल कर के इस धरती पर जीता है , इन्सान कितनाबेवकूफ है , कुदरत ने उसे अक्लदी , लेकीन उस काइस्तेमाल नही करना जानता , वह जिंदगी में २४ घंटे अपने किसी ना किसी तरहके नशे में डूबा रहता है , जो पशु -पक्षी-जानवर अपने जीवन में कभी भी नही करते पाये जाते है ! उस के बाद ऐसे इन्सान इस धरती पर बाकी पशु-पक्षी -जानवरो कि तऱह पहाडो -जन्गलो मेंछुपते -छुपाता घुमता हुआ नजर आयेगा और इस धरती पर दुसरा कोई और प्राणी अपने दिमाग-अक्ल के साथ जन्म ले कर इस सृष्टी को सम्हालेगा I अगर वह प्राणी भी इस सृष्टी को नही सम्हाल पायातो इस सृष्टी का नाश हो जायेगा उस के बाद ४५ जीव -सृष्टीयो में से एक कम हो कर ४४सृष्टीया ही बचेंगी ! वैसे इस पृथ्वी ग्रह पर ही तीन जीव --सृष्टीयो का अस्त्तीत्वहै , उस में से एक है समुंदर के तल पर और दुसरी हैपृथ्वी के गर्भ में और तिसरी हमारी सृष्टीहै धरती के सतह -SURFACE पर i. e. जैसे मंगल ग्रह के सतह पर कि जीव -सृष्टी खत्महो चुकी है और किसी दुसरे ग्रहो पर नयी जीव -सृष्टी का निर्माण करने में " तथागत बुद्ध" कार्यरत है , उन का यह काम निरंतर चलता रहता है ! जानो -सोचो -समझो ! मनुष्य पैदायीशी ही समझदारहै ! जो विश्वभूषण -भारतरत्न डॉ. बी. आर. आंबेडकर जी ने हमे समझाने कि पुरी -पुरी कोशिश कि है , लेकीन हम उसे समझ नही पाये , उन्हो ने अपने जीवन का कार्यकाल सिर्फ और सिर्फबुद्धिझम को ही इस देश में वापस लाने में खर्च किया है , ना कि किसी गरीब-मजबूर -दलित कहे जानेवाले इंसानो के लिये , यह हमारा भ्रम है, उन कि पॉलीसी के तहत इन लोगो का भला जरूर हुआ है , और होना भीचाहिये , क्यो कि सभी इंसानो का लेव्हल एक ही है , छोटा -बडा या फिर राजा -भिकारी ऐसा इस सृष्टीमें कुछ नही होता है ! सभी एक दुसरे केपूरक है -बराबर है ! लेकीन इस का श्रेयसिर्फ " बुद्धिझम " को ही जाता है ! वैसे इन लोगो के लिये कोई भी इन्सान कुछ भी नही कर सकता I वह जानते थे की इस धरती पर का अत्याचार -हिंसाचार -बलात्कार-भ्रष्टाचार -आतंकवाद -नक्षलवाद -अनाचांर-HUMANTRAFFIKING -MONEY POWER -POLITICAL POWER को खत्म करने के लिये सिर्फ " बुद्धिझम " ही काफीहै ! यह बात हमारे बहुजन नेतागन -वक्तागन जैसे लोगो के समझ में आ जाना चाहिये ! --- तथागत बुद्ध !!
@ankushtayde8106 жыл бұрын
भाऊ खूप छान भाषण मी तुमचे सगळेच भाषण ऐकतो ...जय भीम जय शिवराय जय मल्हार
खूप छान माहिती दिलीत सर जेव्हा तुमचं भाषण ऐकतो तेव्हा खूप काही त्यातून शिकायला मिळतं.
@cgpatil94896 жыл бұрын
OBC बांधवामंध्ये बाबासाहेबा सारखा मार्गदर्शक निर्मान झाला नाही हे दुर्दैव आहे, परंतु वेळ गेली नाही, अमोल दादा तुमच्या प्रयत्नाला यश प्राप्त होईल अशी सदिच्छा.
@gautamkhandare85876 жыл бұрын
Obc bandhav jagrut vayala ankhi kiti divas lagatil
@cgpatil94896 жыл бұрын
@@gautamkhandare8587 हे तर माहित नाही परंतु आशावादी असायला पाहिजे.
@watchvlogstunner14236 жыл бұрын
Babasahebach sarvanchee margadata aahe obc general che pan aani anayatun sc st obc aani sarvya women na mukt karnare muktidata aani tyanchya sanvidhanamule hai bharat ek banu shakle babasaheb bhartache nirmataa aahe bharat kadhe ek desh navta ashok samrat nantar fakt prantha hote babasaheb naste tar aaj bharatat jevde rajya aahe tee sarve barke barke desh aaste kivva jammu kashmir sarkhe special state aaste
@cgpatil94896 жыл бұрын
@@watchvlogstunner1423 अगदी बरोबर, OBC ने बाबासाहेबांना मार्गदर्शक मानले असते तर बरेचसे OBCबांधव अमोल मिटकरी ...............!
@bansilalsudame48876 жыл бұрын
बाबा साहेब सर्वाचा आहे. बाबा साहेबांनी या देशात जन्म घेवून विषम परिस्थितीत शिक्षण घेवून , मनात व दिमागत द्वेष न ठेवता सर्वांच्या कल्याणासाठी संवीधान लिहल . म्हणून जो मानवतावादी , भारतवासी आहे त्या सर्वाचा बाबा साहेब आहे. पण, आपण असे समजत नाही म्हणून असे आपले चुकीचे विधान निर्माण झाले. ज्यांनी, ज्यांनी बाबासाहेबाला आपल मानल त्या ब्राम्हणांनी (मनातून मानणारे व त्यांच्या विचारांचा फक्त स्वत: च्या कल्याणासाठी वापर करणारे पण, दुसर्यांना न सांगणारे), एससी, एसटी, ओबीसी, इबीसी, व इतर गैर ब्राम्हीण मनानी व दिमाकाने स्वतंत्र झाले आहेत, आणि आपल्या सारखे विधान बाळगणारे मानसीक गुलामीत राहून दिखावटी, ठगी व भ्रमीत स्वातंत्र्यांत राहतात. ब्राम्हणांना किंवा ब्राम्हणवादी लोकांना (मग तो कोणत्याही वर्गाचा, पंथाचा, जातीचा, धर्माचा असोत). दोष देण्यापेक्षा पक्ष-विपक्ष विचार किंवा चर्चा करून वास्तवीक निर्णय व सोच ठेवने जास्त आवश्यक आहे. असे कृत्यच मानसिक विकास व मानवता- कल्याणकारी आहेत व राहतीत.
