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रामोत्सव अयोध्या । श्री राम के दर्शन ५०० वर्षों पद दीपोत्सव ।हिंदू धर्म की सहिष्णुता का उदाहरण । विश्व शांति के लिए धर्म समागम ।कश्मीरी पंडितों की वापसी के लिए अभियान की शुरुआत अयोध्या से ।राम का त्याग कृष्ण के उपदेश और तुलसीदास की राम चरित मानस मानस विश्व के लिये नैतिक सिद्धांतों का भंडार । भजन प्रभु की उपासना और ज्ञान मार्ग का आह्वान ही है । राम की शक्ति पूजा लिख कर निराला ने राम के सहज और निश्चल चरित्र को स्थापित किया ।