वाह! उम्दा ग़ज़ल, एक -एक शेर हृदय को छूती है। आदरणीया आप और आज़र साहब को हृदय तल से अनंत बधाई एवं शुभकामनाएँ 🌹🌹🙏🙏🌹🌹
@JyotiSrivastava-t9r26 күн бұрын
👏👏👏👏
@svstudios203926 күн бұрын
Waah ji kya Andaaz h
@rashmisri639127 күн бұрын
Osm
@sonusanjeeda27 күн бұрын
खूबसूरत गज़लें मनमोहक अंदाज़
@HiralalYadav.26 күн бұрын
ग़ज़लें तो बेहतरीन हैं हीं, आपका अंदाज़ भी लाजवाब है
@nafesinghyogimalra334727 күн бұрын
सुंदर अंदाज और अहसास जी
@grammarresearchbyabhishekv221 күн бұрын
एक बात कहें -- वो ये कि आप शब्दों अपने होंठो पर रखकर अपनी मधुर साँस देके उसे और गहरा करती जाती हैं अपने सजल नेत्रों से उसे भीगाती जाती हैं और हम भोले - भाले श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करती जाती हैं , क्योंकि मैं एक साहित्यकार हूँ शायद सही feel कर पा रहा हँू| इंशा अल्ला आपका ज़लवा रूतबा शोहरत और बुलन्दी हमेशा बरकरार रहे | अगर आप इस फकीर बंजारे को अपने लायक समझे तो मैं आपके लिये ईश्वर से झोली फैलाने के लिये तैयार हूँ| What I feel about you supercalifragilisticexpialidocious.
@sonusanjeeda27 күн бұрын
बहुत खूब
@omparkashyadav805826 күн бұрын
रश्मि श्री शुक्रिया मेरी ग़ज़लें शेयर करने के लिए तुम्हारी प्रस्तुति बहुत ही शानदार है ❤ बलवान सिंह आज़र
@rashmisri639125 күн бұрын
शुक्रिया सर
@Sagar_Chouhan9226 күн бұрын
😅
@sudhirkumarsinha572627 күн бұрын
तुम्हारा प्रस्तुतिकरण अत्यंत ही सुंदर है और काव्यात्मक व्याख्या प्रशंसनीय है । ऐसे ही प्रयास करती रहना ; एक दिन साहित्य जगत् में तुम्हारा नाम विख्यात होगा ।
@rashmisri639127 күн бұрын
बहुत बहुत शुक्रिया
@sudhirkumarsinha572627 күн бұрын
@@rashmisri6391 धन्यवाद नातिन । खूब खुश रहो और विकास पर सतत् सक्रिय रहो ।