@shardabhosale58804 жыл бұрын
आमोल दादा🙏🙏👌👌 जयभीम नमो बुध्दाय जय शिव राय 👍👍👍🇦🇩🙏🇦🇩🚩🚩🇪🇺🇪🇺खूप छान
@pradeepgaikwad2846 жыл бұрын
मिटकरी साहेब तुमच्या सारखे व्यक्तिमत्व ह्या जगाला देशाला महाराष्ट्राला मिळाले हे भाग्य आहे जय भिम साहेब
Very Nice speech Amol Mitkari Saheb.....Buddha Community is Always with You...Dont worry......Carry On Amberkarite Mission......
@anantpawar2260 Жыл бұрын
AA p.jh.nj h.hn mm mm mm mmmjuh😊😊😊
@ANIRUDRABANSOD2 ай бұрын
Jay bhim, Namo Buddhay Jay savidhan, khup khup chan prarna dile .....
@subhashdhadse59046 жыл бұрын
माझी औकात नाही तुमचं नाव घेण्याची माननीय अमोल दादा कारण मी बौद्ध धर्माचा आहे आणि मला काही च माहिती नाही बौद्ध धर्माची मला खरंच आता समजायला लागलय आणि मला याची खंत व्यक्त करत असतांना मला खूप आदर वाटतो की तुमही ओबीसी असल्यावर सुद्धा तूम्हाला एवढी माहिती आहे बौद्ध धर्माची खरचं तूम्हाला क्रांतीकारी जय भिम जय शिवाजी
@rameshwaghmare28016 жыл бұрын
Subhash Dhadse, my bro, pl. Read Dr. Babasaheb Ambedkar.
@TheRIFLEKING4 жыл бұрын
जय महार जय भंगी
@kiranpawar50264 жыл бұрын
Asta tari sudhar yek houaya
@r.bgaikwad15534 жыл бұрын
आता विधान परिषदेत च आमदार बनवल्या नंतर च भाषणं ऐका अन् मग...
@sanjaybhalerao9382 Жыл бұрын
Mitkari साहेब, तुम्ही असेच चालत रहा.एक दिवस समजा मध्ये बदल होईल. संजय भालेराव ,ताम्हिणी मुळशी ,पुणे.
@pratappaikrao24722 жыл бұрын
क्रांतिकारी जय भिम जय शंभुराजे जय शिवाजी जय भिम साहेब फारच उत्तम प्रबोधन आहे
@DilipChandanshive-o6k Жыл бұрын
खुप खुप छान अत्यंत अभ्यासपूर्ण अमोल मेटकरी साहेब आपणास प्रेमपुर्वक जय भीम नमो बुद्धाय जय शिवराय जय शाहु जय फुले
@kpking68386 жыл бұрын
जय लहूजी जय भिम जय शिवराय जय मल्हार 🚩
@devkamalbhagat11155 жыл бұрын
9Krushna pakhare Krushna जय भिम
@pushparajmore59504 жыл бұрын
Amul Saheb, bhaujan samajala aapli nitanta garaj hai. Apple karya nitanta chalu raho ani Bharat varsh satya cha Surya paho hich bhagwan ta charni prarthana. Amcha thumala lakhs lakhs subhechha.
@vijaykamble43736 жыл бұрын
अमोल मिटकरी साहेबांचे आमच्या परिवाराकडुन हार्दिक अभिनंदन. तथा सप्रेम जयभिम.
@dagdukshirsagar70283 жыл бұрын
निर्भिड वाणीचा , निधड्या छातीचा, कनखर बाण्याचा मरनाला कधीही न घाबरणारा असा लाभला एक स्वातंत्र्य , आणि समतेचा पुरस्करता ज्याचे नाव एक आदर्श भारतीय तरूण वक्ता मा.....अमोलजी मिटकरी साहेब ....... यांना विनम्र अभिवादन..... जूण्या अंधश्रध्दा, थोतांड- लबाड ढोंगी ,भाकड कथा की,ज्याला प्रमाण नाही, .अस्तित्व नाही.... ज्याला शास्त्रीय आधार नाही.. आणि जे कुठेचं सत्य मानवाच्या धर्मात बसत नाही....!!! हे बुध्दिमान विचारप्रणालीने समजले पाहिजे.....जयभिम.....!!! जय जवान.... !! जय किसान...!!! जय भारत.....!!!
@karunabhoyar29666 жыл бұрын
तुमच्या सारखे अनेक लोकांना तूम्ही तयार करा तेव्हा परीवरतन होईलच खूप छान माहिती दिली सर
@gokulpendbhaje72836 жыл бұрын
Karuna Bhoyar op pL hu hu hu hu try Thu
@lifethroughuniverse70054 жыл бұрын
यहा हमे " तथागत बुद्ध " का तत्वज्ञान _PHILOSOPHY को समझना बहुत ही जरुरी है , " बुद्ध " ना ही महात्मा है , ना ही भगवान ! " बुद्ध " का मतलबबुद्धी -ज्ञान -विज्ञान है , वोह कोई शरीर नहीहै , मनुष्य नही है , ना ही कोई आत्मा-परमात्मा , वोह एक ज्ञान -विज्ञानयुक्त " व्हायब्रेशन्स " या फिर" स्पंदन " के रूप में ENGLISH -FIGURE 8 के आकार -SHAPE में कभी भी खत्म ना होनेवली वैश्विक शक्ती के रूप में एक ' परम -तत्व ' है , जिस तत्व के तहतइस ब्रम्हांड में ८४ जीव -सृष्टीयो कानिर्माण हुआ , उस में से आज सिर्फ ४५जीव -सृष्टीया ही बची है , उस में से एकहमारी इस धरती पर कि जीव -सृष्टी है , और वह भी अब खत्महोने के कगार पर है ! समस्त मानव जाती के९० % मनुष्य इंसानियात को भुला कर हैवान बन चुके है , जिस से इस सृष्टी का संतुलन बिगड चुका है! इस हालात में इस धरती पर का मनुष्य अपनीआनेवाली पिढी में बिना दिमाग कि ही पैदाहोगी , क्यो कि मनुष्य अपने दिमाग या फिर अक्ल कासिर्फ ५ % ही इस्तेमाल करता है , जब कि पशु -पक्षी -जानवर अपने दिमाग का ८० -८५ %इस्तेमाल कर के इस धरती पर जीता है , इन्सान कितनाबेवकूफ है , कुदरत ने उसे अक्लदी , लेकीन उस काइस्तेमाल नही करना जानता , वह जिंदगी में २४ घंटे अपने किसी ना किसी तरहके नशे में डूबा रहता है , जो पशु -पक्षी-जानवर अपने जीवन में कभी भी नही करते पाये जाते है ! उस के बाद ऐसे इन्सान इस धरती पर बाकी पशु-पक्षी -जानवरो कि तऱह पहाडो -जन्गलो मेंछुपते -छुपाता घुमता हुआ नजर आयेगा और इस धरती पर दुसरा कोई और प्राणी अपने दिमाग-अक्ल के साथ जन्म ले कर इस सृष्टी को सम्हालेगा I अगर वह प्राणी भी इस सृष्टी को नही सम्हाल पायातो इस सृष्टी का नाश हो जायेगा उस के बाद ४५ जीव -सृष्टीयो में से एक कम हो कर ४४ सृष्टीया ही बचेंगी ! वैसे इस पृथ्वी ग्रह पर ही तीन जीव --सृष्टीयो का अस्त्तीत्वहै , उस में से एक है समुंदर के तल पर और दुसरी हैपृथ्वी के गर्भ में और तिसरी हमारी सृष्टीहै धरती के सतह -SURFACE पर i. e. जैसे मंगल ग्रह के सतह पर कि जीव -सृष्टी खत्महो चुकी है और किसी दुसरे ग्रहो पर नयी जीव -सृष्टी का निर्माण करने में " तथागत बुद्ध" कार्यरत है , उन का यह काम निरंतर चलता रहता है ! जानो -सोचो -समझो ! मनुष्य पैदायीशी ही समझदारहै ! जो विश्वभूषण -भारतरत्न डॉ. बी. आर. आंबेडकर जी ने हमे समझाने कि पुरी -पुरी कोशिश कि है , लेकीन हम उसे समझ नही पाये , उन्हो ने अपने जीवन का कार्यकाल सिर्फ और सिर्फबुद्धिझम को ही इस देश में वापस लाने में खर्च किया है , ना कि किसी गरीब-मजबूर -दलित कहे जानेवाले इंसानो के लिये , यह हमारा भ्रम है, उन कि पॉलीसी के तहत इन लोगो का भला जरूर हुआ है , और होना भीचाहिये , क्यो कि सभी इंसानो का लेव्हल एक ही है , छोटा -बडा या फिर राजा -भिकारी ऐसा इस सृष्टीमें कुछ नही होता है ! सभी एक दुसरे केपूरक है -बराबर है ! लेकीन इस का श्रेयसिर्फ " बुद्धिझम " को ही जाता है ! वैसे इन लोगो के लिये कोई भी इन्सान कुछ भी नही कर सकता I वह जानते थे की इस धरती पर का अत्याचार -हिंसाचार -बलात्कार-भ्रष्टाचार -आतंकवाद -नक्षलवाद -अनाचांर-HUMANTRAFFIKING -MONEY POWER -POLITICAL POWER को खत्म करने के लिये सिर्फ " बुद्धिझम " ही काफीहै ! यह बात हमारे बहुजन नेतागन -वक्तागन जैसे लोगो के समझ में आ जाना चाहिये ! --- तथागत बुद्ध !!
@akashhellode14484 жыл бұрын
सत्य हे उगवत्या सुर्यासारख आहे.....आणि ते अमोल दादाला कळाल आणि ते तेच सत्य सांगत आहे💯
@shaileshwankhade17456 жыл бұрын
दादा जय भिम जय जिजाऊ !
@niteshmohite59176 жыл бұрын
1no amoldada
@MAHAMAHOPADHYAY6 жыл бұрын
Jay shivaji pan tak na bhava... jay bhim jay shivaji jay jijau
@samratkamble94236 жыл бұрын
Jay bhim jay jijau takat se
@jayBharatiraanga64253 жыл бұрын
Shivdharm Ek Thodant Be Savdhan 👍🙏
@anjaligaikawad28364 жыл бұрын
तुमचे भाषण खुप खुप ऐकत राहावं .असे मला वाटतं असते छान. जयराम.
@p.sgamare13246 жыл бұрын
OBC बांधवामंध्ये बाबासाहेबा सारखा मार्गदर्शक निर्मान झाला नाही हे दुर्दैव आहे, परंतु वेळ गेली नाही, अमोल दादा तुमच्या प्रयत्नाला यश प्राप्त होईल अशी सदिच्छा. JAY BHIM
@powerking63794 жыл бұрын
murkha sarkhe kahi bolu naka ...obc madhe bhagwan buddha mahatma jyotiba fule ..... chhatrapati shivaji maharaj .....chhatrapati shahuji maharaj itke mahapurush ahet ani tumhi kay hi chutiya sarkhe bolta? obc madhe sc loka peksha jast mahapurush zale ......chuk karu naka ....jai shivray jai shahuji jai fuleji jai shri ram jai bhole
@animeboyjoy28473 жыл бұрын
@@powerking6379 Buddha Kala made jat dharma navta and smart ashokacha Kalat pan casteism navta ani dharma casteism he 12bc natar kela ahe gela Bharat made brhaman lokani,
@rahulg52713 жыл бұрын
Mi OBC aahe aata tumachya Side var yeto fakt Reservation sampavanalya manyata dya ani amachya devancha apaman band kara. Aahe manjur??? Nahi tar rah reservation chi bhik mangat.
@pravindolse50603 жыл бұрын
अमोल मिटकरी आपण चांगले व्याख्यान करता एवढंच की शाहू फुले आंबेडकर हे महापुरुष आहेत त्यांचे कोणत्याही पक्षात गेले तरी आपण यांना विसरू नका ही चळवळ शाहू-फुले-आंबेडकर पासून सुरुवात झालेली आहे आपण चांगले व्याख्यान केल्याबद्दल तुमचा मी आभारी आहोत पुढील कार्यक्रमासाठी व्याख्यानासाठी तुम्हाला शुभेच्छा
@laxmandeshbhrtar42252 жыл бұрын
बौद्ध धम्माचा प्रचारक सुद्धा एवढं मार्मिक भाषन देवु शकत नाही खरोखरच तुम्हाला मानायलाच पाहिजे ,मी तुम्हाला तीनदा जयभीम करतो.
@manorathrodge38419 ай бұрын
Universe yhvvccbnhhnbf gyyh h😢😅😅😊dsagz,
@manorathrodge38419 ай бұрын
😮
@sakharamjadhav67992 ай бұрын
Khupch apratim sirr, aamhala pn tumchya sanghatanet yaychh aahe sir
@ratanwaghmare69566 жыл бұрын
बुध्दा च्या विचाराणे मी प्रभावित आहे आणि शुद्ध शाकाहारी आहे प्रज्ञा शील करुणा दलाई लामा यांचं पुस्तक तुम्ही वाचा
@lifethroughuniverse70054 жыл бұрын
यहा हमे " तथागत बुद्ध " का तत्वज्ञान _PHILOSOPHY को समझना बहुत ही जरुरी है , " बुद्ध " ना ही महात्मा है , ना ही भगवान ! " बुद्ध " का मतलबबुद्धी -ज्ञान -विज्ञान है , वोह कोई शरीर नहीहै , मनुष्य नही है , ना ही कोई आत्मा-परमात्मा , वोह एक ज्ञान -विज्ञानयुक्त " व्हायब्रेशन्स " या फिर" स्पंदन " के रूप में ENGLISH -FIGURE 8 के आकार -SHAPE में कभी भी खत्म ना होनेवली वैश्विक शक्ती के रूप में एक ' परम -तत्व ' है , जिस तत्व के तहतइस ब्रम्हांड में ८४ जीव -सृष्टीयो कानिर्माण हुआ , उस में से आज सिर्फ ४५जीव -सृष्टीया ही बची है , उस में से एकहमारी इस धरती पर कि जीव -सृष्टी है , और वह भी अब खत्महोने के कगार पर है ! समस्त मानव जाती के९० % मनुष्य इंसानियात को भुला कर हैवान बन चुके है , जिस से इस सृष्टी का संतुलन बिगड चुका है! इस हालात में इस धरती पर का मनुष्य अपनीआनेवाली पिढी में बिना दिमाग कि ही पैदाहोगी , क्यो कि मनुष्य अपने दिमाग या फिर अक्ल कासिर्फ ५ % ही इस्तेमाल करता है , जब कि पशु -पक्षी -जानवर अपने दिमाग का ८० -८५ %इस्तेमाल कर के इस धरती पर जीता है , इन्सान कितनाबेवकूफ है , कुदरत ने उसे अक्लदी , लेकीन उस काइस्तेमाल नही करना जानता , वह जिंदगी में २४ घंटे अपने किसी ना किसी तरहके नशे में डूबा रहता है , जो पशु -पक्षी-जानवर अपने जीवन में कभी भी नही करते पाये जाते है ! उस के बाद ऐसे इन्सान इस धरती पर बाकी पशु-पक्षी -जानवरो कि तऱह पहाडो -जन्गलो मेंछुपते -छुपाता घुमता हुआ नजर आयेगा और इस धरती पर दुसरा कोई और प्राणी अपने दिमाग-अक्ल के साथ जन्म ले कर इस सृष्टी को सम्हालेगा I अगर वह प्राणी भी इस सृष्टी को नही सम्हाल पायातो इस सृष्टी का नाश हो जायेगा उस के बाद ४५ जीव -सृष्टीयो में से एक कम हो कर ४४ सृष्टीया ही बचेंगी ! वैसे इस पृथ्वी ग्रह पर ही तीन जीव --सृष्टीयो का अस्त्तीत्वहै , उस में से एक है समुंदर के तल पर और दुसरी हैपृथ्वी के गर्भ में और तिसरी हमारी सृष्टीहै धरती के सतह -SURFACE पर i. e. जैसे मंगल ग्रह के सतह पर कि जीव -सृष्टी खत्महो चुकी है और किसी दुसरे ग्रहो पर नयी जीव -सृष्टी का निर्माण करने में " तथागत बुद्ध" कार्यरत है , उन का यह काम निरंतर चलता रहता है ! जानो -सोचो -समझो ! मनुष्य पैदायीशी ही समझदारहै ! जो विश्वभूषण -भारतरत्न डॉ. बी. आर. आंबेडकर जी ने हमे समझाने कि पुरी -पुरी कोशिश कि है , लेकीन हम उसे समझ नही पाये , उन्हो ने अपने जीवन का कार्यकाल सिर्फ और सिर्फबुद्धिझम को ही इस देश में वापस लाने में खर्च किया है , ना कि किसी गरीब-मजबूर -दलित कहे जानेवाले इंसानो के लिये , यह हमारा भ्रम है, उन कि पॉलीसी के तहत इन लोगो का भला जरूर हुआ है , और होना भीचाहिये , क्यो कि सभी इंसानो का लेव्हल एक ही है , छोटा -बडा या फिर राजा -भिकारी ऐसा इस सृष्टीमें कुछ नही होता है ! सभी एक दुसरे केपूरक है -बराबर है ! लेकीन इस का श्रेयसिर्फ " बुद्धिझम " को ही जाता है ! वैसे इन लोगो के लिये कोई भी इन्सान कुछ भी नही कर सकता I वह जानते थे की इस धरती पर का अत्याचार -हिंसाचार -बलात्कार-भ्रष्टाचार -आतंकवाद -नक्षलवाद -अनाचांर-HUMANTRAFFIKING -MONEY POWER -POLITICAL POWER को खत्म करने के लिये सिर्फ " बुद्धिझम " ही काफीहै ! यह बात हमारे बहुजन नेतागन -वक्तागन जैसे लोगो के समझ में आ जाना चाहिये ! --- तथागत बुद्ध !!
मी जवलजवल सर्व भाषण युट्यबवर बघितले सर्व भाषने सारखीच आहे मात्रचांगला वक्ता आहे
@sangeetaahire67555 жыл бұрын
Amol sir tumhi khrch khup mothe itihasa che abhyask aahat sir trunane ne tumhala ekayla hv tumchi khup grj aahe sir smajala thank u sir jay shivray jay bhim nmo buddha
@lifethroughuniverse70054 жыл бұрын
यहा हमे " तथागत बुद्ध " का तत्वज्ञान _PHILOSOPHY को समझना बहुत ही जरुरी है , " बुद्ध " ना ही महात्मा है , ना ही भगवान ! " बुद्ध " का मतलबबुद्धी -ज्ञान -विज्ञान है , वोह कोई शरीर नहीहै , मनुष्य नही है , ना ही कोई आत्मा-परमात्मा , वोह एक ज्ञान -विज्ञानयुक्त " व्हायब्रेशन्स " या फिर" स्पंदन " के रूप में ENGLISH -FIGURE 8 के आकार -SHAPE में कभी भी खत्म नाहोनेवली वैश्विक शक्ती के रूप में एक ' परम -तत्व ' है , जिस तत्व के तहतइस ब्रम्हांड में ८४ जीव -सृष्टीयो कानिर्माण हुआ , उस में से आज सिर्फ ४५जीव -सृष्टीया ही बची है , उस में से एकहमारी इस धरती पर कि जीव -सृष्टी है , और वह भी अब खत्महोने के कगार पर है ! समस्त मानव जाती के९० % मनुष्य इंसानियात को भुला कर हैवान बन चुके है , जिस से इस सृष्टी का संतुलन बिगड चुका है! इस हालात में इस धरती पर का मनुष्य अपनीआनेवाली पिढी में बिना दिमाग कि ही पैदाहोगी , क्यो कि मनुष्य अपने दिमाग या फिर अक्ल कासिर्फ ५ % ही इस्तेमाल करता है , जब कि पशु -पक्षी -जानवर अपने दिमाग का ८० -८५ %इस्तेमाल कर के इस धरती पर जीता है , इन्सान कितनाबेवकूफ है , कुदरत ने उसे अक्लदी , लेकीन उस काइस्तेमाल नही करना जानता , वह जिंदगी में २४ घंटे अपने किसी ना किसी तरहके नशे में डूबा रहता है , जो पशु -पक्षी-जानवर अपने जीवन में कभी भी नही करते पाये जाते है ! उस के बाद ऐसे इन्सान इस धरती पर बाकी पशु-पक्षी -जानवरो कि तऱह पहाडो -जन्गलो मेंछुपते -छुपाता घुमता हुआ नजर आयेगा और इस धरती पर दुसरा कोई और प्राणी अपने दिमाग-अक्ल के साथ जन्म ले कर इस सृष्टी को सम्हालेगा I अगर वह प्राणी भी इस सृष्टी को नही सम्हाल पायातो इस सृष्टी का नाश हो जायेगा उस के बाद ४५ जीव -सृष्टीयो में से एक कम हो कर ४४सृष्टीया ही बचेंगी ! वैसे इस पृथ्वी ग्रह पर ही तीन जीव --सृष्टीयो का अस्त्तीत्वहै , उस में से एक है समुंदर के तल पर और दुसरी हैपृथ्वी के गर्भ में और तिसरी हमारी सृष्टीहै धरती के सतह -SURFACE पर i. e. जैसे मंगल ग्रह के सतह पर कि जीव -सृष्टी खत्महो चुकी है और किसी दुसरे ग्रहो पर नयी जीव -सृष्टी का निर्माण करने में " तथागत बुद्ध" कार्यरत है , उन का यह काम निरंतर चलता रहता है ! जानो -सोचो -समझो ! मनुष्य पैदायीशी ही समझदारहै ! जो विश्वभूषण -भारतरत्न डॉ. बी. आर. आंबेडकर जी ने हमे समझाने कि पुरी -पुरी कोशिश कि है , लेकीन हम उसे समझ नही पाये , उन्हो ने अपने जीवन का कार्यकाल सिर्फ और सिर्फबुद्धिझम को ही इस देश में वापस लाने में खर्च किया है , ना कि किसी गरीब-मजबूर -दलित कहे जानेवाले इंसानो के लिये , यह हमारा भ्रम है, उन कि पॉलीसी के तहत इन लोगो का भला जरूर हुआ है , और होना भीचाहिये , क्यो कि सभी इंसानो का लेव्हल एक ही है , छोटा -बडा या फिर राजा -भिकारी ऐसा इस सृष्टीमें कुछ नही होता है ! सभी एक दुसरे केपूरक है -बराबर है ! लेकीन इस का श्रेयसिर्फ " बुद्धिझम " को ही जाता है ! वैसे इन लोगो के लिये कोई भी इन्सान कुछ भी नही कर सकता I वह जानते थे की इस धरती पर का अत्याचार -हिंसाचार -बलात्कार-भ्रष्टाचार -आतंकवाद -नक्षलवाद -अनाचांर-HUMANTRAFFIKING -MONEY POWER -POLITICAL POWER को खत्म करने के लिये सिर्फ " बुद्धिझम " ही काफीहै ! यह बात हमारे बहुजन नेतागन -वक्तागन जैसे लोगो के समझ में आ जाना चाहिये ! --- तथागत बुद्ध !!
@yogeshwakode1576 жыл бұрын
सर आपण odc बांधवाना खऱ्या अर्थाने जागृत करण्याच काम करत आहात।जय प्रबुद्ध भारत जय भीम भाऊ...👍👌
@milindborkar22284 жыл бұрын
OBC jagega manuwad bhagega!
@shaikhwakil47703 жыл бұрын
@@milindborkar2228 Ed rffttf Dad AND
@devidasparkare203 жыл бұрын
@@milindborkar2228 g
@kailasjadhav47842 жыл бұрын
अमोल मिटकरी साहेब आपण खुप खूप खरे अभ्यासू आहेत मी आपल्या पुढे धन्य आहे.आणि साहेब आपण सच्चे डॉ बाबासाहेब आंबेडकरांचे अनुयायी आहेत.जयभिम💐💐💐🙏🙏🙏👌👌👌
अतिशय स्तुत्य विचार आहेत!........ "जय जिजाऊ जय शिवराय, जय ज्योती जय क्रांती, जय भीम नमो बुद्धाय, जय संविधान वंदे मातरम्".
@amitwaghmare9525 жыл бұрын
अमोल दादा साष्टांग जय भीम खरच तुम्ही ग्रेट आहात
@sureshkamble48736 жыл бұрын
Great speech, dhnyawad. Jay bhim.
@devkamalbhagat11155 жыл бұрын
Suresh Kamble जय भिम
@kusummhasde20992 жыл бұрын
Wa wa! Khupach Chan Bhashan zale. Jai Bhim Jay , Jay Sanvidhan
@dilipmokhade88776 жыл бұрын
मिटकरी साहेब मानूस हा कोनताही असो आंबेडरकरी विच्याराने प्रेरित असेल तर तो खरा मानुस..जयभिम सर.
@powerking63794 жыл бұрын
ambedkari vicharch ka? chhatrapati shivrayanche vichar amha obc che mahapurush mahatma Jyotiba fule yanche vichar kay kami ahet? jai obc jai shahuji jai shri ram
@sudarshansabne14095 жыл бұрын
खुप छान मागृदशन करता साहेब.बहुजन समाज जागृत होत आहेत.जय भीम,जय जिजाऊ.
@RAJ125rv6 жыл бұрын
मिटकरी यांनी धम्म पिठावर बुध्द धम्म संघ सम्राट अशोक विश्वरत्न बाबासाहेब यांच्या वर अधिक प्रखर माहिती दिली . शिवाजी फुले शाहू आम्हा प्रियच म्हणून त्यांच्या विषयी शुदधा धम्म पोठीवर बोलणे समतेचा धागा गुंफण्या सारखेच आहे .
@tusharwaghmare3125 жыл бұрын
चझणत
@sdmusicstudiomumbai8769 Жыл бұрын
great ahat tumhi mitkari saheb Tumcha abhyas
@itssuraj40345 жыл бұрын
Masta ahe bhasan amol mitkari saheb😎😎🙏🙏🙏
@pradeepmore11766 жыл бұрын
आमोल दादा जय भिम जय शिवराय 🙏🙏🙏🙏
@sandipkambli76983 жыл бұрын
Sycs'njbf 👨❤️💋👨
@sunilgaikwad96626 жыл бұрын
tumhi khup aabhyas Karun bolta khup mahatvacha bolata great exilent supebbb mala tumcha Garv aahe jaybhim namo shivray namo buddhay namo jotiba
@lifethroughuniverse70054 жыл бұрын
यहा हमे " तथागत बुद्ध " का तत्वज्ञान _PHILOSOPHY को समझना बहुत ही जरुरी है , " बुद्ध " ना ही महात्मा है , ना ही भगवान ! " बुद्ध " का मतलबबुद्धी -ज्ञान -विज्ञान है , वोह कोई शरीर नहीहै , मनुष्य नही है , ना ही कोई आत्मा-परमात्मा , वोह एक ज्ञान -विज्ञानयुक्त " व्हायब्रेशन्स " या फिर" स्पंदन " के रूप में ENGLISH -FIGURE 8 के आकार -SHAPE में कभी भी खत्म नाहोनेवली वैश्विक शक्ती के रूप में एक ' परम -तत्व ' है , जिस तत्व के तहतइस ब्रम्हांड में ८४ जीव -सृष्टीयो कानिर्माण हुआ , उस में से आज सिर्फ ४५जीव -सृष्टीया ही बची है , उस में से एकहमारी इस धरती पर कि जीव -सृष्टी है , और वह भी अब खत्महोने के कगार पर है ! समस्त मानव जाती के९० % मनुष्य इंसानियात को भुला कर हैवान बन चुके है , जिस से इस सृष्टी का संतुलन बिगड चुका है! इस हालात में इस धरती पर का मनुष्य अपनीआनेवाली पिढी में बिना दिमाग कि ही पैदाहोगी , क्यो कि मनुष्य अपने दिमाग या फिर अक्ल कासिर्फ ५ % ही इस्तेमाल करता है , जब कि पशु -पक्षी -जानवर अपने दिमाग का ८० -८५ %इस्तेमाल कर के इस धरती पर जीता है , इन्सान कितनाबेवकूफ है , कुदरत ने उसे अक्लदी , लेकीन उस काइस्तेमाल नही करना जानता , वह जिंदगी में २४ घंटे अपने किसी ना किसी तरहके नशे में डूबा रहता है , जो पशु -पक्षी-जानवर अपने जीवन में कभी भी नही करते पाये जाते है ! उस के बाद ऐसे इन्सान इस धरती पर बाकी पशु-पक्षी -जानवरो कि तऱह पहाडो -जन्गलो मेंछुपते -छुपाता घुमता हुआ नजर आयेगा और इस धरती पर दुसरा कोई और प्राणी अपने दिमाग-अक्ल के साथ जन्म ले कर इस सृष्टी को सम्हालेगा I अगर वह प्राणी भी इस सृष्टी को नही सम्हाल पायातो इस सृष्टी का नाश हो जायेगा उस के बाद ४५ जीव -सृष्टीयो में से एक कम हो कर ४४सृष्टीया ही बचेंगी ! वैसे इस पृथ्वी ग्रह पर ही तीन जीव --सृष्टीयो का अस्त्तीत्वहै , उस में से एक है समुंदर के तल पर और दुसरी हैपृथ्वी के गर्भ में और तिसरी हमारी सृष्टीहै धरती के सतह -SURFACE पर i. e. जैसे मंगल ग्रह के सतह पर कि जीव -सृष्टी खत्महो चुकी है और किसी दुसरे ग्रहो पर नयी जीव -सृष्टी का निर्माण करने में " तथागत बुद्ध" कार्यरत है , उन का यह काम निरंतर चलता रहता है ! जानो -सोचो -समझो ! मनुष्य पैदायीशी ही समझदारहै ! जो विश्वभूषण -भारतरत्न डॉ. बी. आर. आंबेडकर जी ने हमे समझाने कि पुरी -पुरी कोशिश कि है , लेकीन हम उसे समझ नही पाये , उन्हो ने अपने जीवन का कार्यकाल सिर्फ और सिर्फबुद्धिझम को ही इस देश में वापस लाने में खर्च किया है , ना कि किसी गरीब-मजबूर -दलित कहे जानेवाले इंसानो के लिये , यह हमारा भ्रम है, उन कि पॉलीसी के तहत इन लोगो का भला जरूर हुआ है , और होना भीचाहिये , क्यो कि सभी इंसानो का लेव्हल एक ही है , छोटा -बडा या फिर राजा -भिकारी ऐसा इस सृष्टीमें कुछ नही होता है ! सभी एक दुसरे केपूरक है -बराबर है ! लेकीन इस का श्रेयसिर्फ " बुद्धिझम " को ही जाता है ! वैसे इन लोगो के लिये कोई भी इन्सान कुछ भी नही कर सकता I वह जानते थे की इस धरती पर का अत्याचार -हिंसाचार -बलात्कार-भ्रष्टाचार -आतंकवाद -नक्षलवाद -अनाचांर-HUMANTRAFFIKING -MONEY POWER -POLITICAL POWER को खत्म करने के लिये सिर्फ " बुद्धिझम " ही काफीहै ! यह बात हमारे बहुजन नेतागन -वक्तागन जैसे लोगो के समझ में आ जाना चाहिये ! --- तथागत बुद्ध !!
@dharmeshanantmore39586 жыл бұрын
प्रचंड आब्यास आहे .सर तुमचा
@sureshsalve47062 жыл бұрын
खुपखुप चागले माहीती धिली धंन्यावाद
@amitjogefitness5 жыл бұрын
आम्हाला पण आपला अभिमान आहे जय शिवाजी जय भीम जय महाराष्ट्र जय भारत जय संविधान 😘😘😘😘
@rameshundirwade74094 жыл бұрын
अप्रतिम भाषण अमोल मिटकरी यांचे.
@hgboy13676 жыл бұрын
अमोल दादा तुमच्या कार्या ला सप्रेम जय भीम बाबासाहेबांच्या विचारना तुम्ही पुढे नेत आहत
@gautamthorat40042 жыл бұрын
Ok
@gautamthorat40042 жыл бұрын
aaaaaaaa
@shbttrust7199 Жыл бұрын
अहो महोदयहो, येथै देव-दैत्य अशी विभागणी कोणी केला हे विस्तृत सिंगणे हि विननती.!!!.
खुप छान सर मि तुमचे सगळेचं भाषण आऐकतो जय भिम जय शिवराय
@samkadu25675 жыл бұрын
जर तुम्ही धर्मा वीशई बोलत आसाल तर प्रतेकाचा .आप आपल्या धर्मा वर प्रेम आसतो . लक्षात ठेवा .
@laxmikantpatil29236 жыл бұрын
Great speech Dada. Very well studied n knowledgeable one. And good try for human unity. Wish you all the best to achieve your goals.
@lifethroughuniverse70054 жыл бұрын
यहा हमे " तथागत बुद्ध " का तत्वज्ञान _PHILOSOPHY को समझना बहुत ही जरुरी है , " बुद्ध " ना ही महात्मा है , ना ही भगवान ! " बुद्ध " का मतलबबुद्धी -ज्ञान -विज्ञान है , वोह कोई शरीर नहीहै , मनुष्य नही है , ना ही कोई आत्मा-परमात्मा , वोह एक ज्ञान -विज्ञानयुक्त " व्हायब्रेशन्स " या फिर" स्पंदन " के रूप में ENGLISH -FIGURE 8 के आकार -SHAPE में कभी भी खत्म ना होनेवली वैश्विक शक्ती के रूप में एक ' परम -तत्व ' है , जिस तत्व के तहतइस ब्रम्हांड में ८४ जीव -सृष्टीयो कानिर्माण हुआ , उस में से आज सिर्फ ४५जीव -सृष्टीया ही बची है , उस में से एकहमारी इस धरती पर कि जीव -सृष्टी है , और वह भी अब खत्महोने के कगार पर है ! समस्त मानव जाती के९० % मनुष्य इंसानियात को भुला कर हैवान बन चुके है , जिस से इस सृष्टी का संतुलन बिगड चुका है! इस हालात में इस धरती पर का मनुष्य अपनीआनेवाली पिढी में बिना दिमाग कि ही पैदाहोगी , क्यो कि मनुष्य अपने दिमाग या फिर अक्ल कासिर्फ ५ % ही इस्तेमाल करता है , जब कि पशु -पक्षी -जानवर अपने दिमाग का ८० -८५ %इस्तेमाल कर के इस धरती पर जीता है , इन्सान कितनाबेवकूफ है , कुदरत ने उसे अक्लदी , लेकीन उस काइस्तेमाल नही करना जानता , वह जिंदगी में २४ घंटे अपने किसी ना किसी तरहके नशे में डूबा रहता है , जो पशु -पक्षी-जानवर अपने जीवन में कभी भी नही करते पाये जाते है ! उस के बाद ऐसे इन्सान इस धरती पर बाकी पशु-पक्षी -जानवरो कि तऱह पहाडो -जन्गलो मेंछुपते -छुपाता घुमता हुआ नजर आयेगा और इस धरती पर दुसरा कोई और प्राणी अपने दिमाग-अक्ल के साथ जन्म ले कर इस सृष्टी को सम्हालेगा I अगर वह प्राणी भी इस सृष्टी को नही सम्हाल पायातो इस सृष्टी का नाश हो जायेगा उस के बाद ४५ जीव -सृष्टीयो में से एक कम हो कर ४४ सृष्टीया ही बचेंगी ! वैसे इस पृथ्वी ग्रह पर ही तीन जीव --सृष्टीयो का अस्त्तीत्वहै , उस में से एक है समुंदर के तल पर और दुसरी हैपृथ्वी के गर्भ में और तिसरी हमारी सृष्टीहै धरती के सतह -SURFACE पर i. e. जैसे मंगल ग्रह के सतह पर कि जीव -सृष्टी खत्महो चुकी है और किसी दुसरे ग्रहो पर नयी जीव -सृष्टी का निर्माण करने में " तथागत बुद्ध" कार्यरत है , उन का यह काम निरंतर चलता रहता है ! जानो -सोचो -समझो ! मनुष्य पैदायीशी ही समझदारहै ! जो विश्वभूषण -भारतरत्न डॉ. बी. आर. आंबेडकर जी ने हमे समझाने कि पुरी -पुरी कोशिश कि है , लेकीन हम उसे समझ नही पाये , उन्हो ने अपने जीवन का कार्यकाल सिर्फ और सिर्फबुद्धिझम को ही इस देश में वापस लाने में खर्च किया है , ना कि किसी गरीब-मजबूर -दलित कहे जानेवाले इंसानो के लिये , यह हमारा भ्रम है, उन कि पॉलीसी के तहत इन लोगो का भला जरूर हुआ है , और होना भीचाहिये , क्यो कि सभी इंसानो का लेव्हल एक ही है , छोटा -बडा या फिर राजा -भिकारी ऐसा इस सृष्टीमें कुछ नही होता है ! सभी एक दुसरे केपूरक है -बराबर है ! लेकीन इस का श्रेयसिर्फ " बुद्धिझम " को ही जाता है ! वैसे इन लोगो के लिये कोई भी इन्सान कुछ भी नही कर सकता I वह जानते थे की इस धरती पर का अत्याचार -हिंसाचार -बलात्कार-भ्रष्टाचार -आतंकवाद -नक्षलवाद -अनाचांर-HUMANTRAFFIKING -MONEY POWER -POLITICAL POWER को खत्म करने के लिये सिर्फ " बुद्धिझम " ही काफीहै ! यह बात हमारे बहुजन नेतागन -वक्तागन जैसे लोगो के समझ में आ जाना चाहिये ! --- तथागत बुद्ध !!
@namdevraonarwade63613 жыл бұрын
@@lifethroughuniverse7005 à1
@lifethroughuniverse70052 жыл бұрын
@@kishoringle9656 आभार, याचं विश्लेषण द्या !
@bhauraoberde9601 Жыл бұрын
@@namdevraonarwade6361d एड् 12:13 12:13 bbye bhul bbye 12:13 😊lpp Ucch essa kimi bbye ucch 12:13 O 12:13 12:13 😊😊😅😮😅😢😂😊 12:13 feel 12:13 😊 12:13 😊 12:13
@bhauraoberde9601 Жыл бұрын
@@lifethroughuniverse7005स sd aß11😊😅😮😊
@आदित्यग्राफिक्सनाशिक6 жыл бұрын
अमोल दादा मिटकरी आता तुम्हीच बाबासाहेबांच्या प्रबुद्ध भारत ही संकल्पना पुढे नेणार
@sahilmusic072 жыл бұрын
Ky Toofan Bhasahn aahe ...🔥
@shreyameshram16892 ай бұрын
खूपच छान साहेब 🙏 जे लोक अंधश्रधदेच्या जाळ्यात अडकले आहेत ते नक्कीच जागे होणार. जय भीम🙏जय संविधान 🙏
@dadaraokhade98546 жыл бұрын
खूप सुंदर खूप सुंदर साष्टांग जय भीम साहेब तुमचं कौतुक कराव तेवढ थोडा आहे
@samratkamble94236 жыл бұрын
Mast jay bhim
@bharatpawar68366 жыл бұрын
जय भीम
@mahendrasalve33256 жыл бұрын
Amol Mitkari saheb is very great. If we have to establish true Democracy in India our country must be ruled on the basis of Shiwshahi and the thought of Dr. Babasaheb Ambedkar. Amol Mitari saheb doing a very important job. Everybody must salute him. JaiShiwaray-JaiBhim
@samratkamble94236 жыл бұрын
Jay bhim
@BHIMGEETE6 жыл бұрын
Shilpa Khade jai bhim
@ranjanakamble63252 жыл бұрын
मिटकरी साहेब वादळी वाऱ्यासह विचारमंथन संर्व ओबीसी कुटुंबात घरा घरात ही जाणीव झाली तर बाबासाहेब आंबेडकर विचार पुजतील खोटे दगड कोणी ही पुजणार नाही.
@umeshsawant29386 жыл бұрын
दादा खरच तुम्ही मोठे आभ्यासक आहेत...👍
@arunsardar74772 ай бұрын
Salute Amol mitkariji jay bhim namo buddhay Jay bharat jay samvidhan🙏
@ashokpachpor47542 жыл бұрын
I like your every speech,carry on Mr Mitakari saheb
@ravimate81066 жыл бұрын
Kiti Kadak jordar speech ...sir u r such inspirational..... Baaki lokanche speech tar melelya murdyansarkhe watatat... Jay Maharashtra
@दत्तात्रयशहाजीडुबे6 жыл бұрын
डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर यांनी संविधान मध्ये भाग तिसरा कलम 15 आणि 25 मध्ये सर्वाना धर्मप्रसार आणि धर्मआचरण करण्याचा अधिकार आहे .
@prathameshwankhade14585 жыл бұрын
Ha lekin SC ST HINDU NAHI HAI
@neetanikalje1486 жыл бұрын
Amol dada tumche bhashan he khup abhyasu ani spasht pane mandale ahe, dada tumcha abhiman vatato ki apan obc asun evde abhyasu dekhil ahat, tumchya matashi mi sahmat ahe, tumhi je mudde mandale te agadi brbr ahe, parantu kahi hindu lokana tar boudha damma ha hinduch ahe ase vatat ahe, boudha aso va hindu aso pratyek vyaktine aplya buddhila thodishi chalna deun kinva chikitsak paddhatine pratyek goahtichi shahanisha karane garjeche ahe, ashikshit cha nahi tr aushikshit yuva dekhil khup andhashraddha manun rudi parampara japtat.. khup lajirvani gosht ahe pratyek bhartiya sathi ki aplya deshat devichya mandirat 7 varshachya mulivar vikrut paddhatine manvala kalima fasnari ghatna ghadate , tari ti devi jagi hot nhi, ani 9 ratri mdhe colourful sadyane devi prasanna krnycha praytna ha yuva varg krto, kharch laj vatayla pahije .. dada khupch kadak ani inspiration bhashan dile tyabddal manapsun dhanyavad.... ani ho jyani tumchyasati chukichya comment dilya tyanche pan abhari . Jay bhim jay shivray jay bharat
@dhananjayjadhav1226 жыл бұрын
Jai Bhim miss me pn obc asun Buddhancha upasak aahe....